दिव्य महाराष्ट्र मंडल

महाराष्ट्र मंडल का विशाल मंच और ग्रीन रूम देख डा. अश्विनी बोरस्ते प्रकट किया आश्चर्य

रायपुर। नासिक की 30 हजार से अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली डा. अश्विनी बोरस्ते अपने एक दिवसीय रायपुर प्रवास के दौरान चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल पहुंची। संत ज्ञानेश्वर सभागृह में 30 बाइ 40 का विशाल स्टेज और स्टेज के दोनों तरफ सर्वसुविधा युक्त दो शानदार ग्रीन रूम देखकर आश्चर्य मिश्रित खुशी जाहिए की। उन्होंने कहा कि वे जल्द 2-3 दिनों का प्लान बनाकर एक बार फिर रायपुर आएंगी और महाराष्ट्र मंडल के सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों को अच्छे से अवलोकन करेगी। बतादें कि डा. अश्विनी बोरस्ते नासिक जिला महिला बचत गट विकास सहकारी संस्था की संस्थापक अध्यक्ष है। 
 
महाराष्ट्र मंडल की सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी लेने के साथ महाराष्ट्र नाट्य मंडल के बारे में उन्होंने जानकारी ली। संत ज्ञानेश्वर सभागृह में स्थित स्व. कुमुदिनी वरवंडकर स्मृति रंगमंच के साइज और दोनों ओर बने ग्रीन रूम को देखकर उन्होंने कहा कि नासिक ही नहीं पूरे महाराष्ट्र में उनकी जानकारी में ऐसी कोई संस्था नहीं जो समाजसेवा के ऐसे अनुकरणीय कार्य कर रही है। वहीं मंडल के मिनीहाल में लगे देश के महापुरूषों की फोटो देख उन्होंने कहा कि यह सराहनीय पहल है, ऐसे करने से हमारी आने वाली पीढ़ी अपने इतिहास और पूर्वजों के बलिदानों को समझ पाएगी। महापुरूषों की जन्मतिथि और पुण्यतिथि मनाने से हम अपने स्वर्णिम इतिहास से आने वाली पीढ़ी को रूबरू करा रहे हैं, जो सराहनीय है। ऐसे कार्यक्रमों में हमारी युवा पीढ़ी को भी शामिल किया जाना चाहिए।
 
दिव्य महाराष्ट्र मंडल से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि अब उन्हें खुद की बायोग्राफी और उनसे जुड़ी 30 हजार महिलाओं की सक्सेस स्टोरी लिखनी है। वहीं समाजसेवा के क्षेत्र में महाराष्ट्र मंडल के कार्यों से खासा प्रभावित होने के बाद जल्द पुनः रायपुर आने की बात कहीं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2003 में एक लाख रुपये से महिला स्व सहायता समूह की शुरूआत करने के बाद कदम अभी तक नहीं रूके। बतादें कि वे रायपुर में आयोजित व्यापार मेले में बतौर अतिथि पहुंची थी। इस अवसर पर महाराष्ट्र नाट्य मंडल के निर्देशक अनिल श्रीराम कालेले, शताब्दी पांडे, सुबोध टोले  प्रमुख रुप से उपस्थित थे।