शिक्षकों की वेतन विसंगति पर घिरे मंत्री टेकाम... स्पीकर ने अलग से चर्चा कराने दिया प्रस्ताव... विपक्ष ने जताई सहमति
2023-03-14 01:32 PM
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छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की वेतन विसंगति के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने शिक्षा मंत्री को जमकर घेरा। सदन के भीतर ही पूर्व स्पीकर धरमलाल कौशिक ने मंत्री टेकाम पर अक्षम मंत्री होने का आरोप भी मढ़ दिया। जिसे देखते हुए विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने इस मुद्दे पर अलग से आधे घंटे की चर्चा करा लेने का प्रस्ताव दिया, जिस पर विपक्ष की सहमति के बाद अब तय हुआ है कि इस मुद्दे पर अलग से चर्चा की जाएगी।
दरअसल, विधायक शिवरतन शर्मा ने सवाल किया था कि सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति के लिए तीन साल में विभाग द्वारा क्या-क्या कार्यवाही की गई? वेतन विसंगति दूर करने के लिए कब-कब कौन सी समिति का गठन किया गया था और उनका रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समय-सीमा क्या-क्या थी? इस पर मंत्री टेकाम ने बताया कि विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों की वेतन विसंगति के कारण वेतनमान में संशोधन करने के लिए प्राप्त प्रस्तावों का परीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के संबंध में गठित समिति की बैठक 28 नवंबर 2022 को मंत्रालय में आयोजित की गई थी। बैठक में उल्लेखित मांगों के सबंध में संभावित विकल्प, विभिन्न विकल्पों का वित्तीय भार, अन्य प्रभार और अन्य राज्यों की तुलनात्मक स्थिति आदि बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है।
मंत्री टेकाम ने बताया कि वेतन विसंगतियों के कारण वेतन में संशोधन प्रस्तावों का परीक्षण करने के लिए सचिव स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति की समय सीमा नहीं है। जिस पर विधायक शर्मा ने पूछा कि क्या समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है? मंत्री ने बताया कि समिति ने रिपोर्ट नहीं दी है।
विधायक शर्मा ने पूछा कि समिति गठन के बाद क्या-क्या कार्यवाही की गई है? यहां पर मंत्री उलझ गए, और सवाल का सही तरीके से जवाब नहीं दे पाए। इस पर विधानसभा स्पीकर ने पूछा कि क्या समिति बनी है और बैठक हुई है? तब मंत्री ने बताया कि एक बैठक हो गई है। इसके बाद मंत्री टेकाम सवालों का जवाब देने की बजाय बातों को गोल—गोल घुमाते रहे, जिस पर विपक्ष ने असंतोष जाहिर किया, तब विधानसभा स्पीकर डॉ. महंत ने अलग से चर्चा कराए जाने का विकल्प दिया।