दिव्य महाराष्ट्र मंडल

'होलिया में उड़े रे गुलाल’ और ‘मतवाली कुड़िया’ के डांस पर झूमीं महिलाएं

- रैंप पर कैटवाॅक करतीं नजर आईं हर उम्र की महिला सभासद
- ढोल पर जमकर थिरकीं महिलाएं, शिखा खाटेकर को होली क्वीन का खिताब 
 


रायपुर। 'रंग लेके खेलते.. गुलाल लेके खेलते...', ‘होलिया में उड़े रे गुलाल’, ‘मतवाली कुड़िया’ और 'आला होली चा सन...' जैसे होली के हिंदी और मराठी गानों की धुन पर जब महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर सभागृह में महिलाएं थिरकीं, तो दर्शकदीर्घा में बैठीं महिलाएं भी खुद को झूमने से रोक नहीं पाईं। महाराष्ट्र मंडल के महिला केंद्रों के जबरदस्त होली मिलन समारोह के अंतिम दौर में ढोल- ताशे की धुन पर भी स्टेज के सामने डांस करने वालों में मानो होड़ लगी रही। वहीं जब पारंपरिक और ट्रेडिशनल लुक में जब महिलाएं रैंप पर उतरीं, तो नजारा देखने के लायक था।
 
 मौका था महाराष्ट्र मंडल की चौबे काॅलोनी और सुंदर नगर महिला केंद्र द्वारा आयोजन कैटवाॅक, गेम्स और ढोल के साथ होली मिलन समारोह का। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ की गई। इसके बाद चौबे कॉलोनी महिला केन्द्र की प्रतिभाओं ने 'होलिया में उड़े रे गुलाल...' पर ग्रुप डांस किया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में सुंदर नगर महिला केंद्र की टीम ने 'मतवाली कुड़िया...' पर अपने ग्रुप डांस की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अगली कड़ी में चौबे काॅलोनी केंद्र की महिलाओं ने नाटक 'माहेरचा पहुणा... (मायके का मेहमान) का खूबसूरत मंचन किया। इसके बाद सुंदर नगर की टीम ने राधा- कृष्ण पर मनमोहक डांस प्रस्तुत किया।  
 
चौबे काॅलोनी केंद्र के सीनियर वुमन ग्रुप मेंबर्स ने 'होली आई मस्ती लाई' में उम्र को झुठलाते हुए बेहद जोशीला, मस्ती भरा डांस प्रस्तुत किया। अंत में सुंदर नगर केंद्र की महिलाओं ने ब्रज की होली पर शानदार प्रस्तुति दी। इस दौरान कुछ पलों के लिए पूरा ब्रजधाम महाराष्ट्र मंडल में ही उतरता हुआ नजर आया। इसमें श्रीकृष्ण गोपियों के साथ होली खेलते नजर आए। 
इसके बाद ढोल डांस के आयोजन, विशेष रूप से दर्शकों के लिए किए गए। कार्यक्रम में शिखा खाटेकर को होली क्वीन चुना गया। संचालन चारूशीला देव ने किया। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने एक- दूसरे के चेहरे पर अबीर- गुलाल लगाने में कोई कमी नहीं रखी।