छत्तीसगढ़
अमेरिका से भी इलाज के लिए हेमराज मांझी के पास आते हैं मरीज
रायपुर। आयुर्वेद में एक कहानी बताई जाती है। तक्षशिला विश्वविद्यालय में जब चरक और साथियों की गुरुकुल में शिक्षा पूरी हुई तो उनके गुरु ने अंतिम परीक्षा के लिए उन सभी को बुलाया। उनसे कहा कि ऐसे पौधे लाकर दें जिसमें औषधीय गुण हों और जिसके बारे में अब तक बताया न गया हो। सभी विद्यार्थी कुछ पौधे लेकर आये, केवल चरक कुछ नहीं लाये। जब चरक से गुरू ने पूछा कि पौधे क्यों नहीं लाए। चरक ने कहा कि मुझे सभी पौधों में कुछ न कुछ औषधीय गुण मिले, चूंकि सभी को लाना संभव नहीं था, इसलिए मैं खाली हाथ आया। गुरु जी ने कहा कि परीक्षा में केवल चरक उत्तीर्ण हुए। संसार में हर पौधे में कुछ न कुछ औषधीय गुण मौजूद हैं। यह कहानी बताती है कि जड़ी-बूटी के क्षेत्र में अनुसंधान की बड़ी गुंजाइश होती है।
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में रहने वाले वैद्य हेमराज मांझी ने अपना पूरा जीवन इन्हीं जड़ी-बूटियों की खोज की और लगभग पांच दशकों से हजारों लोगों को ठीक किया है। आम जनता की इस अहर्निश सेवा के चलते केंद्र सरकार ने इन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य अतिथि गृह पहुना में श्री मांझी का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने छत्तीसगढ़ का गौरव पूरे देश में बढ़ाया है। आपने परंपरागत जड़ी-बूटियों के माध्यम से अनेक बीमारियों में लोगों का उपचार किया है। अमेरिका जैसे देशों से भी पेशेंट आपके पास आये हैं। यह ऐसी विद्या है जिसे अगली पीढ़ी तक पहुँचाना है।
उल्लेखनीय है कि मांझी ने छोटे डोंगर में ऐसे समय में लोगों का जड़ी बूटियों से इलाज करने का निर्णय लिया जब यहां स्वास्थ्य सुविधाएं बिल्कुल नहीं थी। परिवार में किसी के वैद्य के पेशे में नहीं होने के बावजूद उन्होंने सेवाभाव के चलते यह निर्णय लिया। उनके अनुभव के चलते उनका ज्ञान बढ़ता गया और नारायणपुर के अलावा दूसरे जिलों के मरीज भी उनके पास आने लगे।
वैद्य मांझी ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम तो सेवा का कार्य कर रहे थे। लोगों का उपचार कर रहे थे और खुश थे। जब पता चला कि मोदी जी ने पद्मश्री के लिए चुनने का निर्णय लिया है तो पहले तो आश्चर्य हुआ। हमें लगा कि दिल्ली में भी बैठकर मोदी जी की सरकार पूरे देश में हो रहे अच्छे कामों पर नजर बनाये हुए हैं और सेवा का काम करने वालों को सम्मानित करते जा रही है।
जब रामलाल बरेठ चार साल के थे तब महाराजा चक्रधर सिंह ने पहचान ली थी उनकी प्रतिभा
रायपुर। प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए चयनित रायगढ़ घराने के कत्थक नर्तक रामलाल बरेठ जब केवल 4 साल के थे तभी महाराजा चक्रधर सिंह ने उनमें छिपी नृत्य की प्रतिभा पहचान ली थी। उन्होंने उनके पिता और इतने ही प्रतिभाशाली कत्थक कलाकार कीर्तनराम से कहा कि इसके कत्थक की प्रशिक्षण की व्यवस्था मैं अपनी देखरेख में करूंगा। उन्होंने देश भर के जाने-माने कलाकारों से बरेठ का प्रशिक्षण कराया।
महाराजा चक्रधर सिंह ने उन पर जो भरोसा दिखाया, उसे बरेठ ने पूरा किया। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से लेकर पद्मश्री तक का सफर तय कर उन्होंने रायगढ़ घराने को नई ऊंचाई दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उन्हें आज राज्य अतिथि गृह पहुना में आमंत्रित किया। साय ने कहा कि आपने छत्तीसगढ़ का गौरव पूरे देश में बढ़ाया है। मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने रायगढ़ की कला परंपराओं के बारे में काफी कहानियां सुनी हैं और महाराजा चक्रधर सिंह के बारे में भी काफी कुछ सुना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाराजा चक्रधर सिंह के बारे में यह कहा जाता है कि जब वो तबला बजाते थे तो इसमें लीन हो जाते थे और बारिश होने लगती थी। ऐसे महान कलाकार के संरक्षण में आपने कत्थक सीखा है इस पर हम सब गौरव करते हैं।
बरेठ अभी 88 साल के हो चुके हैं। उनका आरंभिक जीवन आर्थिक कठिनाइयों से घिरा रहा। रायगढ़ रियासत में महाराजा चक्रधर सिंह के जाने के बाद उनके परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। बरेठ बताते हैं कि कत्थक नृत्य अकेले का कर्म नहीं है। आपको इसके लिए कुशल संगतकार चाहिए। इसकी व्यवस्था करने और रायगढ़ घराने की प्रतिष्ठा को बनाये रखने मैंने कठिन परिश्रम किया।
बरेठ के देश के महान कत्थक कलाकारों के साथ बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंडित बिरजु महाराज के साथ उनके बहुत स्नेहिल संबंध रहे हैं। पंडित बिरजु महाराज उन्हें बहुत स्नेह पात्र मानते थे। बिरजु महाराज का जन्म भी रायगढ़ में हुआ। अच्छन महाराज जैसे प्रतिभाशाली लोगों से सीखने का अवसर मिला और कत्थक की शानदार यात्रा रायगढ़ घराने के प्रोत्साहन से शुरू हुई।
