देश-विदेश
संबंधों को मजबूत करना और शासन को सशक्त बनाना : बांग्लादेश के उप-उच्चायुक्तों के लिए भारत का क्षमता निर्माण कार्यक्रम
“केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘एनसीजीजी द्वारा सार्वजनिक नीति और शासन पर विशेष क्षमता निर्माण कार्यक्रम’ में भाग लेने वाले बांग्लादेश के 16 उप-उच्चायुक्तों से बातचीत की”
“एनसीजीजी ने आईटीईसी, विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में, बांग्लादेश के 16 उप-उच्चायुक्तों के लिए सार्वजनिक नीति और शासन पर विशेष क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया”
नई दिल्ली | राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (एनसीजीजी) ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के दर्शन और भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समर्थित ‘पड़ोसी पहले’ नीति के अनुरूप, बांग्लादेश के 16 उप-उच्चायुक्तों के लिए सार्वजनिक नीति और शासन पर आयोजित 15-20 जुलाई 2024 तक एक सप्ताह के विशेष क्षमता निर्माण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
इस आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से उप-उच्चायुक्तों को माननीय केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ बातचीत करने का सुअवसर प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर अधिकारियों को संबोधित करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने पारस्परिक चुनौतियों से निपटने के लिए सर्वोत्तम प्रणालियों और ज्ञान के आदान-प्रदान के पारस्परिक लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत और केंद्रीयकृत लोक शिकायत निवारण एवं निगरानी प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस) जैसे भारत के विकास कार्यक्रमों की सफलता पर जोर दिया, जिन्हें बांग्लादेश में शुरू किया जा रहा है। उन्होंने सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत और बांग्लादेश में एक समान मुद्दों का सामना करने वाले "जुड़वां जिलों" की पहचान का प्रस्ताव रखा। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'पड़ोसी पहले' नीति के माध्यम से भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत बनाने की प्रशंसा की, जिसमें क्षमता निर्माण, बुनियादी ढांचे के विकास और जनमानस के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो 'विकसित भारत @2047' और 'स्मार्ट बांग्लादेश विजन 2041' के विजन के साथ संरेखित है।
1,500 सिविल सेवकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम के प्रथम चरण के पूरा होने के बाद, राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (एनसीजीजी) ने वर्ष 2025 तक अतिरिक्त 1,800 सिविल सेवकों की क्षमता बढ़ाने के लिए बांग्लादेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। विदेश मंत्रालय के समर्थन और ढाका में भारतीय मिशन के साथ घनिष्ठ सहयोग से, एनसीजीजी ने बांग्लादेश के लगभग 2,650 अधिकारियों को अभी तक प्रशिक्षित किया है। इस साप्ताहिक कार्यक्रम में भारत सरकार के वरिष्ठ सचिवों और जिला कलेक्टरों और मजिस्ट्रेटों के साथ महत्वपूर्ण विषयों पर विभिन्न पहलों और सर्वोत्तम प्रणालियों पर बातचीत शामिल थी।
समापन समारोह की अध्यक्षता आईएएस, डीएआरपीजी और डीपीपीडब्ल्यू के सचिव एवं एनसीजीजी के महानिदेशक, वी. श्रीनिवास द्वारा की गई और इस समारोह में एनसीजीजी की मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, प्रिस्का पॉली मैथ्यू, ने भाग लिया। इस आयोजित कार्यक्रम का पर्यवेक्षण और समन्वयन एनसीजीजी के पाठ्यक्रम समन्वयक और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ए.पी. सिंह, एनसीजीजी की एसोसिएट कोर्स समन्वयक और सहायक प्रोफेसर, डॉ. गज़ाला हसन, एनसीजीजी के कार्यक्रम सहायक संजय दत्त पंत, और एनसीजीजी के युवा पेशेवर आकाश सिकदर ने एनसीजीजी की समर्पित प्रशिक्षण टीम के साथ भाग लिया।
सर्बानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ में कृत्रिम बाढ़ (आर्टिफिशियल फ्लड) से निपटने के उपायों का जायजा लिया
आईआईटी गुवाहाटी डिब्रूगढ़ शहर में कृत्रिम बाढ़ के कारणों का अध्ययन करेगा, सरकार के लिए एक मास्टरप्लान तैयार करेगा ताकि सीवेज और जल निकासी व्यवस्था के प्रबंधन के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें : सोनोवाल
सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ में बाढ़ की स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा से बात की
नई दिल्ली | केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ शहर के नालियापुल क्षेत्र का दौरा कर जल निकासी और सीवरेज प्रणाली का निरीक्षण किया। सोनोवाल, जो डिब्रूगढ़ एलएससी के लोकसभा सांसद भी हैं, ने विशेषज्ञों और अधिकारियों से सभी प्रयासों, संसाधनों और ज्ञान का उपयोग कर खराब जल निकासी प्रणाली के लिए एक स्थायी और व्यावहारिक समाधान तैयार करने का आह्वान किया- एक ऐसी प्रणाली जो शहर के जीवन को प्रभावित करने वाली कृत्रिम बाढ़ को रोके। सर्बानंद सोनोवाल ने आगे बल देकर कहा कि आईआईटी, गुवाहाटी शहर में कृत्रिम बाढ़ के कारणों का अध्ययन करेगा जिसके आधार पर एक मास्टरप्लान तैयार किया जाएगा। इसके आधार पर सरकार, शहर में कृत्रिम बाढ़ को रोकने के लिए सुधारात्मक उपाय करेगी। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा से भी फोन पर बात की।
