छत्तीसगढ़

BIG NEWS : छत्तीसगढ़ में कैसे मारा जाता है गरीबों का पेट... कैसे होती है पीडीएस राशन की चोरी... देखिए इस वीडियो में

बिलासपुर। केंद्र और राज्य की सरकार गरीबों को भूखा ना रहना पड़े, इसलिए उनके राशन की व्यवस्था करने में जुटी है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए मुफ्त राशन का इंतजाम किया जा रहा है, तो राशन के पीछे कमाई का मोटा हिस्सा ना गंवाना पड़े, इसलिए गरीबी रेखा के ऊपर जीवन यापन करने वालों को 10 रुपए प्रति किलों की दर से चावल दिया जा रहा है। इसलिए लिए सरकारी राशन की दुकानों में कार्डधारियों के अनुपात में राशन हर महीने पहुंचा दिया जाता है। 

गरीबों के लिए सरकारी राशन की दुकानों में क्षमता से ज्यादा राशन की व्यवस्था तक की जाती है, ताकि दूसरी जगह के कार्डधारी यदि लेने पहुंच जाएं तो, उन्हें भी निराश ना होना पड़े। इधर सरकार गरीबों को मदद पहुंचाने के लिए प्रयासरत है, तो दूसरी तरफ इन गरीबों के हक पर सरकारी राशन की दुकानों को संचालित करने वाले ही डाका डाल रहे हैं। 

गरीबों के पेट पर डाका डालने का एक वीडियो वायरल हुआ है। यह वायरल वीडियो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के अंतर्गत तखतपुर के पेंडारी गांव के राशन दुकान का बताया जा रहा है। इस वीडियो में हितग्राहियों को राशन तो दिया जा रहा है, लेकिन निर्धारित सीमा यानी तौल में किस तरह से गड़बड़ी हो रही है, वह भी देखने को मिल जाएगा। 
 
तराजू में जैसे ही राशन की बोरी रखी जाती है, उतने में सेल्समेन तराजू पर एक तरफ से पैर रखता है, और उस पर दबाव डालता है। उसके बाद बोरी से राशन निकाल लेता है। ऐसा वह किसी एक हितग्राही के साथ नहीं, बल्कि आने वाले हर किसी के साथ करता हुआ नजर आ रहा है। गौर से देखने पर समझ आता है कि वह हर हितग्राही के राशन से करीब 1 से सवा किलो चावल चुरा लेता है, जिसकी भनक तक हितग्राही को नहीं लग पाती।