रायपुर
राजधानी में होली की खुमारी अब धीरे-धीरे बढने लगी : होलिका दहन कल
रायपुर | राजधानी में होली की खुमारी अब धीरे-धीरे बढनें लगी है। शहर के प्रमुख बाजारों में रंग-गुलाल और पिचकारियों की दुकानें सज चुकी हैं, वहीं ग्राहकी भी अब बढऩे लगी है। शहर के गोलबाजार, मालवीय रोड, बंजारी रोड, शास्त्री बाजार आदि में होली की दुकानें अच्छी ग्राहकी से गुलजार हो गया है।
13 मार्च को होलिका दहन होगा और 14 मार्च को होली पर्व मनाई जाएगी। वर्तमान में रमजान भी चल रहा है, ऐसे में शहर के बाजारों में त्योहारी खुमारी देखते ही बन रही है। सुबह से लेकर देर रात तक बाजारों के गुलजार रहने से व्यापारियों के भी चेहरे खिले हुए हैं।
शहर के गोलबाजार, मालवीय रोड, शास्त्रीबाजार में होली सामग्रियों की दुकानों में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी तरह-तरह के रंग-गुलाल लोगों की पंसद बनी हुई है। हर बार की तरह इस बार भी बाजार में हर्बल गुलाल की मांग सबसे ज्यादा है। हर्बल गुलाल में भी तरह-तरह के रंग ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। वहीं होली में मलिंगा कैप के साथ बनावटी विगों की पूरी रेंज मौजूद है। बाजार में होली को भुनाने हर तरह के रंगीन विग लोगों को लुभा रही है।
इसके अलावा मुखौटों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है। केमिकल वाले रंगों से जहां आम आदमी ने किनारा कर लिया है तो वहीं दुकानदार भी पेस्ट, ट्यूब वाले पेस्ट व रंग रखने से बच रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि लोगों की पहले मांग होती थी, लेकिन पिछले कई सालों से अब इस तरह के केमिकल युक्त रंगों से लोग परहेज करने लगे हैं। यही कारण है कि अधिकतर दुकानदार इस तरह के केमिकल वाले रंग बेचने से परहेज कर रहे हैं।
इधर बच्चों को लुभाने के लिए हर बार की तरह इस वर्ष भी कार्टून कैरेक्टर वाले पिचकारियों की पूरी रेंज बाजार में मौजूद है। छोटा भीम, मोटू-पतलू, बाल कृष्ण, बाल गणेश के स्टीकर वाले पिचकारियां लोगों को पसंद आ रही है। इसके अलावा तरह के वाटर गन हर साइज में उपलब्ध है। पानी के गुब्बारे भी बच्चों को भा रहे हैं, लेकिन अधिकतर पैरेंट्स इससे परहेज कर रहे हैं। यही वजह है कि पिछले कई सालों से पानी के गुब्बारों की बिक्री में गिरावट आई है। दूसरी ओर शहर के चौक-चौराहों में होलिका दहन की तैयारियां भी तेज हो गई है।
होली में डॉ. सुनील कालडा करेंगे : 2 दिन निःशुल्क उपचार
रायपुर | होली मे चिकित्सकों की अनुपलब्धता व मरीजों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए प्रदेश के सर्वप्रथम व निजी बर्न सेंटर कालडा प्लास्टिक कॉस्मेटिक एवं बर्न सेंटर के संचालक तथा अंचल के सुविख्यात प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. सुनील कालडा ने होली में रंगो से व्यथित लोगों का 2 दिन निःशुल्क प्राथमिक उपचार व सलाह की व्यवस्था डॉ. सुनील कालडा ने अपने पचपेढी नाका, धमतरी रोड, कलर्स माल के पास व चौबे कालोनी स्थित कालड़ा प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जरी एवं बर्न सेंटर में की है |
डॉ. कालडा (प्रसिध्द कॉस्मेटिक सर्जन) ने आम जनता से अपील की है कि होली खेलने के पहले मॉइस्चराइज़ करें और लिप बाम लगाएं एवं होली सिर्फ हर्बल रंगों से खेले, ज्वलनशील व चाईनीज रंगों से व लापरवाहीपूर्वक होली ना खेले व गुबारे को आँखों के आसपास ना मारे। छोटे बच्चों को ज्वलनशील रंगों से दूर रखे व शांतिपूर्वक होली खेले।और अगर किसी भी तरह की तकलीफ़ होती है तो जल्दी अस्पताल जाये। ज्ञातव्य है कि डॉ. सुनील कालडा विगत 36 वर्षो से होली में लोगो का निःशुल्क इलाज कर रहे है.डॉ. कालड़ा ने अपील की है कि होली में मिठाईयां की जगह पौधे देवें।
"छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान दिवस पर मराठा युवा समाज ने उन्हें स्मरण कर श्रद्धांजली अर्पित किया"
रायपुर | धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज जी के पुण्यतिथि पर मराठा युवा समाज रायपुर द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा स्थल तात्यापारा चौक पर श्रद्धांजली का आयोजन किया गया जहां पर छत्रपति संभाजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया एवं मराठा वीर योद्धा ने संपूर्ण हिन्दू समाज के लिए किए गए बलिदान व शौर्य इतिहास पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धांजली अर्पित की गई |
मराठा समाज युवा अध्यक्ष लोकेश पवार ने बताया की छत्रपति संभाजी महाराज परमप्रतापी अजेय योद्धा थे जिन्हें क्रूर शासक औरंगजेब द्वारा मुसलमान बनने और दक्षिण भारत का राजा बन जाओ या मरने के लिए तैयार हो जाओ यह कहकर 39 दिनों तक रोज एक एक अंग काटता रहा लेकिन छत्रपति शिवाजी
