छत्तीसगढ़
प्रदेश में अपनी तरह का पहला नवाचार : बूटीगढ़ में जल संरक्षण और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का समन्वय
बैक टू आयुर्वेद : छत्तीसगढ़ के धमतरी में बूटीगढ़ की स्थापना, आयुर्वेदिक रसशाला बन रही आकर्षण का केंद्र
वनसंपदा को सहेजने और आमजन को आयुर्वेद के प्रति जागरूक करने मुख्यमंत्री ने किया प्रेरित
धमतरी जिले में जल संरक्षण और आयुर्वेद को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं
रायपुर | छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जल संरक्षण और आयुर्वेद को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। यहां आयुर्वेदिक चिकित्सा और प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष प्रयास किया गया है। यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला नवाचार है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आयुष विभाग और धमतरी जिला प्रशासन के इस नवाचार की सराहना की है और ज्यादा से ज्यादा वन संपदा को सहजने और लोगों को आयुर्वेद के बारे में जागरूक करने के लिए कहा है। इस पहल के अंतर्गत जिला प्रशासन ने आयुर्वेद को स्थानीय लोगों के जीवन में सम्मिलित करने के लिए विशेष रूप से जिले के वंनाचल ग्राम सिंगपुर (बूटीगढ़) में आयुष रसशाला (औषधीय पेय केंद्र) की स्थापना की गई है।
बूटीगढ़ क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से औषधिगुणयुक्त पौधे पाये जाते हैं, इसलिए यहां हर्बेरियम का निर्माण किया जा रहा है। औषधिगुणयुक्त पौधों के संवर्धन, प्रचार-प्रसार और उपयोगिता के लिए रसशाला निर्मित किया जा रहा है। इस रसशाला के माध्यम से स्थानीय लोगों, छात्रों और पर्यटकों को रसपान का लाभ मिल सकेगा।
आयुर्वेद में पानी का महत्व अनमोल है, क्योंकि यह शरीर के सभी प्रमुख तत्वों को संतुलित रखता है। धमतरी जिले में ’जल जगार’ कार्यक्रम के माध्यम से जल संरक्षण के साथ-साथ आयुर्वेदिक पेय पदार्थों और औषधियों की उपयोगिता को भी प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी में उपस्थित आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने बूटीगढ़ और रसशाला के महत्व को बताते हुए यह जानकारी दी कि कैसे एक परिवार और समाज शुद्ध पानी और आयुर्वेदिक खानपान को अपनाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवध पचौरी ने बताया कि 160 प्रकार की जड़ी-बूटियों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से पहले चरण में बूटीगढ़ में 25,000 पौधे लगाए गए हैं। इनमें से कुछ ऐसी जड़ी-बूटियाँ हैं जिन्हें आयुर्वेदिक उपचार के लिए चूर्ण या टैबलेट बनाकर इस्तेमाल भी किया जा रहा है। समय के साथ जब बूटीगढ़ विकसित होने लगेगा तो रसशाला के जरिए लोगों को आयुर्वेद के प्रति और भी जागरूक किया जा सकता है। इसके साथ ही बूटीगढ़ में विलुप्त होने वाली जड़ी-बूटियों को भी सहजा जा रहा है, ताकि भविष्य में इन पर शोध हो सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में विभिन्न आयुष केंद्रों में योग करने आये लोगों, मरीजों, गर्भवती महिलाओं, किशोर-किशोरियों व बच्चों को विभिन्न जड़ी-बुटियों से बना काढ़ा, औषधी स्वरूप दिया जा रहा है, जिससे लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सकारात्मक परिर्वतन देखने को मिल रहा है।
डॉ. अवध पचौरी के मुताबिक कोविड काल के बाद से ही लगातार ये देखा जा रहा है कि अचानक हार्ट अटैक से किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति की ऑन-द-स्पॉट मृत्यु हो रही है, जान बचाने के लिए समय भी नहीं मिल पा रहा है, जो एक चिंता का विषय बन चुका है। आयुर्वेद में अर्जुन पेड़ की छाल से बनें ‘अर्जुन क्षीरपाक’ के नियमित सेवन इंस्टेंट हार्ट अटैक के मामलों में कमी लाई जा सकती है। अर्जुन की छाल में विशेष औषधीय गुण होते हैं, जो हृदय की धमनियों को मजबूती प्रदान करते हैं और हृदय की मांसपेशियों को शक्ति देते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी है, जिन्हें हृदय संबंधी समस्याएं हैं या जिनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।
