बैसाखी को फसलों का त्यौहार कहा जाता है, यह पर्व पूरे भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। बैसाखी पर ही सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं। सूर्य मेष की उच्च राशि है। सूर्य के मेष में पहुंचने से सौरवर्ष शुरू हो जाता है। इस बार बैसाखी का पर्व 14 अप्रैल को मनाया जाएगा। बैसाखी के दिन सूर्य ग्रह बेहद प्रभावशाली हो जाता है। इस दिन सूर्य के किए गए कुछ उपायों से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
— बैसाखी के दिन अपने घर की उत्तर दिशा में सूर्य यंत्र की स्थापना करें। वास्तु के अनुसार इस दिशा में सूर्य यंत्र स्थापित करने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। घर में सूर्य यंत्र लगाने और इसकी पूजा करने से घर का वास्तु दोष दूर होता है।
— बैसाखी के दिन घर के मंदिर में सूर्य यंत्र की स्थापना करने से शीघ्र शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। इसे स्थापित करते समय ध्यान रखें कि घर का मंदिर उत्तर या फिर ईशान कोण में ही हो। अगर व्यापार से जुड़े हैं तो अपने कार्यक्षेत्र की पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र स्थापित करें इससे व्यापार में सफलता मिलती है और समाज में मान-सम्मान बढ़ता है।
— अगर किसी कारण आप सूर्य यंत्र स्थापित नहीं कर सकते हैं तो बैसाखी के दिन घर में तांबे का सूर्य लगाएं। तांबे का सूर्य भी उत्तम परिणाम देता है। इसे लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। अपने कार्य स्थल पर भी आप तांबे का सूर्य लगा सकते हैं। माना जाता है कि तांबे के सूर्य में लोगों को आकर्षित करने की क्षमता होती है और इसे लगाने से लोगों के बीच प्रभाव बढ़ता है।
— अगर किसी कानूनी विवाद में फंसे हैं या फिर आंखों की समस्या से परेशान हैं तो मेष संक्रांति पर सूर्य यंत्र की स्थापना करें। इससे आपकी शारीरिक समस्या दूर होगी साथ ही आपको कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में भी जीत मिलेगी।
— सूर्य यंत्र की स्थापना करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और भाग्य का साथ मिलता है। इसकी स्थापना से मान-सम्मान में वृद्धि होती है साथ ही धन लाभ भी होता है। कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत नहीं है तो बैसाखी पर सूर्य यंत्र की स्थापना कर इसकी पूजा करें।