छत्तीसगढ़

कर्नाटक चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में बढ़ेगी चुनावी सरगर्मी... चुनाव आयोग ने शुरु की तैयारियां... पहली बार होगी 4-डी फोटोग्राफी

छत्तीसगढ़ में भी इसी साल विधानसभा चुनाव होना है, जिसे लेकर चुनाव आयोग की तैयारियां अब शुरु हो चुकी हैं। मतदान केंद्रों में मतदाताओं की सुविधाओं का खास ख्याल रखने की रणनीति के तहत पहली बार प्रदेश में 23 हजार 903 से अधिक मतदान केंद्रों की 4-डी यानी फोर डायमेंशन फोटोग्राफी करवाई जा रही है।

फिलहाल चुनाव आयोग का पूरा ध्यान कर्नाटक चुनाव में है। कर्नाटक में इस बार केवल एक ही चरण में मतदान की व्यवस्था की गई है। कर्नाटक में 10 मई को मतदान कराया जाएगा और 13 मई को गणना के साथ परिणाम भी सामने आ जाएंगे। इसके ठीक बाद छतीसगढ़ में चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ जाएगी। हालांकि छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश और राजस्थान का भी चुनाव होना है, लिहाजा चुनाव आयोग तीनों ही राज्यों पर फोकस करेगा। 

4—डी को लेकर बताया जा रहा है कि इसमें मतदान केंद्र तक पहुंचने वाले रास्ते, भवन की स्थिति, मतदाताओं के लिए मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी-टॉयलेट, दिव्यांग वोटरों के लिए रैंप आदि हैं या किस तरह बनेंगे, इसका भौतिक सत्यापन किया जाएगा। जिसके लिए मई में छत्तीसगढ़ में चुनाव आयोग की एक टीम पहुंच जाएगी। यही टीम चुनाव में शामिल होने वाले अमले की ट्रेनिंग तुरंत शुरू करेगी।

पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी चुनाव करवाने जा रहे अफसर-कर्मचारियों को इस बार भी परीक्षा देनी होगी। परीक्षा में पास होने वाले अफसर कर्मचारियों की ही चुनाव ड्यूटी लगाई जाएगी। दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान देश में पहली बार छत्तीसगढ़ से ही इस तरह की परीक्षा की शुरुआत हुई थी। चुनाव के दौरान आरओ (निर्वाचन अधिकारी), एआरओ (सहायक निर्वाचन अधिकारी) और ईआरओ (निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी) के सर्टिफिकेशन कोर्स के लिए प्रशासनिक अकादमी में पहली ट्रेनिंग मई के मध्य में होगी। कर्नाटक चुनाव के बाद चुनाव आयोग की टीम का दौरा भी मई अंत तक होने की संभावना है।

 

बैठकों का दौर शुरु
मिली जानकारी के मुताबिक आयोग ने शांतिपूर्ण चुनाव की तैयारियों के लिए अभी से कवायद शुरु कर दी है। जिसके तहत विभिन्न विभागों के साथ लगातार समन्वय और रिव्यू बैठकें हो रही है। विभागों से मिले सुझावों के आधार पर विधानसभा चुनाव के लिए प्रारंभिक रूपरेखा भी इस दौरान बनाई जा रही है। चुनाव के दौरान किन विभागों से सीईओ दफ्तर यानी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में अटैचमेंट में कितने कितने कर्मचारी लाए जाएंगे। इसका भी अनुमान लगाया जा रहा है। दुर्गम मतदान केंद्रों में सुरक्षा के क्या बंदोबस्त किए जाने जरूरी है। इसका भी सतत आंकलन किया जा रहा है। इसके आधार पर चुनाव को लेकर आयोग के अफसरों के साथ भी चर्चा होगी। अफसरों के मुताबिक इस तरह की बैठकों के आधार पर ही चुनाव के मैनेजमेंट के पूरे प्लान का खाका खींचा जाएगा।