जिला आयुष अधिकारी डॉ. गुरूदयाल साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में जिले में हुए जल जगार महोत्सव में आयुष विभाग की प्रदर्शनी में बूटीगढ़ और रसशाला की प्रदर्शनी में मुनगा (सहजन) जैसे पौधों के औषधीय गुणों को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें मुनगा का सूप बनाने की विधि बताई गई। साथ ही, विभिन्न जड़ी-बूटियों का अर्क डिस्टिलेशन प्रक्रिया के माध्यम से निकाला गया, जिससे रोज़मर्रा के जीवन में उपयोगी औषधियाँ तैयार की जा सकती हैं। बूटीगढ़ और रससाला का उद्देश्य ही यही है कि आमजनों को ज्यादा से ज्यादा औषधीय गुणों से भरे पेड़-पौधों को लेकर जागरूक किया जाए। हमारे घरों में ही कितनी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ उपलब्ध होती हैं, जिसके सेवन से मौसमी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। डॉ. गुरूदयाल आगे बताते हैं कि राशि रत्न पौधों को लगाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा औषधीय पौधरोपण से प्रकृति को भी सहजा जा रहा है और जल सरंक्षण में भी यह कदम सराहनीय है। साथ ही औषधीय पेड़-पौधों से जीवन में सकारात्मकता भी बढ़ती है।
आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में से एक रसशास्त्र में औषधियों को बनाने की कई विधियों का वर्णन मिलता है। इन प्रक्रियाओं में अलग-अलग यंत्रों का उपयोग किया जाता था, जिनसे औषधियों को शुद्ध और तैयार किया जाता था। महर्षि नागार्जुन को इन विधियों का जनक माना जाता है। इन औषधियों का उपयोग विशेष रूप से बीमारियों के इलाज में किया जाता है। पुराने समय में आयुर्वेदाचार्य कई प्रकार के यंत्रों का इस्तेमाल करते थे। जैसे दोला यंत्र, उलूखल यंत्र, कच्छप यंत्र, और स्वेदनी यंत्र। इन यंत्रों से औषधियाँ बनती थीं, जो आज भी कई बीमारियों में कारगर होती हैं। आयुष रसशाला के जरिए ताजा जड़ी-बूटियों से औषधीय रस, अर्क, क्वाथ और पेय बनाए जाते हैं। ये औषधियाँ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं और कई बीमारियों में फायदेमंद साबित होती हैं।
तेलासीपुरी धाम का है ऐतिहासिक महत्व : बाबा गुरू घासीदास की है कर्मभूमि
तेलासीपुरी धाम का दौरा कर गुरुदर्शन मेले की तैयारी का जायजा लिया कलेक्टर-एसपी ने
रायपुर | बलौदाबाजार जिले के पलारी विकासखंड के ग्राम तेलासी पहुंचकर गुरुदर्शन मेले के लिए की जा रही प्रशासनिक तैयारियों का जायजा, आज कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी विजय अग्रवाल ने लिया। बाबा गुरू घासीदास की कर्मभूमि तेलासीबाड़ा में आगामी 12 अक्टूबर को गुरुदर्शन मेले का आयोजन किया जाएगा। मेले में हजारों की संख्या में देश- प्रदेश से श्रद्धालु यहां जुटते हैं।
जिला प्रशासन ने मेला प्रबंधन से जुड़े लोगों के साथ विभिन्न स्थलों को दौरा कर बारीकी से व्यवस्था से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श किया। प्रमुख रूप से उन्होंने मंदिर परिसर, बाड़ा, जैतखाम, पार्किंग एरिया, सुरक्षा, लाइटिंग, पेयजल की व्यवस्था आदि का स्थल निरीक्षण किया तथा सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। यहां पर वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए हेलीपैड तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से लगभग 40 किलोमीटर दूर भैसा से आरंग मार्ग में ग्राम तेलासी स्थित है। जहां पर बाबा गुरू घासीदास की कर्मभूमि स्थित है। इसे सतनामी पंथ के संत अमर दास की तपोभूमि व स्थानीय लोगों द्वारा तेलासी बाड़ा भी कहा जाता है। सतनाम पंथ के लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। सन् 1840 के लगभग तेलासी बाड़ा का निर्माण गुरु घासीदास के द्वितीय पुत्र बालक दास द्वारा किया गया और उनका तेलासी बाड़ा में जीवन यापन चलता रहा, जो कि आज भी प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर के रूप में स्थित हैं।