"हजार बार जियूँगा,हजार बार मरुंगा लेकिन हिंदू धर्म नहीं छोडूंगा" ऐसे कर्मठ वीर, मराठायोद्धा जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर धर्म, संस्कृति व हिंदवी स्वराज को अक्षुण्ण रखा लेकिन अधर्म के आगे नही झुके जिनके बलिदान की वजह से हम हिंदू अपने घरों पर सुरक्षित हैं |
जिन्होंने संपूर्ण सनातन धर्म के लिए सहर्ष अपना जीवन त्याग दिया परन्तु किसी भी लालसा को स्वीकार न करते हुए हिन्दू धर्म को नहीं छोड़ा ऐसे शुरवीर योद्धा को पूरे मराठा समाज ने श्रद्धांजली अर्पित की और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने की बात कही |
इस आयोजन में मराठा मित्र मंडल अध्यक्ष गुणवंत घाटगे, मराठा युवा समाज अध्यक्ष लोकेश पवार, कोषाध्यक्ष महेंद्र जाधव, कमलाकर भोंसले, दीपक इंग्ले, शरद फरताड़े, रंजीत बाबर, नीरज इंग्ले, प्रभात डूकरे, सौरभ बाकरे, महेन्द्र कांगले, सुमीत ढीगे, रितिक राव, संजू राव, हिमांशु इंग्ले, रविकांत शिंदे, हेमंत मोहिते, ब्रवीन सोलंके, गोल्डी शिंदे, प्रियांशु यादव के अलावा मराठा समाज के पदाधिकारीगण एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे |
वरिष्ठ नेत्र एवं कान्टेक्ट लेन्स विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा : सूखे रंग और गुलाल से आँखों को बचाएं
रायपुर। वरिष्ठ नेत्र एवं कान्टेक्ट लेन्स विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने होली पर आंखों व अन्य संवेदनशील अंगों को बचाकर रंग खेलने का सलाह दी है। उन्होंने कहा कि होली खेलें जरूर पर आंखों के अंदर में सूखा रंग व गुलाल न जाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि पहले होली प्राकृतिक वस्तुएं जैसे विभिन्न फूलों, पत्तियों, जड़ों व बीजों से तैयार रंगों से खेली जाती थी जो शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं थे, इन रंगों के तैयार करने में भले ही समय अधिक लगता था तथा कम मात्रा में ही तैयार होते थे। लेकिन ये शारीरिक वातावरण के अनुकूल थे। आजकल बाजार में उपलब्ध रंग-गुलाल कृत्रिम व रासायनिक पदार्थो से बनते है।, जो कम समय में तथा अधिकाधिक मात्रा में बनते हैं, कृत्रिम रंग सस्ते जरूर हैं लेकिन शरीर को नुकसान पहुंचा सकते है। कृत्रिम रंग जिन रासायनिक पदार्थो से बनते है उनके रासायनिक गुणों के अनुरूप अम्लीय-क्षारीय होते हैं। ये केमिकल (रसायन) शरीर की त्वचा, पलकों, आंखों पर दुष्प्रभाव डालते हैं जिससे आंखों व चेहरे में जलन, खुजलाहट, सूजन, दाने आना, एलर्जी होना आदि प्रतिक्रिया होती है। यह प्रभाव अलग अलग व्यक्तियों में भिन्न हो सकता है। रंग व गुलाल में चमक के लिए अभ्रक पीस कर मिलाया जाता है जिससे त्वचा व आंखों में हानि पहुंचती है। वहीं गुलाल में मिट्टी व बारीक पिसी रेत मिलाने से चेहरे व आंख के नाजुक हिस्से में खरोंच हो जाती है।
डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा कि आंख में सूखा रंग, गुलाल जाने से बचाया जावे। यदि आँख के अंदर रंग गुलाल चले जाता है तो आँखों को रगड़े नहीं, बल्कि उसे धीरे से आँखों से निकालने की कोशिश करें। सूखा रंग व गुलाल त्वचा, गालों, पलकों व साथ ही ऑंख की पुतली में रगड़ से जख्म बनाता है तथा रासायनिक पदार्थ के कारण आँख में कंजक्टीवाइटिस तथा रगड़ से कार्नियल अल्सर भी हो सकता है। रंग को सूखे कपड़े, रूमाल से धीरे-धीरे साफ कर लें व पानी से धीरे-धीरे अच्छी तरह से धो लें। रंग की तेज धार, पानी व गुब्बारे जोर से फेंके जाने पर चेहरे पर आंख में चोट लग सकती है। आँख में तेज दर्द, आंसू आने, लालिमा होने व धुंधलापन आने पर रगड़े नहीं बल्कि ऑंख को धोने के बाद समीप के नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श करें। ध्यान रखे गोबर, कोयला, राख, पेन्ट, ग्रीस, डामर, केवाच आदि का प्रयोग करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। बल्कि इनकी एलर्जी, चोट होली के इन्द्रधनुष रंगों को बदरंग कर सकती है। डॉ. दिनेश मिश्र अपने फूल चौक स्थित अस्पताल में 14 मार्च को सुबह 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक होली में रंग खेलने से होने वाली तकलीफों के नि:शुल्क परामर्श व उपचार के लिए उपलब्ध रहेंगे।
18 महीने में 60 करोड़ रुपये से बनेगा प्लांट : रायपुर में गीले कचरे से बनेगी बायो गैस
रायपुर | राजधानी में गीला कचरा अब बेकार नहीं जाएगा। नगर निगम ने गीले कचरे से बायो गैस बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।
रावांभाठा क्षेत्र में स्थित आठ एकड़ जमीन पर कंप्रेस्ड बायो गैस प्लांट लगाया जाएगा।यह प्रोजेक्ट भारत पेट्रोलियम कंपनी द्वारा 60 करोड़ रुपये की लागत से 18 महीनों में तैयार किया जाएगा। इस प्लांट में सब्जी बाजार, उद्यानों और अन्य शहरी क्षेत्रों से उत्पन्न होने वाले गीले कचरे को कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। कचरे से बायो गैस उत्पन्न होगी, जो पेट्रोलियम उत्पादों के लिए एक वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के रूप में काम करेगी।
