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आयकर विभाग ने लॉन्च किया पैन कार्ड 2.0, जानें इसके लाभ और प्रक्रिया

डेस्क। आयकर विभाग ने पैन कार्ड का नया वर्जन लॉन्च कर दिया है, जिसे पैन कार्ड 2.0 कहा जा रहा है। यह पुराने पैन कार्ड का अपडेटेड वर्जन है, जिसे 1972 से लागू किया गया था। नए पैन कार्ड में सिक्योरिटी फीचर्स और तकनीकी सुधार किए गए हैं, जिसमें एक QR कोड जोड़ा गया है। इसे बनवाना अब अनिवार्य हो गया है। इस नए पैन कार्ड को फ्री में ऑनलाइन अपडेट किया जा सकता है, और अगर आप चाहें तो 50 रुपये खर्च करके इसकी फिजिकल कॉपी भी प्रिंट करवा सकते हैं।

पैन 2.0 में जो सबसे बड़ा बदलाव है, वह है QR कोड का होना। इस कोड में पैन कार्ड होल्डर का नाम और पैन नंबर शामिल होगा, जिसे स्कैन करके वेरिफिकेशन को आसान बनाया जाएगा। इस अपडेटेड पैन कार्ड को एड्रेस के प्रमाण के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, पैन कार्ड को आधार से लिंक करना अब अनिवार्य होगा, जिससे टैक्सपेयर्स की पहचान सही ढंग से की जा सकेगी। इससे इनकम टैक्स चोरी और पैन कार्ड फ्रॉड को भी रोका जा सकेगा।

अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड है, तो आपको नया पैन कार्ड बनाने के लिए फिर से आवेदन करने की जरूरत नहीं है। आपको बस अपना पैन और आधार कार्ड लिंक करना होगा और ऑनलाइन एड्रेस अपडेट करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से मुफ्त होगी और आप इसे आयकर विभाग की वेबसाइट (incometaxindiaefilling.gov.in) पर जाकर कर सकते हैं। इसके अलावा, SMS के जरिए भी पैन कार्ड लिंकिंग की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए, आपको अपने पैन और आधार नंबर के साथ एक मैसेज भेजना होगा: "UIDPAN <स्पेस> <आधार नंबर>" 56161 पर।

अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है, तो आपको आयकर विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर नए पैन कार्ड के लिए आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से मुफ्त है और नए वर्जन का पैन कार्ड आपको अलॉट किया जाएगा। पैन कार्ड मिलने के बाद, आप इसे UTIITSL और NSDL की वेबसाइट से PDF फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं और अपने मोबाइल या कंप्यूटर में सेव कर सकते हैं।

अगर आप नया पैन कार्ड नहीं बनवाते हैं, तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पुराने पैन कार्ड को कभी भी बंद किया जा सकता है, जिससे आपको इनकम टैक्स रिटर्न भरने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, बैंकिंग ट्रांजेक्शंस, लोन, क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने में भी कठिनाई हो सकती है। इसके साथ ही, सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का फायदा उठाने में भी समस्या हो सकती है।

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