खेल
राज्य के 75 युवा राष्ट्रीय युवा महोत्सव में होंगे शामिल
राष्ट्रीय युवा महोत्सव-2025 : उत्कृष्ट और मनमोहक प्रस्तुति से युवा छत्तीसगढ़ का नाम करें रोशन -मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ से शामिल होने वाले युवाओं को मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष,मंत्रीगणों सहित विधायकों ने दी शुभकामनाएं
रायपुर | राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल होने जा रहे युवाओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी विकसित राज्य बनाना है।
उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिवस पर आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में उत्कृष्ट और मनमोहक प्रस्तुति से युवा छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन भारत को वर्ष 2047 से पूर्व विकसित बनाने की भारत सरकार की मुहिम में छत्तीसगढ़ के युवाओं ने अपना टैलेंट दिखाया है। राष्ट्रीय युवा उत्सव के लिए कुल 75 प्रतिभागियों का चयन छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधित्व के लिए किया गया है। भारत मण्डपम नई दिल्ली में 11 एवं 12 जनवरी 2025 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष भारत को विकसित बनाने के विज़न को प्रस्तुत करने का अवसर राज्य के 75 युवाओं को उपलब्ध कराया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि युवा दिल्ली में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें। आगामी 11 और 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा महोत्सव में ऐसा प्रदर्शन करें कि देश के अन्य राज्यो से आये युवाओं के जुबान पर "छत्तीसगढ़िया सब ले बढ़िया" हो।
खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि युवा भारत की शक्ति है। युवाओं को छत्तीसगढ़ में अपने प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के 75 युवा राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि युवा महोत्सव के माध्यम से खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य के 80 हजार से अधिक युवाओं को प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया। रायपुर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी स्टेडियम में 26 और 27 दिसम्बर 2024 को यूथ डाॅयलाग सम्पन्न हुआ । भारत को विकसित बनाने के लिए भविष्य के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण, महिलाओं को सशक्त बनाना और सामाजिक संकेतक में सुधार, विकसित भारत के लिए युवाओं को सशक्त बनाना, कृषि में उत्पादकता बढ़ाना, भारत को एक स्पोर्टिंग और फिट राष्ट्र बनाना, भारत को वैश्विक विनिर्माण पावर हाऊस बनाना, भारत को विश्व की स्टार्टअप राजधानी के रूप में विकसित करना, भारत को पूर्णतः टिकाऊ भविष्य की ओर ले जाना, विकसित भारत के लिए तकनीकी, विकास भी विरासत भी की थीम पर माई भारत पोर्टल पर छत्तीसगढ़ के 3 लाख 26 हजार से अधिक पंजीकृत वालेंटियर्स एवं प्रदेश के विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के लिए सर्व प्रथम आनलाइन क्वीज का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के 80 हजार से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया।
आनलाईन क्वीज़ में क्वालीफाईड 6,103 युवाओं में से 635 युवाओं ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने संबंधी निर्धारित 10 थीम पर निबंध लेखन किया। निबंध लेखन अंतर्गत प्रत्येक विषय में अधिकतम 25 अभ्यर्थियों का चयन स्टेट चैम्पियनशिप के लिए किया जाना था। इसमें से 228 युवाओं का चयन स्टेट चैम्पियनशिप के लिए किया गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी स्टेडियम जी.ई. रोड रायपुर में स्टेट चैम्पियनशिप का आयोजन संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण द्वारा किया गया। इसके अंतर्गत युवा प्रतिभागियों ने पी.पी.टी. के माध्यम से भारत को विकसित बनाने हेतु अपना विज़न विषय विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत किया। छत्तीसगढ़ राज्य से 12 विषय विशेषज्ञों ने युवा प्रतिभागियों के द्वारा प्रस्तुत विज़न पी.पी.टी. का मूल्यांकन किया।
स्टेट चैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ के 45 युवाओं का चयन कर उन्हें नई दिल्ली भेजने हेतु "Sending Off" समारोह का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त विकासखण्ड स्तर से जिला स्तर और जिला स्तर के विजेता प्रतिभागियों के सांस्कृतिक प्रदर्शन का विशेषज्ञों के माध्यम से वीडियो अवलोकन कर राष्ट्रीय युवा उत्सव के लिए 30 प्रतिभागियों का चयन लोकगीत, लोकनृत्य, कविता, कहानी, चित्रकला, साइंस मेला एवं वक्तृत्व कला विधाओं से चयनित किया गया है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायकगण किरण देव, मोतीलाल साहू, इंद्र कुमार साव, अनुज शर्मा,गुरु खुशवंत साहेब, खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता एवं संचालक तनुजा सलाम सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी और युवा उपस्थित थे।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की
राष्ट्रपति 17 जनवरी, 2025 को पुरस्कार प्रदान करेंगी
नई दिल्ली | युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की। राष्ट्रपति पुरस्कार विजेताओं को 17 जनवरी, 2025 सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पुरस्कार प्रदान करेंगी।
समिति की सिफारिशों के आधार पर और उचित जांच के बाद, सरकार ने निम्नलिखित खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, विश्वविद्यालय और संस्थाओं को पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया है |
खेलों में उत्कृष्टता को मान्यता देने और पुरस्कृत करने के लिए हर वर्ष राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं।