179 महतारी सदन की मिली स्वीकृति : 25 सौ वर्गफुट में बनेगा महतारी सदन
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा महतारी सदन- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा
179 महतारी सदन हेतु 52 करोड़ 20 लाख रुपये स्वीकृत
महतारी सदन में कमरा, बरामदा, हाल, किचन, स्टोररूम, पेयजल हेतु ट्यूबवेल और सामुदायिक शौचालय जैसी होंगी सुविधायें
रायपुर | प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने तथा आपसी समरसता स्थापित करने सामायिक कार्यक्रमों में सामूहिक भागीदारी तथा महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार महतारी सदन का निर्माण कार्य किया जाना है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयास से 179 महतारी सदन की स्वीकृति आदेश जारी किया गया है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि न्यू इंडिया के ग्रोथ साइकल में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत अभियान महिलाओं की क्षमता को देश के विकास के साथ जोड़ रहा है। प्रदेश के ग्राम पंचायतों में बनने जा रहा महतारी सदन भी इसी दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि लगातार ग्राम भ्रमण के दौरान महिलाओं द्वारा बैठने की स्थान न होने की शिकायत की और बैठने हेतु स्थान दिलाने की मांग की जाती रही, इसलिए महतारी सदन बनाने का विचार आया। ततपश्चात महिलाओं को रोजगार दिलाने और उनको काम काज के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार गांवों में महतारी सदन बनाने जा रही है। 179 महतारी सदन की स्वीकृति इसी उद्देश्य को पूर्ति के लिये जारी किया गया है।
कार्यों में एकरूपता के दृष्टिकोण से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कार्य का एक मानक डिजाईन एवं प्राक्कलन तैयार किया गया है। प्रति महतारी सदन की लागत राशि रुपये 29.20 लाख होगी। उक्त कार्य महतारी सदन योजना के बजट से 24.70 लाख तथा स्वच्छ भारत मिशन के बजट से 4.50 लाख के अभिसरण से किया जाएगा। इसप्रकार 179 महतारी सदन हेतु 52 करोड़ 20 लाख रुपये स्वीकृत किया गया है।
प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाया जाएगा। महतारी सदन बनाने की शुरुआत हो गयी है। पहले चरण में प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में महतारी सदन बनना प्रारंभ किया जा रहा है व 5 साल में सभी ग्राम पंचायत में महतारी सदन बनेंगे।
प्रदेश में बनने वाले महतारी सदन का निर्माण लगभग 25 सौ वर्गफुट में कराया जाएगा। सदन में कमरा, शौचालय, बरामदा, हाल, किचन और स्टोररूम जैसी सुविधाएं रहेगी। पानी के लिए ट्यूबवेल के साथ वाटर हार्वेस्टिंग भी किया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए इसमे बॉउंड्रीवाल भी बनाये जाएंगे। महतारी सदन में सामुदायिक शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा।
मंत्री लखन लाल देवांगन चुनरी यात्रा में हुए सम्मिलित : डांडिया उत्सव में मातृ शक्ति से लिया आशीर्वाद
रायपुर | वाणिज्य उद्योग व श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन नवरात्र के अवसर पर कोरबा शहर के विभिन्न दुर्गा पंडालों, मंदिर और डांडिया उत्सव में सम्मिलित होकर मां दुर्गा की पूजा अर्चना कर क्षेत्र वासियों की खुशहाली और उन्नति की कामना की। सीएसईबी विद्युत गृह विद्यालय के समीप स्थित शिव मंदिर माता की चुनरी की पूजा अर्चना की। धर्म जागरण मातृ शक्ति द्वारा आयोजित यात्रा में अधिक संख्या में महिलाएं और पदाधिकारियों के साथ मंत्री श्री देवांगन भी चुनरी यात्रा में शामिल हुए।
यहां से मंत्री देवांगन सीएसईबी कॉलोनी स्थित गायत्री मंदिर में आयोजित पावन प्रज्ञा पुराण में सम्मिलित हुए। जहां मंत्री देवांगन ने मां गायत्री की आरती की साथ ही पुराण का श्रवण किया। सीएसईबी कॉलोनी स्थित महिला मंडल द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा में मंत्री देवांगन शामिल होकर मां जगदम्बा की आरती की। समिति की मांग पर मंत्री देवांगन ने कीचन शेड के निर्माण के लिए 5 लाख विधायक निधि से देने की घोषणा की।।इसी तरह एमपी नगर में भव्य दुर्गा पंडाल में मंत्री देवांगन ने मत्था टेक कर पूरे नगर वासियों की मंगल के लिए कामना की।