रावांभाठा क्षेत्र में स्थित आठ एकड़ जमीन पर कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाया जाएगा। इसे 60 करोड़ रुपये की लागत से 18 महीनों में तैयार किया जाएगा।
गीले कचरे से निकलने वाले वेस्ट मटेरियल को खाद के रूप में उपयोग किया जाएगा, जिससे कचरे का उचित निपटान होगा और जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।
नगर निगम को रोज 100 टन गीला कचरा प्लांट में पहुंचाना होगा। इसके लिए नगर निगम ने शहरी क्षेत्रों में स्थित बगीचों, सब्जी बाजारों और गोबर कचरे के स्रोतों से तालमेल बैठाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही बिरगांव, खरोरा, अभनपुर, तिल्दा नेवरा जैसे क्षेत्रों से भी गीला कचरा एकत्र किया जाएगा।
बायो गैस का वाहनों के ईंधन के रूप में उपयोग किया जा सकेगा। गीले कचरे के उचित निपटान से राजधानी का प्रदूषण कम होगा।
वेस्ट मटेरियल का उपयोग जैविक खाद के रूप में किया जाएगा। प्लांट बनने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। प्लांट का विरोध हो गया शुरू, बर्दाश्त नहीं करेगी जनता
रावांभाठा में लगने वाले बायो गैस कंप्रेस्ड प्लांट का बिरगांव नगर निगम ने विरोध शुरू कर दिया है। नगर निगम बिरगांव के महापौर नंदलाल देवांगन और एमआईसी सदस्य इकराम अहमद ने कहा कि बिरगांव नगर निगम क्षेत्र की जनता रायपुर शहर की गंदगी और कचरे को बर्दाश्त नहीं करेगी।
इस संबंध में कलेक्टर से मुलाकात करेंगे। प्लांट लगाने के प्रस्तावित क्षेत्र के आस-पास घनी आबादी है। प्लांट बनने के कारण बदबू से आस-पास के लोगों का जीना दुभर हो जाएगा। इसके विरोध के लिए 12 मार्च बुधवार को एक विशेष सामान्य सभा बुलाई जा रही है।
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के विभागों के लिए 9820 करोड़ रूपए से अधिक की अनुदान मांगें पारित
महिला एवं बाल विकास के लिए 8245 करोड़ तथा समाज कल्याण विभाग के लिए 1575 करोड़ रूपए के अनुदान मांगें पारित
महतारी वंदन योजना के लिए 5500 करोड़ रूपए का प्रावधान
आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुविधाओं का विस्तार व संचालन के लिए 700 करोड़ रूपये का प्रावधान
पोषण अभियान के लिए 125 करोड़ रूपये का प्रावधान
समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत पेंशन योजनाओं के लिए 1395 करोड़ 53 लाख 76 हजार रूपए का प्रावधान
रायपुर | छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के विभागों के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 9820 करोड़ रूपए की अनुदान मांगे पारित की गई, जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए 8245 करोड़ रूपए तथा समाज कल्याण विभाग के लिए 1575 करोड़ रूपए की अनुदान मांगें शामिल हैं।
लक्ष्मी राजवाड़े ने सदन को बताया कि महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को समाज में आर्थिक रूप से सबल और सशक्त बनाये जाने हेतुु विगत वित्तीय वर्ष के मुख्य बजट में 3000 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया था, जिसमें वृद्धि करते हुए वित्तीय वर्ष 2025-26 के मुख्य बजट में 5500 करोड़ रूपये का बजट प्रावधान किया गया है। योजना को और अधिक जनहितकारी व हितग्राहीमूलक बनाये जाने हेतु ई.के.वाय.सी. के लिए राशि रूपये 4 करोड़ 90 लाख का बजट प्रावधान किया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल, पोषण व उनके बौद्धिक विकास के लिए पालना केन्द्रों के संचालन के लिए बजट में 10 करोड़ रूपये का प्रावधान रखा गया है। महिला सुरक्षा एवं संरक्षण से संबंधित प्रचलित कानूनों के क्रियान्वयन के लिए 5 करोड़ 11 लाख रूपये का प्रावधान रखा गया है। बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत जनजागरूकता एवं विशेष अभियान हेतु प्रस्तावित बजट में 1 करोड़ 50 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है।