इस अवसर पर बोलते हुए, सोनोवाल ने कहा, “डिब्रूगढ़ में कृत्रिम बाढ़ चिंता का विषय है और हमें इस समस्या को हल करने के लिए सबसे आगे रहना चाहिए तथा ऐसा समाधान खोजना चाहिए जो आर्थिक रूप से विवेकपूर्ण, पारिस्थितिक रूप से व्यवहार्य और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ हो। आईआईटी गुवाहाटी शहर में इस कृत्रिम बाढ़, जिसने डिब्रूगढ़ के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, के पीछे के कारणों का अध्ययन करने जा रहा है। एक बार समस्या के पहचान में आने के बाद, विशेषज्ञों की टीम एक मास्टरप्लान तैयार करेगी और इसे सरकार को क्रियान्वयन के लिए सौंपेगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसे अक्षरशः क्रियान्वित किया जाए ताकि कृत्रिम बाढ़ के इस खतरे को हमेशा के लिए समाप्त किया जा सके। यह गंभीर चिंता का विषय है कि अतिक्रमण इस तरह की कृत्रिम बाढ़ का एक प्रमुख कारण है। मैं नागरिक निकायों से कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने और उन्हें सजा दिलाने का आह्वान करता हूं। हमें डिब्रूगढ़ की कृत्रिम बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान खोजने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहिए।”
निरीक्षण दौरे के बाद केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जनता को राहत पहुंचाने के लिए तेजी से काम करें। सोनोवाल ने अतिक्रमण समेत कई मुद्दों को सुलझाने के लिए नगर निकायों की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे इन चुनौतियों का स्थायी समाधान खोजने की दिशा में तेजी से काम करें और अपनी योजनाओं में विशेषज्ञों की राय एवं सुझावों को शामिल करें।
केंद्रीय मंत्री के साथ डिब्रूगढ़ नगर निगम (डीएमसी) के महापौर सैकत पात्रा, जिला आयुक्त विक्रम कैरी तथा राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं शुभचिंतक भी मौजूद थे।
कारगिल विजय दिवस रजत जयंती 2024 के अवसर पर 20 जुलाई 2024 को भिसियाना वायुसेना स्टेशन पर हवाई प्रदर्शन
नई दिल्ली | भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा राष्ट्र की सेवा में प्रदर्शित वीरता, पराक्रम और बलिदान के सम्मान में भिसियाना वायुसेना स्टेशन में कारगिल विजय दिवस रजत जयंती बड़े गर्व और उत्साह के साथ मनाई गई। यह महत्वपूर्ण घटना भारतीय वायु सेना के ऑपरेशन सफेद सागर और भारतीय सेना के ऑपरेशन विजय के समापन के पश्चात 1999 में कारगिल संघर्ष में भारत की जीत की 25वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। यह घटना सैन्य विमानन के इतिहास में वास्तव में महत्वपूर्ण उपलब्धि रही, जिसमें इतनी अधिक ऊंचाई पर स्थित लक्ष्यों को भेदने के लिए वायु शक्ति का सफल इस्तेमाल किया गया। मिग 21 टाइप 96 विमानों का संचालन करने वाली भारतीय वायुसेना की नंबर 17 स्क्वाड्रन ने इस ऑपरेशन में सक्रिय रूप से भाग लिया। यह स्क्वाड्रन उस समय भिसियाना वायुसेना स्टेशन में तैनात थी, जिसे "गोल्डन एरो" के रूप में भी जाना जाता था। इसने दुश्मन के सैनिकों को खदेड़ बाहर करने के लिए अनेक टोही और हमलावर उड़ाने भरीं। इस ऑपरेशन के दौरान अपनी सराहनीय सेवा के लिए इस स्क्वाड्रन को प्रतिष्ठित 'बैटल ऑनर्स' से सम्मानित किया गया। ऑपरेशन सफ़ेद सागर में भाग लेने वाली वायु सेना की यूनिटों में सबसे ज़्यादा सम्मान और पुरस्कार इसी प्रतिष्ठित यूनिट ने जीते हैं, जिनमें एक वीर चक्र भी शामिल है, जो संघर्ष के दौरान अदम्य साहस प्रदर्शित करने वाले स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा (मरणोपरांत) को दिया गया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर 20 जुलाई 24 को पश्चिमी वायु कमान के सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर एयर मार्शल पी के वोहरा द्वारा भिसियाना वायुसेना स्टेशन में युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर पूर्व वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ (सेवानिवृत्त), अलका आहूजा {(दिवंगत) स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा की धर्मपत्नी}, ऑपरेशन सफेद सागर पुरस्कार विजेता और भारतीय वायुसेना के अधिकारी भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने शहीद के परिजन को सम्मानित किया और उनसे बातचीत की। इस अवसर पर हवाई करतबों का प्रदर्शन किया गया जिसमें आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम द्वारा पैरा-ड्रॉप, तीन राफेल और तीन जगुआर लड़ाकू विमानों द्वारा 'विक' फॉर्मेशन में फ्लाईपास्ट, एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टर द्वारा स्लिथरिंग और स्मॉल टीम इंसर्शन एंड एक्सट्रैक्शन (एसटीआईई) और सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान द्वारा निचले स्तर पर हवाई कलाबाजियों को प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में मिग-29 विमानों द्वारा वायुसेना के बहादुर योद्धाओं की याद में "एरो हेड" और "मिसिंग मैन" फॉर्मेशन में फ्लाईपास्ट भी किया गया। वायु सेना बैंड और एयर वॉरियर्स ड्रिल टीम की शानदार प्रस्तुति से भी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
स्कूली बच्चों सहित 5000 से अधिक दर्शकों ने इस हवाई प्रदर्शन का अवलोकन किया, जिसमें वायुसेना के योद्धाओं की बहादुरी, सटीकता एवं समर्पण को दर्शाया और युवा पीढ़ी पर भारतीय वायुसेना द्वारा संचालितऑपरेशन सफेद सागर की अमिट छाप छोड़ी।
भिसियाना वायुसेना स्टेशन में आयोजित कारगिल विजय दिवस समारोह ने केवल वीर सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का सम्मान ही नहीं किया, बल्कि युवा पीढ़ी में साहस, समर्पण और देशभक्ति के मूल्यों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया, जो हमारे राष्ट्र को परिभाषित करती है। जैसा कि हमारा राष्ट्र भविष्य की ओर देख रहा है, यह आयोजन हमें हमारे नायकों की समृद्ध विरासत की याद दिलाता है, जो हमें अटूट संकल्प के साथ सुरक्षा और सेवा करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।
जनजातीय कार्य मंत्रालय ने योजनाओं की प्रगति समीक्षा करने : दो दिवसीय मंथन शिविर का आयोजन किया
जनजातीय कार्य मंत्रालय ने योजनाओं की प्रगति समीक्षा करने तथा विजन 2047 और 100 दिन की कार्ययोजना पर विचार-विमर्श करने के लिए दो दिवसीय मंथन शिविर का आयोजन किया
नई दिल्ली | जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा योजनाओं की प्रगति-समीक्षा करने तथा विजन 2047 और मंत्रालय की 100 दिवसीय कार्य योजना पर विचार-विमर्श करने के लिए 18-19 जुलाई को नई दिल्ली में दो दिवसीय मंथन शिविर का आयोजन किया गया।
राज्य जनजातीय कल्याण विभागों के प्रधान सचिवों, सचिवों, निदेशकों और अधिकारियों को अपने उद्घाटन संबोधन में सचिव (जनजातीय कार्य) विभु नायर ने जनजातीय विकास के चार प्रमुख क्षेत्रों - स्वास्थ्य, आजीविका, शिक्षा और वन अधिकार - में चुनौतियों का समाधान करने और विजन 2047 के लिए रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता दोहराई।
मंथन शिविर के तहत वन अधिकार अधिनियम, आजीविका, छात्रवृत्ति, पीएम जनमन, ईएमआरएस, स्वास्थ्य और टीआरआई परियोजनाओं पर विषयगत कार्यशालाएं आयोजित की गईं। प्रतिभागियों ने एक मजबूत प्रतिक्रिया तंत्र बनाने और मौजूदा योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधाओं को दूर करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
प्रतिभागियों ने छात्रवृत्ति योजनाओं के सामंजस्य को प्राप्त करने के तरीकों पर चर्चा की और धोखाधड़ी को रोकने के साधन के रूप में जैव-प्रमाणीकरण पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने दावों की लंबितता को दूर करने, क्षेत्र के नक्शे बनाने और आदिवासियों के बीच उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। मॉडल मामलों से सर्वोत्तम प्रथाओं ने विचार के लिए भोजन प्रदान किया।
दूसरे दिन, प्रतिभागियों ने पीएम जनमन योजना को कैसे नया रूप दिया जाए, ईएमआरएस स्कूल शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक कार्य योजना कैसे बनाई जाए और राष्ट्रीय, राज्य और जमीनी स्तर पर सिकल सेल रोग के बारे में जागरूकता कैसे फैलाई जाए, साथ ही मंत्रालय द्वारा नियोजित अन्य पहलों पर भी चर्चा की। चर्चा के अन्य बिंदु थे:
एमपीसी, वनधन केंद्र और आदर्श गांवों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पीएम जनमन की प्रगति
पीएम गतिशक्ति पोर्टल- जमीनी स्तर पर प्रगति ट्रैकिंग और भौतिक सत्यापन सीएससी घरेलू सर्वेक्षण के लिए सहायता
डीसी/डीएम द्वारा डेटा सत्यापन और पीएम गतिशक्ति पोर्टल पर पीएस (टीडब्ल्यूडी) द्वारा अनुमोदन
एमपीसी निर्माण कार्यों में तेजी लाना और पूर्ण हो चुके एमपीसी का उद्घाटन
डीसी/डीएम द्वारा सार्वजनिक ऐप की स्थापना और हाइपरलोकल स्तर पर सामग्री पोस्ट करना
पीएम जनमन 2/होमस्टे के तहत योजनाबद्ध पहल
आश्रम स्कूलों का पुनरुद्धार
बीआईएसएजी (भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान) के प्रतिनिधियों ने घर-घर जाकर सर्वेक्षण में घरेलू डेटा एकत्र करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करने की जानकारी साझा की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार के सभी सदस्य पीएम जनमन और संबद्ध लाभों के तहत योजना का लाभ उठा सकें।
प्रत्येक दिन के अंत में पूर्ण सत्र आयोजित किए गए, जहाँ विषयगत कार्यशालाओं में सामने आए विचारों को एकत्रित किया गया और चर्चा की मेज पर लाया गया। प्रतिभागियों को डेटा संग्रह की दक्षता बढ़ाने, संसाधनों के अनुकूलन और घोषित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए राज्य विभागों और गैर-सरकारी संगठनों के साथ संपर्क करने के संदर्भ में बहुत कुछ सीखने और साझा करने को मिला।
