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नमक बन गया हत्यारा... WHO ने किया दावा... शारीरिक फसाद की जड़ और बीमारियों को न्योता

डेस्क। खाने में नमक ना हो, तो खाना बेस्वाद हो जाता है। यह एक बड़ी सच्चाई है, लेकिन दूसरी बड़ी हकीकत यह भी है कि यही नमक इंसान के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। दूसरे शब्दों में नमक को 'हत्यारा' कहा जाए, तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। 

दरअसल, भोजन में नमक स्वादानुसार लिया जाना चाहिए। औसतन प्रतिदिन 5 ग्राम नमक किसी भी इंसान के लिए पर्याप्त होता है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि अमूमन लोग हर दिन दोगुने से ज्यादा यानी कि 10.8 ग्राम नमक फांक जाते हैं। और यही वजह है कि दुनिया में नमक की वजह से लोगों की मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। 

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने दावा किया है कि दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोगों की मौत का कारण नमक है। WHO की रिपोर्ट में बताया गया है कि जरूरत से ज्यादा नमक कई बीमारियों की वजह बनता है। WHO का लक्ष्य 2025 तक लोगों के खाने से 30 प्रतिशत नमक कम करने का है लेकिन ऐसा होना आसान नहीं लगता। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले सात सालों में लाखों लोग इससे जुड़ी बीमारियों से अपनी जान गंवा सकते हैं।

इन बीमारियों को न्योता
नमक में सोडियम होता है जो शरीर के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका सेवन हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी रोग का खतरा बढ़ा सकता है। इसके अलावा दुनिया भर में हुई कई रिसर्च में सामने आया है कि लंबे समय तक सोडियम की ज्यादा मात्रा लेने से मोटापा, पेट का कैंसर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। 

खतरा लगातार बढ़ रहा
WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस के मुताबिक, अनहेल्दी डाइट दुनिया भर में बीमारियों और उनसे होने वाली मौतों का एक प्रमुख कारण है। साथ ही खाने में अधिक सोडियम खाने की वजह से मौत के आंकड़े बढ़े हैं। रिपोर्ट दर्शाती है कि अधिकतर देशों ने अभी तक सोडियम कटौती के लिए कोई खास कदम नहीं उठाए हैं जिसकी वजह से इन देशों के लोगों में हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ रहा है।