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यहां चल रही थी साइबर ठगी की आनलाइन कोचिंग, एक लाख रुपये की फीस में सिखा रहे थे ठगी के पैतरे... पुलिस ने धर दबोचा

नईदिल्ली। देश के नए जामताड़ा हरियाणा के नूंह इलाके में साइबर ठगी की आनलाइन कोचिंग चल रही थी। नूंह में 40 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की फीस लेकर लोगों को साइबर ठगी की ट्रेनिंग दी जा रही थी। आनलाइन लेक्चर देकर गांव-गांव में ठगों की फौज तैयार की जा रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब हरियाणा पुलिस ने छापामार कार्रवाई में 200 से ज्यादा ठग को एक साथ पकड़ा।

हरियाणा के नूंह जिले में चल रहे इन कोचिंग सेंटरों में साइबर ठगी की ट्रेनिंग दी जाती थी। पुलिस की नजर अब इन कोचिंग सेंटर्स पर है। पकड़े गए ठगों से पूछताछ के बाद इन कोचिंग सेंटरों के विषय में पुलिस को खासी जानकारी मिली है। पुलिस इन कोचिंग सेंटर के नेटवर्क को भी ध्वस्त करने की तैयारी में जुट गई है।

पुलिस ने बताया कि ठगी की क्लास लगाने वाले इन कोचिंग सेंटरों का अपना पाठ्यक्रम और यूनिफार्म भी है। इसमें ऑनलाइन लेक्चर भी दिए जाते थे। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद से ही गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव के ज्यादातर युवा पड़ोसी जिलों और राज्यों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।

बता दें कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और नूंह पुलिस ने पांच हजार पुलिसकर्मियों के साथ 14 गांवों में एक साथ 300 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई करके 47 लोगों को गिरफ्तार किया और 160 लोगों को हिरासत में लिया गया था।

ठगी की ट्रेनिंग के लिए प्रवेश देने से पहले सवाल-जवाब की लंबी प्रक्रिया होती थी। इसमें पूछते थे कि यह काम क्यों करना चाहते हैं। संतुष्ट होने के बाद ही प्रवेश दिया जाता है। यहां पर एडमिशन के लिए अपना लैपटाप, कॉल सेंटर में काम का अनुभव आदि होना जरूरी था। इसके अलावा ऑनलाइन क्लास भी लगाई जाती। यहां के कुछ युवक जामताड़ा के ठगों से भी ट्रेनिंग हासिल किए हुए हैं।
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