पेरिस ओलंपिक में निभाएंगे अहम भूमिका : भारत के ट्रेन डॉग
नईदिल्ली | पेरिस ओलंपिक का रंगारंग आगाज 26 जुलाई 2024 को होगा और ये खेल 11 अगस्त तक चलेंगे | दुनिया के लगभग 10 हजार से भी ज्यादा एथलीट यहां इकट्ठा होगे | खेलों में सुरक्षा इंतजाम को दुरुस्त करने के लिए दुनिया भर से 10 एलीट डॉग स्क्वाड का चयन हुआ है | इनमें 2 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की डॉग K-9 टीम भी शामिल हैं | ये स्क्वाड ओलंपिक खेलों के समापन तक पेरिस में सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे.
ये पहला मौका है जब भारत के ये 2 डॉग किसी अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट पर काम कर रहे होंगे | भारत के इन कुत्तों के नाम वास्ट और डेनबी है, जिनकी उम्र क्रमशः 5 और 3 साल है | दोनों को इस इंटरनेशनल प्रोजेक्ट पर जाने से पहले 10 हफ्तों की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ा है | उनकी देखरेख करने वाले जवानों को भी ट्रेनिंग दी गई और साथ ही थोड़ा बहुत फ्रेंच भाषा का भी ज्ञान दिया गया है | ये 2 कुत्ते बेल्जियन शेफर्ड मैलिनोइस नस्ल के हैं, जिनकी दुनिया भर में सुरक्षा के क्षेत्र में मांग काफी ज्यादा है.
वास्ट और डेनबी 10 जुलाई को पेरिस के लिए रवाना हो गए थे और उसी दिन अपने गंतव्य पर पहुंच भी गए थे | CRPF ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए बताया था कि ये दोनों कुत्ते गोला-बारूद और नशीले पदार्थ का भी सूंघ पर पता लगा सकते हैं.
जहां तक 2024 ओलंपिक खेलों में भारतीय दल की बात है, इस बार भारत से कुल 117 एथलीट भाग ले रहे होंगे | 72 एथलीट तो ऐसे है तो पहली बार ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे होंगे | गगन नारंग को भारतीय दल के शेफ डी मिशन होने का भार सौंपा गया है, जो सारी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने का काम करेंगे | वहीं बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और टेबल टेनिस स्टार शरत कमल पेरिस ओलंपिक्स में भारत के ध्वज वाहक होंगे |
रांची दौरे पर रहेंगे आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह : 26 हजार कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
डेस्क | झारखंड में विधानसभा चुनाव 2024 से पहले चुनावी आहट तेज हो गई है। प्रदेश में केंद्रीय नेताओं की भी सक्रियता बढ़ रही है। शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजधानी रांची पहुंचे।
पार्टी ने रांची में प्रदेश की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक बुलाई है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करेंगे। वहीं, दूसरी और केंद्रीय गृह मंत्री के रांची पहुंचने के बाद विपक्षी पार्टियां भी सक्रिय हो गईं हैं और जुबानी हमले का दौर भी शुरू हो गया है।
गृहमंत्री अमित शाह राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान पर आज भारतीय जनता पार्टी के 26 हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। विधानसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं में तैयारियों को लेकर भारी उत्साह भरना चाहती है। साथ ही बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व भी झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि वर्तमान में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन ने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया था।
दोपहर 1:30 बजे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रांची पहुंचेंगे। वह रांची पहुंचने के बाद सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी की कार्य समिति की बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में राज्य के विभिन्न मुद्दों के साथ-साथ चुनावी रणनीति को लेकर अहम चर्चा होगी। भारतीय जनता पार्टी इस बैठक में चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी करेगी। इसके बाद गृहमंत्री शाह कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
इस कार्यक्रम के दौरान राज्य के सभी सांसदों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के साथ-साथ गृहमंत्री अमित शाह सांसद और विधायकों के साथ एक अलग से भी बैठक करेंगे। इसके साथ ही आरोप पत्र समिति के साथ भी अमित शाह की बैठक अलग से आयोजित होने वाली है, जिसमें वह कई विषयों पर चर्चा कर सकते हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह करीब 6:20 घंटे तक रांची में ही रहेंगे। रांची में प्रदेश की विसतारित कार्य समिति की बैठक में शाह अहम भूमिका निभाएंगे। साथ ही इस बैठक में भारी संख्या में राज्य, जिला व मंडल स्तर की कार्यसमिति और पार्टी के विभिन्न मोर्चों-प्रकोष्ठों के नेता और कार्यकर्ता शामिल रहेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ विधानसभा चुनाव प्रभारी केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, सह प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, संगठन प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी समेत कई दिग्गज नेता अमित शाह के साथ मौजूद रहेंगे।
