2000 करोड़ का शराब घोटाला, ईडी ने शराब ट्रांसपोर्टिंग करने वाले अरविंद को लिया रिमांड पर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कथित रूप से हुए 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के मामले में ईडी की टीम ने भिलाई के खुर्सीपार निवासी शराब ट्रांसपोर्टिंग कराने वाले अरविंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को उसे विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया गया। यहां ईडी को उसे 3 दिनों के लिए रिमांड पर रखने की अनुमति मिल गई है। अरविंद सिंह को अपनी मां के क्रियाकर्म संबंधी कार्यक्रमों जाने की भी इजाजत मिली है।
बता दें कि बीते रविवार को अरविंद की मां का निधन हो गया। सोमवार को भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तभी वहां ईडी की टीम पहुंच गई। अरविंद ने मुखाग्नि देने समेत अन्य विधि पूरी की और अंतिम संस्कार होने के बाद ईडी ने अरविंद को हिरासत में ले लिया था. इसके बाद मंगलवार को उसे ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया।
शराब घोटाले के मामले में इससे जुड़े कई लोगों को ईडी ने कस्टडी में लेकर पूछताछ की तो इसके तार अरविंद सिंह से भी जुड़े होने का पता चला। तब ईडी ने उसे नोटिस जारी कर पेश होने को कहा। लेकिन, पेश नहीं होने पर बार-बार समंस भेजे गए। आखिरकार उसे पकड़ने के लिए ईडी के अफसर उस पर लगातार नजर बनाए हुए थे। अब पकड़ में आने के बाद उससे सघन पूछताछ कर उससे महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करेंगे, जिसके लिए उसे कस्टडी में लेना जरूरी था।
खास ये कि श्मशान घाट में अरविंद सिंह पहुंचा था तो वहां उसका मुंडन हुआ और उसने सफेद रंग की बनियान तो नीचे धोती लपेटा हुआ था. ईडी ने उसी स्थिति में उसे हिरासत में लिया था। सोमवार को पूरे दिन रखने और फिर मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के दौरान भी वह उसी पहनावे में था। उसी हालत में वह कोर्ट के समक्ष भी प्रस्तुत हुआ।
इस मामले में पहले ही ईडी ने रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर, पप्पू, एपी त्रिपाठी और ढिल्लन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ और कई बार रिमांड पर लेने के बाद अंतत: कोर्ट ने उन्हें ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया था। मंगलवार को उन्हें भी कोर्ट में पेश किया गया। फिर सभी की न्यायिक रिमांड 15 दिनों के लिए और बढ़ाई गई. यानी वे 24 जून तक जेल में ही रहेंगे।