खेल
भारतीय नौसेना हाफ मैराथन उद्घाटन संस्करण का कल नई दिल्ली में आयोजन
नई दिल्ली | भारतीय नौसेना 02 फरवरी 25 को नई दिल्ली में भारतीय नौसेना हाफ मैराथन (आईएनएचएम) के उद्घाटन संस्करण की मेजबानी करेगी।
दस हज़ार से ज़्यादा प्रतिभागी तीन दौड़ श्रेणियों 21.1 किमी, 10 किमी और 5 किमी में भाग लेंगे। इससे यह सभी स्तरों और पृष्ठभूमि के धावकों के लिए एक समावेशी आयोजन बनेगा। यह ऐतिहासिक आयोजन आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के साथ भागीदारी में आयोजित होगा।
हर प्रतिभागी को अविस्मरणीय अनुभव देने के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह कार्यक्रम जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें दौड़ का मार्ग इंडिया गेट और ऐतिहासिक कर्तव्य पथ से होकर रहेगा। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख एल मांडविया आईएनएचएम को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी और विशिष्ट व्यक्ति, नागरिक अतिथि और प्रसिद्ध खिलाड़ी भी शामिल होंगे।
सबसे प्रतिबद्ध धावकों के समर्पण का उत्सव मनाने के लिए, नौसेना गर्व से इंडियन नेवी स्लैम का शुभारंभ करती है - यह प्रतिष्ठित सम्मान उन लोगों को दिया जाएगा जो कोच्चि, विशाखापत्तनम, मुंबई और नई दिल्ली में भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित सभी चार दौड़ पूरी करेंगे। यह विशिष्ट सम्मान भारतीय नौसेना के अनुशासन और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है, जो धावकों की दृढ़ता और धैर्य को प्रदर्शित करता है।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड भी सहयोगी भागीदार के रूप में इसमें शामिल है और इस आयोजन को प्रमुख एजेंसियों से मजबूत समर्थन प्राप्त हुआ है, जिसमें दिल्ली पुलिस और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने इस आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है।
इस आयोजन का उद्देश्य स्वस्थता, अनुशासन और राष्ट्रीय गौरव की भावना का उत्सव मनाना है। एक आकर्षक रेस मार्ग, प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और प्रमुख भागीदारों के अटूट समर्थन के साथ, यह आयोजन सभी प्रतिभागियों को प्रेरित करने के लिए तैयार है। इस उद्घाटन संस्करण के साथ, भारतीय नौसेना स्वास्थ्य, दृढ़ता और सौहार्द की संस्कृति को प्रोत्साहन देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। भारतीय नौसेना, 2 फरवरी 25 को एक रोमांचक दौड़ दिवस का बेसब्री से इंतजार कर रही है और नई दिल्ली के दिल में इस शानदार खेल आयोजन में सभी प्रतिभागियों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने खो-खो विश्व कप 2025 की विजेता टीमों को सम्मानित किया
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बुधवार को नई दिल्ली में विश्व कप विजेता खो-खो टीमों को सम्मानित किया। इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में 19 जनवरी को पहले खो-खो विश्व कप का खिताब जीतकर भारतीय पुरुष और महिला टीमों ने इतिहास रच दिया। दोनों टीमों ने अपने-अपने फाइनल में नेपाल को हराया।
पुरुष और महिला खो-खो टीमों की पूरी टीम के साथ-साथ कोच, भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
देश में पारंपरिक खेलों के बारे में बात करते हुए डॉ. मांडविया ने कहा, "पारंपरिक खेल लचीलापन, सामुदायिक भावना को दर्शाते हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये हमारे पारंपरिक खेल मूल्यों को बनाए रखते हैं। दुनिया को इन पारंपरिक खेलों की समृद्धि से बहुत कुछ सीखना है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न राष्ट्रीय मंचों पर कहा है कि हमें पारंपरिक खेलों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा। अब हमारी टीमें न केवल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं, बल्कि शानदार प्रदर्शन भी कर रही हैं। मैं अपने खिलाड़ियों के जज्बे और दोनों टीमों के पारंपरिक कौशल की सराहना करता हूं।"
वर्ष 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के लिए भारत ने दावेदारी पेश की है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी हितधारकों की जीत का सिलसिला जारी रहना चाहिए, जिसका नवीनतम लक्ष्य 2026 एशियाई खेल हैं। हमने खो-खो विश्व कप के आयोजन में शानदार काम किया और हमें यह प्रयास करने की ज़रूरत है कि इन खिलाड़ियों को एशियाई खेलों में खेलने का मौका मिले। सरकार का प्रयास भी खो-खो को 2036 ओलंपिक खेलों में ले जाना है। इसके लिए खिलाड़ियों और कोचों को बेहतर प्रदर्शन करते रहना होगा। महासंघ को अच्छा प्रबंधन करते रहना होगा और खेल मंत्रालय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में सहायता और सहयोग करता रहेगा।
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित खो-खो विश्व कप 2025 में भाग लेने वाले 23 देशों में से भारत शीर्ष पर रहा। इसका श्रेय काफी हद तक भारतीय खेल प्राधिकरण जेएलएन स्टेडियम में महीने भर चलने वाले शिविर को दिया जाता है। भारतीय महिला खो-खो टीम के मुख्य कोच सुमित भाटिया ने बताया कि 10 दिसंबर को हमने 60 खिलाड़ियों के साथ साई जेएलएन स्टेडियम में शिविर शुरू किया। उनमें से, हमने पुरुष और महिला टीम के लिए 15-15 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने। टीमों में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के खिलाड़ी शामिल थे और शिविर ने उन्हें टीम के बीच तालमेल बिठाने में मदद की।
सुमित भाटिया ने कहा, "खिलाड़ियों को पहली बार खेल विज्ञान परीक्षण से गुजरना पड़ा और उन्हें भारतीय खेल प्राधिकरण की ओर से सर्वोत्तम आहार और आवास सुविधाएं प्रदान की गईं। इसने आज हमारी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चार साल बाद इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप के अगले संस्करण के साथ, हम पोडियम के शीर्ष पर फिर से भारत का झंडा फहराने का प्रयास करेंगे।"
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया शीतकालीन खेल : खेलो इंडिया 2025 का उद्घाटन करेंगे
सेना, महाराष्ट्र आइस हॉकी और स्पीड स्केटिंग के अपने खिताब बचाने के लिए तैयार है, जैसाकि 19 टीमें अपने 428 एथलीटों के साथ दो आइस स्पर्धाओं - हॉकी और स्केटिंग में हिस्सा लेंगी |