जूते-चप्पल पहने किसी को आता देखकर बिरहोर भाग जाते थे, उनसे जुड़ने जागेश्वर यादव ने ली जीवन भर नंगे पांव रहने की शपथ
रायपुर। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति के बिरहोर कुछ सालों पहले तक इतने संकोची थे कि जूते-चप्पल पहने हुए किसी को आता देखकर भाग जाते थे। उन्हें विकास की मुख्यधारा में शामिल करने जागेश्वर यादव ने जीवन भर जूते-चप्पल नहीं पहनने का संकल्प किया ताकि वे मिलने से सकुचाये नहीं। धीरे-धीरे वे बड़ा बदलाव लाने में कामयाब हुए और अभी बिरहोरों की पहली पीढ़ी शिक्षित हो गई है। वे शासकीय योजनाओं का लाभ लेने आगे बढ़ रहे हैं। जब जागेश्वर यादव 21 वर्ष के थे तब उन्होंने बिरहोर जनजाति के लोगों की दुर्दशा देखी और उनकी सेवा का संकल्प लिया। आज चार दशक हो गये हैं और उनका सेवा कार्य अनवरत जारी है।
संकल्पित भाव से बिरहोर जनजाति की सेवा करने वाले और पिछड़े वर्ग से आने वाले इस जननायक और सेवाभावी कार्यकर्ता का सम्मान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य अतिथि गृह पहुना में किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किये जाने के केंद्र सरकार के निर्णय पर शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने पूरे छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है। यादव ने भी मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए और उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पूरे रास्ते में आपका भरपूर सहयोग मिला जिसे मैं कभी नहीं भूलूँगा। आपने बिरहोर भाइयों के साथ बैठकर पतरी में चावल खाया। उनकी शिक्षा के लिए जो भी योजनाएं हम आपके पास लेकर गये। आपने कहा कि ये अच्छा काम है इसे आगे बढ़ाइये, मैं इसमें आपकी मदद करूंगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहली ही कैबिनेट में आवासीहीनों को आवास उपलब्ध कराने का जो निर्णय लिया है। उससे सभी बिरहोरों को पक्का मकान मिल पाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जागेश्वर यादव को पद्मश्री के लिए सम्मानित किये जाने का केंद्र सरकार का निर्णय सेवा भाव से संकल्पित एक कार्यकर्ता का सम्मान है। जब प्रदेश में कोरोना फैला और मोदी जी ने वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध कराई तब बिरहोर लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर आशंकाएं थीं और प्रशासन के अनेक बार आग्रह करने पर भी उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। फिरजागेश्वर यादव को इसके लिए बिरहोरों को तैयार करने भेजा गया। बिरहोर इनको अपना मसीहा मानते हैं। जब जागेश्वर यादव ने आग्रह किया तो सब तैयार हो गये, ये उनकी बिरहोरों की बीच गहरी पैठ का प्रमाण है। पाली विकासखंड में उन्होंने 3 कार्यक्रम बिरहोरों के लिए कराए और हर बार मैं इन कार्यक्रमों में शामिल हुआ। इनके सम्मान की जब जानकारी मुझे मिली तो मुझे बहुत खुशी हुई।
विकास की पटरी पर सरपट दौड़ता छत्तीसगढ़.... उसलापुर-बिलासपुर के बीच रेल फ्लाईओवर का काम पूरा
रायपुर। बिलासपुर रेलवे फ्लाईओवर के प्रारम्भ होने से कटनी की दिशा में चलने वाली गाड़ियां मुंबई-हावड़ा मार्ग पर निर्बाध दौड़ सकेंगी। इस फ्लाईओवर के पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार व्यक्त किया।
उसलापुर-बिलासपुर के बीच रेल फ्लाईओवर का काम पूरा हो गया है और इसे शुरू कर दिया गया है। इस ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन जल्द शुरू किया जाएगा। इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। इसके जरिए उन्होंने लिखा है कि छत्तीसगढ़ में रेलवे नेटवर्क में यह महत्वपूर्ण क्षमता जोड़ेगा। वहीं इस उपलब्धि के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रेलमंत्री का आभार जताया है।
इस फ्लाईओवर के शुरू होने से बिलासपुर यार्ड में ट्रेनों के क्रॉस होने की बड़ी परेशानी भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। सबसे बड़ी उपलब्धि ट्रेनों के परिचालन की स्थिति रहेगी, जिसमें सुधार होगा। वर्तमान में ट्रेनों को कटनी दिशा की ओर जाने में बिलासपुर यार्ड को क्रॉस करना पड़ता है। इसमें काफी समय लगता है। इसके साथ ही इस समय तक रायपुर से बिलासपुर और बिलासपुर से रायपुर दिशा की ओर आने-जाने वाली ट्रेनों को नियंत्रित भी करना पड़ता है। इसके चलते ट्रेनें लेट होती रही हैं।
