रामदरबार की आकर्षक झांकी ने मोहा मन.. रामरक्षा स्तोत्र व हनुमान चालीसा का हुआ पाठ
- महाराष्ट्र मंडल में हुआ रामरक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा पाठ का वार्षिक समारोह
- भगवान राम व हनुमानजी के भजनों से संगीतमय प्रस्तुरतियों से झूमें भक्तगण
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल की आध्यामत्मिक समिति ने मंडल के संत ज्ञानेश्वर सभागृह में रामरक्षा स्त्रोज और हनुमान चालीसा पाठ का वार्षिक भव्य समारोह शनिवार 4 जनवरी को मनाया। इस अवसर पर महाराष्ट्र मंडल के सदस्यों के ग्रुप सुर संतृप्ति और मिले सुर हमारा ने सुंदर भजन प्रस्तुत कर सभी को राम की भक्ति में झूमने के लिए मजबूर कर दिया। वहीं राम दरबार की आकर्षक झांकी ने सभी का मन मोह लिया। राम की भूमिका में अनय पंडित, माता सीता की भूमिका में तन्वी डोनगांवकर, लक्ष्मण की भूमिका में तनिश डोनगांवकर और हमुमान की भूमिका में अक्षत पंडित ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन और सुंदर भजनों के साथ हुआ। सविता तिवारी, सुषमा पांचाल, विद्या सोनी, रत्ना नंदी, विद्या ढोले, शतरूपा पाल, प्रेमतला मिश्रा और श्रद्धा तिवारी ने सुंदर भजन प्रस्तुत किए। रचना ठेंगड़ी में राम आएंगे गीत पर सुंदर नृत्य कर सभी को आनंदित कर दिया। इनके गीत के बाद भी कार्यक्रम स्थल पर पूरे राम दरबार की एंट्री हुई।
कार्यक्रम की संयोजक और आध्यात्मिक समिति की सह प्रभारी रेणुका पुराणिक ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिंदू परिषद के छत्तीसगढ़ प्रांत के सामाजिक समरसता प्रमुख भगवती शर्मा थे। वहीं कार्यक्रम में विहिप के छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रचार-प्रसार प्रमुख राकेश यादव विशेष अथिति के रुप में पहुंचे थे। अध्यक्षता महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने की।
भगवती शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य युग में हमारे समाज को तोड़ने के कई प्रयास हुए, शिक्षा। केन्द्रों को तोड़ा गया, मंदिरों को तोड़ा गया। विदेशियों ने हमें तोड़ने का खूब प्रयास किया। आज हम अगर जुड़े है तो इसका श्रेय मातृ शक्ति को जाता है। आज महाराष्ट्र मंडल की मातृ शक्ति अपनी आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने का कार्य कर रही है। यह प्रशंसनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि शिवाजी महाराज को प्रेरणा देने वाली उनकी मां थी। हिंदू समाज में एकता नहीं आस्था की कमी है। आपका प्रयास इसे दूर कर रहा है। आरएसएस हर मंगलवार शाम 7 हनुमान चालीसा का पाठ कर रहा है। हम गांव गांव जाते है और लोगों को चालीसा पाठ के लिए जोड़ रहे है। वहीं राकेश यादव ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में मंडल के प्रयास की प्रशंसा की।
महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने कहा कि गत वर्ष छह जनवरी को रामरक्षा स्त्रोैत और हनुमान चालीसा पाठ करने का अभियान मंडल की आध्याहत्मिक समिति की ओर से शुरू किया गया था। यह अभियान 28 दिसंबर को 52वें सप्तामह में राम रक्षा स्त्रोत व हनुमान चालीसा पाठ करने के साथ ही एक साल पूरा कर गया है। इस उपलक्ष्य में वार्षिक उत्सव मनाया गया।
कार्यक्रम में मंडल सचिव चेतन दंडवते, मंडल के मुख्य समन्वयक श्याम सुंदर खंगन, उपाध्यक्ष गीता श्याम दलाल, सचिव सुकृत गनोदवाले, सखी सेंटर प्रभारी नमिता शेष, दिव्यांग बालिका विकास गृह प्रभारी प्रसन्न निमोणकर, मेस दीपक किरवईवाले, भवन प्रभारी निरंजन पंडित सहित पूरी कार्यकारिणी और पदाधिकारीगण उपस्थित थे।