दिव्य महाराष्ट्र मंडल

महाराष्ट्र मंडल के लिए कौन, क्या करना चाहता है... सार्वजनिक मंच पर बताई अपनी दिल की ख्वाहिश

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल राजधानी रायपुर की ऐसी सामाजिक संस्था है, जहां पर हर तरह की गतिविधियां सालभर संचालित होती रहती हैं। सामाजिकता के अलावा, शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से यह संस्थान हमेशा गुलजार रहता है, तो अपनी सक्रियता की वजह से यह संस्था हमेशा चर्चा में रहती है। 

रविवार को महाराष्ट्र मंडल ने सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस विशेष अवसर पर महाराष्ट्र मंडल में शामिल होने वाले नए सदस्यों का स्वागत भी शामिल था। भले ही महाराष्ट्र मंडल ने इसे एक समारोह का नाम दिया, लेकिन इस दौरान कई नई चीजें भी खुद ब खुद जुड़ती चली गईं, इसी कड़ी में 'मैं महाराष्ट्र मंडल के लिए क्या करना चाहता हूं' की तस्वीर भी सामने आई, तो स्वरूचिवश मंडल के सदस्यों ने बताया कि वे क्या करना चाहते हैं। 

आकाशवाणी रायपुर के वरिष्ठ उद्घोषक दीपक हटवार ने कहा कि माइक पर अनाउंसमेंट, मंच संचालन एवं मंच पर भाषण देने की कला को विकसित करने के संदर्भ में होने वाली वे कार्यशाला लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने महाराष्ट्र मंडल के माध्यम से ऐसी कार्यशाला में अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने का आग्रह किया है। 
 
 
इसी तरह सिटकाॅन के पूर्व महाप्रबंधक, महाराष्ट्र नाट्य मंडल के वरिष्ठ सदस्य एवं महाराष्ट्र मंडल के आजीवन सभासद प्रसन्न निमोणकर ने कहा कि वे लगभग साढ़े तीन दशक तक सिटकाॅन में काम करने के बाद अब वे यही काम महाराष्ट्र मंडल के लिए करना चाहते हैं। मंडल से जुड़े युवा सदस्यों एवं आजीवन सभासद के युवा बच्चों को व्यापार शुरू करने, मेंटेन करने और आगे बढ़ाने के लिए वर्कशॉप करने और हर तरह का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार हैं। 

महाराष्ट्र नाट्य मंडल के वरिष्ठ सदस्य एवं महाराष्ट्र मंडल के पूर्व पदाधिकारी रामदास जोगलेकर ने कहा कि वे मंडल में अकाउंटेंसी, टेली, डाटा इंट्री सहित अकाउंट की विभिन्न विधाओं की क्लास लेने के लिए तैयार हैं। इस क्लास को मन से अटेंड करने के बाद कश्मीर से कन्याकुमारी तक किसी भी प्रशिक्षणार्थी को रोजी-रोटी के लाले नहीं पड़ेंगे। 
 

महाराष्ट्र मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष सुबोध टोले ने कहा की मराठी समाज के व्यवसायियों को एकजुट करने और उन्हें अपने व्यापार को विस्तार देने, प्रगति करने के कार्य में वह सतत मदद करने के लिए तैयार हैं। व्यापारियों में आपसी सामंजस्य और किस व्यवसायी को किससे, कहां मिलना है, कैसे मिलना है जैसे कम्युनिकेशन का कार्य करने के लिए भी वे हमेशा उपलब्ध हैं।
 
महाराष्ट्र मंडल के युवा सभासद अभिषेक बख्शी ने कहा कि युवाओं में अध्यात्म से लेकर व्यवसायिक स्किल को विकसित करने की दिशा में वे काम करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए वे महाराष्ट्र मंडल भवन में नियमित रूप से कक्षा लेकर युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे। 

गवर्नमेंट हाईस्कूल की लेक्चरर डॉ. वंदना काले ने कहा कि वे अवसाद ग्रस्त बच्चों की मानसिकता को भलीभांति पढ़ने समझने और बच्चों को ऐसी अवस्था से बाहर निकालने की दिशा में लंबे समय से काम कर रही हैं। यही काम वे महाराष्ट्र मंडल से जुड़कर मराठी समाज के लिए भी करना चाहती हैं, अगर महाराष्ट्र मंडल के सदस्यों के घरों में, उनके बच्चों में इस तरह कि कहीं कोई मानसिक बीमारी, परेशानी या अवसाद की स्थिति है, तो वे महाराष्ट्र मंडल के बैनर तले इस पर काम करने और मदद करने के लिए तैयार हैं।