दिव्य महाराष्ट्र मंडल

महाराष्ट्र मंडल में सादगी से मनाई गई : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि

महाराष्ट्र मंडल में सादगी से मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि

महाराष्ट्र मंडल में महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि पर उनकी तस्वीर को सुत माला पहनाते हुए संजय जोशी

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में बुधवार की शाम को राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी की 77वीं पुण्यतिथि सादगी के साथ मनाई गई। इस मौके पर अध्यक्ष अजय मधुकर काले, सचिव चेतन गोविंद दंडवते, वरिष्ठ जन सेवा समिति के प्रभारी दीपक पत्रीकर ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर गुलाल लगाकर सुत माला पहनाई। 

इस मौके पर मंडल के मुख्य समन्वयक श्याम सुंदर खंगन ने कहा कि आप जो बदलाव दुनिया में देखना चाहते हैं, वही पहले खुद में लाएं। अहिंसा सबसे बड़ी शक्ति है, यह किसी भी हथियार से अधिक प्रभावी है। खंगन ने कहा कि कमजोर कभी क्षमा नहीं कर सकते, क्षमा करना बलवान की निशानी है। खुद को पाने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो देना। 

उन्होंने कहा कि धैर्य और सत्य के साथ चलें, जीत आपकी ही होगी। व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित होता है। जैसा वह सोचता है, वैसा ही बन जाता है। शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती। यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है। हमारे जीवन में स्वच्छता और स्वास्थ्य स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण हैं। अगर कोई किसी का बुरा करे, तो बदले में उसे प्रेम दें, यही जीवन की सच्ची सीख है। इस मौके पर संजय जोशी, कौस्तुभ धर्माधिकारी, मुकुल सोनी, दानसिंग देवांगन, मनीष देसाई सहित मंडल के अनेक पदाधिकारी व सभासद उपस्थित रहे।