इस फ्लाईओवर से ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने के बाद बिलासपुर से कटनी की दिशा की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें इस मार्ग से अविलंब उसलापुर होते हुए कटनी दिशा की ओर जाने लगेंगी। साथ ही बिलासपुर-रायपुर दिशा की ट्रेनों को नियंत्रित नहीं करना पड़ेगा, साथ ही उसलापुर स्टेशन पर यात्री सुविधा विकास के साथ ही व्यापारिक गतिविधियों का बेहतर संचालन करने में मदद मिलेगी।
मौसम अलर्ट: सोमवार को इन राज्यों में शीतलहर के बीच बारिश और बर्फ़बारी की चेतावनी
फाइल फोटो
रायपुर। देश में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप जारी है। शनिवार को भी कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ती रही। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर प्रदेश और बिहार में घने कोहरे और गंभीर ठंड की स्थिति के पूर्वानुमान को 29 जनवरी तक बढ़ा दिया है। इन राज्यों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
मौसम एजेंसी स्काई मेट वेदर के मुताबिक, 31 जनवरी से एक पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। वहीं विदर्भ और इससे सटे मराठवाड़ा पर प्रति चक्रवात बना हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर हल्की से बहुत हल्की बारिश संभव है।
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति होने की संभावना है। बिहार के कुछ हिस्सों में शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति और उसके बाद अगले 2 दिनों तक शीत दिवस की स्थिति जारी रहने की संभावना है। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बन सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश और बर्फबारी हुई।
उत्तरी तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, सिक्किम, असम और मेघालय में एक या दो स्थानों पर हल्की से बहुत हल्की बारिश हुई। बिहार के कुछ हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति उत्पन्न हुई।
सीएम साय ने मोदी का लिखा पत्र... रामलला प्राण प्रतिष्ठा में माता शबरी का जिक्र करने लिए व्यक्त किया आभार
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अयोध्या धाम में श्री रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर छत्तीसगढ़वासियों की भावनाओं को साझा किया है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि अयोध्या धाम से दिए गए संबोधन में प्रधानमंत्री ने माता शबरी की भक्ति और भगवान राम के आने की प्रतिक्षा को जिस तरह रेखांकित किया, उसने छत्तीसगढ़वासियों को द्रवित कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि पूरा देश और हम सभी छत्तीसगढ़वासी अयोध्या धाम के श्री राम जन्मभूमि में श्री रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर आह्लादित हैं। भारतीय जनमानस के इस स्वप्न को आकार देने के पीछे करोड़ों रामभक्तों और सैकड़ों बलिदानियों के साथ आपके संकल्प की महती भूमिका रही है।
पत्र में आगे मुख्यमंत्री ने लिखा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल भी है, इसलिए हमारी खुशी का कोई पारावार नहीं है। पूरे छत्तीसगढ़ में इस तिथि को रामोत्सव के रूप में मनाया गया। मैंने इस अवसर पर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का अवलोकन माता शबरी के पवित्र धाम शिवरीनारायण से करने का निश्चय किया। अभिजीत मुहूर्त के शुभ क्षणों में जब आपने श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तो यह हम सबके लिए उल्लास का, भावुकता का और गौरव का क्षण था।
प्रधानमंत्री के संबोधन के संबंध में अपनी बात साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा कि आपके ओजमयी, गरिमामयी और यशस्वी संबोधन को सुनना हम सबके लिए विलक्षण और प्रेरणादायी अनुभव रहा। इसमें आपने अयोध्या धाम से माता शबरी की प्रतिक्षा का भी स्मरण किया। आपने कहा कि सुदूर कुटिया में जीवन गुजारने वाली मेरी आदिवासी माँ शबरी का ध्यान आते ही अप्रतिम विश्वास जागृत होता है। माँ शबरी तो कब से कहती थी राम आयेंगे। प्रत्येक भारतीय में जन्मा यही विश्वास सक्षम भव्य भारत का आधार बनेगा। यही तो है देव से देश और राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार।
मुख्यमंत्री ने शिवरीनारायण और पूरे प्रदेश की भावनाओं को साझा करते हुए लिखा कि आपके इन सुंदर शब्दों ने शबरी धाम में रहने वाले शिवरीनारायण के हजारों लोगों और करोड़ों छत्तीसगढ़वासियों तथा देश भर में रहने वाले करोड़ों वनवासियों को द्रवित किया है। इसके लिए माता शबरी के इस धाम से हम आपके प्रति कृतज्ञता का भाव व्यक्त करते हैं। इन वनवासियों ने सैकड़ों बरसों से अपने मन में श्रीराम की मंजूल छवि बसाई है। राम उनकी चेतना के हिस्से हैं। शबरी जैसी माताओं का आदर कर, निषादराज की मित्रता का सम्मान कर भगवान श्रीराम ने हम सबके लिए रामराज्य का आदर्श स्थापित किया है। आपके मार्गदर्शन में और प्रेरणा से श्रीराम के ननिहाल में भी रामराज्य की संकल्पना को मूर्त रूप देने केंद्र सरकार की जनजातीय समूहों के लिए आरंभ की गई योजनाओं का लाभ हम तेजी से इन लक्षित समूहों तक पहुँचा रहे हैं।
