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सात दिवसीय एनएसएस शिविर का उद्घाटन, कुलपति बोले- राष्ट्रीय एकता का आदर्श प्रतीक बने शिविर

बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा 18 से 24 मार्च तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय एकता शिविर 2023 का उद्घाटन 20 मार्च को सुबह 10.30 बजे रजत जयंती सभागार में हुआ।
 
उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई छत्तीसगढ़ के कुलपति प्रोफेसर एमके वर्मा रहे। अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने की। मंचस्थ अतिथियों में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव उपस्थित रहे। शिविर समन्वयक डॉ दिलीप झा ने स्वागत उद्बोधन दिया। राष्ट्रीय सेवा योजना भोपाल एवं शिविर के निदेशक एएस कबीर ने प्रारंभिक उद्बोधन देते हुए शिविर के साथ युवा मामले एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
 
 
इस अवसर पर कुलपित आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि यह शिविर समूचे राष्ट्र में राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय एकता शिविर के दृष्टिकोण से आदर्श प्रतीक के रूप में स्थापित हो। इस राष्ट्रीय एकता शिविर के माध्यम से 12 राज्यों से पधारे युवा स्वयंसेवकों को एक दूसरे की कला एवं संस्कृति के साथ ही आचार व्यवहार को जानने और समझने का सुअवसर मिलेगा। राष्ट्रीय सेवा योजना के केन्द्र में अनुशासन और समर्पण की भावना समाहित है जिससे युवाओं को जीवन में आदर्श मानक स्थापित करने का अवसर मिलता है।
 
 
उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमके वर्मा ने कहा कि भारत देश विविधता में एकता का प्रतीक है। भारत में राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विविधता के तीन आयाम हैं। उन्होंने अपने संबोधन में अखंड भारत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर भी प्रकाश डाला।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मां सरस्वती और बाबा गुरु घासीदास की प्रतिमा तथा विवेकानंद जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया गया।
 
 
तत्पश्चात् राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत ’उठें समाज के लिए उठें' की एनएसएस के स्वयंसेवकों ने प्रस्तुति दी। मंचस्थ अतिथियों का नन्हा पौधा भेंट कर एवं एनएसएस बैज लगाकर स्वागत किया गया। विदित हो कि राष्ट्रीय एकता शिविर में बारह राज्यों के छत्तीस विश्वविद्यालयों से दो सौ एनएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया।