रायपुर
छत्तीसगढ़ तेजी से उभरता प्रदेश, विकास को नई ऊंचाइयां देंगे : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका
मनोनीत राज्यपाल रमेन डेका का छत्तीसगढ़ आगमन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया आत्मीय स्वागत
पारंपरिक लोकनृत्यों और लोक धुनों के साथ हुआ मनोनीत राज्यपाल का स्वागत
शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को सवा दस बजे राजभवन के दरबार हाल में
राजधानी रायपुर के स्टेट हेंगर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया आत्मीय स्वागत
छतीसगढ़ के पारंपरिक लोक नृत्यों की थाप के साथ मनोनीत राज्यपाल का किया गया स्वागत
राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी मनोनीत राज्यपाल को पुष्पगुच्छ भेंट कर किया अभिवादन
स्टेट हेंगर पर मनोनीत राज्यपाल को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया
रायपुर | प्रदेश के मनोनीत राज्यपाल रमेन डेका एवं उनकी धर्मपत्नी रानी डेका काकोटी के छत्तीसगढ़ आगमन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्टेट हेंगर में आत्मीय स्वागत किया। इस मौके पर मनोनीत राज्यपाल डेका ने कहा कि छत्तीसगढ़ विकास के परिदृश्य में तेजी से उभर रहा है। यहां विकास को नये स्तरों पर पहुंचाने हम काम करेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त करने के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य के बीच फैसिलिटेटर की भूमिका निभाएंगे ताकि प्रदेश का विकास तेजी से हो। उन्होंने कहा कि वे असम और छत्तीसगढ़ के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए भी काम करेंगे। डेका ने कहा कि उनकी सर्वाेच्च प्राथमिकता प्रदेश के विकास को लेकर है। मनोनीत राज्यपाल रमेन डेका से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजभवन में मुलाकात की। मुख्यमंत्री साय ने मनोनीत राज्यपाल डेका से प्रदेश के हित से जुड़े विषयों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने मनोनीत राज्यपाल का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और शॉल भेंटकर सम्मानित किया। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द भी उपस्थित थे।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी पुष्पगुच्छ भेंटकर राज्यपाल का अभिवादन किया। साथ ही मंत्रिमंडल के सदस्य उप मुख्यमंत्री अरुण साव, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, खेल मंत्री टंकराम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भी मनोनीत राज्यपाल का अभिवादन किया। स्टेट हेंगर में मनोनीत राज्यपाल को गार्ड आफ आनर दिया गया। राज्यपाल का स्वागत छत्तीसगढ़ के पारंपरिक नृत्यों सुआ, कर्मा, डंडा और राउत नाचा से किया गया। इस मौके पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन तथा पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मनोनीत राज्यपाल डेका प्रदेश के दसवें राज्यपाल के रूप में बुधवार 31 जुलाई को सवा दस बजे राजभवन के दरबार हाल में शपथ लेंगे। उन्हें यह शपथ छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा शपथ दिलाएंगे।
ओलंपिक में भारत को पदक मिलने पर छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल ने किया स्पेशल कैंसेलेशन कैचेट का विमोचन
रायपुर। भारतीय डाक विभाग छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला वर्ग के 10 मीटर एयर पिस्टल में भारत को मिले कांस्य पदक जीत के उपलक्ष में 29 जुलाई को विशेष कैंसलेशन कैचेट का विमोचन किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल विनीत माथुर, निदेशक डाक सेवाएं दिनेश कुमार मिस्त्री उपस्थित थे। समारोह में छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय स्तर की शूटिंग खिलाड़ी एवं कोच मोहम्मद अली चिश्ती, शक्ति चंद्रा एवं मोहम्मद शरफराज उपस्थित थे। साथ ही सीनियर फिलेलिस्ट विजय लाड और कुमुड भी उपस्थित थीं।
अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) रायपुर का पदभार ग्रहण किया : बजरंग अग्रवाल ने
रायपुर | दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के नये अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) बजरंग अग्रवाल को बनाया गया हैं ।
बजरंग अग्रवाल भारतीय रेलवे स्टोर सेवा (IRSS) -2005 बैच के अधिकारी है। बजरंग अग्रवाल पश्चिम रेलवे में उप मुख्य सामग्री प्रबंधक (प्रशासन) पद पर कार्यरत थे।
दिनांक 29 जुलाई, 2024 को अपराह्न के बाद बजरंग अग्रवाल ने अपर मंड़ल रेल प्रबंधक (परिचालन) रायपुर का पदभार ग्रहण किया । बजरंग अग्रवाल ने वर्ष 2015 में महाप्रबंधक रेल सेवा पदक से भी सम्मानित हैं। इन्होने आई आई एस सी (IISc) बेंगलुरु से एम. टेक ( स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग) की उपाधि हासिल की है । वर्ष 2017 में जापान से हाई स्पीड ट्रेन की ट्रेनिंग भी की है। बजरंग अग्रवाल पूर्व में सेंटर रेलवे में डिप्टी चीफ विजिलेंस ऑफिसर और
उप मुख्य सामग्री प्रबंधक मटुंगा वर्कशॉप मुंबई के पदो पर भी कार्य कर चुके है।
मंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर छग गृह निर्माण मंडल के प्रभारी उपायुक्त निलंबित
इस मामले में आईएएस कुंदन कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल एक गहन जांच करेगा, ताकि इस प्रकार की विसंगतियों दूर किया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सके | संबंधित अधिकारी, निर्माण और विकास गतिविधियों में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
तेंदूपत्ता संग्रहण दर बढ़ने से संग्राहकों को हुआ 18.73 करोड़ अधिक मुनाफा
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर 5500 रुपये मानक बोरे की दर से दी जा रही राशि
रायपुर | हरा सोना के नाम से ख्यात तेंदूपत्ता का संग्रहण ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के अतिरिक्त आय का स्त्रोत है। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर तेंदूपत्ता का संग्रहण लघु वनोपज के रूप में किया जाता है। 12 लाख से अधिक ग्रामीण इस कार्य से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य के तेन्दूपत्ता संग्राहकों को अब 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से भुगतान किया जा रहा है। जिससे संग्राहकों को पहले के 4 हजार प्रति मानक बोरा की तुलना में 15 सौ रुपए अधिक मिल रहे है, इससे संग्राहकों को तेंदूपत्ता संग्रहण से होने वाली आय बढ़ी है।
रायगढ़ जिले में 98 हजार 977 संग्राहकों को 68 करोड़ 68 लाख 11 हजार 180 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। बढ़ी दरों के लिहाज से जिले के संग्राहकों को 18.73 करोड़ रुपए का ज्यादा मुनाफा मिला है। जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित, रायगढ़ एवं धरमजयगढ़ के प्रबंध संचालक ने बताया कि रायगढ़ जिला अंतर्गत दो जिला वनोपज सहकारी यूनियन रायगढ़ एवं धरमजयगढ़ में वर्ष 2024 तेन्दूपत्ता सीजन में 112 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के 94 लॉट निर्धारित है।
जिले में संग्रहण हेतु 747 संग्रहण केन्द्र में संग्रहण कार्य हेतु 1 लाख 40 हजार 600 मानक बोरा का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें तेन्दूपत्ता संग्रहण लक्ष्य के विरूद्ध 1 लाख 24 हजार 874.760 मानक बोरा संग्रहण किया गया है। इस वर्ष संग्रहण की दर 5500 रुपये प्रति मानक बोरा (550 रुपये प्रति सौ गड्डी) निर्धारित है।
गेरवानी समिति फड़ सराईपाली के अमृत लाल अगरिया एवं उनकी पत्नी पुना अगरिया ने बताया कि सीजन में उन्होंने 3640 तेन्दूपत्ता गड्डी तोड़कर उसका विक्रय किया था, जिससे उन्हें 20 हजार 20 रुपये का लाभ प्राप्त हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस संवेदनशील निर्णय से हम संग्राहकों को पहले से ज्यादा राशि मिल रही है, जो हमारे लिए अतिरिक्त आय का आधार बन रहा है।
