एसईसीएल ढेलवाडीह खदान के 3 कर्मचारियों को अनुशासनहीनता बरतने पर खान प्रबंधक ने निलंबित कर दिया है। मामले में 72 घंटे के भीतर लिखित स्पष्टीकरण के निर्देश दिए गए हैं। कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने बांकीमोंगरा में एक युवक के घर जाकर गाली गलौज करने के साथ मारपीट की कोशिश की है।
एसईसीएल ढेलवाडीह खदान के कर्मचारी पीपीपी सिंह, राजेश कुमार सिंह व घनश्याम को आरोप सह निलंबन पत्र थमाया गया है। जिसमें कहा गया है कि उन्होंने 30 मई को बांकी मोंगरा जंगल साईड के आवास क्रमांक 1बी / 35 में निवासरत पत्रकार व आरटीआई एक्टिविस्ट अरूण कुमार सांडे के घर जाकर गाली-गलौच व मारपीट का प्रयास किया है। जिसकी शिकायत प्राप्त हुई है। जिसे प्रबंधन के द्वारा गंभीरता से लिया गया है। आरोप की गंभीरता को देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
कर्मियों को सलाह दी गई है कि वे निलंबन काल के दौरान प्रतिदिन सुबह 9 बजे समयपाल के कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं, जिससे इस संबंध में सूचना दी जा सके। बताया जाता है कि पूरा मामला सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से जुड़ा हुआ है। जानकारी मांगे जाने पर धमकाने की कोशिश की गई है। जिसपर अरूण साण्डे ने चार्जिंग में लगी मोबाइल निकाल कर वीडियो बनाना शुरू किया और थाने में शिकायत करने की बात करते हुए तत्काल बांकी मोंगरा थाना पहुंचे। मामले की लिखित शिकायत दर्ज मे कराई। मामले में प्रेस क्लब बांकी मोंगरा द्वारा भी इस कृत्य पर ऐतराज जताया गया। विभाग के अधिकारी से संपर्क कर उन व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की ।
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक साहू ने भी संज्ञान में आने के बाद मामले को गंभीरता से ले लिया है। उन्होंने बताया कि पीड़ित पत्रकार अरुण सांडे अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति कोरबा के जिलाध्यक्ष हैं । पत्रकारों के साथ इस प्रकार की गुंडागर्दी कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी । उन्होंने बांकीमोगरा थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव से मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो जिस पर श्रीवास्तव ने जांच एवं कार्रवाई का आश्वासन दिया है ।