पत्र का समापन करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा कि हम भगवान श्रीराम के ननिहाल की ओर से और माता शबरी के धाम छत्तीसगढ़ से आपको पुनः आभार व्यक्त करते हैं। प्रभु श्रीराम और माता शबरी के लाखों भक्तों की ओर से आपको श्री रामलला प्राण-प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक कार्य के लिए और इस अवसर पर माता शबरी के पुण्य स्मरण के लिए मैं हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।
बिहार के सियासी हलचल में अब छत्तीसगढ़ की एंट्री.... पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को मिली यह जिम्मेदारी
रायपुर। बिहार में चल रही सियासी हलचल के बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिहार की सियासी गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भूपेश बघेल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने तत्काल प्रभाव से बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा और अन्य पार्टी गतिविधियों के लिए सीनियर कोऑर्डिनेटर बनाया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए समन्वयकों की नियुक्ति की है। यह नियुक्ति उन राज्यों के लिए की गई है, जहां से राहुल गांधी की न्याय यात्रा गुजरेगी। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में धीरज गुर्जर और उषा नायडू को कोआर्डिनेटर नियुक्त किया है जो छत्तीसगढ़ में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी से समन्वय करेंगे।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को नई दिल्ली आ गए हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुरुवार को पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई है और यहां प्रवेश करने के बाद दो दिन का ब्रेक लिया है। यात्रा इस महीने के अंत में बिहार में प्रवेश करेगी। यह यात्रा 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 15 राज्यों के 110 जिलों से होते हुए 20 या 21 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी।
‘मुरिया दरबार’ में शामिल लोक-कलाकारों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की मुलाकात
रायपुर। नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड से पूर्व 24 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न प्रदेशों से झांकी के प्रदर्शन के लिए राजधानी आए लोक-कलाकारों को आमंत्रित कर उनसे मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। इसी दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की झांकी ‘बस्तर की आदिम जनसंसद: मुरिया दरबार’ में शामिल लोक-कलाकारों से भी मुलाकात की। इन कलाकारों को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी शुभकामनाओं के साथ छत्तीसगढ़ से नई दिल्ली रवाना किया था।
प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से आयीं महिला कलाकारों को अच्छे एवं जीवंत प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने राज्यों से नई दिल्ली पहुंचे एनसीसी और एनएसएस के बच्चों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सूचना एंव प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, तथा अन्य मंत्रिगण मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड देश की नारी शक्ति को समर्पित है। मैं आज यहां इतनी बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से आई बेटियों को देख रहा हूं। आप यहां अकेले नहीं आए हैं बल्कि आप सभी अपने साथ अपने राज्यों के रीति रिवाज और अपने समाज की समृद्ध सोच भी लेकर आए हैं। आज आप सब से मिलना भी एक विशेष अवसर बन गया है।
कड़ाके की ठंड में आप सभी ने घने कोहरे के बीच दिन-रात रिहर्सल किया और गजब की परफॉर्मेंस दे रहे हैं। मुझे पक्का विश्वास है कि जब आप यहां से अपने घर जाएंगे तो आपके पास गणतंत्र दिवस के अनुभवों के बारे में बताने के लिए काफी कुछ होगा और यही तो इस देश की विशेषता है। विविधताओं से भरे हमारे देश में सिर्फ एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने से ही जीवन में नए अनुभव जुड़ने लग जाते हैं।
द्वारिकाधाम के लिए अब बिलासपुर से मिलेगी सीधी ट्रेन... बिलासपुर से 29 जनवरी को पहली ट्रेन
रायपुर।
