छत्तीसगढ़

रामानुजगंज-अंबिकापुर एनएच-343 पर निर्माण से पहले ही मनमानी और भ्रष्टाचार, गड्ढों से परेशान लोग

बलरामपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग 343 के तहत रामानुजगंज से अंबिकापुर तक 110 किलोमीटर लंबी टू-लेन सडक़ का निर्माण तीन चरणों में किया जाना है। इसके लिए तीन अलग-अलग ठेकेदारों को कार्य आवंटित कर दिया गया है और निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ होने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन निर्माण की शुरुआत से पहले ही सडक़ की मरम्मत में लापरवाही और मनमानी के आरोप सामने आने लगे हैं।
 
राज्य शासन द्वारा रामानुजगंज से अंबिकापुर के बीच मौजूदा सडक़ को आवागमन योग्य बनाए रखने के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसके बावजूद, सडक़ की स्थिति सुधरने के बजाय लगातार खराब होती जा रही है। राजपुर मुख्य बाजार में पुराना पोस्ट ऑफिस के सामने की हालत तो इतनी बदतर हो गई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
 
बलरामपुर से राजपुर के बीच कई हिस्सों में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर भरा जाना चाहिए था। मगर इन गड्ढों की मरम्मत में भारी लापरवाही बरती जा रही है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। चार चक्का वाहन चालक और बड़े वाहन अब इस मार्ग पर चलने से कतराने लगे हैं। यहां तक कि कई बसों ने अपना नियमित मार्ग बदल लिया है।
 
स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि एम्बुलेंस सेवा भी बाधित हो रही है। मरीजों को अस्पताल ले जाने में देरी हो रही है, जिससे जनजीवन पर गहरा असर पड़ रहा है। स्थानीय नागरिकों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि निर्माण कार्य शुरू होने तक मौजूदा सडक़ को दुरुस्त रखा जाए और भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।