नई दिल्ली | खेलो इंडिया सीजन की शुरुआत 23.01.2025 (गुरुवार) को लद्दाख में खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 से होगी। राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और संस्थागत संगठनों वाली उन्नीस टीमें पाँच दिनों तक दो स्पर्धाओं - आइस हॉकी और आइस स्केटिंग में प्रतिस्पर्धा करेंगी। यह के.आई.डब्ल्यू.जी 2025 का पहला भाग होगा। दूसरा भाग, जिसमें स्कीइंग जैसे बर्फ के खेल शामिल हैं, 22-25 फरवरी तक जम्मू और कश्मीर द्वारा आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया गुरुवार को लेहोन के प्रतिष्ठित नवांग दोरजे स्टोबदान खेल परिसर में उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहेंगे और खेलों के शुभारंभ की घोषणा करेंगे।
डॉ. मांडविया के साथ कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे, जिनमें केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा और भारतीय खेल प्राधिकरण तथा लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
594 प्रतिभागियों के स्वागत के लिए पारंपरिक लद्दाखी शैली में उद्घाटन की योजना बनाई गई है, जिनमें से 428 एथलीट होंगे। यह दूसरा मौका होगा जब लद्दाख शीतकालीन खेलों की मेज़बानी करेगा, जबकि यह इसका पाँचवाँ संस्करण होगा।
एनडीएस और गुपुक्स तालाब में कई युवा स्केटर्स एक्शन में नज़र आएँगे, ये दो जगह हैं जहाँ शॉर्ट और लॉन्ग फॉर्म स्केटिंग का आयोजन किया जाएगा। एनडीएस और लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंटल सेंटर में आइस हॉकी मैच खेले जाएँगे। इन इवेंट्स के तकनीकी संचालन की निगरानी भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय खेल महासंघों की मदद से की जाएगी। के.आई.डब्ल्यू.जी. के उद्घाटन समारोह को दूरदर्शन स्पोर्ट्स द्वारा लाइव कवर किया जाएगा और 27 जनवरी तक हर दिन इवेंट्स का लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा।
के.आई.डब्ल्यू.जी. 2024 में महाराष्ट्र ने स्केटिंग में 20 पदक जीते थे, जिसमें छह स्वर्ण पदक शामिल थे। कर्नाटक ने भी छह स्वर्ण पदक जीते, लेकिन महाराष्ट्र के 20 स्वर्ण पदकों के मुकाबले उनके कुल आठ पदकों ने उन्हें स्टैंडिंग में दूसरे स्थान पर पहुँचा दिया। मेज़बान लद्दाख, जिसने स्पीड स्केटिंग में दो ऐतिहासिक खेलो इंडिया स्वर्ण पदक जीते, 13 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
आइस हॉकी प्रतियोगिता में सेना, आईटीबीपी, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख की टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। गत पुरुष चैंपियन सेना और महिला खिताब धारक आईटीबीपी ने अधिकांश राष्ट्रीय और खेलो इंडिया विंटर गेम्स खिताब आपस में साझा किए हैं।
सभी टीमें लेह पहुँच चुकी हैं, जो 11,562 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा दल 78 एथलीटों और सहयोगी स्टाफ का है। हरियाणा (62), लद्दाख (52) और महाराष्ट्र (48) लद्दाख संस्करण में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
खेलो इंडिया योजना के तहत, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) प्रतिभाशाली एथलीटों को अपने खेल और प्रतिस्पर्धी कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं, यानी खेलो इंडिया युवा खेल, खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल, खेलो इंडिया पैरा गेम्स और खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों का आयोजन करता है। 2020 से शुरू होकर, अब तक 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी के साथ खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के चार संस्करण सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। खेलो इंडिया शीतकालीन खेल 2025 का पाँचवा संस्करण केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में क्रमशः 23-27 जनवरी और 22-25 फरवरी को दो बर्फ और चार बर्फ विषयों में आयोजित किया जाएगा। प्रतिभाओं का दोहन करने के अलावा, खेलो इंडिया शीतकालीन खेल एक क्षेत्र की कला, संस्कृति और विरासत को भी प्रदर्शित करते हैं और खेलों के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देते हैं।
एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर 2025 में भाग लेने वाले कैडेटों द्वारा ‘हॉर्स शो’
नई दिल्ली | गणतंत्र दिवस शिविर में भाग लेने वाले एनसीसी कैडेटों द्वारा 19 जनवरी, 2025 को दिल्ली कैंट स्थित 61 कैवलरी ग्राउंड में वार्षिक ‘हॉर्स शो’ प्रस्तुत किया गया। इस शिविर के दौरान राष्ट्रीय स्तर की अंतर-निदेशालय एनसीसी घुड़सवारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसका समापन एक शानदार ‘हॉर्स शो’ के साथ होता है। कैडेट, लड़के और लड़कियां दोनों, टेंट पेगिंग और शो जंपिंग की शानदार प्रस्तुति के माध्यम से अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं। इस वर्ष घुड़सवारी प्रतियोगिता में देश भर से 40 सीनियर डिवीजन और 20 सीनियर विंग के कैडेटों ने भाग लिया। इस घुड़सवारी प्रतियोगिता के पुरस्कार विजेता कैडेट इस प्रकार हैं |
• सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार (संयुक्त): अंडर ऑफिसर अंश कर्णावत (राजस्थान निदेशालय) और जूनियर अंडर ऑफिसर वड्लमुडी लोकेश (आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना निदेशालय)
• सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार (लड़की): सार्जेंट भूमिका कंवर (दिल्ली निदेशालय)
• सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार उप-विजेता (लड़की): अंडर ऑफिसर स्वर्णिका राठौड़ (राजस्थान निदेशालय)
• सर्वश्रेष्ठ टेंट पेगर:
• डॉ. रूप ज्योति शर्मा ट्रॉफी: सीनियर अंडर ऑफिसर हर्षित सिंह (उत्तर प्रदेश निदेशालय)
• डीजी आरवीएस ट्रॉफी: सार्जेंट वतनदीप सिंह (पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ निदेशालय)
एनसीसी के महानिदेशक ने कैडेटों को ट्रॉफी और पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे घुड़सवारी और घुड़सवारी में प्रशिक्षण एनसीसी कैडेटों को एक रोमांचक साहसिक कार्य का अनुभव प्रदान करता है, जिससे उन्हें दृढ़ता, अनुशासन, धैर्य और सहनशक्ति जैसे महत्वपूर्ण गुणों को हासिल करने में मदद मिलती है जो उन्हें जीवन के सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने में सहायक होंगे। इसके बाद, आइज़ॉल के मिज़ो हाई स्कूल के कैडेटों द्वारा एक मनमोहक बैंड प्रदर्शन किया गया।
मीडिया से बातचीत करते हुए एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने कहा कि एनसीसी के पास वर्तमान में कैडेटों को प्रशिक्षित करने और समन्वय, शक्ति, अनुशासन, आत्मविश्वास, दृढ़ता तथा अडिग खेल भावना जैसे कौशल विकसित करने के लिए 294 घोड़े हैं।