ऐसे स्थलों पर यात्री उन ट्रेनों में रिजर्वेशन कराते हैं, जो जोनल स्टेशन से थ्रू गुजरती है। इन धार्मिक स्थलों में एक नाम द्वारिकाधाम का भी है। द्वारिका से हावड़ा-ओखा एक्सप्रेस चलती है। यह ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन से होकर गुजरती है। द्वारिकाधाम जाने वाले अधिकांश यात्री इसी ट्रेन में रिजर्वेशन कराते हैं। थ्रू गुजरने की वजह से बर्थ की संख्या निर्धारित है। इस वजह से कई बार यात्रियों को कंफर्म बर्थ नहीं मिल पाती।
बिलासपुर से सीधी ट्रेन की सुविधा होने से बर्थ की संख्या बढ़ेगी और यात्रियों को इसका लाभ भी मिलेगा। इसे देखते हुए बिलासपुर-हापा साप्ताहिक एक्सप्रेस को ओखा रेलवे स्टेशन तक विस्तार किया गया है। यह साप्ताहिक ट्रेन बिलासपुर से प्रत्येक सोमवार और ओखा से प्रत्येक शनिवार को चलेगी। पहले हापा स्टेशन पहुंचने के बाद परिचालन समाप्त हो जाता था। हापा से द्वारिका स्टेशन काफी दूर है। ऐसी स्थिति में लोगों हापा से दूसरी ट्रेन या संसाधनों के माध्यम से यात्रियों को द्वारिका जाना पड़ता था।
राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत हुईं रीना बाबासाहेब कंगाले... दंतेवाड़ा कलेक्टर भी हुए पुरस्कृत
रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में चुनावों के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किए। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले को चुनाव के दौरान अच्छा काम करने के लिए बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। वहीं चुनाव के दौरान बेस्ट इलेक्शन मैनेजमेंट के लिए तत्कालीन दंतेवाड़ा कलेक्टर विनीत नंदनवार को भी राष्ट्रपति के हाथों अवॉर्ड मिला।
राष्ट्रपति ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, हमारे लोकतंत्र की विशालता और विविधता हमारे लिए गर्व की बात है और इसकी गौरवशाली यात्रा में चुनाव आयोग की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अब तक चुनाव आयोग द्वारा 17 आम चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव कराए जा चुके हैं। उन्होंने निष्पक्ष और समावेशी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग की वर्तमान और पिछली टीमों की सराहना की।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि देश की चुनाव प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर आधुनिक तकनीक का सफ ल उपयोग दुनिया के सभी लोकतांत्रिक देशों के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि देश के सभी हिस्सों में रहने वाले मतदाताओं के लिए व्यवस्था करना आसान नहीं है।
तमाम तरह की चुनौतियों के बावजूद चुनाव आयोग की टीम इस कठिन काम को अंजाम देती है। उन्होंने कहा, यह हमारे लोकतंत्र की बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने उन लोगों के लिए घर पर मतदान की सुविधा प्रदान करने के लिए चुनाव आयोग की सराहना की जो मतदान केंद्रों पर नहीं जा सकते।
जंगली सूअर मारने को लगाए करंट से बाघ की मौत... जमीन से बाहर निकाली गई लाश, पांच आरोपी गिरफ्तार
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला स्थित गोमर्डा अभयारण्य में जंगली सूअर पकड़ने के लिए लगाए गए करंट की चपेट में आने से एक बाघ की मौत हो गई थी। आरोपियों ने बाघ को नदी किनारे गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था। मामले का खुलासा होने के बाद बाघ के लाश को बरामद कर लिया गया है। वहीं पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
बतादें कि बीते दिसंबर महीने में गोमर्डा अभ्यारण्य में एक बाघ की गतिविधियों का पता चला था। तब से वन विभाग की ओर से उसकी निगरानी और ट्रैकिंग की जा रही थी। इसके लिए विशेष बाघ सुरक्षा बल यानी एसटीपीएफ का गठन किया गया था। इस दौरान बाघ के पंजों के निशान लगातार खोजकर उस पर नजर रखी जा रही थी।
बीते 12 जनवरी से उसके निशान दिखने बंद हो गए। तब से मामला संदिग्ध हो गया था। इससे अभयारण्य प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ था और लगातार पतासाजी की जा रही थी। आखिरकार 24 जनवरी को पता चला कि अभयारण्य क्षेत्र के ही घोरघंटी गांव के पास बाघ की मौत हो गई है।
जानकारी के आधार पर पहले 3 ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे जंगली सूअर पकड़ने के लिए जंगल में करंट लगाकर रखे थे. लेकिन, बाघ इसकी चपेट में आ गया। बाघ की मौत होने के बाद उन्होंने उसकी लाश को लात नदी के किनारे गड्ढा खोदकर गाड़ दिया था। उनकी निशानदेही पर गड्ढा खोदकर बाघ की लाश को बरामद कर लिया गया है। वहीं कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
