छत्तीसगढ़
होम वोटिंग के माध्यम से घर पर मतदान कर 92 वर्षीय सुलखन सोनपिपरे लोकतंत्र के महापर्व में हुए शामिल
राजनांदगांव | भारत निर्वाचन आयोग के उद्देश्यों को परिलक्षित करते हुए मतदान अधिकारियों द्वारा जिले के चिन्हांकित दिव्यांगजनों और 85 प्लस बुजुर्ग व्यक्तियों के घरों में जाकर मतदान कराया गया। अत्यंत दिव्यांगता और अधिक उम्रदराज से लोकतंत्र में हिस्सा बनने से वंचित न हो, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई है। जिले के उम्रदराज और दिव्यांगजनों ने होम वोटिंग कर लोकतंत्र में अपनी उपयोगिता साबित की है। होम वोटिंग के लिए नियुक्त मतदान अधिकारियों ने मतदान कराने दूरस्थ वनांचल ग्राम खैरबना, मोहनपुर, गाताटोला, तेन्दूनाला, आसरा, पुरेना, अण्डी, बिच्छीटोला, पिनकापार, मेढ़ा जाकर दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के घरों में दस्तक दी। होम वोटिंग के लिए शेष रहे मतदाताओं का 19 अप्रैल को मतदान कराया गया। मतदान अधिकारियों को अपने घर में देखकर मतदाताओं सहित परिजनों ने खुशी जाहिर की। मतदाताओं ने कहा यह बहुत अच्छा क्षण है जिससे हम अपने देश के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
जिले के अंतिम छोर वनांचल ग्राम खैरबना निवासी 98 वर्षीय सोनकुंवर चंद्रवंशी और 97 वर्षीय सोनाबाई निषाद ने घर पर लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए अपने मताधिकार का उपयोग किया। सोनकुंवर अत्यंत बुजुर्ग हैं। वे नहीं चल पाती हैं न ही बोल पाती हैं। सोनकुंवर की नाती देवानंद ने मतदान करने के लिए सहयोग किया। परिजनों ने बताया कि पहले मतदान केन्द्र तक मतदान कराने के लिए ले जाया जाता था। लेकिन पिछले विधानसभा निर्वाचन में बीएलओ द्वारा होम वोटिंग की सूचना देने पर चिन्हांकित किया गया। पिछले विधानसभा निर्वाचन में भी होम वोटिंग के माध्यम से मतदान की थी और इस बार लोकसभा निर्वाचन में भी घर में मतदान करने का अवसर मिला है। ग्राम खैरबना की सोना बाई निषाद के बेटे ने मतदान करने में सहयोग किया। सोना बाई के बेटे ने बताया कि उनकी मां को आंखों से ज्यादा दिखाई नहीं देता है और उम्र अधिक होने के कारण स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। जिसके कारण पिछले निर्वाचन में मतदान से वंचित रह गई थी, लेकिन इस बार होम वोटिंग सुविधा से मतदान करने का अवसर मिला है।
ग्राम गाताटोला निवासी 91 वर्षीय गणेशिया बाई चंद्रवंशी ने घर में मतदान कर अपने मताधिकार का उपयोग किया। गणेशिया बाई के घर विवाह समारोह का कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच मतदान अधिकारियों द्वारा गणेशिया बाई का होम वोटिंग कराया गया। इस दौरान उनके यहां मेहमान भी उपस्थित थे। सभी ने होम वोटिंग सुविधा की सराहना की। गणेशिया बाई की अधिक उम्र होने के कारण सुनने की समस्या है। उनके परिजनों ने बताया कि पिछले विधानसभा निर्वाचन के दौरान भी होम वोटिंग किया गया था। यह सुविधा मिलने से बुजुर्ग व्यक्ति के लिए बहुत सहारा मिलता है। गणेशिया बाई पहले मतदान केन्द्र में जाकर मतदान करती थी। यह सुविधा मिलने से घर पर वोट करना बहुत अच्छा लगा है।
मतदान कर्मियों के जलपान, चाय और नाश्ता का पैसा हजम कर गया सीएमओ... कलेक्टर ने किया निलंबित
रायपुर। चुनाव ड्यूटी में लगे मतदान कर्मियों को धूप से बचाने के लिए पंडाल बनाने और उनकी चाय नाश्ता की व्यवस्था की रकम मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने खुद खा लिया। न तो मतदान कर्मियों के चाय नाश्ते की व्यवस्था की गई और ना ही भीषण गर्मी में मतदान कर्मियों को धूप से बचाने तिरपाल लगाया गया। यहां तक के पीने के पानी की व्यवस्था नहीं की गई। इसे गंभीरता से लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी किरंदुल को निलंबित कर दिया है।
