Board Exam 2023: ॐ के उच्चारण से मन रहता है एकाग्रचित्त
रायपुर। बोर्ड परीक्षा की पढ़ाई को लेकर मन का एकाग्रचित्त होना बेहद आवश्यक है। मन को एकाग्रचित्त करने और अपनी मानसिक क्षमता को बढ़ाने के लिए छात्रों को ॐ का उच्चारण करना चाहिए। संत ज्ञानेश्वर विद्यालय की सहायक शिक्षिका और सांस्कृतिक प्रभारी शिखा शर्मा ने बताया कि ॐ के उच्चारण से छात्रों को काफी लाभ मिलताहै। हालांकि इसका उच्चातरण सभी उम्र के लोगों को करना चाहिए।
शिक्षिका शिखा शर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र मंडल द्वारा संचालित संत ज्ञानेश्वर विद्यालय में पाठ्यक्रम के साथ-साथ सभी विद्यार्थियों को ॐ के उच्चारण का महत्व समझाया गया। ओम का उच्चारण प्रतिदिन क्यों करना चाहिए? इसका फायदा क्या है यह भी बताया गया।
शास्त्रों के अनुसार ॐ को सभी मंत्रों का राजा कहा गया है। शास्त्रों मैं यह भी निहित है की पृथ्वी निर्माण के निर्माण के समय प्रकाश और बैग की घर्षण से जो नाद, जो ध्वनि उत्पन्न हुआ वह नाद ॐ ही है । ग्रंथ के अनुसार ॐ तीन ध्वनि से बना है तथा इसका उच्चारण इस प्रकार से प्रातः पांच बार करना है। यह समझाया गया।
अ+उ+म =ॐ
अ _नाभि से चरण
उ _ छाती से नाभि
म _ मस्तक से कंठ
चरण युगल, उधर विशाला महामंडल मस्तक द्वारे
उपरोक्त रूप से ओम का उच्चारण प्रतिदिन पांच बार करें, जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होगी जिस प्रकार से हम नित्य प्रतिदिन अपने शरीर के बाहरी आवरण को शुद्ध करते हैं। उसी प्रकार अंतर्मन को शुद्ध रखने के लिए ओम का उच्चारण करना अति आवश्यक है ओम के उच्चारण से हमारी शारीरिक मानसिक क्षमता बढ़ती है। जो पढ़ाई में हमारी मदद करती है।