भारतीय संस्कृति में व्रत, पर्व, साधना और उपासना का खास महत्व है। आमतौर पर किसी भी कार्य को प्रारंभ करने से पहले भारत में ज्योतिषों का मत जरुर लिया जाता है, तो पुरोहितों से पंचाग दिखवाया जाता है। इन दिनों मां भगवती की उपासना, साधना का पर्व चल रहा है। बुधवार को महाष्टमी के व्रत के साथ ही गुरुवार को रामनवमी की तैयारी शुरु हो जाएगी।
जिस तरह से महाष्टमी के दिन ग्रहों का विशेष संयोग बना है, ठीक उसी तरह रामनवमी पर भी विशेष संयोग की बात को ज्योतिषाचार्यों ने माना है। उनका मत है कि सालों बाद ऐसा योग बना है, जब रामनवमी पर कोई दूसरी तिथि नहीं चढ़ी है। वहीं रामनवमी की तिथि पर भी दूसरी तिथि नहीं बन रही है।
सामान्यतः ऐसा नहीं होता है, लेकिन इस साल यह योग बना है और इसका फायदा भी तीन राशियों के जातकों को मिलना निश्चित है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार रामनवमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग के साथ गुरु पुष्प योग भी बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग 30 मार्च को सुबह 06 बजकर 06 मिनट से शुरू होगा, जो रात 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। इसके बाद अमृतसिद्धि योग, गुरु पुष्य और सर्वार्थ सिद्धि योग रात 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा, जो 31 मार्च को सुबह 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगा।
इन तीन राशियों को लाभ ही लाभ
सिंह राशि - इस राशि वालों के लिए यह रामनवमी काफी शुभ होने वाली है। चैत्र नवरात्रि से लेकर रामनवमी तक खुशियां ही खुशियां मिलने वाली हैं। श्रीराम की कृपा से सिंह राशि वाले सभी क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। इसके अलावा, कर्ज से छुटकारा मिलेगा। साथ ही आय के नए विकल्प बनेंगे। बिजनेस और नौकरी में भी लाभ की प्रबल संभावना है।
वृषभ राशि - इस राशि के जातकों के लिए रामनवमी का दिन शुभ होने वाला है। नया काम और निवेश के लिए यह अच्छा मौका है। इस दिन नया काम या निवेश कर सकते हैं। रुके हुए काम फिर से शुरू हो जाएंगे। इसके साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
तुला राशि - इस राशि के जातकों को रामनवमी पर शुभ समाचार मिलने के संकेत हैं। परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। अविवाहित लोगों के लिए शादी का प्रस्ताव आ सकता है। आय के विकल्प खुल सकते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और समाज में पद-प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में वृद्धि होगी।