बांस की खेती आजीविका में सुधार लाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है : चरणजीत सिंह
कांवड़ यात्रा नेमप्लेट विवाद में कूदे कथावाचक पं. देवकीनंदन ठाकुर, दिया यह बड़ा बयान
डेस्क। सावन के पहले दिन 22 जुलाई से देश के कई हिस्सों में कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश में इसे लेकर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के एक आदेश के बाद विवाद छिड़ गया है। राज्य सरकार ने कांवड़ मार्ग पर होटल और ढाबों के मालिकों के नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश प्रशासन के इस फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है इसलिए योगी सरकार का फैसला सही है।
ठाकुर ने कहा, ‘यूपी की योगी सरकार इस बार कांवड़ लाने वाले श्रद्धालुओं का खास ध्यान रख रही है। उन पर पुष्प वर्षा कर रही है, और कौन व्यक्ति उन्हें नाम बदलकर भोजन परोस रहा है, उस पर भी ध्यान दे रही है। कांवड़ लाना एक तपस्या है, यह कोई साधारण विषय नहीं है। श्रद्धालु कई किलोमीटर नंगे पांव चलकर, गंगा जल लाकर शिव जी पर चढ़ाते हैं। सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है। ऐसे में कोई विशेष समुदाय का व्यक्ति हमारे भगवान के नाम पर ढाबा चलाकर भोजन परोसता है, तो यह गलत है।’
ठाकुर ने कहा, ‘उनकी और हमारी खाने की क्रिया अलग है। इसलिए यह बताना सही है कि कौन व्यक्ति ढाबा और होटल का संचालन कर रहा है। यदि हिंदू- मुस्लिम भाई हैं तो उन्हें किसी विशेष समय पर उस मार्ग पर ढाबा या होटल चलाने की जरूरत क्या है? अगर चला भी रहे हैं तो अपना नाम स्पष्ट रूप से लिखना चाहिए। मक्का-मदीना में भी मुस्लिम लोगों को बहुत ध्यान रखना पड़ता है। जब मक्का जाने पर ध्यान रखा जा सकता है तो कांवड़ के समय क्यों नहीं?’
कथावाचक ने कहा, ‘जो लोग इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं मेरा उनसे निवेदन है कि एक बार कई किलोमीटर पैदल चलकर कांवड़ लेने जाइए। इसके बाद आपको पता चलेगा कि कांवड़ लाने में किन-किन चीजों का ध्यान रखना पड़ता है।’ देवकीनंदन ने कांवड़ियों से यात्रा के दौरान घर से प्रसाद ले जाने की भी अपील की है। उन्होंने कहा, ‘कांवड़ यात्रा के दौरान घर से प्रसाद लेकर आएं या फिर सिर्फ सनातनी व्यक्ति के ढाबे और होटल पर भोजन करें।
UPSC के चेयरमैन मनोज सोनी ने दिया इस्तीफा, पांच साल बचा था कार्यकाल
नईदिल्ली। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। फर्जी प्रमाणपत्र और ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर विवाद के बीच यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना कार्यकाल खत्म होने से पांच साल पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया है। हालाँकि उनका इस्तीफा स्वीकार किया नहीं किया गया है।
जानकारी के मुताबिक़, यूपीएससी चेयरपर्सन मनोज सोनी ने एक महीने पहले राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। बता दें कि मनोज सोनी के कार्यकाल खत्म होने में पांच साल शेष है। वे साल 2017 में संघ लोक सेवा आयोग में सदस्य के तौर पर शामिल हुए थे। 16 मई 2023 को उन्होंने यूपीएससी के अध्यक्ष पद की शपथ ली थी। मनोज सोनी का कार्यकाल 2029 में खत्म होना है।
मनोज सोनी के इस्तीफे को ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर विवाद और यूपीएससी उम्मीदवारों द्वारा नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने के मामले से जोड़ा जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक़, उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। मनोज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाते है। 2005 में जब वे 40 वर्ष के थे, तब नरेंद्र मोदी ने उन्हें वडोदरा के प्रसिद्ध एमएस विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया था. गुजरात के दो विश्वविद्यालयों में तीन बार कुलपति रह चुके हैं. इसके अलावा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी के भी कुलपति रह चुके है।
मनोज सोनी का पूरा जीवन बहुत ही संघर्ष भरा रहा। यूपीएससी चेयरमैन बनने के बाद उनकी नियुक्ति पर भी विवाद किया गया है। मनोज बेहद गरीब परिवार से हैं, डॉ. मनोज सोनी का जन्म 17 फरवरी 1965 को मुंबई में हुआ था। सोनी की पत्नी कॉलेज में प्रोफेसर हैं. उनका बेटा अभी कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। मनोज जब 5वीं क्लास में थे तभी उनके सिर से पिता का साया छिन गया। उनके पिता एक फुटपाथ पर कपड़े बेचा करते थे। पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी मनोज सोनी पर आ गई।