'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' किसी खिलाड़ी द्वारा पिछले चार वर्षों की अवधि में खेल के क्षेत्र में किए गए शानदार और सर्वाधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
'खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार' पिछले चार वर्षों की अवधि में अच्छे प्रदर्शन तथा नेतृत्व, खेल कौशल और अनुशासन की भावना दिखाने के लिए दिया जाता है।
अर्जुन पुरस्कार (आजीवन) उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने और प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेलों में योगदान दिया है और सक्रिय खेल करियर से संन्यास लेने के बाद भी खेलों को बढ़ावा देने में योगदान देना जारी रखते हैं।
'खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार' उन प्रशिक्षकों को दिया जाता है जो लगातार उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करते हैं तथा खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाते हैं।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (एमएकेए) ट्रॉफी दी जाती है।
इनके लिए आवेदन ऑनलाइन आमंत्रित किए गए थे और खिलाड़ियों/प्रशिक्षकों/संस्थाओं को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्वयं आवेदन करने की अनुमति दी गई थी। इस वर्ष इन पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए, जिन पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वी. रामसुब्रमण्यम की अध्यक्षता वाली चयन समिति द्वारा विचार किया गया और इसमें प्रख्यात खिलाड़ी, खेल पत्रकारिता में अनुभव रखने वाले गणमान्य व्यक्ति और खेल प्रशासक शामिल थे।
छत्तीसगढ़ चैंपियंस लीग टी21 का ध्वज : हिमालय के शिखर पर लहराया
रायपुर | आगामी फरवरी माह में प्रदेश भर में आयोजित होने वाली पेशेवर क्रिकेट प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ चैंपियंस लीग टी21 का ध्वज उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित हिमालय की खूबसूरत वासियों और ऊंची पर्वत श्रृंखला केदारकांठा के समिट प्वाइंट 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर लहराया गया। वीर स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बतलाया कि 20 किलोमीटर के इस ट्रैक को 3 दिनों की कठिन चढ़ाई चढ़कर वे समिट प्वाइंट पर पहुंचे थे और 1 जनवरी की सुबह माइनस 5 डिग्री तापमान पर ध्वज लहराया।
ज्ञात हो यह क्रिकेट प्रतियोगिता बीते 2 सीजन छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग के नाम से सफलता पूर्वक आयोजित की जा चुकी है तथा इस वर्ष नए नाम और फॉर्मेट में आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता में प्रदेश की 8 टीमें बनाई जायेगी जिनके मध्य रायपुर, बिलासपुर और भिलाई स्टेडियमों में मुकाबले खेले जाएंगे।
डॉ. मनसुख मांडविया ने ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ पहल का शुभारंभ किया
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में शुरू किए गए फिट इंडिया साइकिलिंग अभियान की निरंतरता को बनाए रखते हुए, आज सुबह मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ पहल का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।
मंत्री महोदय के अलावा, इस आयोजन में 500 से अधिक साइकिल चालकों ने भाग लिया, जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), भारतीय खेल प्राधिकरण के कैंपर और आईजी स्टेडियम के युवा जिमनास्ट, वरिष्ठ अधिकारी और राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न साइकिलिंग क्लब शामिल थे।
रविवार को हुए इस समारोह में पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई स्टार शैंकी सिंह की उपस्थित भी देखी गई, जिनकी पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन जिंदर महल के साथ की टैग टीम का हिस्सा होने के लिए प्रशंसा की जाती है। इस बीच, पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी मौमा दास ने भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) कोलकाता में संडे ऑन साइकिल इवेंट को हरी झंडी दिखाई।
साइकिलिंग अभियान के व्यापक प्रभाव का उल्लेख करते हुए, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल भारत में 1100 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित की जा रही है। इस सप्ताह की शुरुआत में साइकिलिंग अभियान के शुभारंभ ने साइकिल चलाने के बारे में जागरूकता को तेजी से फैलाया है।’’
मंत्री महोदय ने आगे कहा, “साइकिल चलाना आज की जरूरत है। विकसित भारत के विजन के लिए एक सेहतमंद व्यक्ति की जरूरत है, जो आगे एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है और अंततः एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करता है। साइकिल चलाने के लाभ 2019 में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया आंदोलन के संदेश को भी कायम रखते हैं।”
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ और आईटीबीपी के बहुत सारे साइकिल चालक शामिल हुए और उन्होंने फिटनेस तथा पर्यावरण संरक्षण दोनों को बढ़ावा देने वाली इस पहल का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
अनीश दयाल सिंह, आईपीएस, डीजी सीआरपीएफ ने कहा, ‘‘सीआरपीएफ अपनी शारीरिक फिटनेस को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि एक फिट फोर्स ही हमारे महान राष्ट्र की सबसे अच्छी सेवा कर सकती है। साइकिल चलाना व्यक्ति के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए अच्छा है। हम फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल अभियान का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं, जो आज के आयोजन के जरिए पूरे देश में फिटनेस और स्थिरता का संदेश फैला रहा है।’’