नगर पालिका परिषद किरंदुल में पीआर कोर्राम प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। उन्हें लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 26 के द्वारा नगरी निकाय क्षेत्र किरंदुल के अंतर्गत आने वाले 21 मतदान केंद्रों में आवश्यक व्यवस्थाएं जिम मतदान केंद्रों में तिरपाल लगाने, मतदान कर्मियों के नाचते हुए पीने के पानी की व्यवस्था समेत अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का दायित्व सौंपा गया था। इस हेतु राशि भी आवंटित की गई थी और उनसे कर्तव्यों के निर्वहन की अपेक्षा की गई थी।
प्रभारी सीएमओ कोर्राम के द्वारा दायित्व का निर्वहन न कर निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण एवं समय सीमा के कार्य के प्रति उदासीनता और घोर लापरवाही बरती है। जिसे सिविल सेवा आचरण नियम के नियम 3 (क) एवं सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण नियम के नियम 9(1) के तहत दंडनीय है। अतएव लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 20 ( क) के तहत जिले में निर्वाचन के संचालन एवं पर्यवेक्षक के निहित अधिकारों का प्रयोग करते हुए पी आर कोर्राम प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद की किरंदुल तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
महानदी में डूबी नाव... 70 लोगों थे सवार... रेस्क्यू टीम ने सात लोगों को शव निकाला
रायपुर। छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे ओडिशा के रेंगाली क्षेत्र के शर्धा महानदी घाट के पास शुक्रवार की शाम नाव पलट गया। भुवनेश्वर से आई स्कूबा डाइव की टीम ने बच्चों व महिलाओं समेत 7 शव निकाल लिए हैं। डूबने वालों में अधिकांश छत्तीसगढ़ के लोग हैं, जो मंदिर में पूजन के लिए जा रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के शर्धा में पथरसेनी मंदिर है। नदी के तट के पास बने इस मंदिर की प्रसिद्धि दूर-दूर तक है। यही वजह है कि रायगढ़ जिले के ओडिशा से लेकर इलाकों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में वहां पूजन के लिए जाते हैं. शुक्रवार को भी ग्राम कोतरलिया निवासी गंगाराम लोहर के घर खरसिया से करीब 50 लोग आए थे। बताया जा रहा है कि नाव में करीब 70 लोग सवार थे. बीच नदी में अचानक बैलेंस बिगड़ा और नाव पलट गई. मौके पर अफरातफरी मच गई. अधिकांश लोग तैरकर बाहर आ गए, लेकिन कई बच्चे व महिलाएं फंस गए. पानी में डूबने के बाद कई गायब हो गए। वहीं शाम को ही कुछ लोगों के शव निकाल लिए गए थे. बाकी लापता की तलाश की जा रही थी।
लोकसभा चुनाव 2024: छत्तीसगढ़ में58.14 और मध्य प्रदेश में 53.40 फीसद मतदान
रायपुर। देशभर में आज लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान की शुरू हो गया। आज यानी 19 अप्रैल को देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हुआ। पहले चरण में छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट के लिए मतदान हुआ। बस्तर में कुल 58.14 फीसद मतदान हुआ। वहीं मध्य प्रदेश की छह सीटों पर दोपहर तीन बजे तक मतदान का प्रतिशत 53.40 रहा।
बतादें कि लोकसभा चुनाव सात चरणों में आयोजित किए जाएंगे, जो 19 अप्रैल से शुरू हो गए। इसके बाद दूसरे चरण के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा। फिर 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी. आइये जानते हैं, आज 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की किन सीटों पर वोटिंग होने वाली है।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले नियंत्रण कक्ष के माध्यम से बस्तरकी चुनावी गतिविधियों पर नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 1961 मतदान केंद्रों में से 811 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदान प्रक्रिया की निगरानी की जा रही है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा है कि मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव-2024 के प्रथम चरण में प्रदेश के छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। सिर्फ बालाघाट जिले के 3 विधानसभा क्षेत्रों- बैहर, लांजी, एवं परसवाड़ा के सभी मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक ही मतदान कराया जायेगा।
