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पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे ने हाथ से मिलाया हाथ... कांग्रेस का दामन थामते ही निकाली भड़ास... बोले विचारधारा से विमुख हो रही पार्टी

देश के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव का समय जैसे—जैसे नजदीक आ रहा है, स्थापित नेताओं के कदम भी लड़खड़ाने लगे हैं। वर्तमान में वे जिस पार्टी में हैं, अपने कद को बड़ा आंकने का प्रयास कर रहे हैं और पार्टी में कम आंकी जा रही हैसियत को लेकर इस्तीफा देकर विरोधी पार्टी का हिस्सा बन रहे हैं। कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ में भाजपा के दिग्गज आदिवासी नेता ने कांग्रेस का दामन थामा था, जिसके बाद अब मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने भाजपा से नाता तोड़ दिया है, तो कांग्रेस से हाथ लिया है। 

हालांकि पूर्व मंत्री दीपक जोशी काफी समय से इस बात को लेकर चर्चा में थे कि वे कांग्रेस ज्वाइन करेंगे, लेकिन बीच में उन्होंने अपने फैसले को बदलने की बात कही थी। पहले उन्होंने 6 मई को कांग्रेस प्रवेश की घोषणा की थी, जिसके तहत जोशी ने कांग्रेस से नाता जोड़ लिया है। वहीं कांग्रेस प्रवेश के साथ ही उन्होंने अपनी भड़ास निकालनी शुरु कर दी है। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कहा, शिवराज चौहान के कारण पत्नी को एंबुलेंस नहीं मिली। इस वजह से उनकी मौत हुई। देवास कलेक्टर को शिवराज ने निर्देश दिए थे कि दीपक का फोन आए, तो कोई भी बात नहीं करना। दो साल पहले दीपक की पत्नी विजया जोशी का कोरोना से निधन हो गया था।

दीपक जोशी पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के संस्थापक सदस्य रहे कैलाश जोशी के बेटे हैं। उनके साथ शनिवार को दतिया जिले से विधायक रहे राधेलाल बघेल भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए।

दीपक जोशी ने कहा, जन संघ के चुनाव चिह्न दीपक को बीजेपी ने अपनी विचारधारा के साथ कहीं न कहीं विलोपित कर दिया। इसीलिए आज मैं कांग्रेस के साथ हूं। BJP के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव से मुलाकात के सवाल पर बोले- मैंने कल शाम 5 से 7 बजे तक 2 घंटे और रास्ता देखा, लेकिन मुझे कोई निराकरण नहीं मिला। मेरी विरासत ईमानदारी की है, उस पर मैं चलूंगा और निरंतर रहूंगा। शिवराज जी भले छोटा भाई मानते हों, लेकिन वे मेरे बड़े भाई कभी नहीं हैं।  
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