कोरबा के वार्ड क्रमांक 23 पंडित रवि शंकर शुक्ल नगर में आयोजित गरबा उत्सव में मंत्री देवांगन शामिल होकर गरबा ग्राउंड में मातृ शक्ति के साथ मां जगमदम्बा की आरती की। उन्होंने दुर्गापूजा की सभी को बधाई व शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने मां दुर्गा से प्रार्थना करते हुए कहा है कि वे सबके जीवन में सुख, शांति, समृद्धि एवं उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें। इस अवसर पर कॉलोनी की महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। यहां से मंत्री देवांगन नगर निगम आवासीय परिसर स्थित गरबा उत्सव में शामिल होकर सभी को नवरात्र पावन पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी।।
इस अवसर पर मंत्री देवांगन के साथ कोसाबाड़ी मंडल अध्यक्ष अजय विश्वकर्मा, निज सचिव नरेंद्र पाटनवार, नेता प्रतिपक्ष हितान्नद अग्रवाल, पार्षद अब्दुल रहमान, अभिषेक पालीवाल, राम त्रिपाठी समेत अन्य उपस्थित रहे।
नक्सलियों ने ग्रामीण को उतारा मौत के घाट, ग्रामीणों में दहशत का माहौल..
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गंगालुर के सावनार इलाके में बीती रात एक बार फिर से नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में एक ग्रामीण की हत्या कर दी। घटना से इलाके में सनसनी फ़ैल गई। साथ ही नक्सलियों ने शव के पास मद्देड़ एरिया कमेटी के नाम का एक पर्चा भी छोड़ा है।
भोपालपटनम थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े ने बताया कि, यह घटना भोपालपटनम थाना क्षेत्र का हैं। बताया गया कि, जिले के भोपालपटनम थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बामनपुर के पोषणपल्ली गांव में बीती रात नक्सलियों ने ग्रामीण ताटी कन्हैया की मुखबिरी के आरोप में निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। घटना से इलाके में सनसनी फ़ैल गई। वहीं नक्सलियों ने हत्याकर शव गांव में फेंक दिया है। शव के पास नक्सलियों ने मद्देड़ एरिया कमेटी के नाम का पर्चा छोड़ा है।
जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने के मामले में जांच के लिए बनी आयोग का कार्यकाल बढ़ा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिला के गिरौदपुरी धाम स्थित अमरगुफा जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने के मामले की जांच के लिए गठित जांच आयोग का कार्यकाल 12 सितंबर को खत्म हो गया है। राज्य सरकार ने आयोग का कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया है।
जांच आयोग का कार्यकाल बढ़ाए जाने के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसमें बताया गया है कि आयोग का कार्यकाल 12 सितंबर को खत्म हो गया है, लेकिन जांच अभी बाकी है, इस वजह से आयोग का कार्यकाल 12 अक्टूबर तक बढ़ाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के अथक प्रयासों से स्वास्थ्य सुविधाओं में हो रही है लगातार वृद्धि
एमसीबी जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मिल रही है सीजेरियन प्रसव की सुविधा
मनेंद्रगढ़ में नवीन डायलिसिस सेंटर की स्थापना से लोगों को मिल रहा है लाभ