वन अमले ने सीताराम सिदार, ग्राम घोरघंटी, रामचरण बरिहा, ग्राम घोरघंटी, सहदेव बरिहा, ग्राम घोरघंटी, बंशीलाल बरिहा, ग्राम घोरघंटी, धनुराम साहू, ग्राम सालार को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आई है। लिहाजा, एक बीट गार्ड को निलंबित कर दिया गया है। जबकि प्रभारी रेंजर और सहायक रेंजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
राशन कार्ड नवीनीकरण: मोबाइल से भी किया जा सकता है रिनुएल.. ऐसे करें आवेदन
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत वर्तमान में प्रचलित सभी 77 लाख राशनकार्डों के नवीनीकरण का कार्य चल रहा है। राशनकार्ड के रिनुएल की प्रक्रिया काफी आसान है। मोबाइल के जरिये भी नवीनीकरण का आवेदन किया जा सकता है। खाद्य विभाग ने राशन कार्डों के नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन सुविधा देकर इसे काफी आसान बना दिया है। पहले दिन आज एक लाख 41 हजार 547 राशनकार्डधारियों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया, इनमें से एक लाख 33 हजार 640 लोगों ने स्वयं मोबाइल एप्प के माध्यम से तथा 7 हजार 907 हितग्राहियों ने उचित मूल्य दुकान संचालक के माध्यम से नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है।
राशन कार्ड का नवीनीकरण ऐसे करें
राशन कार्ड की नवीनीकरण के लिए कार्डधारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर राशन कार्डों का समय बद्ध नवीनीकरण हेतु आवेदन की प्राप्ति खाद्य विभाग द्वारा बनाए गए एप्प से होगी। इस एप्प को आप अपने एंड्राइड मोबाइल में इंस्टाल करके राशन कार्ड का नवीनीकरण हेतु आवेदन कर पाएंगे। मोबाइल नहीं होने के कारण आप अपना आवेदन राशन दूकान में जाकर करा सकते है।
· नवीनीकरण आवेदन हेतु एप्प – राशनकार्ड का नवीनीकरण खाद्य विभाग द्वारा तैयार एप्प के माध्यम से की जाएगी। इस एप्प को आप खाद्य विभाग की वेबसाइट – https://khadya.cg.nic.in पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है।
· राशन कार्ड धारी स्वयं इस एप्प को इंस्टाल करके पूर्व के राशन कार्ड के पहले पेज पर स्थित क्यूआर कोड को स्केन करके नवीनीकरण हेतु इलेक्ट्रानिक आवेदन प्रस्तुत करेंगे।
· क्यूआर कोड स्केन करते ही राशन कार्ड में दर्ज सभी जानकारी , ई – केवायसी की स्थिति सहित सभी विभागीय डेटाबेस से तत्काल प्रदर्शित होने लगेगी। क्यूआर कोड स्केन नहीं होने के स्थिति में होने पर राशन कार्ड क्रमांक और मोबाइल नंबर से इलेक्ट्रानिक आवेदन प्रस्तुत किया जा सकता है।
· राशन कार्डधारी मुखिया अथवा सदस्य के ई – केवायसी पूर्ण होने की स्थिति में नवीनीकरण हेतु आवेदन के बटन को क्लीक कर आवेदन प्रस्तुत किया जा सकता है।
· इस प्रक्रिया को पूर्ण करते ही आवेदक को आवेदन सफलतापूर्वक करने की जानकारी और 30 दिवस के भीतर नवीनीकृत राशन कार्ड जारी होने की जानकारी प्राप्त हो जाएगी। शेष आगामी कार्यवाही वर्तमान में राशन कार्ड जारी करने हेतु प्रक्रिया के अनुसार पीडीएफ निर्माण , राशन कार्ड में प्राधिकृत अधिकारी के हस्ताक्षर के उपरांत नवीनीकृत राशन कार्ड जारी की जाएगी।
· यदि आप स्वयं आवेदन नहीं कर पाएंगे पास एंड्रायड फोन नहीं होंगे इसके अलावा आप नेटवर्क कनेक्टिविटी क्षेत्र से बाहर रहते है तो आप शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर जाकर अपना इलेक्ट्रानिक आवेदन प्रस्तुत करावा सकते है। आवेदन प्रस्तुत होने के बाद ऊपर दी गई जानकारी के अनुसार ही आपका भी नवीनीकृत राशन कार्ड जारी की जाएगी। राशन दुकान वाले क्षेत्र में भी नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होने पर जानकारी को भरकर नेटवर्क वाले क्षेत्र में जाकर जानकारी को सब्मिट की जाएगी।
नए राशन कार्ड का वितरण इस प्रकार होगा
· नए राशन कार्ड का वितरण से पहले आपके द्वारा किये गए आवेदन के आधार पर पीडीएफ फाइल जनरेट की जाएगी। पीडीएफ फाइल को प्रिंट कर उसमे नए कवरिंग की जाएगी।
· अब राशन कार्ड को ग्राम पंचायत या नगरीय निकाय के माध्यम से राशन कार्डधारी को वितरित की जाएगी। सामान्य राशन कार्ड के अलावा अन्य सभी प्रकार राशन कार्ड को निःशुल्क प्रदान की जाएगी ,वहीँ सामान्य राशन कार्ड हेतु 10 रु. शुल्क निर्धारित की गई है। वितरित राशन कार्ड की जानकारी को खाद्य विभाग के वेबसाइट पर अपलोड कर स्थिति / प्रोग्रेस की जानकारी दी जाएगी।
· आवेदन करते समय प्राप्त होने वाले आवेदन क्रमांक के आधार पर राशन कार्डधारी नवीनीकरण की स्थिति ज्ञात कर सकता है। अतः आवेदन करते समय प्राप्त होने वाले आवेदन क्रमांक को अवश्य नोट कर लेवें।
लोकसभा चुनावः नांदगांव से भूपेश, महासमुंद से ताम्रध्वज और जांजगीर से शिव डहरिया लड़ सकते है चुनाव