राजन ने बताया कि सभी छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में दोपहर 3 बजे तक 44.43 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने बताया कि लोकसभा क्षेत्र क्र.-11 सीधी में 40.60 प्रतिशत, क्र.-12 शहडोल में 48.64 प्रतिशत, क्र.-13 जबलपुर में 48.05 प्रतिशत, क्र.-14 मंडला में 58.28 प्रतिशत, क्र.-15 बालाघाट में 63.69 प्रतिशत, क्र.-16 छिंदवाड़ा में 62.57 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्र दुगलई में शत-प्रतिशत मतदान हुआ है। यहां सभी 80 मतदाताओं ने वोट डाले हैं।
उप मुख्यमंत्री का चौपर भटका... नहीं था कोई सुरक्षाकर्मी... मांगनी पड़ी बाइक वाले से लिफ्ट
रायपुर। कवर्धा में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की सुरक्षा में गंभीर चूक सामने आई। गृहमंत्री का चौपर लैंडिंग के दौरान रास्ता भटक गया। दरअसल उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा अपने गृह क्षेत्र कवर्धा के दौरे पर थे। उनका चौपर पूर्व नियोजित स्थल न्यू पुलिस लाइन के हैलीपेट पर उतरना था।
गृहमंत्री विजय शर्मा के लिए न्यू पुलिस लाईन हैलीपेड में सुरक्षाकर्मी भी तैनात थे, लेकिन न्यू पुलिस लाइन के हैलीपेड के बजाय उनका चौपर पीजी कालेज के हैलीपेड पहुंच गया। हालांकि गृहमंत्री ने लैंडिंग से पूछा कि क्या उन्हें फिर से न्यू पुलिस लाईन हैलीपेड ले जाये जाय, लेकिन गृहमंत्री ने पायलट को कहा, कि अगर यहां भी लैंडिंग करा दिया जाये, तो कोई दिक्कत नहीं। जिसके बाद पीजी कालेज में ही गृहमंत्री के चौपर की लैंडिंग करा दी गई।
पीजी कालेज में उस वक्त एक भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं थी। जिसके बाद उप मुख्यमंत्री ने वहीं पास में खड़े एक युवक से बाइक में लिफ्ट ली और फिर सांसद प्रत्याशी संतोष पांडेय के निवास पर पहुंचे। हालांकि बाद में पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्यमंत्री ने सुरक्षा की चूक से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि कंफ्यूजन की स्थिति से ऐसी परिस्थिति निर्मित हुई। कवर्धा उनका घर है, इसलिए उन्हें कहीं भी उतार दिया जाये, वो हर जगह पर सुरक्षित हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ में IED ब्लास्ट, एक जवान घायल
रायपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान आज देशभर के 21 राज्यों में जारी है। छत्त्तीसगढ़ में भी पहले चरण के मतदान किये जा रहे है, वहीं प्रदेश के बीजापुर से बड़ी खबर सामने आ रही है, यहां आईईडी बलास्ट की चपेट में आने से सीआरपीएफ का असिटेंड कमांडेंट घायल हो गया।
बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ की टीम चिहका इलाके में एरिया डोमिनेशन पर निकली थी, तभी प्रेशर आईईडी ब्लास्ट होने से सीआरपीएफ 62 बटालियन की E कंपनी में पदस्थ जवान असिटेंड कमांडेंट मनु एचसी के बाएं पैर और बाएं हाथ में चोट लगी है। मामला भैरमगढ़ थाना इलाके का है। वहीं सीएम विष्णुदेव साय ने घटना को लेकर दुख जताया और घायल जवान की उचित इलाज के निर्देश भी दिए है।
बस्तर लोकसभा में जारी मतदान के बीच बीजापुर में UBGL ब्लास्ट होने से मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगे एक जवान के घायल होने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) April 19, 2024
घायल जवान के उचित इलाज के निर्देश दिए हैं और उसकी हालत खतरे से बाहर है। जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
चीफ जस्टिस ने न्यायिक आवासीय कॉलोनी रामपुर कोरबा में निर्माण कार्य का किया वर्चुअल भूमिपूजन एवं शिलान्यास