रायपुर | छत्तीसगढ़ के नवीन जिला मनेन्द्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी में समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं के सामान्य प्रसव की सुविधाएं उपलब्ध थी, किंतु उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को सीजेरियन आपरेशन हेतु अक्सर दूसरे अस्पतालों का रूख करना पड़ता था। वर्तमान में स्थानीय विधायक एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के अथक प्रयासों से अब जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्रो में गर्भवती महिलाओं को सीजेरियन आपरेशन की सुविधा भी मिल रही है। सीजेरियन की सुविधा उपलब्ध होने से अब गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्रो में सिजेरियन सेक्शन का लाभ मिलने कारण जिले के अंतर्गत दूरस्थ क्षेत्रों जैसे भरतपुर की गर्भवती महिलाओं को बहुत बड़ी राहत मिली है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का प्रयास है कि जिले के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो। जायसवाल के लगातार प्रयास से ही किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को अब डायलिसिस के लिए भटकना नहीं पड़ता है। मरीजों की इस कठिनाइ को देखते हुए नवीन जिला एम.सी.बी के अंतर्गत हाल ही में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र - मनेन्द्रगढ़ में नवीन डायलिसिस सेंटर की स्थापना की गई है। इस सेंटर की स्थापना से स्थानीय क्षेत्र के लोगों को काफी सहूलियत मिली है। मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हेपेटाइटिस बी एवं हेपेटाइटिस सी दोनों बीमारी से ग्रसित किडनी मरीजों का डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके लिए क्षेत्र के लोगों ने श्याम बिहारी जायसवाल का आभार प्रकट किया है। श्याम बिहारी जायसवाल एमसीबी जिले के साथ ही पूरे प्रदेश मे स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इन प्रयासों से स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार वृद्धि भी हो रही है, जिसका सीधा लाभ राज्य की जनता को मिल रहा है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने PM से गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग की
रायपुर। भारत का इतिहास तो हजारो वर्ष पुराना है। आजादी के पश्चात पाकिस्तान बना, हमारा भारत तो पहले से था, भारत को किसी नेता ने नहीं बनाया। इसलिए भारत का राष्ट्र पिता कोई नहीं है। महात्मा गांधी का जन्म तो भारत में हुआ, फिर उन्हें कैसे भारत का जन्मदाता कहा जाता है। गांधीजी राष्ट्रपिता नहीं है।
यह कहना है ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का।
गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए चलाए जा रहे गोध्वज स्थापन यात्रा के सिलसिले में वे राजधानी पहुंचे। उन्होंने कहा कि गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि देशवासियों को प्रधानमंत्री से उम्मीद है कि वे गोहत्या बंद कराने के लिए गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देंगे।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने छत्तीसगढ़ी भाषा में कहा कि मोला भरोसा है कि छत्तीसगढ़ सरकार गो माता ला राज्य माता के दर्जा दीही। वर्तमान का छत्तीसगढ़, त्रेतायुग का कौशल प्रदेश है, यहां के नस्ल गाय का नाम भी कौशल्या है। हमें विश्वास है कि मुख्यमंत्री प्रदेश में गोमाता को सम्मान देंगे। हमें गाय के लिए अनुदान नहीं सम्मान चाहिए।
WRS दशहरा उत्सव मैदान पहुंचे विधायक पुरंदर मिश्रा... तैयारियों का लिया जायजा
रायपुर। डब्ल्यूआरएस दशहरा मैदान में होने वाले दशहरा उत्सव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा दशहरा मैदान पहुंचे। उन्होंने तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए है।
विधायक ने नगर निगम जोन 2, पीडब्ल्यूडी, पीएचई, छत्तीसगढ़ विद्युत पावर कंपनी के अधिकारियों को डब्ल्यू आरएस दशहरा उत्सव की गरिमा के अनुरूप मैदान में सफाई, पेयजल, प्रकाश, बैरिकेटिंग सहित अन्य आवश्यक प्रबंधन प्रशासनिक तौर पर शीघ्र प्राथमिकता से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा ने डब्ल्यूआरएस दशहरा उत्सव समिति के राधेश्याम विभार, पदाधिकारीगणों, से चर्चा की. रायपुर उत्तर विधायक ने नगर निगम जोन 2 जोन कमिश्नर डॉक्टर आर. के. डोंगरे, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता राजेश नशीने, सम्बंधित अन्य अधिकारीगणों को व्यवस्था के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश निरीक्षण के दौरान दिए।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आवास मेला में हितग्राहियों को सौंपी नवनिर्मित आवास की चाबी