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। शुक्रवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई, जिसमें वरिष्ठ नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव रखा गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनांदगांव लोकसभा सीट, पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को महासमुंद, पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को कांकेर, जांजगीर से शिव डहरिया को लड़ाने का सुझाव बैठक में दिया गया। कोरबा से ज्योत्सना महंत और बस्तर से दीपक बैज का नाम भी शामिल है। चुनाव समिति की बैठक के बाद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के छत्तीसगढ़ आने पर भी चर्चा होगी।
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा, प्रमुख नेताओं से खुले माहौल में चर्चा की गई है। यह चुनाव जीतना बहुत जरूरी है। हमारा मत प्रतिशत भाजपा के बराबर रहा है। नए और अनुभवी चेहरों पर पार्टी दांव खेलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चुनाव लड़ने पर कहा, यह फैसला सीईसी लेगा। सबसे बेहतर और सबसे टिकाऊ प्रत्याशी निकल कर आए हैं। चुनाव हम जीतने के लिए लड़ रहे हैं और चुनाव में हार-जीत चलती रहती है। शनिवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक होगी। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में यह बैठक होगी, जिसमें पीसीसी चीफ, पूर्व सीएम सहित सभी बड़े नेता शामिल होंगे।
Railway News: बिलासपुर स्टेशन से रवाना होने वाली 14 लोकल ट्रेनें आज रद्द
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर यार्ड में फूट ओवर ब्रिज पर गर्डर लांच का कार्य किया जा रहा है। इसके चलते आज बिलासपुर में स्टेशन से रवाना होने वाली 14 लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर एवं शहडोल से चलने वाली गाडी संख्या 08740/08739 बिलासपुर-शहडोल-बिलासपुर मेमू स्पेशल। बिलासपुर एवं रायगढ़ से चलने वाली गाडी संख्या 08735/08738 बिलासपुर-रायगढ़- बिलासपुर मेमू स्पेशल। -रायगढ़ एवं बिलासपुर से चलने वाली गाडी संख्या 08737 / 08736 रायगढ़-बिलासपुर – बिलासपुर मेमू स्पेशल। -बिलासपुर से चलने वाली 08727 बिलासपुर – रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल। -बिलासपुर एवं कोरबा से चलने वाली 08732/08731 बिलासपुर – कोरबा – बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
इसी तरह बिलासपुर एवं गेवरा रोड से चलने वाली 08734/08733 बिलासपुर – गेवरा रोड – बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल। बिलासपुर एवं रायपुर से चलने वाली 08719 /08728 बिलासपुर – रायपुर – बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल। कोरबा से चलने वाली 08279 कोरबा – रायपुर पैसेंजर स्पेशल रद्द की गई है।
लोकतंत्र की सफलता में मतदाताओं की भूमिका अहम - न्यायमूर्ति टीपी शर्मा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोकायुक्त न्यायमूर्ति टीपी शर्मा ने कहा है कि लोकतंत्र को निरंतर सुदृढ़ करने और लोकतंत्र की सफलता में मतदाताओं की सशक्त तथा अहम भूमिका है। 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि अपने मताधिकार का उपयोग करना मतदाताओं का अधिकारी भी है और कर्तव्य भी। इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय रायपुर के विवेकानंद सभागार में आयोजित समारोह में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पीएस ध्रुव, जिला निर्वाचन अधिकारी रायपुर गौरव कुमार सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
न्यायमूर्ति टीपी शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ शहरी क्षेत्रों में भी मतदान के प्रति जागरूकता बढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात की है कि हम मतदान के अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य के महत्व को स्वयं समझे और साथ ही अन्य लोगों को भी जागरूक करें।
राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता कर रहे इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि युवाओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है जो आश्वस्त करता है कि देश में लोकतंत्र आने वाले दिनों में और सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में लगातार पारदर्शिता बढ़ती जा रही है जो यह भी आश्वस्त करती है आम मतदाताओं की भूमिका बढ़ रही है। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने सभी उपस्थित लोगों को मतदाता जागरूकता की शपथ भी दिलाई।
न्यायमूर्ति शर्मा एवं कुलपति डॉ चंदेल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर कृषि महाविद्यालय परिसर में मतदाता जागरूकता पर आधारित एक दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में प्रदेशभर में आयोजित किए जाने वाले मतदाता जागरूकता अभियानों पर आधारित छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया है।