श्री रामराजा लोक ओरछा में भगवान श्रीराम के प्रसंगों को दर्शाया जाएः मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ओरछा में विकसित हो रहे श्री रामराजा लोक में भगवान श्रीराम के वनवास अवधि में वर्तमान मध्यप्रदेश के भू-भाग में बिताई गई समयावधि में हुए प्रमुख प्रसंगों को दर्शाया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक लोकों के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इन स्थानों पर लाइट एंड साउंड शो की प्रस्तुति की व्यवस्था भी हो। प्रदेश में विकसित हो रहे विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक लोक के आय के साधन सुनिश्चित करते हुए उनके निर्माण और प्रबंधन प्रक्रिया तय की जाए, ताकि सभी लोकों का संचालन सुव्यवस्थित रूप से हो सके। लोकों का बेहतर प्रबंध सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संबंधित विभागों जैसे संस्कृति, पर्यटन, धर्मस्व, राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय विकास एवं आवास विभाग की स्थानीय स्तर पर संचालन समिति बनाई जाए। बैठक में संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति तथा पर्यटन शिवशेखर शुक्ला तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुनिश्चित करने को कहा कि विकसित हो रहे सभी धार्मिक और सांस्कृतिक लोकों के निर्माण कार्य में आकल्पन इस प्रकार से हो कि सौंदर्यीकरण और आकर्षण दीर्घकालीन बना रहे। उन्होंने संत रविदास लोक, सागर में शोधपीठ और शैक्षणिक संस्था विकसित करने के निर्देश दिए। डॉ. यादव ने कहा कि भादवा माता लोक नीमच में श्रद्धालु दर्शन के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ की दृष्टि से भी आते हैं। भादवा माता लोक से आयुर्वेदिक अस्पताल और फिजियोथेरेपी सेंटर को भी जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंदिर जिस स्थापत्य शैली में बने हैं, उनकी विशेषताओं का संरचनाओं के निर्माण में अनुसरण सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश की कला-संस्कृति-स्थापत्य और प्रमुख व्यंजनों पर केंद्रित मेले देश के अन्य राज्यों में आयोजित किए जाएं, इससे प्रदेश के पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में भारत की विविध और अनूठी सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को दुनिया के सामने पेश किया जाएगा
प्राकृतिक खेती के विज्ञान पर क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम का लखनऊ में हुआ आयोजन
देश के किसान अपनी जमीन के एक हिस्से पर करें प्राकृतिक खेती, तीन साल तक प्राकृतिक खेती करने वाले किसान को मिलेगी सब्सिडी : चौहान
प्राकृतिक खेती से बिना केमिकल व बिना फर्टिलाइजर का इस्तेमाल किए बढ़ेगी खेतों की पैदावार : चौहान
नई दिल्ली | राजधानी लखनऊ में "प्राकृतिक खेती के विज्ञान पर क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम" को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री के "धरती मां को रसायनों से बचाने" के स्वप्न को पूरा करते हुए हम पूरी कोशिश करेंगे कि आने वाले समय में किसान रसायन मुक्त खेती करें ताकि आने वाली पीढ़ी स्वस्थ्य रहे। उन्होंने देश के किसानों का आह्वान किया कि वे अपने खेत के एक हिस्से पर प्राकृतिक खेती करें। सिंह ने कहा कि शुरुआती तीन सालों में जब किसान प्राकृतिक खेती करेंगे तो पैदावार कम होगी और ऐसी स्थिति में सरकार किसानों को सब्सिडी देगी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से उगाए हुए अनाजों, फलों और सब्जियों की बिक्री से किसानों को डेढ़ गुना ज्यादा दाम मिल जायेंगे।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि देश के कृषि विश्वविद्यालयों में प्राकृतिक खेती के अध्ययन व खोज के लिए प्रयोगशालाओं को स्थापित किया जाएगा जिनकी मदद से देश में प्राकृतिक खेती को मदद मिलेगी और अन्न के भंडार भी भरेंगे।
सिंह ने कहा कि देश के एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूक किया जाएगा ताकि वे देश के हर कोने में जाकर इसका प्रचार कर सके। उन्होंने कहा कि कहा कि केंद्र सरकार सभी हितधारकों से परामर्श करके प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएगी।
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने संबोधन में कहा कि प्राकृतिक खेती और जैविक खेती दो अलग-अलग चीजें हैं और इस अंतर को समझना जरूरी है। उन्होंने प्राकृतिक खेती के फायदों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में पानी की कम जरूरत होती है और यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि अब सरकार प्राकृतिक खेती के महत्व को समझ गई है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक खेती के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सभी छह कृषि विश्वविद्यालयों को प्रमाणन प्रयोगशालाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में चार कृषि विश्वविद्यालय, 89 कृषि विज्ञान केंद्र और दो केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं।