राजवाड़े ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित विभागीय भवनों के मरम्मत व विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए 50 करोड़ रूपये का बजट प्रावधान रखा गया है, जिसमें स्वयं के भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युत सुविधा पहुंचाने के लिए राशि रूपये 2 करोड़ का नवीन मद में प्रावधान शामिल किया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुविधाओं का विस्तार व संचालन के लिए वर्ष 2025-26 के बजट में आंगनबाड़ी सेवायें-सामान्य अन्तर्गत 700 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि ‘’पीएमजनमन’’ योजना अन्तर्गत प्रथम चरण में 80 बसाहटों में आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित की जा रही है। इस योजना हेतु बजट में 11 करोड़ 40 लाख रूपये का वित्तीय प्रावधान किया गया है। कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को दिये जाने वाले मानदेय एवं अन्य हितलाभ के लिए 500 करोड़ रूपये का बजट प्रस्तावित किया गया है। इसके साथ ही इस बजट की थीम “गति“ अंतर्गत टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के मानदेय एवं अन्य भुगतान हेतु “सम्मान सुविधा प्रणाली“ का शुभारंभ किया गया है, जिसके माध्यम से केन्द्रीकृत रूप से डिजीटल प्रणाली का उपयोग कर भुगतान की कार्यवाही की जाएगी। आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से हितग्राहियों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने हेतु बजट में 700 करोड़ रूपये का प्रावधान रखा है। केन्द्र व राज्य सरकार की निधि से वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में इस हेतु 6740 आंगनबाड़ी केन्द्र के उन्नयन का लक्ष्य रखा है। शहरी क्षेत्र में 150 आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु 18 करोड़ रूपए और ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा अभिसरण से आंगनबाड़ी केन्द्रों में 2000 भवन निर्माण हेतु विभागीय अंशदान की राशि रूपये 40 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
किशोरी बालिकाओं की महवारी स्वच्छता को दृष्टिगत रखते हुए राज्य के विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में सेनेटरी नेपकिन की वेंडिंग मशीन एवं भस्मक मशीन की स्थापना कराये जाने हेतु 13 करोड़ रूपये का बजट प्रावधान रखा गया है। ‘पोषण अभियान के क्रियान्वयन के लिए वर्ष 2025-26 के बजट में पोषण अभियान के संचालन हेतु राशि 125 करोड़ रूपये का बजट प्रावधान किया गया है।
राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रस्तावित बजट में 8000 कन्याओं के विवाह का लक्ष्य रखते हुए 40 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान रखा गया है।
छत्तीसगढ़ महिला कोष द्वारा संचालित ऋण योजना का लाभ अधिक से अधिक स्व-सहायता समूहों तक पहुंचाने हेतु बजट में छत्तीसगढ़ महिला कोष हेतु राशि रू. 5 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना संचालन के लिए 5 करोड़ 3 हजार का बजट प्रावधान किया गया है। 6 नये जिलों में सखी वन स्टॉप सेंटर के संचालन की स्वीकृति हुईं है, जिसके लिए 20 करोड़ रूपये का प्रावधान रखा गया है।
केन्द्र सरकार द्वारा लागू मिशन शक्ति की सामर्थ्य घटक अंतर्गत राज्य स्तर पर राज्य स्तरीय महिला सशक्तिरण केन्द्र एवं जिला स्तरीय महिला सशक्तिकरण केन्द्र्र स्थापित किया जा रहा है, जिसके लिए 11 करोड़ 58 लाख 2 हजार का बजट प्रावधान रखा गया है। शक्ति सदन योजना के संचालन के लिए 3 करोड़ 39 लाख 50 हजार का बजट प्रावधान किया गया है।
मंत्री राजवाड़े ने कहा कि हमारी सरकार के बजट की थीम “गति“ अंतर्गत अधोसंरचना विकास को ध्यान में रखते हुए मिशन वात्सल्य योजना अन्तर्गत पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण हेतु राशि 11 करोड़ 82 लाख 17 हजार का प्रावधान किया गया है जिसमें दो वात्सल्य भवन, 16 बालक कल्याण भवन, 19 किशोर न्याय बोर्ड हेतु भवन एवं 3 बाल सम्प्रेक्षण गृह के लिए भी नवीन भवन स्वीकृत किये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में 100 करोड़ रूपए से अधिक, महिला जागृति शिविर एवं दिशा दर्शन भ्रमण मद में 5 करोड़ रूपये, मिशन वात्सल्य योजना संचालन के लिए 100 करोड़ रूपए से अधिक तथा गैर संस्थागत देखरेख के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 5 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के लिए 3 करोड़ 10 लाख रूपये का बजट प्रावधान किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के लिए 4 करोड़ 85 लाख रूपये का बजट प्रावधान रखा गया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर से लिया आशीर्वाद
मंत्री लखनलाल देवांगन के विभागों के लिए 965 करोड़ 18 लाख रुपए से अधिक की अनुदान मांगें पारित
वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के लिए 709 करोड़ 87 लाख रूपए और श्रम विभाग के लिए 255 करोड़ 31 हजार 9 हजार रूपए की अनुदान मांगें पारित
नई औद्योगिक नीति के लागू होने के मात्र 125 दिनों में राज्य को मिले हैं 1 लाख करोड़ रूपए से अधिक के 31 निवेश प्रस्ताव
शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना का सभी जिलों में किया जाएगा विस्तार
