आईआईएम में एडमिशन के लिए CAT स्कोर के साथ रिटर्न एग्जाम और साक्षात्कार भी जरूरी
डेस्क। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट कोलकाता ने कामन एडमिशन टेस्ट यानी CAT 2024 का परिणाम जारी कर दिया। स्कोर के आधार पर आईआईएम में एडमिशन मिलेगा। बतादें कि आईआईएम जैसी अग्रणी संस्थान सिर्फ CAT के आधार पर प्रवेश नहीं देते। CAT के स्कोर के इतर रिटर्न एग्जाम और साक्षात्कार भी देना होगा। इनके अलावा भी कुछ और क्राइटेरिया होते हैं, जिनके आधार पर कैंडिडेट्स को प्रवेश मिलता है।
CAT स्कोर के अनुसार IIM कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट करती हैं। इस स्क्रीनिंग में एकेडमिक रिकॉर्ड्स, एक्सपीरियंस और दूसरे फैक्टर्स भी देखे जाते हैं। सभी IIM संस्थानों का एडमिशन का क्राइटेरिया अलग है। ओवरआल IIM में प्रवेश के लिए कैंडिडेट्स को एक ओवरऑल प्रोफाइल मेंटेन करनी होती है।
IIM में प्रवेश के लिए कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम से कैंडिडेट्स की वर्बल एबिलिटी, क्वांटिटेटिव एबिलिटी, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, डेटा इंटरप्रिटेशन और लॉजिकल रीजनिंग जैसी क्षमताएं आंकी जाती हैं। पुराने IIM संस्थानों में आमतौर पर जनरल कैटेगरी में CAT स्कोर 99 परसेंटाइल या उससे भी ज्यादा का कट-ऑफ होता है। वहीं बेबी IIM का कट-ऑफ करीब 85 से 94 तक रहता है। मतलब, इस मामले में नए IIM में एडमिशन लेना कुछ आसान कहा जा सकता है।
कैंडिडेट्स को 10वीं -12वीं और ग्रेजुएशन के मार्क्स के आधार पर टेस्ट और साक्षात्कार के लिए शॉर्टलिस्ट करते हैं। नए IIM में एडमिशन के लिए भी बेहतर एकेडमिक परफॉर्मेंस जरूरी है। IIM जैसे संस्थान जेंडर डाइवर्सिटी यानी लैंगिक विविधता जैसे कई फैक्टर्स के आधार पर भी कैंडिडेट्स को बोनस पॉइंट देते हैं। खास तौर पर पुराने IIM फीमेल और नॉन-बाइनरी कैंडिडेट्स को एक्स्ट्रा पॉइंट्स देते हैं। इसके अलावा एजुकेशनल बैकग्राउंड भी देखा जाता है। नॉन-इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से आने वाले कैंडिडेट्स को भी कुछ एक्स्ट्रा पॉइंट दिए जाते हैं।