भारत को एक साइकिलिंग राष्ट्र बनाने के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन- बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन- भी इसमें शामिल हुआ। बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन की सीईओ डॉ. भैरवी जोशी ने कहा, ‘‘बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन ने फिट इंडिया मूवमेंट के तहत साइकिलिंग पहल का समर्थन किया है। इसके लिए उसने स्वतंत्र रूप से स्थानीय कार्यक्रम आयोजित किए हैं और एसएआई के स्थानीय चैप्टर्स के साथ मिलकर संडे ऑन साइकिल का आयोजन किया है। बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन का मानना है कि साइकिल चलाना दुनिया की कुछ सबसे जटिल शहरी चुनौतियों के सबसे सरल समाधानों में से एक है। भारत में साइकिल मेयर्स नेटवर्क कौशल निर्माण और देश भर के 50 से अधिक शहरों में साइकिलिंग तक पहुंच बढ़ाने के जरिए साइकिलिंग के समर्थन करने का काम जारी रखेगा।’’
‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ का आयोजन युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआई) और एमवाई भारत के सहयोग से किया जाता है। ये आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण के क्षेत्रीय केंद्रों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) और देश भर के खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में एक साथ किए जाते हैं।
हॉकी इंडिया लीग 2024-25 के लिए दूरदर्शन को आधिकारिक प्रसारण भागीदार घोषित किया गया
दूरदर्शन की बेजोड़ पहुंच और खेलों के लिए इसकी प्रतिबद्धता हॉकी को देश भर में ले जाने के विजन के साथ पूरी तरह मेल खाती है |
नई दिल्ली | भारत के राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन ने इंडियाकागेम हॉकी को एक राष्ट्रव्यापी उत्सव में बदलने और हॉकी खिलाड़ियों को देश भर में जाना-पहचाना नाम बनाने के लिए हॉकी इंडिया लीग के साथ साझेदारी की है। 28 दिसंबर 2024 को शुरू होने वाली हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के लिए यह साल ऐतिहासिक है, क्योंकि इस बहुप्रतीक्षित पुरुष प्रतियोगिता के साथ-साथ महिला हॉकी इंडिया लीग का आगाज भी हो रहा है।
भारतीय खेलों को बढ़ावा देने की अपनी विरासत के लिए प्रसिद्ध, दूरदर्शन देश भर के करोड़ों दर्शकों के लिए एचआईएल का रोमांचक एक्शन लेकर आएगा। इस लीग में भाग लेने वाली 8 पुरुष टीमें और 4 महिला टीमें राउरकेला और रांची में प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिसमें भारत और दुनिया भर से शीर्ष स्तर की प्रतिभाएं दिखाई देंगी। महिला लीग का जुड़ना हॉकी इंडिया की खेलों में लैंगिक समावेशिता को आगे बढ़ाने और एक बड़े मंच पर महिला हॉकी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिलीप टिर्की ने कहा, "हम हॉकी इंडिया लीग के आधिकारिक प्रसारणकर्ता के रूप में दूरदर्शन के साथ साझेदारी करके रोमांचित हैं। यह वर्ष इसलिए भी विशेष है, क्योंकि महिला एचआईएल का शुभारंभ किया गया है, जो महिला हॉकी को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। खेलों के प्रति दूरदर्शन की अद्वितीय पहुंच और प्रतिबद्धता हॉकी को देश के हर कोने तक ले जाने के हमारे दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह मेल खाती है। हमारा लक्ष्य साथ मिलकर, लाखों लोगों को प्रेरित करना और एचआईएल को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक ले जाना है।"
हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की संचालन समिति के सदस्य भोला नाथ सिंह ने कहा, "हॉकी हमारे लिए सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह हमारी एकता और गौरव का प्रतीक है। इस सीजन में महिला एचआईएल का जुड़ना महिला एथलीटों के लिए समानता और सम्मान सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। दूरदर्शन के साथ हमारे साझेदार के रूप में, हम एचआईएल का एक शानदार सीज़न पेश करने के लिए तैयार हैं। हॉकी हमें जोड़ती है और यह साझेदारी उस बंधन को और मजबूत बनाती है।"
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहा, "दूरदर्शन को हॉकी इंडिया लीग के साथ साझेदारी करने का सौभाग्य मिला है। यह एक ऐसा मंच है जो हमारे राष्ट्रीय खेल का जश्न मनाता है और पूरे भारत में समुदायों को एकजुट करता है। व्यापक कवरेज के माध्यम से, हमारा लक्ष्य महिला एचआईएल के ऐतिहासिक पदार्पण सहित हॉकी की रोमांचक भावना को हर जगह दर्शकों तक पहुंचाना, शहरी और ग्रामीण विभाजन को पाटना और लीग के प्रभाव को बढ़ाना है।"
अब, देश भर के प्रशंसक-भारत के हर नुक्कड़, कोने और गांव से-दूरदर्शन पर हॉकी इंडिया लीग के सभी मैचों का सीधा प्रसारण देख सकेंगे, जिससे देश भर के हॉकी प्रेमियों के लिए निर्बाध पहुंच सुनिश्चित होगी।
एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, हॉकी इंडिया के साथ दूरदर्शन की साझेदारी का सभी राष्ट्रीय चैंपियनशिप तक विस्तार हो गया है। आगे चलकर, विभिन्न श्रेणियों में सभी हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप, साथ ही हॉकी इंडिया के स्वामित्व वाले भारत के सभी हॉकी कार्यक्रम डीडी पर प्रसारित किए जाएंगे।
आदिवासी बच्चों को तीरंदाजी खेल में अपनी हुनर दिखाने मिल रहा भरपूर अवसर
तीरंदाजी में अपने हुनर दिखाते आदिवासी बच्चे
खेलों इंडिया तीरंदाजी सेंटर में जिले के कई खिलाड़ी ले रहे प्रशिक्षण
