छत्तीसगढ़
चिरमिरी में एनसीपीएच हॉस्पिटल रोड में शुरू हुआ डामरीकरण
मुख्यमंत्री आज बस्तर में, गिरौला में आमसभा को करेंगे संबोधित
बस्तर में लौट रही है शांति, बदल रहा है बस्तर : मुख्यमंत्री
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बस्तर जिले के बकावंड विकासखण्ड के ग्राम गिरोला में सिरहा, गुनिया, गायता, पुजारी, मांझी, बाजा-मोहरिया, आठ पहरिया, राजीव युवा मितान क्लब, गोठान समिति और पंचायती राज प्रतिनिधि द्वारा आयोजित आभार एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि बस्तर बदल रहा है। बस्तर में शांति और विकास की बयार बह रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि पुलिस के जवान ग्रामीणों के साथ कन्धा से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साल में बस्तर में सबसे कम हिंसा की घटनाएं हुई हैं, इसके लिए पुलिस के अधिकारियों और जवानों और बस्तरवासियों को बधाई। आज बस्तर की संस्कृति की चर्चा देश और दुनिया में फिर से हो रही है।
मुख्यमंत्री ने बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल की मांग पर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक घोषणाएं की। उन्होंने बकावंड विकासखंड में ग्राम गिरौला से बेतझरन तूताबेड़ा तक 2 किलोमीटर सड़क के डामरीकरण, बकावंड मुख्यालय विकासखंड मुख्यालय और बस्तर में 50-50 सीटर बालक एवं बालिका पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के निर्माण, बकावंड शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जैतगिरी के नवीन शाला भवन के निर्माण, बजावंड उप स्वास्थ्य केंद्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन और प्राकृतिक पर्यटन स्थल बेतझरन, डुरकाबेड़ा और प्राकृतिक जलकुंड टोंगकोंगेरा के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने गिरोला में लगभग 131.61 करोड़ रुपए की लागत के विभिन्न 98 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया, जिनमें इसमे 68.42 करोड़ लागत के 27 कार्यो का लोकार्पण एवं 65.18 करोड़ लागत के 71 कार्यों का भूमिपूजन किया गया।
मुख्यमंत्री प्रवास के प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल की तैयारियों का कलेक्टर ने लिया जायजा
रायपुर। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने गुरुवार को धरसींवा विधानसभा के धरसींवा, चरौदा एवं मांठ तथा बलौदा बाजार विधानसभा के ग्राम सरोरा विकासखंड तिल्दा में मुख्यमंत्री प्रवास के प्रस्तावित कार्यक्रम को दृष्टिगत रखते हुए कार्यक्रम स्थलों का जायजा लिया। उन्होंने कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। कलेक्टर ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डाॅ भुरे ने बताया कि 22 जनवरी को धरसींवा, चरौदा एवं मांठ तथा 23 जनवरी को ग्राम सरोरा में मुख्यमंत्री प्रवास के कार्यक्रम संभावित है। उन्होंने कार्यक्रम स्थलों पर वाहनों की पार्किंग व्यवस्था, जनप्रतिनिधियो, अधिकारियों एवं मीडिया की बैठक व्यवस्था, मंच की बैठक व्यवस्था, मंच पर हितग्राहियों के आने जाने के मार्ग, आवागामन रूट चार्ट, कार्यक्रम स्थल पर लगाए जाने वाले होर्डिग एवं बैनर आदि सभी के लिए अधिकारियों को निर्देशित किए।