प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को आवास स्वीकृति पत्र भी वितरित किए
प्रधानमंत्री हर गरीब का पक्का मकान का सपना पूरा कर रहे : उप मुख्यमंत्री अरुण साव
रायपुर | उप मुख्यमंत्री तथा बेमेतरा जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत बेमेतरा के टाउन-हॉल में आयोजित आवास मेला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने आवास मेला में 12 लाभार्थियों को उनके नवनिर्मित आवासों की चाबी सौंपी। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के 12 हितग्राहियों को आवास स्वीकृति प्रमाण पत्र भी प्रदान किया। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल तथा विधायक दीपेश साहू और ईश्वर साहू भी आवास मेला में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आवास मेला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य हर गरीब को सम्मानजनक आवास उपलब्ध कराना है। छत्तीसगढ़ सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत बेमेतरा जिले में बीते सितम्बर माह में करीब 15 हजार नए आवास स्वीकृत किए गए हैं।
उप मुख्यमंत्री साव ने कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री हर गरीब का पक्का मकान का सपना पूरा कर रहे हैं। हमारी सरकार बनते ही हमने अगले दिन 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी। इनमें से आठ लाख मकानों के लिए पहली किस्त भी जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बेमेतरा जिले में 32 हजार आवास पूर्ण हो गए हैं। नए स्वीकृत आवासों के लिए पहली किस्त भी जारी कर दी गई है।
साव ने कहा कि हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो, जिसमें वह अपने परिवार के साथ सुरक्षित और सुकून भरा जीवन बिता सके। आर्थिक कठिनाइयों और सीमित आमदनी के कारण गरीब परिवारों को यह केवल सपना ही लगता था। प्रधानमंत्री आवास योजना अब गरीबों के इस सपने को हकीकत में बदल रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना से राज्य के लाखों परिवारों का जीवन स्तर ऊंचा उठ रहा है। बेमेतरा जिला पंचायत की अध्यक्ष सुनीता साहू और जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और आवास योजना के लाभार्थी बड़ी संख्या में आवास मेला में शामिल हुए।
गोपालक ने गोमाता को दी भावुक विदाई... परिवार और वार्डवासियों ने दी श्रद्धांजलि
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक गाय के निधन पर उसके मालिक और स्थानीय निवासियों ने जिस तरह श्रद्धांजलि दी, वह भावनाओं से भरा हुआ था। गाय के प्रति आस्था और श्रद्धा का यह अद्भुत उदाहरण सामने आया है, जब एक परिवार ने अपनी गाय का अंतिम संस्कार बैंड-बाजे के साथ धूमधाम से आयोजित किया।
बता दें कि गोपालक राजू पाण्डेय की गाय लंबे समय से बीमार थी। उन्होंने अपनी गाय की आखिरी सांस तक सेवा की, लेकिन सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। इस पर पांडेय परिवार ने एक अनोखी पहल करते हुए गाय की अंतिम यात्रा बड़े सम्मान के साथ निकाली। गाय की विदाई के लिए पांडेय परिवार ने एक सजी हुई गाड़ी का आयोजन किया, जिसमें बैंड बाजे की धुन पर अंतिम यात्रा शुरू हुई। इस यात्रा में न केवल परिवार के सदस्य शामिल हुए, बल्कि वार्ड के लोग भी अंतिम दर्शन के लिए आए।
आखिरी विदाई में गाय के प्रति स्थानीय लोगों का प्रेम और सम्मान स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। कई महिलाओं की आंखों में आंसू थे और वे श्रद्धा के साथ गाय के शव पर नए कपड़े डाल रही थीं। यह परंपरा छत्तीसगढ़ में किसी परिजन के निधन पर की जाती है, जिसमें शव पर सफेद या पीला कपड़ा डालने की परंपरा है।