रायपुर | भारत सरकार की योजना अन्तर्गत खेलों इंडिया लघु केंद्र का संचालन तीरंदाजी खेल में खेल एवं युवा कल्याण महासमुंद द्वारा एकलव्य आदर्श मॉडर्न आवासीय विद्यालय भोरिंग में नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें तीरंदाजी प्रशिक्षक एवन कुमार साहू (राष्ट्रीय खिलाड़ी) बागबाहरा द्वारा विगत दो वर्षों से प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा हैं। प्रशिक्षण में शामिल होने आस पास के खिलाड़ियों के साथ जिले भर के बच्चें शामिल हो रहे हैं। जो एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं स्थानीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे हैं। तीरंदाजी खेल को आगे बढ़ाने व संचालित करने हेतु पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराया गया हैं जिसमें प्रतिदिन सुबह-शाम खिलाड़ियों को अपने हुनर दिखाने का मौका मिल रहा हैं। जिले के विभिन्न ग्राम/ग्राम पंचायतों से लेकर शहरी क्षेत्रों से खिलाड़ी अभ्यास करने शामिल हो रहे हैं। जिले में तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन जिला, संभाग स्तरीय, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन भोरिंग में किया जा चुका हैं। तीरंदाज़ी खेल को आगे बढ़ाने में जिला प्रशासन का अहम योगदान है। विभागों के आपसी समन्वय से तीरंदाजी खेल में जिले के खिलाड़ियों ने राज्य एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतने में सफल रहे हैं।
राज्य स्तरीय जूनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता बागबाहरा में लघु केंद्र के 17 खिलाड़ियों की भागीदारी रहीं। राज्य स्तरीय एकलव्य आवासीय विद्यालय भोरिंग की खेल प्रतियोगिता में 16 खिलाड़ी शामिल होकर 8 पदक जीतने में सफल रहे। संभाग स्तरीय एकलव्य विद्यालय की तीरंदाजी प्रतियोगिता राजनांदगांव में 12 खिलाड़ी शामिल होकर 12 पदक जीतने में सफल रहे जिसमें 6 स्वर्ण पदक, 4 रजत पदक व 2 कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। स्कूल नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में देविका यादव ने प्रदेश की टीम से प्रतिनिधित्व किया। महासमुंद जिले के खिलाड़ियों ने अपने हुनर और खेल प्रतिभा को दिखाते हुए आवासीय खेल अकादमी में चयनित होकर वर्तमान में रायपुर, बिलासपुर जैसे शहरों में शासन द्वारा संचालित निःशुल्क आवासीय केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। रायपुर आवासीय खेल अकादमी में जिले की देविका साहू, लक्ष्मी साहू, दिलेश्वरी साहू, अबीर पांडे एवं खेलों इंडिया एक्सीलेंसी सेंटर बेहतराई बिलासपुर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों में डोमेश्वरी साहू, यामिनी धीवर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
जिले के उपलब्धि प्राप्त खिलाड़ियों में श्रीकांत जगत बाराडोली बसना, चंदन सिदार रेमडा पिथौरा, मनीषा ध्रुव सोनासिल्ली पिथौरा, जयंत ठाकुर महासमुंद, उमेश बरिहा जबलपुर सरायपाली, टुकेश कमार वनसिवनी महासमुंद, लीना नेताम परसाड़ीह महासमुंद, सीमा चिपरीकोना बसना, दिव्या कमार बनसिवनी, दिगंबर नेताम बसना, देवव्रत दीवान घोंच पिथौरा, अश्मि निधि नाग बरिहापाली बसना, पुष्कर ठाकुर केसकेरा बागबाहरा, कुमुदिनी दीवान ठाकुरदिया पिथौरा, लिलिमा नाग बरिहापाली बसना, योगेश नाग खरोरा बसना, नमन मांझी कुदारीबाहरा बसना, कामना ध्रुव बीकेबाहरा बागबाहरा, मनीष सिदार रेमडा पिथौरा, राहुल धीवर तुमगांव, नीलम साहू भोरिंग, वैनिका साहू भोरिग, हुमेश्वरी साहू, टिकेश्वरी साहू, दुर्गेशवरी साहू, शुभम पाठक सभी भोरिंग, केदारनाथ तुमगांव, देविका यादव तुमगांव महासमुंद के खिलाड़ी शामिल हैं। राज्य स्तरीय एकलव्य तीरंदाजी प्रतियोगिता दिनांक 27 से 29 नवम्बर 2024 को अंबिकापुर में आयोजित किया गया हैं जिसमें जिले से कुल 10 खिलाड़ी श्रीकांत जगत, चन्दन सिदार, मनीषा ध्रुव, कामना ध्रुव, योगेश नाग, टुकेश कमार, लिलिमा नाग, कुमुदनी दीवान, दिगम्बर नेताम व जयंत ठाकुर शामिल हैं।
डॉ. मनसुख मांडविया ने विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष : लॉर्ड सेबेस्टियन कोए से मुलाकात की
बैठक के दौरान ओलंपिक-2036 की मेजबानी और भारत में एथलेटिक्स के विकास पर चर्चा हुई
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष तथा अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य लॉर्ड सेबेस्टियन कोए के साथ बैठक की। बैठक में विश्व एथलेटिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन रिजन तथा विश्व एथलेटिक्स की अंतर्राष्ट्रीय सम्बंध एवं विकास निदेशक हेलेन डेलानी भी मौजूद थीं।
बैठक में 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की भारत की मंशा और जमीनी स्तर से उत्कृष्टता हासिल करने तक एथलेटिक्स के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई। केंद्रीय मंत्री ने विश्व एथलेटिक्स अध्यक्ष को 2036 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत द्वारा आईओसी को भेजे गए आशय पत्र से अवगत कराया।
डॉ. मांडविया ने स्थायी, समावेशी और प्रेरक खेलों की मेजबानी करने के भारत के संकल्प के बारे में बातचीत की और कहा कि ओलंपिक 2036 की मेजबानी करने की हमारी महत्वाकांक्षा वैश्विक पटल पर भारत की सांस्कृतिक विरासत और खेल क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए सरकार, उद्योग और समाज के प्रत्येक स्तर पर व्यापक समर्थन को दर्शाती है। उन्होंने पिछले मेजबान शहरों की विरासत को आगे बढ़ाने, सीखे गए सबक को शामिल करने, स्थिरता को प्राथमिकता देने और विविधता का जश्न मनाने वाले खेलों को शामिल करने की भारत की आकांक्षाओं के बारे में विस्तार से बात की।
केंद्रीय मंत्री ने विश्व एथलेटिक्स अध्यक्ष को बताया कि भारत वैश्विक खेल इकोसिस्टम को आकार देने में विश्व एथलेटिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानता है और मंत्रालय विश्व निकाय के साथ अपने सहयोग को गहरा करने और एथलेटिक्स के अनुशासन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में उनका मार्गदर्शन चाहता है, ताकि भारत के अधिक से अधिक एथलीट ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में मैडल प्राप्त कर सकें।
डॉ. मांडविया ने विश्व एथलेटिक्स के प्रतिनिधिमंडल को राष्ट्र निर्माण, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए खेलों का लाभ उठाने और जमीनी स्तर से वैश्विक उत्कृष्टता पाइपलाइन को बढ़ावा देने की परिकल्पना वाले राष्ट्रीय खेल नीति, 2024 के मसौदे के बारे में भी जानकारी दी और हाल ही में परामर्श के लिए सार्वजनिक डोमेन में रखे गए राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक के मसौदे के बारे में भी बताया, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं और ओलंपिक मूल्यों के साथ संरेखित खेल निकायों और खेल संघों में पारदर्शिता, सुशासन और नैतिक प्रथाओं को सुनिश्चित करना है।
