सक्सेस की व्याख्या सुन बच्चों में जगा आत्मविश्वास... बोले इस जीवन में करेंगे आत्मसात
2025-02-17 09:38 AM
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- परीक्षा पर चर्चा में बोले दिव्यांग बालिका विकास गृह प्रभारी प्रसन्न निमोणकर
रायपुर। जीवन के किसी भी क्षेत्र में सक्सेस उससे जानने और पहचानने से मिलती है। फिर वह बोर्ड एग्जाम की बात हो या जीवन में किसी मुकाम को हासिल करने की। सक्सेस को समझना होगा। आखिर सक्सेस कहते किसे है। सक्सेस को हम अंग्रेजी के सात अल्फाबेट में लिखते है। और हर एक अल्फाबेट अपने आप को डिफाइन करता है। इसे समझना ही सफलता का आधार है। उक्ताशय के विचार मंडल द्वारा संचालित दिव्यांग बालिका विकास गृह के प्रभारी प्रसन्न निमोणकर ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे बच्चों से कहीं। उन्होंने सफलता को इतने सरल शब्दों में डिफाइन किया कि उसे सुन बच्चों में आत्मविश्वास जागा और सभी ने इसे अपने जीवन में आत्मसात करने की बात कहीं।

निमोणकर ने आगे बताया कि सक्सेस के पहले एक का मतलबा है शेयर इट। यानी आप अपनी जानकारी और पढ़ी हुई चीजों को आपस में शेयर करें। अगर आपने यह आदत अपने अंडर डाल ली तो आप कभी भी उन चीजों को नहीं भूलेंगे जो आपने खुद दूसरों से शेयर की है। यू यानी अंडरस्टैंड। मतलब आप अपने अंदर की क्षमता को पहचाने। स्वयं का आकंलन करें। कि आप आज बोर्ड परीक्षा के कुछ दिनों पहले तक किस स्थिति में है। क्या आपकी तैयारी पूरी है, अगर नहीं है तो उसे स्वीकार करें और तैयारी में जुट जाएं। सी मतलब कान्फिडेंस यानी आत्मविश्वास। आपके अंदर यह आत्मविश्वास होना चाहिए कि मैं इस परीक्षा में इतने नंबर आसानी से ला सकता है। मन में विजय प्राप्त करना बेहद आवश्यक है। मन में सकारात्मक विजय के साथ आप सफलता की एक सीढ़ी और चढ़ जाते है।
दूससे सी यानी कमिटमेंट की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि वचन बद्धता बेहद जरूरी है। अपने पढ़ाई के लिए बनाए टाइम टेबल का प्रतिबद्धता से पालन करें। अपने खुद को दिए वचन को हमेशा रिमाइंड करते रहे। ई मतलब इवैल्यूऐशन यानी आकंलन। हम कई बार जल्दबाजी में बिना सोचे समझे और पढ़े चीजों का आकंलन कर लेते है। जिसका परिणाम अच्छे नहीं आते। एस मतलब सस्टैनबिलिटी। यह वह मुकाम होता है जब आप कुछ चीजों पर विजय प्राप्त कर लेते है। यानी आपने कुछ सवालों के जवाब अच्छे से याद कर लिए। अब इस पर स्थिर रहना होगा। यानी हमें उन सवालों के उत्तरों को रिवीजन करते रहना होगा।

अंतिम एस का मतलब सैक्रफाइस...त्याग। सफलता त्याग मांगती है। इसलिए अगर आपको आज इस हाल से बाहर जाकर जीवन में सफल होना है तो कुछ तो त्याग करना होगा। आग हमें खुद को सबसे अधिक प्रिय मोबाइल फोन और सोशल मीडिया का त्याग करना होगा। सिर्फ परीक्षा तक आप इससे दूरी बनाए रखे। चार दिन मोबाइल में रील्स नहीं देखोगे तो कुछ नुकसान नहीं होगा। बल्कि रील्स देखने में लगने वाले समय को पढ़ाई में लगाओंगे तो सफलता मिलेगी।