कवर्धा में इस गाय की अंतिम यात्रा का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे महिलाएं अपनी साड़ियों को श्रद्धांजलि के रूप में गाय के शरीर पर डाल रही हैं। यह घटना न केवल एक गाय के प्रति सम्मान को दर्शाती है, बल्कि समाज में जीवों के प्रति संवेदनशीलता और प्रेम का भी प्रतीक है।
मुख्यमंत्री साय की प्रधानमंत्री से मुलाकात.. राज्य की विकास योजनाओं और नक्सल उन्मूलन पर की चर्चा
महाराष्ट्र मंडल में आकाशदीप बनाने का प्रशिक्षण 8 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से
तेज रफ्तार पिकअप ने छह बच्चों को लिया चपेट में... दो की हालत गंभीर
रायपुर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के कुटराबोड़ गांव के पास एक तेज रफ्तार पिकअप ने 6 बच्चे को अपनी चपेट में ले लिया। सभी बच्चे घायल हैं। हादसे के बाद सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे के बाद वाहन समेत ड्राइवर फरार हो गया है। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब 6 बच्चे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे।इसी दौरान तेज गति से आ रहे पिकअप ने सभी बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया।
इस हादसे में 6 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं. 2 बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घायल बच्चों को पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद बिलासपुर रेफर किया गया है। घायल सभी बच्चे पामगढ़ के कुटराबोड़ के रहने वाले हैं।
इस हादसे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पामगढ़ पुलिस अब इस मामले की जांच में जुटी है। आरोपी ड्राइवर की तलाशी की जा रही है। छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे चिंता का विषय है। पुलिस की समझाइश के बावजूद लोग यातायात नियमों का पालन करने से कतरा रहे हैं। इसी वजह से वे खुद या फिर किसी और की जिंदगी खतरे में डल देते हैं।
लटोरी में नवीन तहसील कार्यालय का शुभारंभ… सुविधा में होगा विस्तार
रायपुर। महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सूरजपुर जिला के लटोरी में नवीन तहसील कार्यालय का शुभारंभ किया। इसके साथ ही क्षेत्र के निवासियों को आज एक बड़ी सौगात नवीन तहसील कार्यालय के रूप में मिली है, जिससे लोगों के समय व पैसे दोनों की बचत होगी। क्षेत्र के ग्राम पंचायत के लोग राजस्व संबंधी मामलों का निपटारा आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि लटोरी में तहसील कार्यालय खुल जाने से आम नागरिकों को अब राजस्व संबंधी कामकाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नवीन तहसील कार्यालय के खुलने से क्षेत्र के नागरिकों को इसका भरपूर लाभ मिलेगा। इससे राजस्व संबंधी मामलों के निपटारे में गति आएगी। साथ ही शासकीय योजनाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन एवं प्रशासकीय कामकाज में कसावट लाने में सुविधा होगी। शासन की योजनाएं एवं मूलभूत सुविधाएं आम नागरिकों को आसानी से उपलब्ध होगी और विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी।
गौरतलब है कि सूरजपुर जिला के नवीन तहसील कार्यालय का निर्माण लटोरी के नवापारा में 71.12 लाख की लागत से किया गया है। तहसील कार्यालय के निर्माण से आस-पास के 64 ग्रामों के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, संबंधित अधिकारी-कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
आमा पारा चौक में 150 किलो कुमकुम से बनी मां की आकर्षक प्रतिमा
नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की रणनीति की हुई सराहना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में हुए सफल ऑपरेशन की तारीफ करते हुए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वे भी छत्तीसगढ़ की खुफिया तकनीकी और आपसी समन्वय के आधार पर अपने अपने राज्यों में ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सहित अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए पूरा समर्थन देगी।