बैठक के दौरान भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के महासचिव रविन्द्र चौधरी, खेल विभाग के सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
पर्थ टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दी मात : जसप्रीत बुमराह ने लिए कुल 8 विकेट
नई दिल्ली | भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में 295 रनों से मात देकर इतिहास बना दिया। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया। हालांकि, यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने उम्दा प्रदर्शन किया। भारत टीम पहली विजिटिंग टीम भी बनी जिसने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई है।
खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने छत्तीसगढ़ सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 2 करोड़ व कांस्य पदक विजेता को 1 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि एकता, अनुशासन और समर्पण का है प्रतीक
मुख्यमंत्री साय सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के समापन समारोह में हुए शामिल
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के मोवा स्थित आई स्पोर्टज़ बैडमिंटन अरीना में आयोजित सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री साय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और बेहतर खेल अधो-संरचनाएं विकसित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 2 करोड़ व कांस्य पदक विजेता को एक करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी ।
मुख्यमंत्री साय ने सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ में बैडमिंटन का यह टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 10 देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। खेल केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एकता, अनुशासन और समर्पण का प्रतीक है। यह युवाओं को सकारात्मक और ऊर्जावान बनाता है। भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है। छत्तीसगढ़ में हम लगातार खेलों को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे राज्य में अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। भारत सरकार की खेलो-इंडिया योजना को भी हम छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में लागू कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी मुझे अवसर मिलता है। मैं खिलाड़ियों से बातचीत करके उनकी अपेक्षाओं को जानने समझने का प्रयास करता हूं। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें प्रोत्साहित करता हूं। कल ही मैंने धमतरी की बैडमिंटन खिलाड़ी रीतिका धु्रव से वीडियो कॉल पर बात करके राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें मिली उपलब्धियों के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रीतिका ने मुझे बताया कि उनके पिता जीवन-यापन के लिए मजदूरी करते हैं और मां आंगनवाड़ी सहायिका हैं। संघर्षों के बावजूद रीतिका ने बैडमिंटन में शानदार प्रदर्शन किया है। मैंने रितिका को आश्वस्त किया कि आप खूब आगे बढ़िये और अपने माता-पिता के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करिये। हम आपका पूरा सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इसी तरह कुछ दिन पहले भी छत्तीसगढ़ की एक पर्वतारोही बिटिया निशा से मैंने फोन पर बात की। निशा पूर्वी-अफ्रीकी देश तंजनिया का किलीमंजारों पर्वत फतह करना चाहती है। वह माउंट एवेरेस्ट भी फतह करना चाहती है। उसके पिता रिक्शा-चालक हैं। मुझे पता चला कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से वह बेटी पर्वतारोहण के लिए नहीं जा पा रही है। मैंने उसे सरकार की ओर से सभी तरह के सहयोग का भरोसा दिया और कल मैंने पौने चार लाख की राशि निशा बेटी के लिए स्वीकृत कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। बैडमिंटन के क्षेत्र में खिलाड़ी आगे बढ़ें इसके लिए भी हम सभी सुविधाएं देंगे। मुख्यमंत्री ने मेंस डबल्स विजेता हरिहरन व रुबन कुमार को बधाई दी। उन्होंने सीएम ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चौलेंज बैडमिंटन स्पर्धा 2024 के सभी प्रतिभागियों और आयोजकों को भी बधाई दी। मुख्यमंत्री ने विदेश से आए खिलाड़ियों और उनकी टीम के सभी सदस्यों का छत्तीसगढ़ में स्वागत किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया, महासचिव संजय मिश्रा, राकेश शेखर, गौतम महंता सहित बैडमिंटन संघ के पदाधिकारीगण, खिलाड़ी व बड़ी संख्या में खेलप्रेमी उपस्थित थे।
इस युवा प्लेयर ने एक ही पारी में लिए सभी 10 विकेट
डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। वहीं भारत में इस वक्त सबसे बड़े घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का आयोजन किया जा रहा है। जहां कई बड़े रिकॉर्ड बनाए जा रहे हैं। इस बीच एक स्टार युवा प्लेयर ने मैच के दौरान एक ही पारी में सभी 10 विकेट ले लिए हैं। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि अंशुल कंबोज हैं।
अंशुल कंबोज ने हरियाणा के लिए खेलते हुए इतिहास रच दिया है। लाहली में चल रहे रणजी ट्रॉफी मुकाबले में केरल के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट चटकाए हैं। रणजी ट्रॉफी में वह ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज नहीं हैं। उनसे पहले दो अन्य गेंदबाज भी ऐसा कर चुके हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत की तरफ से अनिल कुंबले ने भी ऐसा किया है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट लिए थे.