इसी तरह गेरवानी समिति फड़ गौरमुड़ी के नथीराम एवं उनकी पत्नी सुखमनी ने बताया कि उन्होंने 3420 तेन्दूपत्ता गड्डी तोड़कर उसका विक्रय किया था, जिससे उन्हें 18 हजार 810 रुपये का लाभ प्राप्त हुआ था। प्राप्त रूपये से उन्होंने बरसात में होनी वाली परेशानी को देखते हुए खप्पर वाला घर के छत की मरम्मत कराकर उसमें एस्बेस्टस की छत डलवाए हैं और डोली खेत में भी राशि खर्च की है।
पॉवर कंपनी में अनामिका मण्डावी को प्रकाशन अधिकारी का वेतनमान
पंडित प्रदीप मिश्रा की श्री शिव महापुराण कथा की तैयारी युद्धस्तर पर : ग्राम गनौद मे
12 से 16 अगस्त तक होगा आयोजन
रायपुर | शिवभक्ति के लिए पवित्र ” सावन” का माह एक विशेष स्थान रखता है, शास्त्रों में उल्लेख है कि इस माह मे देवाधिदेव महादेव की अराधना, उपासना, पूजा – अनुष्ठान, जलाभिषेक, जप-तप के व्दारा मनुष्य, महादेव को प्रसन्न कर अपने जीवन मे मनवांछित मनोकामनाएं पा सकता है। इस मान्यता के चलते पुरे देश में यह पवित्र – पावन माह, शिवभक्ति का माह कहलाता है। दुर-दुर से लोग सैंकड़ों – हजारो किलोमीटर पैदल कांवड़ यात्रा कर देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक कर भक्ति जीवन पथ मे आनंद, उत्साह, सुख – शांति प्राप्त |
इस माह मे देवाधिदेव महादेव की अराधना, उपासना, पूजा – अनुष्ठान, जलाभिषेक, जप-तप के व्दारा मनुष्य, महादेव को प्रसन्न कर अपने जीवन मे मनवांछित मनोकामनाएं पा सकता है। इस मान्यता के चलते पुरे देश में यह पवित्र – पावन माह, शिवभक्ति का माह कहलाता है। दुर-दुर से लोग सैंकड़ों – हजारो किलोमीटर पैदल कांवड़ यात्रा कर देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक कर भक्ति जीवन पथ मे आनंद, उत्साह, सुख – शांति प्राप्त करते हैं। ऐसे ही पवित्र – पावन माह सावन मे इन दिनों अंचल के ग्राम गनौद मे चल रहे शिवमहापुराण की तैयारी को लेकर चौक-चौराहा,होटल,ठेला,सेलुन,आदि सब जगह जोरों की चर्चा है। उक्त कथा यहाँ 12 से 16 अगस्त तक चलेगा. विदित हो कि ग्राम गनौद मे अन्तरराष्ट्रीय कथा वाचक भागवतभूषण प्रदीप मिश्रा जी के शिवमहापुराण कथा के मुख्य आयोजक राकेश देवांगन ,शंभू सेवा समिति,ग्राम गनौद के सरपंच,उपसरपंच,भूतपूर्व सरपंच,गांव के जनप्रतिनिधीगण, गनौद गांव और आसपास के गांव के शिवभक्त परिवार आयोजन की तैयारी को लेकर दिन-रात युद्धस्तर पर डटे हुए हैं। राकेश देवांगन एवं गनौद ग्राम पंचायत के सरपंच , उपसरपंच तथा शंभू सेवा समिति के पदाधिकारियों ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि गांव मे लगभग चालीस – पचास एकड़ के खुले समतल मैदान है जहां भव्य शिवमहापुराण को लेकर तैयारियां की जा रही है। कथा आयोजन को लेकर जिला प्रशासन से लिखित मे अनुमति प्राप्त कर लिया गया है। विशाल पण्डाल एवं डोम, लाईट आदि की मुकम्मल समुचित प्रबंध के लिए दिन-रात वर्कर लगे हुए हैं।
निशुल्क भोजन-प्रसादी भण्डारा,पार्किंग,आगमन – निर्गम,रोड-रास्ता,बैरिकेटस,बिजली,पानी,शौचालय,तमाम तरह की सुविधाओ को बहुत ही बारिकी से ध्यान में रखते हुए तैयारियां की जा रही है। राकेश देवांगन एवं उनका परिवार शुरू से शिवभक्ति के मार्ग पर है। राकेश और उनके परिवार के शिवभक्ति का ही परिणाम है कि उन्हे और उनकी समिति को अन्तरराष्ट्रीय कथा वाचक भागवतभूषण प्रदीप मिश्रा जी के इस शिवमहापुराण कथा आयोजन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। राकेश देवांगन के विषय में कुछ गलतफहमी एवं अफवाहें असामाजिक तत्वों के व्दारा फैलायी गयी थी जो कि पूर्णतया असत्य साबित हो रहा है। राकेश देवांगन ने आगे बताया कि वह आरोपो से कभी विचलित नही हुए.ईर्ष्यावश फैलायी गयी बातो के लिए, देवांगन कहते हैं कि भगवान देवाधिदेव महादेव संबंधितों को सद्बुद्धि प्रदान करे और उनका जीवन भी सुख – समृद्धि से भरा रहे और महादेव की भक्ति मार्ग की ओर प्रशस्त होकर अपने जीवन को धन्य बनाये। देवांगन जी एवं तमाम आयोजकों ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि बरसात के मौसम को ध्यान मे रखते हुए हरसंभव आवश्यक तैयारियाँ की जा रही है। हजारों की संख्या मे वालंटियरर्स एवं सेवादारो की लिस्टिंग कर उनका पहचान पत्र जारी करने का काम भी पूर्णत: की ओर है। सावन के महिना के आधार पर एक अनुमान के मुताबिक लगभग पांच से सात लाख शिवभक्त इस भक्तिमय आयोजन मे शिवभक्ति की मंदाकिनी मे गोता लगाने आयेंगे। जिस मे किसी भी प्रकार की परेशानी किसी को न हो इसके लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं।
