रागिनी को ‘ठेका श्रमिकों पर कोविड-19 के प्रभाव’ पर रविवि से मिली पीएचडी की उपाधि
रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास में अधीक्षिका रागिनी पांडे को रविवि ने पीएचडी की उपाधि से नवाजा है। रागिनी ने अपना शोध “ठेका श्रमिकों पर कोविड-19 के प्रभाव : रायपुर नगर निगम के संदर्भ में एक सामाजिक-आर्थिक अध्ययन” विषय पर पूर्ण किया है। यह अध्ययन कोविड-19 महामारी के दौरान ठेका श्रमिकों के जीवन पर पड़े सामाजिक और आर्थिक प्रभावों पर आधारित एक महत्वपूर्ण शोध है। रागिनी ने अपने शोध में रायपुर नगर निगम क्षेत्र के श्रमिकों की आजीविका, रोजगार असुरक्षा, आय में कमी, स्वास्थ्य संकट और सामाजिक चुनौतियों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया है।
रागिनी ने यह शोध सामाजिक विज्ञान एवं श्रम अध्ययन के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय योगदान माना जा रहा है, जो भविष्य में श्रमिक कल्याण नीतियों को दिशा प्रदान करेगा। रागिनी ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने मार्गदर्शक, डॉ ललित कुमार शुक्ला और परिवार के सभी स्वजनों को दिया है एवं उन्होंने कहा कि यह शोध समाज के अनछुये वर्ग की आवाज़ है l
रागिनी को छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालयीन पेंशनर्स कल्याण समिति के अध्यक्ष सचिव प्रदीप मिश्र, शिरीश त्रिवेदी कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष श्रवण ठाकुर, राकेश शुक्ला, सावन ध्रुव , तीर्थ राम यादव, अलख राम साहू, गणेश यादव, आदि कर्मचारियों ने बधाई दी है।