देर शाम छत्तीसगढ़ में करवट ले सकता है मौसम... तेज अंधड़ के साथ बारिश की आशंका... बिजली गिरने के आसार
वैसे तो छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री 15 जून तक मानी जाती है लेकिन उससे पहले प्री-मानसून की फूहारें प्रदेश को भिगो सकती है। मौसम में परिवर्तन के आसार दिखाई दे रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस वक्त प्रदेश में जो बारिश हो रही है उसे प्री-मानसून के तौर पर ही देखा जाना चाहिए। क्योंकि मानसून से पहले की बारिश प्री मानसून की ही एक्टिविटी होती है, इस वक्त ऐसी फूहारें प्रदेश के दक्षिण हिस्से यानी बस्तर संभाग में ही देखी जा रही है। प्रदेश में मानसून की एंट्री भी बस्तर संभाग से ही होती है,उसके बाद छत्तीसगढ़ के बाकी हिस्सों में मानसून सक्रिय होता है। वैसे अभी मानसून के पहुंचने में 10 से 15 दिनों का वक्त बाकी है।