रायपुर

एनआईटी रायपुर के एलुमनी एसोसिएशन द्वारा संस्थान को दी गई गोल्फ कार्ट और सुविनियर गार्डन में लगाई गई बेंच

रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में 1 मई 2024 को जीईसी-एनआईटी एलुमनी एसोसिएशन के 1988 बैच द्वारा संस्थान को 1 गोल्फ-कार्ट की चाबी और 10 गार्डन बेंचेस सौंपी गई। इस हैडिंग ओवर कार्यक्रम में एनआईटी रायपुर के डायरेक्टर डॉ. एन वी रमना राव, प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डीन डॉ. आर के त्रिपाठी, करियर डेवलपमेंट सेंटर के प्रमुख डॉ. समीर बाजपेई, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर डॉ नितिन जैन, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ. एस सान्याल, माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. मनोज प्रधान, एलुमनी एसोसिएशन के प्रभारी अध्यक्ष इंद्र कुमार हिंदुजा, उपाध्यक्ष महेश कुमार चांडक, सचिव अनंत सिंह परिहार, कोषाध्यक्ष अमित कुमार केडिया, एसोसिएशन के अन्य सदस्य और फैकल्टी उपस्थित रहे।

एसोसिएशन के उपाध्यक्ष महेश चांडक ने 1988 बैच के छात्रों की उपलब्धियों और एलुमनी एसोसिएशन के सहयोग से बने इंडियन कॉफी हाउस, गोल्डन टावर और इनक्यूबेशन सेंटर के बारे में बात की। इसके बाद उन्होंने दिव्यांगजनों और जरूरतमंदों के लिए दी गई गोल्फ कार्ट के फायदों और सौवेनियर गार्डन में लगायी गई सीमेंट की बेंचों पर चर्चा की। उन्होंने 2000 बैच के छात्र सतीश जी द्वारा बेंचों को लेकर दिए गए महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। 1988 बैच को इस अभूतपूर्व योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया। इसके बाद डायरेक्टर डॉ. एन  वी रमना राव ने 1988 बैच का धन्यवाद दिया। 
उन्होंने  विकलांग छात्रों और जरूरतमंदों के लिए दी गई गोल्फ कार्ट और सौवेनियर गार्डन में लगाई गई बेंचों के छात्रों के लिए उपयोगी होने पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद उन्होंने  एलुमनी एसोसिएशन द्वारा दिए जा रहे विभिन्न योगदानों जैसे इनक्यूबेशन सेंटर और इसके फायदों और स्कॉलरशिप के लिए एसोसिएशन की सराहना की। उन्होंने संस्थान के पूर्व छात्रों को परस्पर सहयोग बनाए रखने और बाकी विद्यार्थियों में इस भावना को विकसित करने की बात कही, अंत में डॉ एन वी रमना राव ने स्वयं गो कार्ट की सवारी की और इसका आनंद लिया।