छत्तीसगढ़

कीचड़ में धंसा पैर और दो मासूम बेटियों के सामने बन गई बाप-बेटी की जल समाधि

रायपुर। मां के छोड़कर चले जाने के बाद चार मामूम बच्चे अपने पिता के साथ रह रहे थे। चार बच्चों को लेकर पिता मछली पकड़ने तालाब गया था। इस दौरान दो बच्चों को तालाब के किनारे खड़ा करके उसने छोटी बच्ची को अपने कंधे पर बिठाया और तालाब में उतर गया। इस दौरान कीचड़ में उसका पैर फंस गया। तालाब के पार में बैठे दोनों बच्चे चिल्लाते रहे और उनकी आंखों के सामने ही उनके पिता और बहन की जल समाधि बन गई।  मामला छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर क्षेत्र का है। एसडीआरएफ की टीम ने दोनों शवों को निकाल दिया है। 
 
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जरहाडीह निवासी रामू राम का घर तालाब के पास में ही है। गुरुवार दोपहर वह अपने तीन बच्चों को साथ लेकर मछली पकड़ने तालाब गया था। करीब एक किलो मछली पकड़ने के बाद वह तालाब के रास्ते घर लौट रहा था। दरअसल, मछली पकड़ने के बाद वे तालाब के जिस हिस्से में खड़ा था, वह घर की दूसरी ओर था। 
 
ऐसे में उसने अपनी एक बेटी और बेटे को तालाब के किनारे-किनारे जाने को कहा और छोटी बेटी काशी को अपने कंधे पर बैठा लिया। दोनों बच्चे तालाब की मेढ़ पर जाने लगे और रामू बेटी काशी को कंधे पर बैठाए हुए तालाब को पैदल पार करने लगा। जैसे ही वह तालाब के बीच में पहुंचा, उसका पैर कीचड़ में धंसने लगा। मौके पर मदद के लिए वहां कोई नहीं था. बच्चे चिल्लाते रह गए और रामू व काशी दोनों तालाब में समा गए। इसके बाद दोनों बच्चों ने भागकर आसपास के लोगों को बुलाया। लोगों ने पानी में तलाश की, लेकिन कामयाब नहीं हुए। तब पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस की टीम गोताखारों को लेकर पहुंची. लेकिन, दोनों शव नहीं मिले।
 
पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को भी बुला लिया। ऐसे में गांववालों के साथ मिलकर देर शाम तक टीम ने शवों की तलाश की, लेकिन उनके नहीं मिलने पर ऑपरेशन को बंद कर दिया। शुक्रवार की सुबह एक बार फिर प्रयास किया गया तो रामू और उसकी छोटी बेटी काशी का शव मिल गया। पुलिस ने दोनों शवों को पीएम के लिए भिजवाया।
 
गांववालों ने बताया कि रामू की पत्नी के छोड़कर चले जाने के बाद रामू ही चारों बच्चों को संभाल रहा था. वहीं उसका बड़ा बेटा जो नाबालिग ही है, वह एक ईंट भट्ठे में काम करने गया है. अब उस नाबालिग बड़े भाई के कंधे पर ही दो भाई-बहनों की जिम्मेदारी भी आ गई है।