रायपुर | छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के विभागों के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 965 करोड़ 18 रूपए की अनुदान मांगे पारित की गई। इसमें वाणिज्य एवं उद्योग विभाग से संबंधित व्यय के लिए 709 करोड़ 87 लाख रूपए तथा श्रम विभाग के लिए 255 करोड़ 31 हजार 9 हजार रूपए शामिल हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए विभागीय मंत्री लखनलाल देवांगन ने सदन में कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार द्वारा 01 नवंबर 2024 से औद्योगिक विकास नीति 2024-30 लागू की गयी है। इसका मूल विषय अमृत काल छत्तीसगढ़ विजन-2047 रखा गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी राज्य ने अपनी नीति को विकास का आधार बनाकर रोजगार प्रदान करने पर जोर दिया है। इसके लिए श्रम-प्रधान उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन दिया गया है, जो अधिकतम रोजगार प्रदान करने में सक्षम हैं। विशेषकर, जो इकाइयाँ 1000 से अधिक रोजगार सृजित करेंगी, उन्हें मंत्रिमंडलीय उपसमिति द्वारा अनुमोदित अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। इकाईयों के द्वारा दिव्यांगजन, सेवानिवृत्त अग्निवीर या आत्मसमर्पित नक्सली को रोजगार दिये जाने पर इस विषय पर विशेष अनुदान प्रदान किया जायेगा।
देवांगन ने सदन में बताया कि स्थानीय श्रमिकों को औपचारिक रोजगार में परिवर्तित करने के लिए प्रशिक्षण प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। उद्योगों में नियोजित राज्य के निवासियों के प्रशिक्षण पर प्रति व्यक्ति 15 हजार रूपए की प्रशिक्षण वृत्ति प्रतिपूर्ति एवं कर्मचारियों पर होने वाले ईपीएफ व्यय की प्रतिपूर्ति का प्रावधान किया गया है। राज्य में पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए औद्योगिक नीति 2024-30 के अंतर्गत स्थापित होने वाले औद्योगिक इकाइयों को ब्याज अनुदान, स्थायी पूंजी निवेश अनुदान, मार्जिन मनी अनुदान, गुणवत्ता प्रमाणीकरण अनुदान जैसे विभिन्न अनुदान एवं छूट प्रदान किए जाएंगे। नई औद्योगिक नीति में भूमि, भवन एवं बैंक ऋण पर स्टाम्प शुल्क भुगतान से पूर्ण छूट एवं 06 वर्ष से 10 वर्ष तक विद्युत शुल्क से पूर्ण छूट का प्रावधान किया गया है। इसमें कई सेवाओं के लिए प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को समाप्त करते हुए स्व-घोषणा को मान्य किया जा रहा है, जिससे प्रक्रिया और भी सरल हो गई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री देवांगन ने बताया कि वर्तमान में राज्य में 34 औद्योगिक क्षेत्रो/पार्काे की स्थापना की जा चुकी है एवं आने वाले समय में 4 नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है। राज्य के विभिन्न जिलो में नवीन फूड पार्क, रायपुर जिले में जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क और प्लास्टिक पार्क, नवा रायपुर में फार्मास्युटिकल पार्क एवं जांजगीर-चांपा जिले में स्मार्ट इण्डस्ट्रियल पार्क की स्थापना की जाएगी। राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वयं के उद्यम स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैण्ड-अप इंण्डिया योजना एवं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। औद्योगिक नीति 2024-30 में युवाओं के लिये एक नई योजना छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना का प्रावधान किया गया है, जिसमें ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा।
देवांगन ने सदन में बताया कि राज्य की औद्योगिक इकाईयों के अनुदान/छूट संबंधित प्रकरणों के निराकरण के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम की व्यवस्था की गयी है, जिसमें प्रकरणों का समयावधि में निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में बिना ठोस तैयारी के उद्योगों के साथ एम.ओ.यू. कर दिये जाते थे, जिससे राज्य को अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाता था। हमारी सरकार एम.ओ.यू. के स्थान पर इन्वीटेशन टू इन्वेस्ट जारी कर रही है। यह उन निवेशकों को दिया जाता है जो निवेशक हमारी औद्योगिक नीति एवं अनुदान प्रोत्साहन से प्रभावित होकर राज्य में निवेश करने की अभिरूचि लिखित में प्रस्तुत करते हैं। इन्वीटेशन टू इन्वेस्ट केवल एम.ओ.यू. का विकल्प पत्र नहीं है, बल्कि यह विस्तृत चर्चा उपरांत निवेशकों को दिया जाने वाला विश्वास पत्र है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक विकास नीति लागू होने के मात्र 125 दिनों में राज्य को 1 लाख करोड़ रूपए से अधिक के कुल 31 प्रस्ताव निवेश के लिए प्राप्त हो चुके हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग तथा श्रम विभाग से संबंधित अनुदान मांगों पर चर्चा में विधायकगण सर्वश्री दलेश्वर साहू, राजेश मूणत, कुवर सिंह निषाद, प्रबोध मिंज, सुशांत शुक्ला, देवेन्द्र यादव, अजय चंद्राकर, व्यास कश्यप और राघवेन्द्र कुमार सिंह ने भाग लिया।