राज्यपाल हरिचंदन ने किया छत्तीसगढ़ रेडक्रॉस इकाई की स्मारिका का विमोचन
रायपुर | राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने आज राजभवन में रेडक्रॉस समिति छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा प्रकाशित वर्ष 2023-24 की स्मारिका का विमोचन किया।
इस अवसर पर रेडक्रॉस समिति छत्तीसगढ़ के मुख्यकार्यपालन अधिकारी एम.के.राउत ने संस्था के राज्य संरक्षक राज्यपाल हरिचंदन के कार्यकाल के दौरान रेडक्रॉस की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रेडक्रॉस द्वारा संचालित ब्लड बैंक को अत्याधुनिक बनाने के लिए सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस निर्माण के लिए राज्यपाल ने स्वेच्छानुदान मद से 72 लाख रूपए प्रदान किए। राज्यपाल के निर्देश पर आकस्मिक स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए शासकीय चिकित्सकों को प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। उनके द्वारा राज्य के सभी जिलों में गांव-गांव में प्राथमिक चिकित्सा सहायता का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
हरिचंदन की पहल पर विभिन्न औद्योगिक संस्थानों द्वारा अपने कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सी.एस.आर.) मद से 50 लाख की राशि रेडक्रॉस को प्रदान की गई है। साथ ही केन्द्र सरकार की संस्था ग्रामीण विद्युत कॉर्पोरेशन द्वारा 4 करोड़ 83 लाख की लागत के चार मेडिकल मोबाईल यूनिट (एम्बुलेेंस) आदिवासी क्षेत्रों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। रेडक्रॉस समिति के पदाधिकारियों ने इसके लिए हरिचंदन का आभार माना। संस्था की ओर से राज्यपाल को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रेडक्रॉस समिति छत्तीसगढ़ के चेयरमेन अशोक अग्रवाल, सचिव डॉ. रूपल पुरोहित, डॉ.एस.एन पाण्डेय एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
नई शिक्षा नीति में छठवीं कक्षा से बच्चों को दी जाएगी व्यावसायिक शिक्षा : स्वरोजगार के बढ़ेंगे अवसर
अगले सत्र 2025-26 से होगा लागू व्यावसायिक शिक्षा
अभी नौवीं से होती है व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई
व्यावसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रम बनाने में जुटा SCERT
रायपुर | स्कूल शिक्षा विभाग भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को चरणबद्ध तरीके से लागू कर रहा है। इसके तहत बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं। स्कूलों में अब व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई छठवीं कक्षा से शुरू होगी। इससे स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
अभी तक नौवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई शुरू होती है। छठवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई अगले सत्र यानी 2025-26 से शुरू हो जाएगी। एनईपी के तहत सभी कक्षाओं का पाठ्यक्रम पूरी तरह से बदल जाएगा। इन कक्षाओं में नई किताबें पढ़ाई जाएंगी। राज्य स्तरीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) पाठ्यक्रम बनाने में जुट गया है।
जानकारी के अनुसार, शुरुआत में चार कक्षाओं का पाठ्यक्रम बनाया जा रहा है। इसमें पहली, दूसरी, तीसरी और छठवीं कक्षा शामिल है। अगले सत्र से इन कक्षाओं में पूर्ण रूप से एनईपी के तहत पढ़ाई शुरू हो जाएगी। अन्य कक्षाओं के लिए भी पाठ्यक्रम बनाने के लिए कमेटी बनाई जा चुकी है।