कलेक्टर डॉ भुरे ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा एवं सुगम यातायात व्यवस्था, वन विभाग के अधिकारियों को बैरिकेटिंग हेतु आवश्यकतानुसार पर्याप्त बांस-बल्ली उपलब्ध कराने, लोक निर्माण विभाग द्वारा हेलीपैड निर्माण, बैरिकेटिंग की व्यवस्था, पंडाल, ग्रीन रूम, सेफ हाउस की व्यवस्था करने, प्रोटोकॉल अधिकारी को वाहन की व्यवस्था करने, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण (विद्युत/यांत्रिकी) को प्रत्येक कार्यक्रम स्थल के लिए पृथक-पृथक सुरक्षित माइक, साउण्ड (पावर बैकअप सहित) एवं विद्युत व्यवस्था उपलब्ध कराने, जिला सेनानी नगर सेना रायपुर को प्रत्येक कार्यक्रम स्थल के लिए पृथक- पृथक अग्निशमन वाहन में दल की व्यवस्था, हेलीपैड के लिए अग्निशमन वाहन मय दल की व्यवस्था, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को पेयजल की व्यवस्था कराने, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर को आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था, डॉक्टर एवं चिकित्सकीय स्टाफ, दवाई की व्यवस्था, कार्यपालन यंत्री विद्युत विभाग को निर्बाध गति से विद्युत व्यवस्था एवं जनरेटर की व्यवस्था कराने सहित संबंधित अधिकारियों को कार्यक्ऱम के सफल क्रियान्वयन हेतु सौंपी है।
इस अवसर पर धरसींवा की विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा, अपर कलेक्टर बी बी पंचभाई, एसडीएम रायपुर एवं तिल्दा तथा संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
जिले के दूरस्थ क्षेत्र बिहारपुर में सुपोषण केंद्र का विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने किया औपचारिक शुभारंभ
सूरजपुर। जिले के दूरस्थ क्षेत्र बिहारपुर में सुपोषण केंद्र का औपचारिक शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक पारसनाथ राजवाड़े द्वारा किया गया, उल्लेखनीय है कि बिहारपुर क्षेत्र जिला मुख्यालय से लगभग150 किलोमीटर दूर है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र के कमजोर बच्चे समुचित इलाज हेतु विशेष पोषण केंद्र भैयाथान नहीं आ पाते थे। इनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेश सिंह सिसोदिया की विशेष मांग पर पहल करते हुए कलेक्टर इफत आरा ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. सिंह को विगत 2 माह पूर्व बिहारपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेष पोषण आहार केंद्र शुरू करने हेतु निर्देशित किया था।
कलेक्टर ने जिला खनिज न्यास निधि से आवश्यक राशि की उपलब्धत कराई। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कमजोर बच्चों का चुनाव कर प्रतीक्षा सूची तैयार की गई। जिसमें बिहारपुर क्षेत्र के आसपास के सभी कमजोर बच्चों को अब चिकित्सक की निगरानी में इस केंद्र में रखा जाएगा एवं आवश्यक उपचार के साथ पौष्टिक आहार जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदंड अनुसार अति गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए निर्धारित है उपलब्ध कराया जाएगा। इस विशेष पोषण आहार केंद्र के माध्यम से इस सुदूरवर्ती क्षेत्र के सभी कमजोर बच्चों को सुपोषित होने का शुभ अवसर प्राप्त होगा। निसंदेह प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का ही प्रतिफल है कि जिले में विगत 4 साल में 16000 से अधिक बच्चे सुपोषित हुए हैं।
इस अभियान को सफल बनाने हेतु मुख्यमंत्री क़ी मंशानुरूप जिला प्रशासन सतत् प्रयत्नशील है। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के जिला अधिकारी को इस केंद्र के शतप्रतिशत संचालित करने हेतु निर्देशित किया है जिससे सभी पात्र हितग्राहियों को समय सीमा के भीतर सुपोषित किया जा सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा उक्त केंद्र के शुभारंभ को बिहारपुर जैसे क्षेत्र में सुपोषण के विरुद्ध अभियान हेतु मील का पत्थर कहा गया है। क्षेत्रवासियों ने इस योजना के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का तथा केंद्र के शुभारंभ हेतु विधायक व संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े व कलेक्टर का आभार प्रकट किया।