अमितेष देशमुख को मिली पीएचडी की उपाधि
रायपुर। हिदायतुल्ला नेशनल ला यूनिवर्सिटी ने 8 मार्च को कालेज के सहायक प्राध्यापक अमितेष देशमुख को पीएचडी की उपाधि से नवाजा। उन्हें यह उपाधि यूनिवर्सिटी में आयोजित दीक्षांत समारोह में सुप्रीम कोर्ट के जज नरसिम्हा, न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा, हाईकोर्ट की चीफ जस्टिज रमेश सिन्हा ने प्रदान किया।
बतादें कि अमितेष शिवानंद नगर गुढियारी निवासी विनोद देशमुख के पुत्र है। जो हिदायतुल्ला नेशनल ला कालेज में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत है। उन्होंने अपना शोध आरबिरेशन (मध्यस्थम) विषय पर कालेज के प्रोफेसर डा. योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन और सहयोग से पूरा किया है। वर्ष 2018 में नेट की परीक्षा में विधि विषय में आल इंडिया में जेआरएफ के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
जयस्तंभ चौक के पास स्थित : पुराने नगर निगम कैंपस में लगी भीषण आग
रायपुर | राजधानी रायपुर में जयस्तंभ चौक के पास स्थित पुराने नगर निगम कैंपस में मंगलवार दोपहर अचानक भीषण आग लग गई | आग कबाड़ और कचरे में लगी थी, जिससे इलाके में धुएं का गुबार छा गया।
आगजनी की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया | हालांकि, आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है | राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
पर्यटन विभाग की अंतर्विभागीय समिति की बैठक सम्पन्न
रायपुर | मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में यहां मंत्रालय महानदी भवन में राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन क्षमता में वृद्धि करने हेतु गठित अंतर्विभागीय समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों की भूमिका पर चर्चा हुई।
बैठक में मुख्य सचिव जैन ने पर्यटन विकास हेतु विभिन्न सहयोगी विभागों के मध्य समन्वय से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने पर्यटन स्थलों को पर्यटकों के लिए सुविधाजनक बनाने की बात भी कही। बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भूमि, विद्युत व्यवस्था, पेयजल, परिवहन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए।
बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग तथा जिलों के नगरों तथा शहरों के समीप नवनिर्मित बायपास मार्गों के प्रमुख स्थानों पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा सुविधा केन्द्र बनाने के संबंध में व्यापक चर्चा की गई। इसी तरह से टूरिज्म बोर्ड द्वारा निर्मित विभिन्न रिसॉटर्स में पर्याप्त जल आपूर्ति हो इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने कहा गया। इसी तरह से मंदिरों, तालाबों, झीलों सहित अन्य पर्यटन स्थलों की सौंदर्यीकरण करने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा पुरातत्व विभाग को समन्वय से कार्य करने कहा गया।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भोरमदेव वाईल्ड लाईफ सफारी प्रारंभ करने से पर्यटकों को सुविधा होगी। अधिकारियों ने बताया कि कुरदूर रिसॉर्ट के पास स्थित बंद गेट को अचानकरमार जंगल सफारी के लिए खोलने की कार्यवाही प्रस्तावित है। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के कुरदूर रिसॉर्ट तथा आमाडोब रिसॉट में पर्यटकों के लिए जंगल सफारी में जिप्सी की सुविधा भी प्रस्तावित है। नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में स्थित हॉटल, मोटल एवं रिसॉट आदि से वेस्ट कलेक्शन नियमित रूप से किया जाए और पर्यटन स्थलों में स्वच्छता एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि गिरौदपुरी अमृत कुंड होते हुए छातापहाड़ को सतनाम मार्ग के रूप में विकसित करने तथा गिरौदपुरी धाम एवं छातापहाड़ को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 128.20 लाख का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित इस बैठक में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव पी.दयानंद, मुख्यमंत्री एवं वित्त विभाग के सचिव मुकेश कुमार बंसल, मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव बसवराजु एस., परिवहन विभाग के सचिव एस.प्रकाश सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, राजस्व, वित्त, वाणिज्य एवं उद्योग, जल संसाधन, कौशल विकास, संस्कृति एवं राजभाषा, पुरातत्व एवं सीएसआईडीसी के अधिकारी शामिल हुए।
आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में 3934 बच्चों का स्वर्णप्राशन