रणजी ट्रॉफी में आखिरी बार एक ही पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा 1985-86 के सीजन में हुआ था। वहीं सबसे पहली बार 1956-57 के सीजन में ऐसा देखने को मिला था। प्रेमंगसु मोहन चटर्जी और प्रदीप सुंदरम ने रणजी में ऐसा कारनामा किया है। प्रेमंगसु मोहन चटर्जी ने 1956-57 और प्रदीप सुंदरम ने 1985-86 में ऐसा किया था। चटर्जी ने बंगाल की टीम के लिए खेलते हुए ये कारनामा पहली बार किया था। इसके अलावा 38 साल पहले प्रदीप सुंदरम ने राजस्थान के लिए ऐसा किया था।
भारत खेलों में शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बनेगा : केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया
मांडविया ने उन्नत एसएआई त्रिवेंद्रम गोल्फ कोर्स का उद्घाटन किया
नई दिल्ली | केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत खेलों में दुनिया के शीर्ष दस प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बनने के लिए तैयार है। मंत्री महोदय ने ये बात तिरुवनंतपुरम के कौडियार में उन्नत एसएआई गोल्फ कोर्स का उद्घाटन करते समय कही। मांडविया ने त्रिवेंद्रम गोल्फ क्लब के महत्व पर भी बल दिया, क्योंकि यह एक गौरवशाली समुदाय और खेल उत्कृष्टता का प्रतीक है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने यह भी कहा कि भारत में आयोजित होने वाला ओलंपिक्स 2036 देश में प्रतिभाओं को बढ़ावा देगा। मंत्री महोदय ने जोर देकर कहा कि स्वस्थ लोग स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे और स्वस्थ समाज समृद्ध समाज होगा। खेल लोगों को शारीरिक, मानसिक और सांस्कृतिक रूप से स्वस्थ बनाता है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम खेलो इंडिया कार्यक्रम के जरिए जिला स्तर से काम कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने केरल में अपनी तरह की पहली एसएआई राष्ट्रीय गोल्फ अकादमी की स्थापना पर अपार गर्व व्यक्त किया। यह राष्ट्रीय गोल्फ अकादमी नौ-होल वाले अंतर्राष्ट्रीय मानक वाले गोल्फ कोर्स, अत्याधुनिक फिटनेस सेंटर और आधुनिक मनोरंजक सुविधाओं जैसी विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है। उद्घाटन के बाद मंत्री महोदय ने इस उन्नत गोल्फ कोर्स का दौरा किया तथा उसका निरीक्षण किया और वहां गोल्फ खेलकर मैदान के बारे में अपनी और जानकारी बढ़ाई। उन्नत गोल्फ कोर्स की स्थापना 31 मार्च, 2017 को खेल अवसंरचना को बेहतर बनाने के लिए केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप पर्यटन मंत्रालय की स्वीकृति से की गई है। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय (एलएनसीपीई) को 9.27 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था तथा केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे क्लब के मानकों को और अधिक उन्नत करके अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों को पूरा किया जा सका है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने इस कार्यक्रम के तहत तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण के अंतर्राष्ट्रीय एथलीटों को सम्मानित किया। पर्यटन और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने इस समारोह की अध्यक्षता की। दर्शकों को संबोधित करते हुए, राज्य मंत्री महोदय ने कहा कि त्रिवेंद्रम के गोल्फ क्लब और टेनिस क्लब समाज के सबसे निचले तबके से असली प्रतिभाओं को सामने लाए हैं।
शारदा मुरलीधरन, मुख्य सचिव, केरल सरकार, सुमन बिल्ला आईएएस, अपर सचिव, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार तथा एस.एन. रघुचंद्रन नायर, सचिव, एसएआई टीजीसी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ बना ओवरऑल चैम्पियन
छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन 97 गोल्ड मेडल के साथ प्रथम स्थान पर
38 गोल्ड के साथ केरल दूसरा और 38 गोल्ड के साथ मध्यप्रदेश ने तीसरा स्थान प्राप्त किया
मनु भाकर आल इंडिया स्पोर्ट्स मीट के समापन समारोह में हुई शामिल’
खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
देशभर से 2920 से अधिक खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता समापन
रायपुर | अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने पहला स्थान प्राप्त कर ओवरऑल चैम्पियन बना। समापन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की। इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका ने अपने वीडियो संदेश में खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 97 गोल्ड, 44 सिल्वर, 33 कांस्य पदक के साथ कुल 731 प्वाइंट्स लेकर रिकॉर्ड जीत हासिल की और पहला स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में ओलम्पिक मेडलिस्ट मनु भाकर ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर केरल ने 38 गोल्ड, 37 सिल्वर, ब्रोंज 27, कुल अंक 389 के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान मध्यप्रदेश ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 26 कांस्य पदक के साथ कुल अंक 363 प्राप्त किया।
समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने खेल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम होता है उन्होंने सभी खिलाड़ियों का बधाई दी। समारोह की अध्यक्षता कर रहे वन मंत्री केदार कश्यप ने आयोजन की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में उत्तराखंड के वनमंत्री सुबोध उनियाल ने आगामी अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता उत्तराखण्ड में किए जाने की घोषणा की।
समारोह में नोडल ऑफिसर शालिनी रैना ने उत्तराखंड के वनमंत्री सुबोध उनियाल को प्रतियोगिता के ध्वज का हस्तांतरण किया। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार संपन्न हुआ। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