छठवीं कक्षा से ही व्यावसायिक शिक्षा देने से छात्रों में स्वरोजगार से जुड़ने की भावना जागृत होगी। विशेषज्ञों ने कहा कि अभी बहुत सारे कार्य ऐसे हैं, जिन्हें युवा शहर में जाकर तो करते हैं, लेकिन अपने गांव, घर में नहीं करते। स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई करने से युवाओं के मन में शुरू से ही खुद का काम, व्यवसाय शुरू करने की इच्छा जागृत होगी। तो वह नौकरी के पीछे नहीं भागेगा। खुद का रोजगार शुरू कर दूसरों को भी रोजगार देगा।
स्कूलों में अभी आइटी, हेल्थ केयर, आटोमोबाइल्स,रिटेल मैनेजमेंट,बैंकिंग,मीडिया एंड एंटरटेनमेंट,ब्यूटी एंड वेलनेस समेत अन्य आठ ट्रेड की पढ़ाई हो रही है। व्यावसायिक शिक्षा में कई अन्य ट्रेड की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। इसकी पढ़ाई करने के बाद युवा आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
स्कूलों में चरणबद्ध तरीके से एनईपी को लागू किया जा रहा है। इसी के तहत दो बार बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। अब पूरक की जगह माध्यमिक शिक्षा मंडल दो बार बोर्ड परीक्षा लेगा। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च और दूसरी परीक्षा जून-जुलाई में होगी। इसके अलावा स्कूलों में शनिवार को बैगलेस डे शुरू हो गया है। शनिवार को स्कूलों में पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियां कराई जाएगी।
एससीईआरटी के डायरेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा ने कहा,पहली,दूसरी,तीसरी और छठवीं कक्षाओं की नई किताबें बनाने का काम शुरू हो गया है। अगले सत्र से इन कक्षाओं में एनईपी के तहत तैयार हो रहे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई शुरू होगी। अन्य कक्षाओं के लिए भी कमेटी बनाई जा चुकी है।
सखी वन स्टॉप सेंटर पहुंची केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर... मन की बात में हुई शामिल
रायपुर। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर रविवार को सरगुजा जिले के प्रवास पर रहीं। छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी उनके साथ कार्यक्रमों में शामिल हुईं। केंद्रीय राज्य मंत्री ठाकुर ने आंगनबाड़ी केंद्रों और सखी वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया। ठाकुर ने अम्बिकापुर के पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात श्रवण कार्यक्रम में शामिल हुई। उन्होंने सबसे पहले सखी वन स्टॉप सेंटर दर्रीपारा का निरीक्षण कर महिलाओं के लिए आवश्यक सुविधाओं का जायजा लिया। अधिकारियों को महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से घर-परिवार से बिछड़े महिलाओं को उनके परिवार से मिलाने के लिए जरूरी पहल करने को कहा। संरक्षण अधिकारी ने बताया कि अब तक 315 परिवारों को जरूरी परामर्श देकर टूटने से बचाया गया है।
इसके बाद ठाकुर ने जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण किया तथा सुपोषण चौपाल लगाकर महिलाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं को पोषण के प्रति सजग रहने सलाह दी। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र इंदिरा नगर, नवापारा और बंगालीपारा का निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केंद्रों में गोदभराई कार्यक्रम में शामिल होकर गर्भवती महिलाओं का तिलक लगाकर विधिवत नारियल,चना, गुड़, फल, सब्जी, श्रृंगार सामग्री भेंटकर शुभकामनाएं देते हुए गोदभराई रस्म अदा की। उन्होंने बड़े दुलार के साथ बच्चों को खीर खिलाकर अन्न-प्राशन्न किया। नवापारा आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में आजीविका गतिविधियों का संचालन करने वाले स्व सहायता समूह की महिलाओं ने भी केंद्रीय राज्य मंत्री से मुलाकात की और समूह की आय बढ़ाने के संबंध में चर्चा की। इसी कड़ी में आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत वृक्षारोपण कर सभी को पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करते हुए पेड़ो की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी लेने कहा।
छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री राजवाड़े भी एक ‘‘पेड़ मां के नाम’’ वृक्षारोपण अभियान में हिस्सा लिया। आंगनबाड़ी केंद्र बंगालीपारा में उन्होंने उपस्थित महिलाओं को शासन की योजनाओं की जानकारी दी तथा योजनाओं का लाभ लेने प्रेरित किया। उन्होंने वहां पर उपस्थित महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्र भेजें। स्वयं भी केंद्र जाएं और देखें कि आंगनबाड़ी केंद्र समय पर खुले तथा केंद्र में स्वच्छता भी बनी रहे। बच्चों का बेहतर विकास सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है। अपनी सक्रिय सहभागिता से शासन और प्रशासन को सहयोग करें। इसके बाद पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात श्रवण कार्यक्रम में शामिल हुई। इस अवसर पर विधायक अंबिकापुर राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, कलेक्टर विलास भोसकर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं विभिन्न विभागों के स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
लोक परीक्षा अनुचित साधन निवारण अधिनियम पर आयोजित हुई कार्यशाला
छत्तीसगढ़ में इस कानून का लागू करने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने लिखा शासन को पत्र
रायपुर | छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, नवा रायपुर अटल नगर में शुक्रवार को लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) अधिनियम, 2024 (द पब्लिक एक्जामिनेशन, प्रीवेंशन ऑफ अनफेयर मींस, एक्ट 2024) पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में केन्द्र सरकार द्वारा पारित नये कानून के प्रावधानों के संदर्भ में आयोग के पैनल अधिवक्ता डॉ. सुदीप अग्रवाल, अधिवक्ता उच्च न्यायालय द्वारा उक्त कानून के संबंध में व्याख्यान दिया गया। विदित हो कि उक्त कानून 21 जून 2024 से भारत सरकार द्वारा लागू किया गया है, जिसके तारतम्य में उत्तरप्रदेश तथा बिहार सरकार द्वारा भी इस कानून को राज्य की परीक्षाओं में लागू करने का अध्यादेश पारित किया गया है।
छत्तीसगढ़ राज्य में इस कानून को लागू करने के लिए लोक सेवा आयोग द्वारा शासन को पत्र प्रेषित किया गया है। कार्यशाला में आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण वर्मा, सदस्य डॉ. सरिता उईके, सदस्य संतकुमार नेताम एवं आयोग के सचिव पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, विधिक सलाहकार सुधीर कुमार, परीक्षा नियंत्रक लीना कोसम एवं विधि अधिकारी अपूर्व श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया : जैवलिन थ्रो खिलाड़ी के प्रतिभा के हुए कायल
सरगुजा के विजय यादव ने 68 मीटर भाला फेककर दिखाया दम
केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने छत्तीसगढ़ के खेल प्रतिभाओं को सराहा
प्रशिक्षणरत् खिलाड़ियों के बीच पहुंचे केन्द्रीय खेल मंत्री डॉ. मांडविया
रायपुर | केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने छत्तीसगढ़ के जैवलिन थ्रो के 16 वर्षीय खिलाड़ी विजय यादव की तारीफ की और ओलंपियन नीरज चोपड़ा से प्रेरणा लेने कहा। उन्होंने यादव को शाबासी देते हुए कहा कि इतने कम उम्र में यह उम्दा प्रदर्शन है। सरगुजा जिले के इस खिलाड़ी ने 68 मीटर से अधिक की लंबी दूरी तक भाला फेंककर अपना दम दिखाया। केन्द्रीय खेल मंत्री राजधानी रायपुर के कोटा स्थित स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में खिलाड़ियों से मुलाकात करने पहुंचे थे।
केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मांडविया ने छत्तीसगढ़ की महिला फुटबॉलर किरण पिस्दा का भी उत्साहवर्धन किया। किरण ने क्रोएशिया के फर्स्ट क्लास टीम डब्ल्यूएफसी डिनामो जाग्रेब की ओर से प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर यूरोपियन फुटबॉल प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी है। पिछले पांच वर्षों से वह रायपुर फुटबाल अकादमी ट्रेनिंग ले रही थी। किरण केरला बालस्टर्स वुमन और सेतु एफसी के लिए भी खेल चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारी देश की बेटिया इसी तरह खेल का प्रदर्शन कर देश का नाम रौशन करेंगे।
