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शिक्षक ने हाथों में ली कैंची... प्रार्थनासभा में 30 बच्चों को दी ऐसी सजा... भड़के पालकों ने प्रबंधन को लिया आड़े हाथ

असम के माजुली जिले से एक हैरान करने वाला वाला मामला सामने आया है। यहां एक स्कूल टीचर को जब बच्चों का हेयर स्टाइल पसंद नहीं आया तो उसने खुद कैंची उठाई और कथित रूप से 30 बच्चों के बाल सुबह की प्रार्थना सभा में काट दिए। कहा जा रहा है कि टीचर ने ऐसा बच्चों को सबक सिखाने के लिए किया। असम पुलिस ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है।

स्कूल प्रशासन की दलील
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि कुछ लोगों के लंबे बाल थे। स्कूल की गाइडलाइन के अनुसार ऐसे बाल नहीं रखे जा सकते थे। उनको कई बात वॉर्निंग दी जा चुकी थी। इस बारे में उनके माता-पिता को भी जानकारी दी गई थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद सिर्फ अनुशासन सिखाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। यह केवल अनुशासन सिखाने का तरीका है।

शुरुआती जांच में सामने आई ये बात
डिप्टी कमिश्नर कावेरी बी सरमा ने इससे संबंधित अफसरों को मामले की छानबीन करने और तुरंत रिपोर्ट सौंपने को कहा। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक टीचर ने बालों को काटकर सिर्फ लंबाई कम की, ट्रिम नहीं किया।

स्कूल प्रशासन पर भड़के अभिभावक
वहीं, आरोपी टीचर ने कहा कि उन्होंने अपने आप से कुछ नहीं किया, उन्होंने बस स्कूल के अधिकारियों के आदेश का पालन किया। हालांकि, इस घटना के बाद बच्चे स्कूल जाने से मना कर रहे हैं। इस मामले पर पीड़ित स्टूडेंट्स के अभिभावकों ने कहा कि स्कूल प्रशासन को अनुशासन लागू करने की आजादी है लेकिन इसकी कुछ सीमाएं हैं। यह ठीक है कि स्टूडेंट्स को खुद को साफ रखना चाहिए और यूनिफॉर्म में आना चाहिए, लेकिन असेंबली के दौरान पूरे स्कूल के सामने बाल काटना अपमानजनक है।
 
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