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आज और कल 'मोचा' की दहशत... आईएमडी ने जारी की चेतावनी... 15 मई से आग उगलेंगे सूर्यदेव

भारतीय मौसम विभाग ने मोचा साइक्लोन को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहा साइक्लोन एक बहुत ही गंभीर तूफान में बदल सकता है और इसमें हवा की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

सोमवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना। 12 मई के आसपास मोचा साइक्लोन के बांग्लादेश और म्यांमार के तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है। मोचा साइक्लोन का असर पश्चिम बंगाल पर कितना पड़ेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह तूफान बांग्लादेश की तरफ बढ़ते हुए तटीय इलाकों से कितनी दूर रहेगा।

तीन राज्यों के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के लिए भी अलर्ट जारी किया है। विभाग ने छोटे समुद्री जहाजों और मछुआरों को मंगलवार से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा है। इसके साथ ही 8 से 12 मई के बीच अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास पर्यटन और शिपिंग को को सीमित और कड़ी नजर रखने की बात कही है।

मौसम विज्ञानी आरके जेनामनी बताते हैं- 28 अप्रैल से लेकर 4 मई के बीच लगातार 3 सक्रिय और मजबूत पश्चिमी विक्षोभ आए। गर्मी के मौसम में एक हफ्ते के अंदर एक के बाद एक 3 पश्चिमी विक्षोभ आना बीते 20 साल में दुर्लभ घटना है। सर्दियों जैसी इस घटना के चलते ही गर्मी में दिन के तापमान में 10 से 15 डिग्री तक की गिरावट आई।

स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, मार्च में 7, अप्रैल में 5-6 और मई में दो पश्चिमी विक्षोभ आए। यानी गर्मियों में 15 पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। अभी एक और आना है। इससे 3-4 दिन बारिश के आसार हैं। 15 मई के बाद तापमान बढ़ेगा। जून में मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। ऐसे में यह दो दशक की सबसे छोटी गर्मी होने वाली है। 
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