समारोह में वन बल प्रमुख श्रीनिवास राव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और वन मंत्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में इस खेल प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया है। विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने खेल भावना और मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की। प्रतियोगिता के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य की संस्कृति, परम्परा और स्थानीय गीत-संगीत से प्रतिभागियों को रूबरू कराया गया। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही।
समारोह में बॉलीवुड सिंगर सुवर्णा तिवारी के गीतों ने समां बांधा। इसके अलावा सुप्रसिद्ध बस्तर बैंड और छत्तीसगढ़ की लोकगाथा लोरिक चन्दा की शानदार प्रस्तुति दी गई। समापन समारोह में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव वन ऋचा शर्मा, केन्द्रीय वन महानिरीक्षक, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के.बी. सिंह और छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता-2024 : छत्तीसगढ़ ने तीसरे दिन 14 स्वर्ण पदक जीतकर कायम रखा दबदबा
वन मंत्री ने खिलाड़ियों से मिलकर किया उत्साहवर्धन और व्यवस्थाओं का लिया जायजा
प्रतिभागियों में दिखा उत्साह, सभी को पसंद आ रही है छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाजी
रायपुर | राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा में आयोजित 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के तीसरे दिन छत्तीसगढ़ ने 14 स्वर्ण पदक जीतकर लगातार अपना दबदबा कायम रखा। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने अब तक कुल 37 स्वर्ण, 20 सिल्वर, 14 ब्रोंज पदक जीते हैं। छत्तीसगढ़ अभी पदक तालिका में 279 पॉइंट प्राप्त कर कुल 71 पदक जीतकर प्रथम स्थान पर है।
प्रतियोगिता के तीसरे दिन 100 मीटर रेस वुमन ओपन कैटेगरी में केरल की अनु आर. ने गोल्ड जीता। वहीं 100 मीटर रेस वुमन वेटेरन कैटेगरी में छत्तीसगढ़ की अनीता कोर्रम ने पहला स्थान हासिल किया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की सुशीला पैकरा ने 800 मीटर वॉक वुमन ओपन और थोटा संकीर्तना ने 1500 मीटर रेस वुमन ओपन में गोल्ड मेडल हासिल किया।
वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों से मिलकर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और उनका उत्साहवर्धन भी किया। मंत्री कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में खेल अधोसंरचना का तेजी से विकास किया जा रहा है, वहीं खिलाड़ियों को भी बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ उनके खेलों को निखारने के लिए अवसर दिया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने खेल और प्रतिभागियों के आवास और भोजन के साथ ही आवागमन सहित अन्य व्यवस्था संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए।
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी शालिनी रैना ने बताया कि इस भव्य आयोजन को लेकर सभी प्रतिभागियों में जोश और उत्साह है। रायपुर के विभिन्न स्पोर्ट्स ग्राउंड में आज अनेक विधाओं की प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। छत्तीसगढ़ में इस बार 2920 खिलाड़ियों ने भाग लिया है, जिनमें 2331 पुरुष और 585 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। प्रतिभागियों में उत्साह है और छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की जा रही है। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी को भा रही हैं।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार आयोजित हो रहा है। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारी भी भाग ले रहे हैं।
एमएस धोनी का यह रिकॉर्ड तोड़ इस मामले में नंबर-1 बने ऋषभ पंत
डेस्क। न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में तबाही मचा रहे ऋषभ पंत ने एमएस धोनी का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चौथे दिन सरफराज खान के साथ बल्लेबाजी करने उतरे ऋषभ पंत ने अपना 12वां टेस्ट अर्धशतक मात्र 55 गेंदों पर पूरा किया। इसी के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने 2500 रन भी पूरे किए। ऋषभ पंत अब धोनी को पछाड़ टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 2500 रन बनाने वाले भारतीय विकेट कीपर बन गए हैं। पंत ने यह कामयाबी 62वीं पारी में हासिल की, जबकि धोनी के नाम यह रिकॉर्ड 69 पारियों में दर्ज था।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सिर्फ 4 विकेट कीपरों ने 2500 या उससे अधिक रन बनाए हैं। एमएस धोनी और ऋषभ पंत के अलावा इस लिस्ट में फारुख इंजीनियर और सैयद किरमानी मौजूद हैं।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज 2500 रन बनाने वाले विकेट कीपर-
ऋषभ पंत- 62* पारी
एमएस धोनी – 69
फारुख इंजीनियर – 82
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विकेट कीपर-
एमएस धोनी- 4876
सैयद किरमानी- 2759
फारुख इंजीनियर- 2611
ऋषभ पंत- 2505*
बीसीसीआई अंडर-19 टी-20 ट्रॉफी में खेलेगी : विशेष पिछड़ी जनजाति की बालिका आकांक्षा रानी
रायपुर | क्रिकेट का जुनून भारत में ही नहीं बल्कि भारत के प्रत्येक राज्य और जिले में देखी जा सकती है। इस जुनून में जशपुर की बेटियॉ भी नजर आ रही हैं। जशपुर की बेटियां ना सिर्फ राज्य अपितु राष्ट्रीय स्तर पर जिले का परचम लहराने लगे हैं। ऐसे ही कहानी जशपुर की क्रिकेट खिलाड़ी आकांक्षा रानी की है। जो विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय से है। आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अंडर-15 में बीसीसीआई ट्रॉफी खेल चुकी है। इस बार आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अभी अंडर-19 में बीसीसीआई टी20 ट्रॉफी खेलने के लिए आई है। जिसमें खेलते हुए आकांक्षा रानी ने छत्तीसगढ़ की तरफ से सबसे अधिक रन बनाई है।