एनसीसी के पास वर्तमान में 12 एनसीसी निदेशालयों में 20 राइडिंग इकाइयां हैं जो कैडेटों को खेल में उत्कृष्टता हासिल करने के पर्याप्त अवसर प्रदान करती हैं। सर्वोच्च स्तर का घुड़सवारी कौशल हासिल करने के लिए कैडेटों को एनसीसी रिमाउंट एंड वेटरनरी (आर एंड वी) इकाइयों में वर्ष भर कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। वर्ष 2024 में कैडेटों ने कई क्षेत्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जहां उन्होंने पांच स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक जीता और तीन कैडेटों ने जूनियर राष्ट्रीय घुड़सवारी चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
भारत बना महिला और पुरुष खो-खो वर्ल्ड चैंपियन : प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
नई दिल्ली | खो-खो विश्व कप 2025 में भारत ने बड़ा इतिहास रच दिया। भारतीय पुरुष और महिला दोनों टीमों ने अपने-अपने फाइनल मुकाबले जीतकर वर्ल्ड चैंपियन का खिताब हासिल किया। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पुरुष टीम ने नेपाल को 54-36 से हराया। वही इससे पहले महिला टीम ने भी नेपाल को 78-40 के बड़े अंतर से हरा कर खिताब अपने नाम किया। टूर्नामेंट 13 से 19 जनवरी तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय टीमों ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा बनाए रखा और अजेय रहीं।
भारतीय टीम की इस शानदार उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "आज भारतीय खो-खो के लिए गर्व का दिन रहा। पुरुष और महिला टीम ने अपने कौशल, धैर्य और समर्पण से देश का नाम रौशन किया। यह जीत खो-खो जैसे पारंपरिक खेल को नई पहचान देने में मील का पत्थर साबित होगी।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भारतीय टीम की जीत पर खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, "भारतीय महिला और पुरुष खो-खो टीम को विश्व कप जीतने पर हार्दिक - हार्दिक बधाई। यह जीत आपके अद्वितीय खेल कौशल और टीम भावना का प्रतीक है। सभी खिलाड़ियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।"
पुरुष फाइनल में नेपाल ने टॉस जीतकर डिफेंस चुना। भारत ने पहली पारी में 26-0 की बढ़त बनाई और नेपाल को ऑलआउट कर दिया। दूसरी पारी में नेपाल ने 18 अंक जुटाए, लेकिन भारत ने तीसरी पारी में 28 अंक बटोरकर बढ़त 54-18 कर ली। चौथे टर्न में नेपाल ने 18 अंक जोड़े, लेकिन भारत ने 54-36 के अंतर से फाइनल जीत लिया।
महिला फाइनल में भारत ने पहली पारी में 34 अंक जुटाए और नेपाल को सिर्फ 24 अंकों पर रोक दिया। दूसरी पारी में भारत ने अपनी बढ़त को और मजबूत करते हुए 73-24 का स्कोर कर लिया। चौथी पारी में नेपाल सिर्फ 16 अंक ही जुटा सका, जबकि भारत ने 5 अंक और जोड़कर 78-40 से मैच जीत लिया।
महिला वर्ग में 19 टीमों ने हिस्सा लिया, वही पुरुष वर्ग में 20 टीमों ने। भारतीय महिला टीम ने ग्रुप स्टेज में साउथ कोरिया, ईरान और मलेशिया जैसी टीमों को बड़े अंतर से हराया। सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को मात देने के बाद फाइनल में नेपाल को हराया।
पुरुष टीम ने ग्रुप स्टेज में नेपाल, ब्राजील, पेरू और भूटान को हराया। क्वार्टर फाइनल में श्रीलंका और सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को हराने के बाद फाइनल में एक बार फिर नेपाल को शिकस्त दी।
भारत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने खो-खो को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई है और युवाओं के बीच इस खेल को लेकर नई उम्मीदें जगाई हैं।
छत्तीसगढ़ के प्रभतेज भाटिया बने बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष... सचिव की जिम्मेदारी पूर्व क्रिकेटर देवजीत सैकिया को
डेस्क। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज देवजीत सैकिया आधिकारिक रूप से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए सचिव चुने गए हैं। सैकिया ICC के नवनियुक्त अध्यक्ष जय शाह की जगह यह पद संभालेंगे। वहीं, प्रभतेज सिंह भाटिया को कोषाध्यक्ष चुना गया है। सैकिया और भाटिया अपने-अपने पद पर निर्विरोध चुने गए। सैकिया और भाटिया को चुनने का फैसला बीसीसीआई की विशेष आम बैठक (एसजीएम) के दौरान हुआ।
प्रभतेज सिंह भाटिया छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (सीएससीएस) से हैं और बीसीसीआई की शीर्ष परिषद में पहले भी काम कर चुके हैं। वे छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (CSCS) के प्रतिनिधि हैं और छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध उद्योगपति और समाजसेवी बलदेव सिंह भाटिया के पुत्र हैं। बलदेव सिंह भाटिया भी छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। भाटिया कोषाध्यक्ष की भूमिका में तब आए जब उनके पूर्ववर्ती आशीष शेलार ने महाराष्ट्र राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल होने के बाद पद छोड़ दिया।
बता दें कि जय शाह ने पिछले साल 1 दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभाला था। देवजीत सैकिया विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, जो असम के रहने वाले हैं। उन्होंने केवल 4 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 6 इनिंग में केवल 53 रन बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 24 रन रहा है। उनके नाम केवल एक स्टंपिंग है. जबकि विकेट के पीछे 8 कैच लपके हैं।
राज्य के 75 युवा राष्ट्रीय युवा महोत्सव में होंगे शामिल
राष्ट्रीय युवा महोत्सव-2025 : उत्कृष्ट और मनमोहक प्रस्तुति से युवा छत्तीसगढ़ का नाम करें रोशन -मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ से शामिल होने वाले युवाओं को मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष,मंत्रीगणों सहित विधायकों ने दी शुभकामनाएं
रायपुर | राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल होने जा रहे युवाओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी विकसित राज्य बनाना है।
उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिवस पर आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में उत्कृष्ट और मनमोहक प्रस्तुति से युवा छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन भारत को वर्ष 2047 से पूर्व विकसित बनाने की भारत सरकार की मुहिम में छत्तीसगढ़ के युवाओं ने अपना टैलेंट दिखाया है। राष्ट्रीय युवा उत्सव के लिए कुल 75 प्रतिभागियों का चयन छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधित्व के लिए किया गया है। भारत मण्डपम नई दिल्ली में 11 एवं 12 जनवरी 2025 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष भारत को विकसित बनाने के विज़न को प्रस्तुत करने का अवसर राज्य के 75 युवाओं को उपलब्ध कराया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि युवा दिल्ली में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें। आगामी 11 और 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा महोत्सव में ऐसा प्रदर्शन करें कि देश के अन्य राज्यो से आये युवाओं के जुबान पर "छत्तीसगढ़िया सब ले बढ़िया" हो।
खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि युवा भारत की शक्ति है। युवाओं को छत्तीसगढ़ में अपने प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के 75 युवा राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि युवा महोत्सव के माध्यम से खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य के 80 हजार से अधिक युवाओं को प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया। रायपुर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी स्टेडियम में 26 और 27 दिसम्बर 2024 को यूथ डाॅयलाग सम्पन्न हुआ । भारत को विकसित बनाने के लिए भविष्य के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण, महिलाओं को सशक्त बनाना और सामाजिक संकेतक में सुधार, विकसित भारत के लिए युवाओं को सशक्त बनाना, कृषि में उत्पादकता बढ़ाना, भारत को एक स्पोर्टिंग और फिट राष्ट्र बनाना, भारत को वैश्विक विनिर्माण पावर हाऊस बनाना, भारत को विश्व की स्टार्टअप राजधानी के रूप में विकसित करना, भारत को पूर्णतः टिकाऊ भविष्य की ओर ले जाना, विकसित भारत के लिए तकनीकी, विकास भी विरासत भी की थीम पर माई भारत पोर्टल पर छत्तीसगढ़ के 3 लाख 26 हजार से अधिक पंजीकृत वालेंटियर्स एवं प्रदेश के विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के लिए सर्व प्रथम आनलाइन क्वीज का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के 80 हजार से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया।
आनलाईन क्वीज़ में क्वालीफाईड 6,103 युवाओं में से 635 युवाओं ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने संबंधी निर्धारित 10 थीम पर निबंध लेखन किया। निबंध लेखन अंतर्गत प्रत्येक विषय में अधिकतम 25 अभ्यर्थियों का चयन स्टेट चैम्पियनशिप के लिए किया जाना था। इसमें से 228 युवाओं का चयन स्टेट चैम्पियनशिप के लिए किया गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी स्टेडियम जी.ई. रोड रायपुर में स्टेट चैम्पियनशिप का आयोजन संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण द्वारा किया गया। इसके अंतर्गत युवा प्रतिभागियों ने पी.पी.टी. के माध्यम से भारत को विकसित बनाने हेतु अपना विज़न विषय विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत किया। छत्तीसगढ़ राज्य से 12 विषय विशेषज्ञों ने युवा प्रतिभागियों के द्वारा प्रस्तुत विज़न पी.पी.टी. का मूल्यांकन किया।
स्टेट चैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ के 45 युवाओं का चयन कर उन्हें नई दिल्ली भेजने हेतु "Sending Off" समारोह का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त विकासखण्ड स्तर से जिला स्तर और जिला स्तर के विजेता प्रतिभागियों के सांस्कृतिक प्रदर्शन का विशेषज्ञों के माध्यम से वीडियो अवलोकन कर राष्ट्रीय युवा उत्सव के लिए 30 प्रतिभागियों का चयन लोकगीत, लोकनृत्य, कविता, कहानी, चित्रकला, साइंस मेला एवं वक्तृत्व कला विधाओं से चयनित किया गया है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायकगण किरण देव, मोतीलाल साहू, इंद्र कुमार साव, अनुज शर्मा,गुरु खुशवंत साहेब, खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता एवं संचालक तनुजा सलाम सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी और युवा उपस्थित थे।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की
राष्ट्रपति 17 जनवरी, 2025 को पुरस्कार प्रदान करेंगी
नई दिल्ली | युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की। राष्ट्रपति पुरस्कार विजेताओं को 17 जनवरी, 2025 सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पुरस्कार प्रदान करेंगी।
समिति की सिफारिशों के आधार पर और उचित जांच के बाद, सरकार ने निम्नलिखित खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, विश्वविद्यालय और संस्थाओं को पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया है |
खेलों में उत्कृष्टता को मान्यता देने और पुरस्कृत करने के लिए हर वर्ष राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं।
'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' किसी खिलाड़ी द्वारा पिछले चार वर्षों की अवधि में खेल के क्षेत्र में किए गए शानदार और सर्वाधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
'खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार' पिछले चार वर्षों की अवधि में अच्छे प्रदर्शन तथा नेतृत्व, खेल कौशल और अनुशासन की भावना दिखाने के लिए दिया जाता है।
अर्जुन पुरस्कार (आजीवन) उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने और प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेलों में योगदान दिया है और सक्रिय खेल करियर से संन्यास लेने के बाद भी खेलों को बढ़ावा देने में योगदान देना जारी रखते हैं।
'खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार' उन प्रशिक्षकों को दिया जाता है जो लगातार उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करते हैं तथा खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाते हैं।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (एमएकेए) ट्रॉफी दी जाती है।
इनके लिए आवेदन ऑनलाइन आमंत्रित किए गए थे और खिलाड़ियों/प्रशिक्षकों/संस्थाओं को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्वयं आवेदन करने की अनुमति दी गई थी। इस वर्ष इन पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए, जिन पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वी. रामसुब्रमण्यम की अध्यक्षता वाली चयन समिति द्वारा विचार किया गया और इसमें प्रख्यात खिलाड़ी, खेल पत्रकारिता में अनुभव रखने वाले गणमान्य व्यक्ति और खेल प्रशासक शामिल थे।