IT संकट से जूझ रही पूरी दुनिया! माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के कारण ये सभी सेवाएं प्रभावित, मुंबई में हाहाकार
डेस्क। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ के ग्लोबल आउटेज का असर दुनियाभर में पड़ा है। इस तकनीकी गड़बड़ी के चलते बैंक, एयरलाइंस, मीडिया संस्थान और अन्य कार्यालय प्रभावित हुए हैं। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और अन्य वैश्विक एयरलाइनों के चेक-इन सिस्टम डाउन हो गए, जिसके कारण यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के क्लाउड में तकनीकी समस्या के कारण भारत और दुनिया भर में बड़े पैमाने पर हवाई हमले प्रभावित हुए हैं। एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तकनीकी गड़बड़ी के कारण अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक एयरलाइंस, बैंक, मीडिया संस्थान और अन्य कार्यालय प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार (19 जुलाई) को मुंबई और गोवा सहित भारत के कई हवाई अड्डों में बड़ी तकनीकी खराबी आई। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर की एयरलाइनों के सर्वर में कामकाज ठप होने की खबरें हैं। कई एजेंसियों के विमान उड़ान भी नहीं भर पा रहे हैं।
इंडिगो, अकासा एयर, स्पाइसजेट और एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित अन्य एयरलाइनों के चेक-इन सिस्टम प्रभावित हुए। इस अव्यवस्था के कारण देश भर में बड़े पैमाने पर मंदी और देरी हुई। यह समस्या कंपनी की क्लाउड सेवाओं से संबंधित होने की संभावना है। मुंबई एयरपोर्ट समेत देशभर के अन्य एयरपोर्ट पर चेक-इन सिस्टम 19 जुलाई की सुबह यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया।
चेक-इन सिस्टम डाउनलोड होने के कारण इंडिगो, अकासा और साइक्लोन पर खास असर पड़ा। गोनाउ के मुताबिक शुक्रवार सुबह 10:45 बजे दुनियाभर में चेक-इन सिस्टम में खराबी आ गई। पूरे भारत में चेक-इन सिस्टम डाउनलोड हो रहे हैं। यह तकनीकी गड़बड़ी माइक्रोसॉफ्ट की बड़ी वैश्विक कंपनियों का हिस्सा है, जिसके कारण दुनियाभर के उपभोक्ता इसके स्टूडियो प्लेटफॉर्म तक पहुंच से वंचित हो रहे हैं। इसके कारण एयरलाइंस को उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
वीर शिवाजी का ‘वाघ नख’ लंदन के म्यूजियम से लाया गया भारत... महाराष्ट्र के सातारा म्यूजियम में हो सकेगा दर्शन
डेस्क। छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस ‘वाघ नख’ से बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल खान की जान लेकर अपने शौर्य का परिचय दिया था, उस बाघ के नाखून को अब देश की जनता भी देख पाएगी। इस बाघ के नाखून को लंदन के म्यूजियम से भारत लाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार की तमाम कोशिशों के बाद इसकी स्वदेश वापसी तय हुई है। महाराष्ट्र के सातारा म्यूजियम में ‘वाघ नख’ को रखा जाएगा।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडवीस और अजित पवार और शिवाजी महाराज के वंशज उदयन राजे की उपस्थिति में इसे महाराष्ट्र सरकार के हवाले कर दिया है। वाघ नख एक बाघ के पंजे के आकार का हथियार है, जिसे बुधवार को लंदन के एक म्यूजियम से मुंबई एयरपोर्ट पर लाया गया है। इतिहासकारों के मुताबिक, 1659 में बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल को मारने में शिवाजी महाराज ने इसी हथियार का इस्तेमाल किया था। इसका इस्तेमाल शारीरिक रूप से बड़े प्रतिद्वंद्वी को वश में करने और मारने के लिए किया जाता था।
अन्य शोधकर्ता पांडुरंग बलकावड़े ने एक मराठी टीवी चैनल को बताया कि प्रतापसिंह छत्रपति ने 1818 और 1823 के बीच अपने निजी संग्रह से ‘वाघ नख’ अंग्रेज ग्रांट डफ को दिया था, उन्होंने कहा कि डफ के वंशजों ने इसे संग्रहालय को सौंप दिया है। महाराष्ट्र के आबकारी मंत्री ने बताया कि सातारा में इस वाघ नख के भव्य स्वागत की तैयारी की गई है। उन्होंने कहा कि लंदन से लाए गए इस हथियार को बुलेट प्रूफ कवर में रखा जाएगा। इसे अगले सात महीनों के लिए सातारा के एक म्यूजियम में लोगों के दर्शनाथ उपलब्ध कराया जा रहा है। सातारा के प्रभारी और संरक्षक मंत्री ने कहा कि वाघ नख को महाराष्ट्र में लाना प्रेरणादायक है। इसका सातारा में भव्य स्वागत किया जाएगा। सातारा म्यूजियम में आज 19 जुलाई को इसका प्रदर्शन किया जा रहा है।
जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार दोबारा खुला, कीमती सामान स्ट्रांग रूम में शिफ्ट होगा, अब तक 6 बॉक्स खजाना निकाल चुके
डेस्क। ओडिशा के पुरी स्थित ऐतिहासिक भगवान जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार (खजाना) गुरुवार 18 जुलाई को एक बार फिर से खोला गया है। इस दौरान इनर रत्न भंडार में मौजूद आभषूण और कीमती सामान को अस्थायी स्ट्रांग रूम में शिफ्ट किया जाएगा। इससे पहले रविवार 14 जुलाई को 46 साल बाद रत्न भंडार को खोला गया था, जिसमें आउटर रत्न भंडार का सामान 6 बक्सों में शिफ्ट करके सील किया गया था। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है।
