देश-विदेश

महिला रोग विशेषज्ञ ने अस्पताल में जड़ा ताला... अब बेच रही गुपचुप... वजह जानकर होगी हैरानी

राजस्थान में इन दिनों सरकार और निजी अस्पताल के डॉक्टरों के बीच द्वंद युद्ध चल रहा है। सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों पर शिकंजा कसने के लिए नया तरीका अपनाया है और राइट टू हेल्थ बिल लागू कर दिया है। प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर गहलोत सरकार के इस बिल का विरोध कर रहे हैं, तो वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं, जबकि सरकार अपनी जिद पर है। 

इसी राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन लगातार जारी है। सीकर जिले में कलेक्ट्रेट पर डॉक्टर धरने पर बैठे हुए हैं। यहां दो डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन कर रखा है। यहां हड़ताल के कारण कई दिन से प्राइवेट अस्पताल भी बंद हैं। बिल के विरोध में 3 महिला डॉक्टर भी अनशन पर बैठ गई हैं।

इसी बीच सीकर में एक नजारा बेहद खास नजर आया। जहां खीचड़ हॉस्पिटल के बाहर हॉस्पिटल की डॉक्टर अनिता चौधरी ने विरोध प्रदर्शन के लिए अनोखा तरीका अख्तियार किया है। उन्होंने अपने अस्पताल के बाहर पुचके यानी गुपचुप का ठेला लगा लिया है। महिला एवं प्रसूति विशेषज्ञ भर्ती होने वाली महिलाओं के लिए जिस तरह से सुविधाओं का बोर्ड लगाकर अस्पताल में रखा करती थीं, वैसा ही कुछ अपने पुचके के ठेले में भी उन्होंने किया है।
 
इधर, डॉक्टरों की मांग है कि राज्य सरकार ने जो राइट टू हेल्थ बिल लाया है, उसको वापस लिया जाए। इसको लेकर कई दिन से डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। बिल पास होने के बाद डॉक्टरों ने अपने निजी अस्पताल बंद कर दिए हैं, उनका कहना है कि जब तक राइट टू हेल्थ बिल वापस नहीं होगा, तब तक हड़ताल चलता रहेगा।

 

----------