छत्तीसगढ़ चैंपियंस लीग टी21 का ध्वज : हिमालय के शिखर पर लहराया
रायपुर | आगामी फरवरी माह में प्रदेश भर में आयोजित होने वाली पेशेवर क्रिकेट प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ चैंपियंस लीग टी21 का ध्वज उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित हिमालय की खूबसूरत वासियों और ऊंची पर्वत श्रृंखला केदारकांठा के समिट प्वाइंट 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर लहराया गया। वीर स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बतलाया कि 20 किलोमीटर के इस ट्रैक को 3 दिनों की कठिन चढ़ाई चढ़कर वे समिट प्वाइंट पर पहुंचे थे और 1 जनवरी की सुबह माइनस 5 डिग्री तापमान पर ध्वज लहराया।
ज्ञात हो यह क्रिकेट प्रतियोगिता बीते 2 सीजन छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग के नाम से सफलता पूर्वक आयोजित की जा चुकी है तथा इस वर्ष नए नाम और फॉर्मेट में आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता में प्रदेश की 8 टीमें बनाई जायेगी जिनके मध्य रायपुर, बिलासपुर और भिलाई स्टेडियमों में मुकाबले खेले जाएंगे।
डॉ. मनसुख मांडविया ने ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ पहल का शुभारंभ किया
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में शुरू किए गए फिट इंडिया साइकिलिंग अभियान की निरंतरता को बनाए रखते हुए, आज सुबह मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ पहल का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।
मंत्री महोदय के अलावा, इस आयोजन में 500 से अधिक साइकिल चालकों ने भाग लिया, जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), भारतीय खेल प्राधिकरण के कैंपर और आईजी स्टेडियम के युवा जिमनास्ट, वरिष्ठ अधिकारी और राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न साइकिलिंग क्लब शामिल थे।
रविवार को हुए इस समारोह में पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई स्टार शैंकी सिंह की उपस्थित भी देखी गई, जिनकी पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन जिंदर महल के साथ की टैग टीम का हिस्सा होने के लिए प्रशंसा की जाती है। इस बीच, पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी मौमा दास ने भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) कोलकाता में संडे ऑन साइकिल इवेंट को हरी झंडी दिखाई।
साइकिलिंग अभियान के व्यापक प्रभाव का उल्लेख करते हुए, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल भारत में 1100 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित की जा रही है। इस सप्ताह की शुरुआत में साइकिलिंग अभियान के शुभारंभ ने साइकिल चलाने के बारे में जागरूकता को तेजी से फैलाया है।’’
मंत्री महोदय ने आगे कहा, “साइकिल चलाना आज की जरूरत है। विकसित भारत के विजन के लिए एक सेहतमंद व्यक्ति की जरूरत है, जो आगे एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है और अंततः एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करता है। साइकिल चलाने के लाभ 2019 में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया आंदोलन के संदेश को भी कायम रखते हैं।”
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ और आईटीबीपी के बहुत सारे साइकिल चालक शामिल हुए और उन्होंने फिटनेस तथा पर्यावरण संरक्षण दोनों को बढ़ावा देने वाली इस पहल का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
अनीश दयाल सिंह, आईपीएस, डीजी सीआरपीएफ ने कहा, ‘‘सीआरपीएफ अपनी शारीरिक फिटनेस को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि एक फिट फोर्स ही हमारे महान राष्ट्र की सबसे अच्छी सेवा कर सकती है। साइकिल चलाना व्यक्ति के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए अच्छा है। हम फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल अभियान का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं, जो आज के आयोजन के जरिए पूरे देश में फिटनेस और स्थिरता का संदेश फैला रहा है।’’
भारत को एक साइकिलिंग राष्ट्र बनाने के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन- बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन- भी इसमें शामिल हुआ। बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन की सीईओ डॉ. भैरवी जोशी ने कहा, ‘‘बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन ने फिट इंडिया मूवमेंट के तहत साइकिलिंग पहल का समर्थन किया है। इसके लिए उसने स्वतंत्र रूप से स्थानीय कार्यक्रम आयोजित किए हैं और एसएआई के स्थानीय चैप्टर्स के साथ मिलकर संडे ऑन साइकिल का आयोजन किया है। बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन का मानना है कि साइकिल चलाना दुनिया की कुछ सबसे जटिल शहरी चुनौतियों के सबसे सरल समाधानों में से एक है। भारत में साइकिल मेयर्स नेटवर्क कौशल निर्माण और देश भर के 50 से अधिक शहरों में साइकिलिंग तक पहुंच बढ़ाने के जरिए साइकिलिंग के समर्थन करने का काम जारी रखेगा।’’
‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ का आयोजन युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआई) और एमवाई भारत के सहयोग से किया जाता है। ये आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण के क्षेत्रीय केंद्रों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) और देश भर के खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में एक साथ किए जाते हैं।
हॉकी इंडिया लीग 2024-25 के लिए दूरदर्शन को आधिकारिक प्रसारण भागीदार घोषित किया गया
दूरदर्शन की बेजोड़ पहुंच और खेलों के लिए इसकी प्रतिबद्धता हॉकी को देश भर में ले जाने के विजन के साथ पूरी तरह मेल खाती है |
नई दिल्ली | भारत के राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन ने इंडियाकागेम हॉकी को एक राष्ट्रव्यापी उत्सव में बदलने और हॉकी खिलाड़ियों को देश भर में जाना-पहचाना नाम बनाने के लिए हॉकी इंडिया लीग के साथ साझेदारी की है। 28 दिसंबर 2024 को शुरू होने वाली हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के लिए यह साल ऐतिहासिक है, क्योंकि इस बहुप्रतीक्षित पुरुष प्रतियोगिता के साथ-साथ महिला हॉकी इंडिया लीग का आगाज भी हो रहा है।
