BIG NEWS : कोरबा कलेक्टोरेट में ईडी की रेड... सरकारी दफ्तर में दबिश के बाद मची हड़कप... बगले झांक रहे जिला प्रशासन के अफसर
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में लगातार तीसरी बार ED (Enforcement Directorate) ने दबिश दी है। बुधवार को ईडी की टीम कलेक्टोरेट दफ्तर पहुंची, उसके बाद सीधे माइनिंग विभाग में दस्तावेज खंगालने पहुंच गई। ईडी की टीम में 8 सदस्य मौजूद हैं। ईडी की इस कार्रवाई को कोल लेवी की चल रही जांच से जोड़कर देखा जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लेवी वसूली का मामला शांत नहीं हो रहा है। एक महीने पहले भी कोरबा के व्यापारी एमएल पटेल के निवास और रायपुर स्थित उनके कार्यालयों पर छापे पड़े थे। उन सभी छापेमारी को प्रदेश में हुए कोयला घोटाले से जुड़ा होना बताया गया था। ED ने इससे पहले कोयले पर अतिरिक्त चार्ज लगाकर वसूली के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।
लगातार जारी है दबिश
छत्तीसगढ़ में पिछले कई महीनों से आईटी और ईडी की छापामार कार्रवाई जारी है। आईटी के बाद अब ED की कार्रवाई से हड़कंप मच गई है। प्रदेश में पिछले महीने बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और रायपुर में कोयला कारोबार से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी। बिलासपुर में तेंदूपत्ता व्यापारी बजरंग अग्रवाल, बनवारी अग्रवाल के घर आईटी ने दबिश दी थी।
मुख्यमंत्री का आरोप
ED के छापे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही सवाल उठा चुके हैं। उनका आरोप है कि केंद्रीय एजेंसी गैर भाजपा शासित राज्यों में ही भेजी जा रही है। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय-ED की छापेमारी के बाद पहली बड़ी कार्रवाई हुई थी। IAS समीर विश्नोई के घर में 4 किलो सोना और 20 कैरेट हीरा मिला था। इसके साथ 47 लाख रुपए कैश मिले थे। इसके बाद मुख्यमंत्री की उपसचिव रही निलंबित महिला अधिकारी सौम्या चौरसिया के खिलाफ भी कार्रवाई हो चुकी है।