पोषण बने बीज निगम के MD, देवेंद्र विशेष सचिव आबकारी, देखिए ट्रांसफर आदेश
रायपुर। प्रदेश में प्रशासनिक अफसरों के तबादलों का दौर जारी है। गुरुवार को सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डीडी सिंह ने चार और अधिकारियों को ट्रांसफर किया। जारी आदेश के मुताबिक पोषण चंद्राकर को बीज निगम का प्रबंध संचालक (MD) बनाया गया है। इससे पहले वे महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव थे। देवेंद्र भारद्वाज को विशेष सचिव वाणिज्यिक कर (आबकारी) बनाया गया है। उन्हें आवास एवं पर्यावरण विभाग के साथ नियंत्रक नापतौल विभाग का एडिश्नल चार्ज दिया गया है।
देवेंद्र के पास इससे पहले विशेष सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी थी। विमला नावरिया को संयुक्त सचिव वेटनरी पदस्थ किया गया है। उन्हें मत्स्य पालन विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
एक दूसरे आदेश में राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रकाश सिंह राजपूत अपर कलेक्टर खैरागढ़-छुईखदान-गंडई से अंबिकापुर नगर निगम का आयुक्त बनाया गया है। बता दें कि इस आदेश से पहले भी 7 आईएएस का तबादला आदेश जारी किया है। जिसमें कई अफसरों को जिला पंचायतों का सीईओ बनाया गया है।
नए वाणिज्यिक भवनों में ऊर्जा दक्षता के लिए लागू होगा ऊर्जा संरक्षण भवन कोड
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नए वाणिज्यिक भवनों के डिजाइन और संरचना में आवश्यक सुधार कर ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ ऊर्जा संरक्षण भवन कोड बनाया गया है। इस कोड से नए वाणिज्यिक भवनों की ऊर्जा दक्षता में सुधार होगा। यह कोड बिजली में खपत में कमी के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगा। इस नए कोड में अक्षय ऊर्जा का उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) और ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, भारत सरकार की सहायता से छत्तीसगढ़ विगत 24 जनवरी 2024 को छत्तीसगढ़ ऊर्जा संरक्षण भवन कोड की विस्तार से जानकारी देने के लिए स्टेकहोल्डर्स की बैठक आयोजित की गई।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने बताया कि वाणिज्यिक भवनों और नई इमारतों में ऊर्जा दक्षता लाने में ऊर्जा संरक्षण भवन कोड एक महत्वपूर्ण नियामक उपाय है। इस कोड का उपयोग से निर्मित भवनों में ऊर्जा की आवश्यकता 25 से 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। उन्होंने बताया कि ऊर्जा संरक्षण भवन कोड के नियमों की अधिसूचना प्रक्रियाधीन है। इस कोड के क्रियान्वयन से नए वाणिज्यिक भवनों के माध्यम से प्रति वर्ष कम से कम 3 करोड़ यूनिट बिजली की बचत होगी। उन्होेंने यह भी बताया कि स्टेकहोल्डर्स के सहयोग से बिल्डिंग के नियमों बिल्डिंग अनुमति प्रक्रिया और एसओआर में इसे शामिल किया जाना है।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक मनोज खरे ने कहा चूंकि अधिकांश थर्मल पावर प्लांट कोयला आधारित हैं और राज्य में उत्पादित बिजली कई अन्य राज्यों को निर्यात की जाती है, इसलिए औद्योगिक क्षेत्र के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन का भार पहले से ही अधिक है। छत्तीसगढ़ के भवन निर्माण क्षेत्र और बुनियादी ढांचे के विकास से इन उत्सर्जन में बढ़ोतरी हो रही है। हमारे पर्यावरण को बचाने के लिए, उद्योगों, भवनों, परिवहन, डिस्कॉम और नगर पालिकाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता पहल लागू की जानी चाहिए। प्रत्येक क्षेत्र की संचयी बचत, ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में पर्याप्त बचत हासिल करने में सक्षम होगी।
बैठक में जानकारी दी गई ऊर्जा संरक्षण भवन कोड को 17 मार्च 2023 को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अधिसूचित किया गया था। यह एक तकनीकी कोड है जो विभिन्न भवन डिजाइन और सिस्टम दक्षता मापदंडों के अनुपालन के माध्यम से कुल निर्मित क्षेत्र 1000 वर्गमीटर से अधिक या 50 किलोवाट और उससे अधिक के कनेक्टेड लोड या 60 केवीए और उससे अधिक की अनुबंध भार के साथ वाणिज्यिक भवनों में ऊर्जा दक्षता प्राप्त करने के लिए न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करता है। बैठक में डिजाइन ऑक्यूपेंसी सर्विसेज, जयपुर के सस्टेनेबिलिटी कंसल्टेंट और बिल्डिंग एनर्जी विशेषज्ञ मोहित त्रिपाठी ने राज्य में सीजीईसीबीसी के क्रियान्वयन के लिए सभी हितधारकों से एकीकृत दृष्टिकोण के लिए आगे बढ़ने के तरीके पर एक तकनीकी प्रस्तुति दी।