लोकसभा चुनाव 2024: बस्तर में मतदान कल... 811 केंद्रों में रहेगी आयोग की पैनी नजर
रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 अंतर्गत प्रदेश में प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में हो रहे मतदान की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले स्वयं नियंत्रण कक्ष के माध्यम से निर्वाचन गतिविधियों की निगरानी कर रही हैं।
लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 1961 मतदान केंद्रों में से 811 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदान प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी। मतदान के पहले आज सभी केंद्रों से टेस्टिंग भी सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में स्थापित कमांड एवं कंट्रोल सेंटर में 16 बड़ी स्क्रीन पर एक साथ 144 मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग के जरिए लाइव वीडियो देखी जा सकेगी। जिलावार एवं विधानसभावार हर 30 सेकंड में मतदान केंद्र स्क्रीन पर बदलेंगे जिससे सभी मतदान केंद्रों से आ रहे वीडियो को बारी-बारी से देखा जा सके।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन के लिए वेबकास्टिंग के माध्यम से कुल मतदान केंद्रों में से आधे मतदान केंद्रों से सीधी तस्वीरें प्राप्त की जा रही हैं। निर्वाचन के दौरान मतदान केंद्रों से सीधी तस्वीरें प्राप्त करने के लिए कैमरे स्थापित किए गए हैं। यह पहली बार है कि मतदान केंद्र के अंदर के साथ ही बाहर भी कैमरे लगाए गए हैं जिससे मतदाताओं की कतारों तथा बाहर की अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।
लोकसभा निर्वाचन के दौरान पहले चरण में जहां 811 मतदान केंद्रों से सीधी तस्वीरें प्राप्त की जाएंगी, वहीं दूसरे चरण में होने वाले तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए 3243 मतदान केंद्रों से तथा तीसरे और अंतिम चरण में सात लोकसभा क्षेत्रों में मतदान के दौरान 7856 मतदान केंद्रों से लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। इस प्रकार तीनों चरणों में कुल 11 हजार 910 मतदान केंद्रों पर वेब-कास्टिंग के जरिए मतदान की गतिविधियों पर नजर रखी जाएंगी। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन को लाइव वीडियो के माध्यम से जिला स्तर के साथ ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय तथा भारत निर्वाचन आयोग के मुख्यालय स्तर पर देखा जा सकेगा।
हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: नहीं होगा प्रमोशन में आरक्षण.... शासन के 2019 के आदेश को किया निरस्त
रायपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण पर बड़ा फैसला सुनाते हुए 2019 में जारी राज्य सरकार के आदेश को निरस्त कर दिया है। इससे पहले कोर्ट ने राज्य द्वारा प्रमोशन में आरक्षण के लिए जारी अधिसूचना पर रोक लगाई थी। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा, जस्टिस रविन्द्र कुमार अग्रवाल की बेंच ने फैसला देते हुए याचिका निराकृत कर दी है। कोर्ट ने फैसले में कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने आदेश को लागू करने में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के निर्देशों और संवैधानिक प्रावधान का पालन नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि प्रमोशन में आरक्षण देने के लिए हर विभाग से जातिगत डाटा एकत्रित कर केवल जिन्हें जरूरत है, उन्हीं एससी-एसटी कर्मचारियों को इसका लाभ दिया जाना चाहिए। जबकि डाटा कलेक्ट करने का काम पूर्ववर्ती सरकार ने नहीं किया था।