भारतीय खेलों को बढ़ावा देने की अपनी विरासत के लिए प्रसिद्ध, दूरदर्शन देश भर के करोड़ों दर्शकों के लिए एचआईएल का रोमांचक एक्शन लेकर आएगा। इस लीग में भाग लेने वाली 8 पुरुष टीमें और 4 महिला टीमें राउरकेला और रांची में प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिसमें भारत और दुनिया भर से शीर्ष स्तर की प्रतिभाएं दिखाई देंगी। महिला लीग का जुड़ना हॉकी इंडिया की खेलों में लैंगिक समावेशिता को आगे बढ़ाने और एक बड़े मंच पर महिला हॉकी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिलीप टिर्की ने कहा, "हम हॉकी इंडिया लीग के आधिकारिक प्रसारणकर्ता के रूप में दूरदर्शन के साथ साझेदारी करके रोमांचित हैं। यह वर्ष इसलिए भी विशेष है, क्योंकि महिला एचआईएल का शुभारंभ किया गया है, जो महिला हॉकी को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। खेलों के प्रति दूरदर्शन की अद्वितीय पहुंच और प्रतिबद्धता हॉकी को देश के हर कोने तक ले जाने के हमारे दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह मेल खाती है। हमारा लक्ष्य साथ मिलकर, लाखों लोगों को प्रेरित करना और एचआईएल को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक ले जाना है।"
हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की संचालन समिति के सदस्य भोला नाथ सिंह ने कहा, "हॉकी हमारे लिए सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह हमारी एकता और गौरव का प्रतीक है। इस सीजन में महिला एचआईएल का जुड़ना महिला एथलीटों के लिए समानता और सम्मान सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। दूरदर्शन के साथ हमारे साझेदार के रूप में, हम एचआईएल का एक शानदार सीज़न पेश करने के लिए तैयार हैं। हॉकी हमें जोड़ती है और यह साझेदारी उस बंधन को और मजबूत बनाती है।"
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहा, "दूरदर्शन को हॉकी इंडिया लीग के साथ साझेदारी करने का सौभाग्य मिला है। यह एक ऐसा मंच है जो हमारे राष्ट्रीय खेल का जश्न मनाता है और पूरे भारत में समुदायों को एकजुट करता है। व्यापक कवरेज के माध्यम से, हमारा लक्ष्य महिला एचआईएल के ऐतिहासिक पदार्पण सहित हॉकी की रोमांचक भावना को हर जगह दर्शकों तक पहुंचाना, शहरी और ग्रामीण विभाजन को पाटना और लीग के प्रभाव को बढ़ाना है।"
अब, देश भर के प्रशंसक-भारत के हर नुक्कड़, कोने और गांव से-दूरदर्शन पर हॉकी इंडिया लीग के सभी मैचों का सीधा प्रसारण देख सकेंगे, जिससे देश भर के हॉकी प्रेमियों के लिए निर्बाध पहुंच सुनिश्चित होगी।
एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, हॉकी इंडिया के साथ दूरदर्शन की साझेदारी का सभी राष्ट्रीय चैंपियनशिप तक विस्तार हो गया है। आगे चलकर, विभिन्न श्रेणियों में सभी हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप, साथ ही हॉकी इंडिया के स्वामित्व वाले भारत के सभी हॉकी कार्यक्रम डीडी पर प्रसारित किए जाएंगे।
आदिवासी बच्चों को तीरंदाजी खेल में अपनी हुनर दिखाने मिल रहा भरपूर अवसर
तीरंदाजी में अपने हुनर दिखाते आदिवासी बच्चे
खेलों इंडिया तीरंदाजी सेंटर में जिले के कई खिलाड़ी ले रहे प्रशिक्षण
रायपुर | भारत सरकार की योजना अन्तर्गत खेलों इंडिया लघु केंद्र का संचालन तीरंदाजी खेल में खेल एवं युवा कल्याण महासमुंद द्वारा एकलव्य आदर्श मॉडर्न आवासीय विद्यालय भोरिंग में नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें तीरंदाजी प्रशिक्षक एवन कुमार साहू (राष्ट्रीय खिलाड़ी) बागबाहरा द्वारा विगत दो वर्षों से प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा हैं। प्रशिक्षण में शामिल होने आस पास के खिलाड़ियों के साथ जिले भर के बच्चें शामिल हो रहे हैं। जो एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं स्थानीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे हैं। तीरंदाजी खेल को आगे बढ़ाने व संचालित करने हेतु पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराया गया हैं जिसमें प्रतिदिन सुबह-शाम खिलाड़ियों को अपने हुनर दिखाने का मौका मिल रहा हैं। जिले के विभिन्न ग्राम/ग्राम पंचायतों से लेकर शहरी क्षेत्रों से खिलाड़ी अभ्यास करने शामिल हो रहे हैं। जिले में तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन जिला, संभाग स्तरीय, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन भोरिंग में किया जा चुका हैं। तीरंदाज़ी खेल को आगे बढ़ाने में जिला प्रशासन का अहम योगदान है। विभागों के आपसी समन्वय से तीरंदाजी खेल में जिले के खिलाड़ियों ने राज्य एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतने में सफल रहे हैं।
राज्य स्तरीय जूनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता बागबाहरा में लघु केंद्र के 17 खिलाड़ियों की भागीदारी रहीं। राज्य स्तरीय एकलव्य आवासीय विद्यालय भोरिंग की खेल प्रतियोगिता में 16 खिलाड़ी शामिल होकर 8 पदक जीतने में सफल रहे। संभाग स्तरीय एकलव्य विद्यालय की तीरंदाजी प्रतियोगिता राजनांदगांव में 12 खिलाड़ी शामिल होकर 12 पदक जीतने में सफल रहे जिसमें 6 स्वर्ण पदक, 4 रजत पदक व 2 कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। स्कूल नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में देविका यादव ने प्रदेश की टीम से प्रतिनिधित्व किया। महासमुंद जिले के खिलाड़ियों ने अपने हुनर और खेल प्रतिभा को दिखाते हुए आवासीय खेल अकादमी में चयनित होकर वर्तमान में रायपुर, बिलासपुर जैसे शहरों में शासन द्वारा संचालित निःशुल्क आवासीय केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। रायपुर आवासीय खेल अकादमी में जिले की देविका साहू, लक्ष्मी साहू, दिलेश्वरी साहू, अबीर पांडे एवं खेलों इंडिया एक्सीलेंसी सेंटर बेहतराई बिलासपुर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों में डोमेश्वरी साहू, यामिनी धीवर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