800 बच्चों को स्वर्णप्राशन किट और 350 को बाल रक्षा किट भी दिए गए |
रायपुर | राजधानी रायपुर के शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में पुष्य नक्षत्र पर आज 3934 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। स्वर्णप्राशन के लिए पहुंचे 800 बच्चों को स्वर्णप्राशन किट और 350 बच्चों को बाल रक्षा किट भी वितरित किए गए। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा महाविद्यालय को ये किट उपलब्ध कराए गए थे।
आयुष विभाग की संचालक इफ्फत आरा ने आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में बच्चों और परिजनों को ये किट प्रदान किए। उन्होंने स्वयं बच्चों का स्वर्णप्राशन भी कराया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी.आर. चतुर्वेदी, छत्तीसगढ़ आयुर्वेदिक चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार डॉ. संजय शुक्ला और महाविद्यालय की प्रभारी अधीक्षक डॉ. अरुणा ओझा सहित अनेक प्राध्यापक भी इस दौरान मौजूद थे।
स्वर्णप्राशन कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. लवकेश चंद्रवंशी ने बताया कि हर पुष्य नक्षत्र तिथि में आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों का स्वर्णप्राशन कराया जाता है। यह बच्चों के व्याधिक्षमत्व, पाचन शक्ति, स्मरण शक्ति, शारीरिक शक्तिवर्धन एवं रोगों से बचाव में बहुत लाभदायक और उपयोगी है। वे स्वर्णप्राशन के लिए आने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी करते हैं। इसी कड़ी में आज करीब चार हजार बच्चों का स्वर्णप्राशन किया गया है।
छत्तीसगढ़ कुनबी समाज ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से की सौजन्य भेंट : फिल्म "छावा" को कर मुक्त करने पर किया आभार प्रकट
मुख्यमंत्री को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा भेंट कर सुशासन की सराहना की, महिला सदस्यों ने मुख्यमंत्री को समाज के कुटीर उद्योग पहल की जानकारी दी |

प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री साय को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा, मराठी टोपी, शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया तथा कहा कि आपके नेतृत्व में प्रदेश सुशासन और प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। प्रतिनिधि मंडल ने शिवाजी जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग रखी। प्रतिनिधि मंडल की महिला सदस्यों सारिका गेडेकर व मनिषा बारसे ने मुख्यमंत्री साय को बताया कि कुनबी समाज की महिलाओं ने सामाजिक भवन में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कुटीर उद्योग की स्थापना की है। इसके तहत हल्दी, मिर्च, मसाले आदि का निर्माण और पैकेजिंग कर बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री साय ने महिलाओं की इस पहल की सराहना करते हुए इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम बताया।
प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश कुनबी समाज भवन निर्माण से संबंधित जानकारी मुख्यमंत्री को दी और समाज के भविष्य की कार्ययोजना पर चर्चा की। प्रतिनिधि मंडल में रंजीत भाऊ मुनेश्वर, उमेश घोड़मोड़, सारिका गेडेकर, मनिषा बारसे, दिलीप गेडेकर, हेमराज, प्रेम बोहरे, वासुदेव फुंडे, रागिणी गेडेकर, संगिता भंडारकर, रिंकु सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
घायलों का हालचाल जाना : उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अस्पताल पहुँचकर
मुख्यमंत्री शर्मा अपने व्यस्त कार्यक्रमो के बीच समय निकाल कर आज सुबह रायपुर से सीधे कवर्धा पहुँचे, सिघनपुरी (हाथीडोब) भी जाएंगे |
रायपुर | उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा आज सुबह अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच समय निकालकर हेलीकॉप्टर से रायपुर से सीधे कवर्धा पहुँचे। उन्होंने पलानी पाट के समीप हुए सडक़ हादसे में घायल मरीजों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उपमुख्यमंत्री शर्मा कवर्धा के अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात करने के बाद सीधे सिघनपुरी(हाथीडोब) भी जाएंगे और इस घटना में आकस्मिक मृत्यु हो चुके पीडि़त परिवारों के भी पहुँचे।।
उपमुख्यमंत्री शर्मा हेलिपैड से सीधे चंद्रयान हॉस्पिटल, रेडियंस हॉस्पिटल, डॉ. नितिन जैन क्लिनिक, स्नेहा क्लीनिक और रूपजीवन हॉस्पिटल पहुँचे, जहाँ उन्होंने घायल मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत की। उन्होंने डॉक्टरों से मरीजों की स्थिति की जानकारी ली और अस्पताल प्रशासन को यह निर्देश दिए कि घायलों को हर संभव बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