गौरतलब है कि पूर्व में याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने राज्य शासन की इस अधिसूचना पर रोक लगा दी थी। सुनवाई के दौरान 2 दिसंबर 2019 को शासन की तरफ से तत्कालीन महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने अधिसूचना तैयार करने में गलती होना स्वीकार किया था। इस गलती को सुधारने के लिए कोर्ट ने एक सप्ताह का समय दिया था। इस पर कोई खास अमल नहीं होने पर तत्कालीन चीफ जस्टिस की खंडपीठ ने अधिसूचना पर रोक लगा दी थी। साथ ही सरकार को नियमानुसार दो माह में फिर से नियम बनाने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने आरक्षण पर लगी रोक के आदेश में संशोधन या फिर उसे रद्द करने की मांग भी खारिज कर दी थी।
प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि राज्य एससी और एसटी कर्मचारियों को प्रमोशन में रिजर्वेशन देने से पहले क्वॉन्टेटिव (मात्रात्मक) डाटा जुटाने के लिए बाध्य हैं। बिना आंकड़े के नौकरियों में प्रमोशन में रिजर्वेशन नहीं दिया जा सकता है। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा था कि प्रमोशन में रिजर्वेशन देने से पहले राज्य सरकारों को आंकड़ों के जरिए ये साबित करना होगा कि एससी-एसटी का प्रतिनिधित्व कम है। वहीं इस मामले पर समीक्षा अवधि केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित की जानी चाहिए।
इससे पहले, शीर्ष अदालत ने कहा था कि वह एससी और एसटी को पदोन्नति में आरक्षण देने के अपने फैसले को फिर से नहीं खोलेगा क्योंकि यह राज्यों को तय करना है कि वे इसे कैसे लागू करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि 2006 के नागराज और 2018 के जरनैल सिंह मामले में संविधान पीठ के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट कोई नया पैमाना नहीं बना सकती। प्रमोशन में आरक्षण से पहले उच्च पदों पर प्रतिनिधित्व के आंकड़े जुटाना बहुत आवश्यक है। हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने पाया कि राज्य शासन ने सुप्रीम कोर्ट के उक्त निर्देशों का पालन नहीं किया, साथ ही संविधान के अनुच्छेद 16 (4 ए) और (4 बी) के तहत निहित प्रावधानों का पालन भी नहीं हुआ।
शराब घोटाले मामलाः अनवर ढेबर और अरविंद सिंह जाएंगे जेल, अरविंद ने मांगी इच्छा मृत्यु
रायपुर। शराब घोटाले के मामले में ईडी की रिपोर्ट पर EOW की दर्ज FIR में गिरफ्तारी के 14 दिन बाद अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को जेल भेजने का आदेश हुआ है। मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी में से दो आरोपियों की न्यायिक रिमांड का EOW का आवेदन कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।
अनवर ढेबर और अरविंद सिंह 2 मई तक न्यायिक रिमांड पर रहेंगे। वहीं तीसरे आरोपी एपी त्रिपाठी 25 अप्रैल तक EOW की रिमांड में रहेंगे। अपर न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी की कोर्ट में तीनों को पेश किया गया था। जहां कोर्ट ने यह आदेश दिया है।
इसके अलावा अरविंद सिंह ने जज से इच्छा मृत्यु मांगी है। अरविंद सिंह के आवेदन पर जज ने कहा कि आप वकील के जरिए प्रॉपर आवेदन लगवाएं। उस पर अलग से सुनवाई होगी। 18 तारीख को EOW की रिमांड खत्म होने पर अरविंद कोर्ट में पेश किए गए थे। इसी दौरान उन्होंने इच्छा मृत्यु का आवेदन लगाया।
तीन अप्रैल को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से निकलते ही EOW की टीम ने अरविंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 4 अप्रैल को अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद से लगातार अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को लगातार EOW रिमांड पर ले रही थी। 18 तारीख को रिमांड खत्म होने पर न्यायिक रिमांड के लिए अरविंद, अनवर और एपी त्रिपाठी को ब्यूरो ने जज के सामने पेश किया था।
बिलासपुर की बेटी ने यूपीएससी में 189वीं रैंक हासिल कर बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान
रायपुर। बिलासपुर की मेधावी छात्रा पूर्वा अग्रवाल ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी में 189वीं रैंक हासिल कर बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया। कलेक्टर अवनीश शरण ने कल जारी परिणाम में 189वीं रैंक के साथ चयनित होने पर उन्हे बधाई एवं शुभाकामनाएं दी। पूर्वा ने परिवारजनों के साथ कलेक्टर से सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा बिलासपुर से पूरी की है और मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी की।
कलेक्टर अवनीश शरण ने पूर्वा की शानदार सफलता के लिए उन्हे बधाई देते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की। अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने यह सफलता हासिल की । कलेक्टर ने कहा कि पूर्वा की सफलता प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे सैकड़ो युवाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और लक्ष्य निर्धारित कर सफलता हासिल की जा सकती है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह और निगम कमिश्नर अमित कुमार ने भी पूर्वा को इस सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।
पूर्वा ने बताया कि पहले प्रयास में वे मेन्स क्लियर नहीं कर पाई थीं, इसके बाद पढ़ाई के लिए उन्होंने विशेष रणनीति बनाई और समय प्रबंधन किया। उन्होंने बताया कि अपनी बहन और कई सीनियर्स को यूपीएससी की तैयारी करते देख उन्हे यह प्रेरणा मिली, जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और ये मुकाम हासिल किया। उल्लेखनीय है कि पूर्वा के पिता एमएल अग्रवाल छत्तीसगढ़ टेक्निकल ऐजुकेशन में एडीशनल डायरेक्टर और उनकी मां इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर है। पूर्वा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया और कहा कि परिवार वालों के सहयोग से उन्हे यह कामयाबी मिली है।
अशोका बिरयानी में गटर साफ करने उतरे दो कर्मचारियों की मौत, जांच में जुटी पुलिस
रायपुर। राजधानी रायपुर स्थित अशोका बिरयानी सेंटर में गटर साफ करने उतरे दो कर्मचारियों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है। मामला तेलीबांधा थाना क्षेत्र के अशोका बिरयानी सेंटर का है।
बताया जा रहा है कि मृतक का नाम 19 वर्षीय डेविड साहू पिता यशवंत राम, खामहरिया जिला धमतरी निवासी है। दूसरा मृतक युवक नाम 30 वर्षीय नीलकुमार पटेल पिता जगदीश पटेल, खुटादरहा जांजगीर का रहने वाला था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, लाभंडी स्थित अशोका बिरयानी के गटर टैंक की सफाई के लिए बिरयानी सेंटर के दो कर्मचारियों को गटर में उतारा गया था, जो अज्ञात कारणों से गटर में फंस गए। फिर किसी तरह प्रयास करके दोनों को निकाला गया और वी केयर हॉस्पिटल भेजा गया। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया।
वहीं इस मामले को लेकर एडिशनल एसपी सिटी लखन पटले ने बताया कि अशोका बिरयानी होटल के 2 कर्मचारियों की गटर साफ करने के दौरान मौत हुई है। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और आगे जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
रिटायर्ड डीजीपी मुकेश गुप्ता को बड़ी राहत... लोक आयोग की कार्रवाई पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक
रायपुर। रिटायर्ड डीजीपी मुकेश गुप्ता हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। गुप्ता के खिलाफ जारी लोक आयोग की कार्रवाई पर हाईकोर्ट ने रोक लगाने का आदेश दिया है। इसी के साथ ही शिकायतकर्ता माणिक मेहता को हाईकोर्ट ने छूट दी है कि वे नए सिरे से विधिवत शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
बता दें कि गुप्ता के खिलाफ मेहता ने साल 2020 में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने मिक्की मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के नाम पर राज्य शासन से तीन करोड़ रुपये का अनुदान लिया था। इस आनुदान राशि के जरिए गरीबों के लिए मोतियाबिंद का ऑपरेशन निःशुल्क कराया जाना था। मगर मुकेश गुप्ता ने इस रकम का इस्तेमाल अपने पर्सनल लोन पटाने में किया।