जिले के उपलब्धि प्राप्त खिलाड़ियों में श्रीकांत जगत बाराडोली बसना, चंदन सिदार रेमडा पिथौरा, मनीषा ध्रुव सोनासिल्ली पिथौरा, जयंत ठाकुर महासमुंद, उमेश बरिहा जबलपुर सरायपाली, टुकेश कमार वनसिवनी महासमुंद, लीना नेताम परसाड़ीह महासमुंद, सीमा चिपरीकोना बसना, दिव्या कमार बनसिवनी, दिगंबर नेताम बसना, देवव्रत दीवान घोंच पिथौरा, अश्मि निधि नाग बरिहापाली बसना, पुष्कर ठाकुर केसकेरा बागबाहरा, कुमुदिनी दीवान ठाकुरदिया पिथौरा, लिलिमा नाग बरिहापाली बसना, योगेश नाग खरोरा बसना, नमन मांझी कुदारीबाहरा बसना, कामना ध्रुव बीकेबाहरा बागबाहरा, मनीष सिदार रेमडा पिथौरा, राहुल धीवर तुमगांव, नीलम साहू भोरिंग, वैनिका साहू भोरिग, हुमेश्वरी साहू, टिकेश्वरी साहू, दुर्गेशवरी साहू, शुभम पाठक सभी भोरिंग, केदारनाथ तुमगांव, देविका यादव तुमगांव महासमुंद के खिलाड़ी शामिल हैं। राज्य स्तरीय एकलव्य तीरंदाजी प्रतियोगिता दिनांक 27 से 29 नवम्बर 2024 को अंबिकापुर में आयोजित किया गया हैं जिसमें जिले से कुल 10 खिलाड़ी श्रीकांत जगत, चन्दन सिदार, मनीषा ध्रुव, कामना ध्रुव, योगेश नाग, टुकेश कमार, लिलिमा नाग, कुमुदनी दीवान, दिगम्बर नेताम व जयंत ठाकुर शामिल हैं।
डॉ. मनसुख मांडविया ने विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष : लॉर्ड सेबेस्टियन कोए से मुलाकात की
बैठक के दौरान ओलंपिक-2036 की मेजबानी और भारत में एथलेटिक्स के विकास पर चर्चा हुई
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष तथा अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य लॉर्ड सेबेस्टियन कोए के साथ बैठक की। बैठक में विश्व एथलेटिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन रिजन तथा विश्व एथलेटिक्स की अंतर्राष्ट्रीय सम्बंध एवं विकास निदेशक हेलेन डेलानी भी मौजूद थीं।
बैठक में 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की भारत की मंशा और जमीनी स्तर से उत्कृष्टता हासिल करने तक एथलेटिक्स के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई। केंद्रीय मंत्री ने विश्व एथलेटिक्स अध्यक्ष को 2036 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत द्वारा आईओसी को भेजे गए आशय पत्र से अवगत कराया।
डॉ. मांडविया ने स्थायी, समावेशी और प्रेरक खेलों की मेजबानी करने के भारत के संकल्प के बारे में बातचीत की और कहा कि ओलंपिक 2036 की मेजबानी करने की हमारी महत्वाकांक्षा वैश्विक पटल पर भारत की सांस्कृतिक विरासत और खेल क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए सरकार, उद्योग और समाज के प्रत्येक स्तर पर व्यापक समर्थन को दर्शाती है। उन्होंने पिछले मेजबान शहरों की विरासत को आगे बढ़ाने, सीखे गए सबक को शामिल करने, स्थिरता को प्राथमिकता देने और विविधता का जश्न मनाने वाले खेलों को शामिल करने की भारत की आकांक्षाओं के बारे में विस्तार से बात की।
केंद्रीय मंत्री ने विश्व एथलेटिक्स अध्यक्ष को बताया कि भारत वैश्विक खेल इकोसिस्टम को आकार देने में विश्व एथलेटिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानता है और मंत्रालय विश्व निकाय के साथ अपने सहयोग को गहरा करने और एथलेटिक्स के अनुशासन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में उनका मार्गदर्शन चाहता है, ताकि भारत के अधिक से अधिक एथलीट ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में मैडल प्राप्त कर सकें।
डॉ. मांडविया ने विश्व एथलेटिक्स के प्रतिनिधिमंडल को राष्ट्र निर्माण, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए खेलों का लाभ उठाने और जमीनी स्तर से वैश्विक उत्कृष्टता पाइपलाइन को बढ़ावा देने की परिकल्पना वाले राष्ट्रीय खेल नीति, 2024 के मसौदे के बारे में भी जानकारी दी और हाल ही में परामर्श के लिए सार्वजनिक डोमेन में रखे गए राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक के मसौदे के बारे में भी बताया, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं और ओलंपिक मूल्यों के साथ संरेखित खेल निकायों और खेल संघों में पारदर्शिता, सुशासन और नैतिक प्रथाओं को सुनिश्चित करना है।
बैठक के दौरान भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के महासचिव रविन्द्र चौधरी, खेल विभाग के सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
पर्थ टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दी मात : जसप्रीत बुमराह ने लिए कुल 8 विकेट
नई दिल्ली | भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में 295 रनों से मात देकर इतिहास बना दिया। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया। हालांकि, यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने उम्दा प्रदर्शन किया। भारत टीम पहली विजिटिंग टीम भी बनी जिसने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई है।
खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने छत्तीसगढ़ सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 2 करोड़ व कांस्य पदक विजेता को 1 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि एकता, अनुशासन और समर्पण का है प्रतीक
मुख्यमंत्री साय सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के समापन समारोह में हुए शामिल
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के मोवा स्थित आई स्पोर्टज़ बैडमिंटन अरीना में आयोजित सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री साय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और बेहतर खेल अधो-संरचनाएं विकसित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 2 करोड़ व कांस्य पदक विजेता को एक करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी ।
मुख्यमंत्री साय ने सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ में बैडमिंटन का यह टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 10 देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। खेल केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एकता, अनुशासन और समर्पण का प्रतीक है। यह युवाओं को सकारात्मक और ऊर्जावान बनाता है। भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है। छत्तीसगढ़ में हम लगातार खेलों को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे राज्य में अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। भारत सरकार की खेलो-इंडिया योजना को भी हम छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में लागू कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी मुझे अवसर मिलता है। मैं खिलाड़ियों से बातचीत करके उनकी अपेक्षाओं को जानने समझने का प्रयास करता हूं। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें प्रोत्साहित करता हूं। कल ही मैंने धमतरी की बैडमिंटन खिलाड़ी रीतिका धु्रव से वीडियो कॉल पर बात करके राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें मिली उपलब्धियों के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रीतिका ने मुझे बताया कि उनके पिता जीवन-यापन के लिए मजदूरी करते हैं और मां आंगनवाड़ी सहायिका हैं। संघर्षों के बावजूद रीतिका ने बैडमिंटन में शानदार प्रदर्शन किया है। मैंने रितिका को आश्वस्त किया कि आप खूब आगे बढ़िये और अपने माता-पिता के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करिये। हम आपका पूरा सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इसी तरह कुछ दिन पहले भी छत्तीसगढ़ की एक पर्वतारोही बिटिया निशा से मैंने फोन पर बात की। निशा पूर्वी-अफ्रीकी देश तंजनिया का किलीमंजारों पर्वत फतह करना चाहती है। वह माउंट एवेरेस्ट भी फतह करना चाहती है। उसके पिता रिक्शा-चालक हैं। मुझे पता चला कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से वह बेटी पर्वतारोहण के लिए नहीं जा पा रही है। मैंने उसे सरकार की ओर से सभी तरह के सहयोग का भरोसा दिया और कल मैंने पौने चार लाख की राशि निशा बेटी के लिए स्वीकृत कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। बैडमिंटन के क्षेत्र में खिलाड़ी आगे बढ़ें इसके लिए भी हम सभी सुविधाएं देंगे। मुख्यमंत्री ने मेंस डबल्स विजेता हरिहरन व रुबन कुमार को बधाई दी। उन्होंने सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चौलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के सभी प्रतिभागियों और आयोजकों को भी बधाई दी। मुख्यमंत्री ने विदेश से आए खिलाड़ियों और उनकी टीम के सभी सदस्यों का छत्तीसगढ़ में स्वागत किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया, महासचिव संजय मिश्रा, राकेश शेखर, गौतम महंता सहित बैडमिंटन संघ के पदाधिकारीगण, खिलाड़ी व बड़ी संख्या में खेलप्रेमी उपस्थित थे।
इस युवा प्लेयर ने एक ही पारी में लिए सभी 10 विकेट
डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। वहीं भारत में इस वक्त सबसे बड़े घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का आयोजन किया जा रहा है। जहां कई बड़े रिकॉर्ड बनाए जा रहे हैं। इस बीच एक स्टार युवा प्लेयर ने मैच के दौरान एक ही पारी में सभी 10 विकेट ले लिए हैं। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि अंशुल कंबोज हैं।
अंशुल कंबोज ने हरियाणा के लिए खेलते हुए इतिहास रच दिया है। लाहली में चल रहे रणजी ट्रॉफी मुकाबले में केरल के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट चटकाए हैं। रणजी ट्रॉफी में वह ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज नहीं हैं। उनसे पहले दो अन्य गेंदबाज भी ऐसा कर चुके हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत की तरफ से अनिल कुंबले ने भी ऐसा किया है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट लिए थे.
रणजी ट्रॉफी में आखिरी बार एक ही पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा 1985-86 के सीजन में हुआ था। वहीं सबसे पहली बार 1956-57 के सीजन में ऐसा देखने को मिला था। प्रेमंगसु मोहन चटर्जी और प्रदीप सुंदरम ने रणजी में ऐसा कारनामा किया है। प्रेमंगसु मोहन चटर्जी ने 1956-57 और प्रदीप सुंदरम ने 1985-86 में ऐसा किया था। चटर्जी ने बंगाल की टीम के लिए खेलते हुए ये कारनामा पहली बार किया था। इसके अलावा 38 साल पहले प्रदीप सुंदरम ने राजस्थान के लिए ऐसा किया था।
भारत खेलों में शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बनेगा : केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया
मांडविया ने उन्नत एसएआई त्रिवेंद्रम गोल्फ कोर्स का उद्घाटन किया
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत खेलों में दुनिया के शीर्ष दस प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बनने के लिए तैयार है। मंत्री महोदय ने ये बात तिरुवनंतपुरम के कौडियार में उन्नत एसएआई गोल्फ कोर्स का उद्घाटन करते समय कही। मांडविया ने त्रिवेंद्रम गोल्फ क्लब के महत्व पर भी बल दिया, क्योंकि यह एक गौरवशाली समुदाय और खेल उत्कृष्टता का प्रतीक है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने यह भी कहा कि भारत में आयोजित होने वाला ओलंपिक्स 2036 देश में प्रतिभाओं को बढ़ावा देगा। मंत्री महोदय ने जोर देकर कहा कि स्वस्थ लोग स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे और स्वस्थ समाज समृद्ध समाज होगा। खेल लोगों को शारीरिक, मानसिक और सांस्कृतिक रूप से स्वस्थ बनाता है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम खेलो इंडिया कार्यक्रम के जरिए जिला स्तर से काम कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने केरल में अपनी तरह की पहली एसएआई राष्ट्रीय गोल्फ अकादमी की स्थापना पर अपार गर्व व्यक्त किया। यह राष्ट्रीय गोल्फ अकादमी नौ-होल वाले अंतर्राष्ट्रीय मानक वाले गोल्फ कोर्स, अत्याधुनिक फिटनेस सेंटर और आधुनिक मनोरंजक सुविधाओं जैसी विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है। उद्घाटन के बाद मंत्री महोदय ने इस उन्नत गोल्फ कोर्स का दौरा किया तथा उसका निरीक्षण किया और वहां गोल्फ खेलकर मैदान के बारे में अपनी और जानकारी बढ़ाई। उन्नत गोल्फ कोर्स की स्थापना 31 मार्च, 2017 को खेल अवसंरचना को बेहतर बनाने के लिए केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप पर्यटन मंत्रालय की स्वीकृति से की गई है। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय (एलएनसीपीई) को 9.27 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था तथा केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे क्लब के मानकों को और अधिक उन्नत करके अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों को पूरा किया जा सका है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने इस कार्यक्रम के तहत तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण के अंतर्राष्ट्रीय एथलीटों को सम्मानित किया। पर्यटन और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने इस समारोह की अध्यक्षता की। दर्शकों को संबोधित करते हुए, राज्य मंत्री महोदय ने कहा कि त्रिवेंद्रम के गोल्फ क्लब और टेनिस क्लब समाज के सबसे निचले तबके से असली प्रतिभाओं को सामने लाए हैं।
शारदा मुरलीधरन, मुख्य सचिव, केरल सरकार, सुमन बिल्ला आईएएस, अपर सचिव, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार तथा एस.एन. रघुचंद्रन नायर, सचिव, एसएआई टीजीसी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।