छत्तीसगढ़

‘लोन वर्राटू‘ अभियान के तहत दो नक्सलियों ने चुना शांति का पथ, एसपी के सामने किया सरेंडर

दंतेवाड़ा। जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत् जिला दंतेवाड़ा के विभिन्न ग्रामों में लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान चलाया जा रहा है। 4 अप्रैल 2023 को कटेकल्याण एरिया कमेटी अंतर्गत ग्राम ऐटेपाल डीएकेएमएस सदस्य देवा उर्फ बोल्ली माड़वी (41) निवासी एटेपाल आसूपारा थाना कुआकोण्डा एवं गादम पंचायत केएएमएस की महिला सदस्य गंगी कोवासी पति हिड़मा माड़वी (31) निवासी अदवाल राजापारा थाना कटेकल्याण जिला दन्तेवाड़ा ने माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर लोन वर्राटू अभियान के तहत घर वापसी की। दोनों ने शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की। दोनों नक्सलियों ने एएसपी कमलोचन कश्यप के समक्ष आत्मसमर्पण किया। 
 
लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 152 ईनामी नक्सली सहित कुल 604 नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। 
एएसपी ने बताया कि आत्मसमर्पित डीएकेएमएस सदस्य देवा उर्फ बोल्ली माड़वी वर्ष 2018 में ग्राम मोखपाल से कटेकल्याण जाने वाले मुख्यमार्ग को ग्राम एटेपाल के पास लगभग 4-5 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
 
वर्ष 2018 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम बड़ेगुडरा से टेटम जाने वाले मुख्यमार्ग को ग्राम एटेपाल और जियाकोड़ता के बीच लगभग 6-7 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
 
वर्ष 2019 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम बड़ेगुडरा से टेटम जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम जियाकोड़ता डोंगरीपारा के पास नक्सली बैनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।
 
वहीं आत्मसमर्पित केएएमएस सदस्या गंगी कोवासी वर्ष 2017 में नक्सली बंद के दौरान थाना कटेकल्याण से तुमकपाल जाने वाली मुख्यमार्ग पर तुमकपाल पुलिया के पास लगभग 5-6 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल थी।
 
वर्ष 2018 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम तुमकपाल से गादम जाने वाली मुख्यमार्ग पर बड़ा पुलिया के पास लगभग 4-5 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल थी।