जानकारी के अनुसार ट्रस्ट ने एमजीएम नेत्र संस्थान भवन के लिए एसबीआई बैरन बाजार, रायपुर शाखा से तीन करोड़ 10 लाख रुपये का लोन लिया था। लोक आयोग के अलावा माणिक मेहता ने ईओडब्ल्यू में भी इस मामले की शिकायत की थी, जिस पर मुकेश गुप्ता उनके ट्रस्टी पिता जयदेव गुप्ता तथा डायरेक्टर डॉ. दीपशिखा अग्रवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 तथा 120 (बी) के तहत अपराध दर्ज किया था।
लोकसभा चुनाव 2024: बस्तर में मतदान कल... नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान बना चुनौती
रायपुर। लोकसभा चुनाव- 2024 के मतदान का पहला चरण कल यानी 19 अप्रैल को होने जा रहा है। इस पहले चरण में छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा में भी मतदान होगा। यह संसदीय क्षेत्र नक्सल प्रभावित होने के चलते पूरे इलाके में पुलिस बल के अलावा CAPF को ड्यूटी पर लगाया गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने प्रेस वार्ता आयोजित कर बस्तर लोकसभा में मतदान की तैयारियों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बस्तर संसदीय क्षेत्र में 61 मतदान केंद्र असुरक्षित, जबकि 196 गंभीर श्रेणी के हैं। इन क्षेत्रों में मतदान और मतदान दलों को पहुंचाना बड़ी चुनौती है। वहां हेलीकॉप्टर से मतदान दलों को पहुंचाया गया है। सीईओ रीना बाबा ने बताया कि बस्तर में शांतिपूर्ण मतदान के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। निर्वाचन कार्यालय द्वारा आंकड़ों के साथ दी गई जानकारियों पर डालिये एक नजर :
बस्तर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु कुल प्रत्याशी – 11 हैं, जिसमें 3 मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के, 6 रजिस्ट्रीकृत राजनैतिक दलों के प्रत्याशी (गैरमान्यता प्राप्त) और 2 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल है।
मतदान का समय – प्रथम चरण के 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय निम्नानुसार है-
सुबह 07:00 बजे से अपरान्ह 03:00 बजे तक – कोण्डागांव-83, नारायणपुर-84, जगदलपुर-86 (कुल 72 मतदान केन्द्रो के लिए), चित्रकोट-87, दंतेवाड़ा-88, बीजापुर-89 एवं कोंटा-90।
सुबह 07:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक – बस्तर-85 एवं जगदलपुर-86 (शेष 175 मतदान केन्द्रो के लिए)।
लोकसभा निर्वाचन 2019 में बस्तर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में निर्वाचकों की कुल संख्या 13,77,935 थी, जो अब लोकसभा निर्वाचन 2024 में नामावली फ्रीज किये जाने के पश्चात बढ़कर 14,72,207 हो गयी है। इस प्रकार प्रथम चरण में पिछले लोकसभा निर्वाचन की तुलना में मतदाताओं की संख्या में 94,272 (6.84 प्रतिशत) की वृध्दि हुई है।
सौम्या चौरसिया को नहीं मिली कोर्ट से राहत.... जमानत याचिका हुई खारिज
रायपुर। कोयला परिवहन के मामले में जेल में बंद निलंबित उप सचिव सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी। बीते एक साल से जेल में बंद सौम्या चौरसिया ने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी।
गौरतलब हैं कि कोयला घोटाले में रायपुर केंद्रीय जेल में बंद सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका पर पिछले बार होने वाली सुनवाई टल गई थी, जिसके बाद आज सुनवाई हुई. दोनों पक्षों को सुनने के बाद विद्वान न्यायाधीश ने सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका खारिज करने के बाद पहली बार निचली कोर्ट में जमानत याचिका लगाई गई थी। पूववर्ती कांग्रेस सरकार में ताकतवर और प्रभावशाली अफसर रहीं सौम्या को कोयला घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से लगातार वे रायपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं।