घायलों और उनके परिजनों से चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार उनके साथ खड़ी है और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से यह सुनिश्चित करने को कहा कि मरीजों को समय पर उचित उपचार मिले।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने इस अवसर पर ग्रामीणों से अपील की कि मालवाहक वाहनों का उपयोग यात्री परिवहन के रूप में ना करें, क्योंकि इससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सडक़ सुरक्षा को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को प्राथमिकता के आधार पर अस्पताल पहुँचाया। अस्पताल प्रशासन ने उपमुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि घायलों के इलाज में कोई कमी नहीं की जाएगी और चिकित्सकों की पूरी टीम मरीजों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों से भी मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने आम जनता से भी सतर्कता बरतने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने पीडि़त परिवारो के चर्चा करते हुए कहा कि आपके हर दुख-सुख में आपके साथ पूरी प्रतिबद्धता से साथ में रहूंगा। उल्लेखनीय है कि इस दुर्घटना में कई लोग घायल हुए हैं, इस घटना के जुड़े अब तक तीन लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
उपमुख्यमंत्री शर्मा के साथ कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश चन्दवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी, सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अस्पताल पहुँचकर उपचार करा रहे ग्रामीणों की जानकारी ली।
छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्रांति 3 लाख करोड़ का निवेश : चार तरह के पावर प्लांट से बनेगी अपार ऊर्जा

छत्तीसगढ़ की महिला आर्किटेक्ट्स का किया गया सम्मान
रायपुर | द इण्डियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्किटेक्ट्स छत्तीसगढ़ चैप्टर के दवारा महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को वी आई पी रोड स्तिथ एक होटल में छत्तीसगढ़ की महिला आर्किटेक्ट्स का सम्मान किया गया । कार्यक्रम में जहां महिला आर्किटेक्ट्स का सम्मान किया गया, वही जयपुर राजस्थान से आयी महिला वास्तुविद आर्किटेक्ट कविता जैन ने एतिहासिक इमारतों के संरक्षण के बारे में जागरूक कराया, ताकि आने वाली जनरेशन इन धरोहरो से बहुत कुछ प्रेरणा ले सकेंगी ।
उन्होंने अपने प्रेजेंटेशन में मध्यप्रदेश स्थित ओरछा में महलो व मंदिरो के रेनोवेशन व हेरिटेज कन्सेरवेशन के बारे में विस्तार से बताया | उन्होंने भवनों के संरक्षण को विभिन्न तकनीको के बारे में अवगत कराया | राजस्थान स्थित जलमहल के संरक्षण की विभिन्न तकनीकों के बारे में भी जानकारी प्रदान की, जाली झरोखो को साइट पर पुराने तरीको से लोकल कारीगरों दवारा बनाने की पद्धती से अवगत कराया । ईटों को जोड़ने के लिए सीमेंट की जगह गुड़ ,राई, व चूने को मिलाकर गारे से जोड़ने की तकनीक के बारे में बताया ।
समारोह में इस वर्ष आर्किटेक्ट मेघा चावड़ा को छत्तीसगढ़ वीमेन ऑफ़ द ईयर से पुरुस्कृत किया गया | मेघा चावड़ा वर्तमान में नगर निवेश एवं संचनालय में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर पदस्थ है। उनके द्वारा आर्किटेक्चर फील्ड में किये गए योगदान हेतु इस वर्ष उन्हें यह अवार्ड प्रदान किया गया है ।
समारोह में सभी महिला वास्तुविदों का सम्मान कविता जैन एवं चैप्टर के अध्यक्ष सौरभ राहटगावकर के द्वारा किया गया। महिला वास्तुविदों में प्रमुख रूप से भारती उपाध्याय, स्वस्ति स्थापक, नीता मिश्रा, नीना सिंह, कुसुम जायसवाल, प्रवीणा टौंक, प्रशस्ति खरे, नम्रता नायक, वैशाली शर्मा, संध्या सिंग, अदिति प्रजापति और कृपा पुजारा उपस्थित थे ।
महतारी वंदन योजना : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया 'महतारी वंदन कॉमिक्स' का विमोचन
रायपुर | महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण को समर्पित "महतारी वंदन योजना" पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित महतारी वंदन अभिनंदन समारोह में 'महतारी वंदन कॉमिक्स' का विमोचन किया। यह कॉमिक्स महतारी वंदन योजना की उपलब्धियों और इसके प्रभाव को रोचक अंदाज में प्रस्तुत करती है। मुख्यमंत्री साय ने इस पहल को योजना के उद्देश्य और जनसंदेश को व्यापक रूप से पहुँचाने का अभिनव प्रयास बताया।
समारोह में कार्टून वॉच इंडिया की आरती शर्मा को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस कॉमिक्स के निर्माण में अहम योगदान दिया। इस कॉमिक्स के माध्यम से महतारी वंदन योजना की सफलता को सृजनात्मक तरीके से दर्शाया गया है, जिससे यह योजना की लाभार्थी महिलाओं, बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणादायी सिद्ध होगी।