शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब लूटने की खबरें आती रहती हैं, लेकिन इस बार खबर नोटों के बंडल लूटने की है। वह भी शराब की तरह। पिछले दिनों हिंसा से बुरी तरह प्रभावित रहे सासाराम में नहर के अंदर बोरा फेंके जाने के बाद कुछ लड़के उसमें से काम की चीज ढूंढ़ने कूदे, लेकिन हाथ आने लगा नोटों का बंडल। इसके बाद तो जैसे तुरंत ही लूट मच गई। पानी कम होने के कारण हर तरह के लोग कूद पड़े। जो हाथ लगा, लेकर निकल गए। नोट असली हैं या नकली, पुलिस अबतक यही नहीं पता कर सकी है। वजह यह कि नोट का बंडल लूटने वाले पकड़ में नहीं आ रहे। सारे फरार हैं।
पुलिस को जिसकी तलाश, वह फरार
सासाराम पुलिस अलग-अलग वीडियो के आधार पर उन लोगों को चिह्नित कर रही है, जो कथित नोटों का बंडल लेकर निकलते दिखे। पुलिस ने लोगों से पूछताछ के आधार पर उस शख्स तक पहुंचने की कोशिश भी की, जो संभवत: बोरा में सबसे ज्यादा बंडल लेकर भागा है। पुलिस उसके घर तक भी पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। नोट असली है या नकली, इसी कारण पुलिस पता नहीं कर पा रही है। हालत यह है कि लूटने वाले लोगों के बाद सासाराम पुलिस ने सिपाहियों को भी नहर में उतारा कि कुछ प्रमाण मिल जाए, लेकिन पांच घंटे में कुछ हासिल नहीं हुआ। यह मामला मुख्यालय के मुरादाबाद नहर का है।
500, 100 और 10 रुपये के नोट के बंडल थे
स्थानीय लोगों का कहना है कि इन नोटों में 500 रुपये के साथ 100 और 10 रुपये के बंडल भी थे। कुछ लोग नहर में नहा रहे थे, उन्हें कुछ नोट बहते दिखे। नोटों को देख पहले लोगों को विश्चास नहीं हुआ। इसके बाद आगे बढ़कर जांच करने लगे तो पाया कि यह भारतीय करेंसी है। देखते ही देखते नहर में लोगों की भीड़ लग गई। कुराइच पुल के नीचे पानी में लोग छलांग लगाकर नोटों के बंडल चुनने लगे। देखते ही देखते ही दर्जनों लोग नहर में प्रवेश कर गए और दोनों हाथों से नोट बटोरने लगे।
एक पूर्व विधायक के रुपये होने की बात से सनसनी
सासाराम में नहर से कथित तौर पर भारतीय रुपये का बंडल निकलने के बाद से चर्चा गरम है कि यह किसी पूर्व विधायक के घर से निकले रुपये थे। पुलिस अभी इस मामले में कुछ नहीं कह रही। पुलिस का कहना है कि पहले नोट के असली या नकली होने की पुष्टि हो जाए, तभी आगे कुछ कहा जा सकता है। बंडल ले जाने वालों की खोजबीन के साथ पुलिस नहर के आसपास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। लोग कार की चर्चा कर रहे हैं, इसलिए पुलिस एक खास समयावधि में उधर से गुजरी या रुकी कारों का भी फुटेज तलाश रही है। पुलिस अभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कह रही, लेकिन वह बाकी संभावनाओं को भी देख रही है। चर्चा है कि एक पूर्व विधायक ने छापे के डर से यह रुपये नहर में डलवा दिए, लेकिन पुष्टि की संभावना नहीं बनने के कारण चर्चा में शामिल नाम सामने नहीं लाया जा रहा है।