इससे पहले कोयला घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में सुप्रीम कोर्ट ने सौम्या की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने गलत तथ्य पेश करने पर उन पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। वहीं, बिलासपुर हाईकोर्ट भी चौरसिया की ओर से लगाई गई जमानत याचिका खारिज हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ की अनुषा पिल्ले ने UPSC में हासिल की 202वीं रैक.... पूरा परिवार अधिकारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की अनुषा पिल्ले ने UPSC में 202वीं रैंक हासिल की है। IPS रहे संजय पिल्ले और ACS रेणु पिल्ले की पुत्री अनुषा पिल्ले ने अपने दूसरे ही प्रयास में ये 202वीं रैंक हासिल की है। कमाल की बात ये है कि अनुषा अपने पहले प्रयास में प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर सकी थी, लेकिन इस नाकामी से उन्होंने इस कदर खुद को मजबूत किया, कि वो दूसरे प्रयास में अपने सारे एग्जाम्स क्लियर करते हुए 202वीं रैंक हासिल किया।
सिविल सर्विस की विरासत अनुषा को अपने परिवार में ही मिली। पिता IPS और मां IAS तो थी ही, 2021 में उनके बड़े भाई अक्षय पिल्ले ने भी UPSC क्लियर किया। अक्षय को ऑल इंडिया रैंक 51 मिली थी। वो अभी ओडिशा कैडर के IAS हैं। 2021 में जब अनुषा के भाई का सेलेक्शन हुआ, उस साल अनुषा अपनी यूपीएससी की तैयारी में थी।
अनुषा कहती है कि इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद उन्होंने एक साल तक तैयारी की। 2022 में उन्होंने पहला अटेम्प दिया, लेकिन दुर्भाग्य वो प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर सकी। इस नाकामी ने अनुषा को इतना मजबूत बनाया कि, वो हर बाधा को तोड़ती हुई चली गयी। अनुषा यहां अन्य अभ्यर्थियों को सलाह भी देती है, वो कहती है कि अभ्यर्थी यहां जल्दबाजी कर जाते हैं। मेरा मानना है कि ग्रेजुएशन के बाद तैयारी के लिए खुद को समय देना चाहिये। कम से कम एक से दो साल..लेकिन कई ऐसे अभ्यर्थी भी होते हैं, जो जल्दबाजी में बिना सिलेबस पूरा हुए ही एग्जाम देते हैं। मैंने हालांकि 1 साल दिया था, लेकिन फिर भी मेरा प्रीलिम्स नहीं हुआ। इसके बाद मैंने मेहनत की और देखिये आज रिजल्ट आपके सामने हैं।
छत्तीसगढ़ के यात्रियों को पुरी ले जा रही बस ओडिशा में ट्रक से टकराई, ड्राइवर की मौत, 7 गंभीर
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरबा और रायगढ़ के यात्रियों को पुरी ले जा रही बस ओडिशा में हादसे का शिकार हो गई है। वहां अंगुल में बस खड़े ट्रक से जा टकराई। इस घटना में ड्राइवर की मौत हो गई है, जबकि हेल्पर समेत 7 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि सोमवार की शाम डॉल्फिन बस कोरबा के टीपी नगर से रवाना हुई थी। इसमें वहां के 15 लोग सवार हुए. सभी ओडिशा के प्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटन स्थल पुरी जा रहे थे. बस को यहां से निकलकर रायगढ़ के रास्ते आगे जाना था. वहीं रायगढ़ में भी 11 लोग इस बस में सवार हुए।
झारसुगुड़ा अंगुल होते हुए बस को पुरी जाना था। घटना मंगलवार की सुबह हुई। दरअसल, बस की रफ्तार काफी तेज थी। वहीं सड़क किनारे एक ट्रक खड़ा हुआ था। बस चालक तब गाड़ी को नियंत्रित नहीं कर सका और तेज रफ्तार बस ने ट्रक को तेज टक्कर मार दिया। इससे बस का सामने का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
जबकि ड्राइवर सीधे चपेट में आया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं हेल्पर समेत 7 लोग भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि अधिकांश सामने की सीटों पर बैठे हुए थे, जिसके कारण उन्हें ज्यादा चोटें आई हैं। इसके साथ ही बस में अफरातफरी मच गई। बचाव व राहत के लिए आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी। इसके बाद अंगुल पुलिस ने घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही मामले की जांच कर रही है। मृत बस चालक की पहचान 30 वर्षीय तारा प्रसाद के रूप में की गई है।