राजनांदगांव। सोशल मीडिया के दुरुपयोग की एक और सच्चाई सामने आ गई है। मामला राजनांदगांव के डोंगरगढ़ का है, जहां पर एक युवक ने फर्जी आईडी के जरिए दूसरे युवक लड़की बनाकर फंसाए रखा। जिस युवक की हत्या हुई है, वह दूसरे युवक को युवती समझ उससे बिना मिले ही प्यार कर बैठा और उसकी मांग पर डेढ़ लाख रुपए भी दे दिए। इसके बाद जब दोबारा पैसों की डिमांड हुई और वह मिलने के लिए पहुंचा, तो फर्जी आईडी चलाने वाले युवक ने चाकू से उसका गला रेत दिया।
5 मई को एक युवक की लाश मेढ़ा गांव के झाड़ियों से बरामद की गई, जिसकी शिनाख्त कोमेश साहू के तौर पर हुई। कोमेश 3 मई को अपने घर से कवर्धा जाने की बात कहकर निकला था। लेकिन जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने 4 मई को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई, जिसके बाद अलर्ट हुई पुलिस ने पड़ताल शुरु की, तो उसकी लाश मेढ़ा गांव में मिली।
इसके बाद पुलिस ने उसके मोबाइल लोकेशन को सर्च किया, तो वह मेढ़ा गांव में ही मिला। जिस युवक से पुलिस ने फोन बरामद किया। उसने बताया कि मुझे ये फोन मेढ़ा के रहने वाले सोनू सिन्हा(22) ने दिया है। इसके बाद पुलिस ने सोनू को गांव से ही हिरासत में लिया। जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
उगला पूरा सच
आरोपी को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तब जाकर आरोपी सोनू सिन्हा ने सारी हकीकत उगल दी। उसने बताया कि वह मानसी के नाम की एक फर्जी आईडी चला रहा था, जिसमें कोमेश फंस गया। उसने बातों ही बातों में उसे इस तरह फंसा लिया कि उसके मांगने पर वह डेढ़ लाख रुपए भी दे दिया, इसके बाद एक लाख रुपए और मांगा, तो वह मिलने की बात पर अड़ गया।
आगे बताया कि वह रकम लेने के लिए जब पहुंचा, तो कोमेश ने मानसी के बारे में पूछा और उसे शक हो गया, जिसके बाद वह पैसे वापस मांगने लगा। उसे पैसे लौटाने की बात कहकर सोनू अपने घर गया और वहां से चाकू लेकर लौटा। सूनसान जगह देखकर उसने उसी चाकू से कोमेश पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद वह पैसे लेकर वहां से भाग गया और फोन अपने दोस्त को दे दिया।