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सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में पासिंग आउट परेड का किया निरीक्षण

नईदिल्ली। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने आज भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून में जेंटलमैन सैन्‍य छात्रों की पासिंग आउट परेड (पीओपी) का निरीक्षण किया। भारतीय सैन्‍य अकादमी से कुल 374 जेंटलमैन कैडेट्स उत्‍तीर्ण हुए हैं इनमें नियमित पाठ्यक्रम के 152 तकनीकी स्‍नातक पाठ्यक्रम के 135 और सात मित्र देशों के 42 सैन्‍य छात्रों ने सफलतापूर्वक परीक्षा उत्‍तीर्ण की है। इस कार्यक्रम में उत्‍तीर्ण जेंटलमैन कैडेट्स के माता-पिता और परिवार के सदस्यों ने भी भाग लिया और भारतीय सेना में अपने बच्चों को स्थायी कमीशन दिए जाने के महत्वपूर्ण अवसर पर आयोजित यादगार समारोह के प्रत्‍यक्षदर्शी रहे।

पासिंग आउट परेड, आत्म-अनुशासन और युद्ध कला में प्रशिक्षण प्रदान करने वाली एक प्रमुख संस्था, भारतीय सैन्‍य अकादमी में कठोर प्रशिक्षण की पराकाष्ठा को दिखाती है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य हथियार चालन में नेतृत्व के लिए आवश्यक बौद्धिक, नैतिक और शारीरिक गुणों का सर्वोत्‍तम विकास करना है। आईएमए में प्रशिक्षण देशभक्ति, चरित्र, गतिशीलता, पहल और समझ को विकसित करता है जो भारतीय सेना में नेतृत्व का आधार है।

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने उच्च मानकों को दर्शाते प्रशिक्षण और अनुशासन और साथ ही समन्वित ड्रिल के आयोजन के लिए परेड कमांडर और प्रतिभागियों की सराहना की। उन्होंने सेना के भावी नेतृत्‍व को प्रदान किए जा रहे उच्च मानकों के प्रशिक्षण के लिए आईएमए के प्रशिक्षकों और कर्मचारियों की भी सराहना की।

सेना प्रमुख ने परेड कमांडर और प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा इन युवाओं ने प्रशिक्षण और अनुशासन के उच्च मानकों को आत्‍मसात किया। उन्होंने सेना के भावी नेतृत्‍व को प्रदान किए जा रहे उच्च मानकों के प्रशिक्षण के लिए आईएमए के प्रशिक्षकों और कर्मचारियों की भी सराहना की।

सेना प्रमुख ने पासिंग आउट कोर्स के अपने संबोधन में कहा, “सैनिकों का पेशा सभी व्यवसायों में सर्वोत्‍तम है वर्दी धारण करने और अपनी मातृभूमि की निःस्वार्थ भक्ति के साथ सेवा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। यह एक ऐसा करियर है, जो उद्देश्य की भावना से प्रेरित है और कर्तव्य निष्‍ठा से भी अधिक बलिदान मांगता है। आगामी वर्षों में, आपका लचीलापन, दृढ़ और अटूट संकल्प, वह आधार होगा जिस पर भारतीय सेना अपने सभी कार्यों में तिरंगे को गौरवान्वित करना जारी रखेगी। "

जेंटलमेन कैडेटों के अभिभावकों की सराहना करते हुए सेनाध्‍यक्ष ने कहा, “इन चरित्रवान युवकों के पालन पोषण के लिए गौरवान्वित माता-पिता और अभिभावकों को मेरी शुभकामनाएं, ये युवा जो आज भारतीय सेना द्वारा समर्थित सुदुढ़ मूल्य प्रणाली के संरक्षक बनने के लिए तैयार हैं। आपकी भूमिका, योगदान और निरंतर समर्थन को धन्‍यवाद, जिसके बिना यह उपलब्धि प्राप्‍त नहीं की जा सकती थी। इन युवाओं को लड़ाकू नेतृत्‍व में परिवर्तित करना हमारा साझा दृष्‍टिकोण रहा है और आज हम इसे अपने साकार होते हुए देख रहे हैं। राष्ट्र आपके अमूल्य योगदान का ऋणी रहेगा। "
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