मंदिर प्रशासन ने सुबह 8 बजे से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। अधिकारियों के मुताबिक भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के समक्ष प्रार्थना करने के बाद ओडिशा सरकार की ओर से गठित पर्यवेक्षी (सुपरविजन) कमेटी के सदस्यों ने 9 बजे मंदिर में प्रवेश किया। रत्न भंडार के खजाने को सुबह करीब 10 बजे खोला गया। यदि कीमती सामान को बाहर निकालने का काम आज भी पूरा नहीं हो पाता है तो तय मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत काम जारी रहेगा।
पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा कि केवल अधिकृत व्यक्तियों को पारंपरिक पोशाक के साथ रत्न भंडार में प्रवेश करने की अनुमति है। मंदिर में प्रवेश से पहले पर्यवेक्षी कमेटी के अध्यक्ष और ओडिशा हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस विश्वनाथ रथ ने बताया कि हमने भगवान जगन्नाथ से खजाने के भीतरी कक्ष (इनर केबिन) में रखे सभी कीमती सामान को आसानी से बाहर निकालने का आशीर्वाद मांगा है।
रोजगार के अवसर बढ़ाने उद्योगों की श्रृंखला स्थापित की जाएगी : मुख्यमंत्री डॉ.यादव
भोपाल। रोजगार के अवसर बढा़ने के लिए महाकौशल सहित पूरे प्रदेश में उद्योगों की श्रृंखला स्थापित की जाएगी। इससे युवाओं को रोज़गार के अवसर मिलेंगे। राज्य सरकार द्वारा दो लाख भर्तियां करने की तैयारी की जा रही है। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए रहने, खाने एवं कोचिंग की फ़ीस भी देने की व्यवस्था की जायेगी। कार्यक्रम में विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये गये। उक्त बातें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा कृषि उपज मंडी प्रागंण में आयोजित विकास कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम में कहीं।
मुख्यमंत्री ने छिन्दवाड़ा जिले को प्रदेश का मोर-मुकुट बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र को प्रकृति ने खूब संवारा है। छिन्दवाड़ा और पांढुर्णा की नैसर्गिक सुंदरता मन मोह लेती है। आज आभार रैली में लोगों का जनसैलाब देखकर लगता है कि होली एवं दीपावली का त्यौहार मन रहा है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके, खजुराहो सांसद वीडी शर्मा, सांसद विवेक बंटी साहू, अमरवाड़ा विधायक कमलेश प्रताप शाह, बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, नगर निगम महापौर विक्रम अहके सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने एक पेड़ मां के नाम अभियान में आम का पौधा भी लगाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली विभिन्न योजनाएँ यथावत संचालित होती रहेगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए नवीन योजनायें लाई जाएगी। इन सबके लिए प्रदेश सरकार का बजट अब पूर्व के बजट से 20 प्रतिशत से अधिक रखने का लक्ष्य है। इनमें सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा। आने वाले 5 वर्षों में बजट दोगुना किया जाएगा। किसान सम्मान निधि के लाभ से छूटे किसानों को किश्त देनें,जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य भी सरकार के द्वारा किया जा रहा है। अन्नदाता किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलें,हर किसान के खेत तक पानी पहुँचे इसके लिए बांध बनाने की योजना भी शुरू हो चुकी है। डूब प्रभावित क्षेत्र में आने वाली भूमि के किसानों को भी मुआवज़ा देने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के समग्र कल्याण के लिये प्रधानमंत्री जन-मन योजना से अब पक्के मकान बनाकर दिए जा रहें हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना में जिन हितग्राहियों की किश्त शेष है, उसे भी सरकार द्वारा भरा जाएगा।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में प्रदेश के श्रदालुओं को देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों के साथ-साथ प्रदेश में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थलों का भी भ्रमण करवाया जाएगा। इनमें उज्जैन के महाकाल मंदिर,राम राजा की नगरी ओरछा, मैहर के माँ शारदा माता मंदिर, दतिया का पीताम्बरा पीठ शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा है कि अमरवाड़ा विधायक शाह द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए जो माँगे की गई है उन्हें पूरा किया जायेगा।
रेलवे सुरक्षा बल ने पिछले 7 वर्षों के दौरान "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत 84,119 बच्चों को बचाया
ट्रैक चाइल्ड पोर्टल पर बच्चों की पूरी जानकारी उपलब्ध रहती है। 135 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्पडेस्क उपलब्ध है।आरपीएफ मुक्त कराए गए बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति को सौंप देती है । जिला बाल कल्याण समिति बच्चों को उनके माता-पिता को सौंप देती है।