आकांक्षा रानी जशपुर जिले में संचालित प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला में पदस्थ छात्रावास अधीक्षिका पंडरी बाई की पुत्री है। उनकी माता ने बताया कि उनकी बेटी आकांक्षा रानी जब छोटी थी तब उन्होंने उसकी रुचि क्रिकेट में देखी और उसे अच्छे स्तर पर कोचिंग दिलाई। आकांक्षा राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल की है। फिर जब उन्होंने अपने छात्रावास की बच्चियों की ओर देखा तो सभी में अपनी बेटी के समान ही छुपी प्रतिभा को पाया और ठान लिया की वो उन बच्चियों के लिए भी एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगी।
उन्होंने आगे बताया कि छात्रावास में ही अभ्यास पिच का निर्माण करवाया और बच्चों के लिए बेहतर क्रिकेट सामग्रियां भी ली और अपनी बेटी एवं उसके कोच के माध्यम से बच्चियों की ट्रेंनिग चालू की। जल्द ही इसका परिणाम सामने आने लगा एक-एक कर छात्रावास की सभी बच्चियों की प्रतिभा बाहर आने लगी और प्री मेट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला की 03 बालिकाओं का चयन अम्बिकापुर में आयोजित राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024-25 महिला अंडर-17 में अच्छे प्रदर्शन के द्वारा रजत पदक प्राप्त करते हुए राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के अंडर-17 दल में हो गया है। चयनित खिलाड़ियों में एंजल लकड़ा, झुमुर तिर्की और वर्षा बाई शामिल है। जो आगामी महिला अंडर-17 राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता 2024-25 में सम्मिलित होगें।
भारतीय नौसेना नौकायन चैम्पियनशिप (आईएनएससी) – 2024
नई दिल्ली | भारतीय नौसेना की सबसे बड़ी नौकायन प्रतियोगिता, भारतीय नौसेना नौकायन चैम्पियनशिप (आईएनएससी) का आयोजन 16 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2024 तक भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), एझिमाला में किया जाएगा।
प्रतियोग्त में भाग लेने वाले भारतीय नौसेना के 100 से अधिक प्रतिभागियों की मेजबानी और रेसिंग के तीन विभिन्न प्रारूपों में पांच विभिन्न वर्गों की नौकाओं में नौकायन कौशल का परीक्षण आईएनए स्थित मरक्कर वाटरमैनशिप प्रशिक्षण केंद्र (एमडब्ल्यूटीसी) द्वारा किया जांएगे।
भारतीय नौसेना नौकायन चैम्पियनशिप (आईएनएससी) एक वार्षिक अंतर कमान कार्यक्रम है, जिसका आयोजन नौसेना मुख्यालय स्थित भारतीय नौसेना नौकायन संघ (आईएनएसए) के तहत प्रतिस्पर्धी नौकायन में नौसेना कर्मियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है।
इस प्रतियोगिता में नौसेना की तीनों कमानों के अधिकारी, कैडेट और नाविकों (अग्निवीरों सहित) की टीमें भाग लेंगी।
नौकायन के चार सबसे लोकप्रिय प्रारूपों में रेसिंग होगी। फ्लीट रेसिंग महिलाओं के लिए इंटरनेशनल लेजर क्लास एसोसिएशन (आईएलसीए-6) क्लास बोट, पुरुषों के लिए आईएलसीए -7 क्लास बोट और विंडसर्फिंग ओपन के लिए बिक बीच क्लास बोट में होगी। टीम रेसिंग एंटरप्राइज क्लास बोट में होगी।
भारतीय नौसेना जल कौशल गतिविधियों पर विशेष जोर देती है तथा नौकायन खेल को नौसेनिकों में नौचालन कौशल, सौहार्द, साहस और अन्य नेतृत्व गुणों को विकसित करने पर जोर देती है।
टी-20 कप्तान सूर्य कुमार यादव और मनुभाकर आएंगे रायपुर, वन खेल महोत्सव में होंगे शामिल
रायपुर। 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूल महोत्सव 16 से 22 अक्टूबर 2024 तक आयोजित होंगे। इस बार छत्तीसगढ़ इसकी मेजबानी करेगा। वन खेलकूद महोत्सव के शुभारंभ जहां भारतीय टी-20 कप्तान सूर्यकुमार यादव शामिल होंगे। वहीं समापन में ओलंपिक मेडल विजेता मनु भाकर शामिल होंगी।
बता दें भारत सरकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्कालीन सचिव के विशेष प्रयासों से देश में राज्यों के वन विभाग के समस्त स्तर के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के एक मंच में परस्पर समन्वय तथा उनके बीच खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘‘अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता’वर्ष 1992 में प्रारंभ की गयी थी। छत्तीसगढ़ में आयोजित खेल महोत्सव 16 अक्टूबर 2024 को उद्घाटन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में केन्द्रीय वनमंत्री भूपेन्द्र यादव, बिहार सरकार के सहकारिता एवं वन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, केन्द्रीय वन विभाग सचिव लीना नंदन, केन्द्रीय वन महानिदेशक जितेन्द्र कुमार शामिल होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे।
छत्तीसगढ़ इस आयोजन की मेजबानी तीसरी बार कर रहा है। इस वर्ष प्रतियोगिता में 23 खेलों की 300 विधाओं में लगभग 3000 खिलाड़ियों का भाग लेना एक बड़ी उपलब्धि है, जिसमें लगभग 584 महिला और 2320 पुरुष खिलाड़ी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में 29 राज्य, 8 केन्द्र शासित प्रदेश, 6 वानिकी संस्थान और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे। अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन विभाग के जमीनी स्तर के कर्मचारियों से लेकर उच्चाधिकारियों तक की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना है। ताकि सभी राज्यों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के मध्य परस्पर सामंजस्य और सौहाद्र की भावना विकसित हो, साथ ही एकाग्रता, धैर्य और साहस भी बढ़ता है।