केन्द्रीय खेल मंत्री ने खेलों इंडिया लघु केंद्र में वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ियों से मुलाकात की और खेलों में उनके प्रदर्शन को सराहा। राज्य के अलग-अलग जिलों से खेल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका मनोबल बढ़ाते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। तीरंदाजी, फुटबॉल, एथलेक्टिक्स के खिलाड़ियों को भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। कृषि मंत्री रामविचार नेताम, खेल मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक सुशांत शुक्ला, खेल सचिव हिमशिखर गुप्ता, नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा व खेल संचालक तनुजा सलाम और बड़ी संख्या में खिलाड़ी भी उपस्थित थे।
रक्षाबंधन स्पेशल,, रायपुर व्यापार मेला 1 से 4 अगस्त तक राजधानी रायपुर में
रोटरी क्लब ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत एम्स परिसर में रोपे पौधे
हसदेव अरण्य में पर्यावरण क्षरण पर लोकसभा में हुई चर्चा : वन विभाग ने 50 लाख से अधिक वृक्षारोपण की दी जानकारी
रायपुर | छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में पर्यावरण क्षरण के संबंध में लोकसभा प्रश्न के उत्तर में प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में वन महानिरीक्षक (वन्यजीव प्रभाग) को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की है | जिसमें साल 2023 तक, परसा ईस्ट केते बासेन कोयला खदान में खनन के लिए प्रतिपूरक उपायों के रूप में, वनीकरण, खदान सुधार और स्थानांतरण प्रयासों के लिए कुल 53,40,586 पेड़ लगाए गए हैं | इन नए लगाए गए पेड़ों में से लगभग 40,97,395 जीवित पेड़ हैं. वहीं खनन के लिए 94,460 पेड़ों का विदोहन किया गया है।
आम आदमी पार्टी के पंजाब के सांसद संदीप कुमार पाठक द्वारा उठाए गए प्रश्न में हसदेव अरण्य में पर्यावरणीय प्रभाव के कई पहलुओं पर जानकारी मांगी गई थी | जिसके जवाब में भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा लिखित में जवाब प्रस्तुत किया | जिसमें बताया गया कि हसदेव अरण्य कोयला क्षेत्रों पर अलग से कोई अध्ययन नहीं किया है. हालांकि, राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ एंड सीसी) के निर्देशों के बाद, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई) ने भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के साथ मिलकर जैव विविधता मूल्यांकन अध्ययन किया और सरकार को रिपोर्ट सौंपी गई | इस रिपोर्ट में खनन गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की सिफारिश नहीं की गई है।
वहीं इस क्षेत्र में चल रही खनन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए आने वाले कई वर्षों में अनुमानित 2,73,757 पेड़ों का विदोहन किये जाने की उम्मीद है. इस जानकारी का उद्देश्य पर्यावरण संबंधी चिंताओं तथा हसदेव अरण्य में शमन और पुनरुद्धार की दिशा में उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालना है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम (आरआरवीयूएनएल) अपने बिजली उत्पादन संयंत्रों की कोयले की मांगों को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में तीन उपयुक्त कोयला खदानों का मालिक है | आरआरवीयूएनएल पहले से ही परसा ईस्ट कांता बासन ब्लॉक का संचालन कर रहा है और औद्योगीकरण और नौकरियों से वंचित इस जिले में करीब 10,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा किए हैं | राजस्थान सरकार का निगम छत्तीसगढ़ सरकार को 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के कर, रॉयल्टी और अन्य शुल्क भी देता है। आरआरवीयूएनएल द्वारा अपने दो अन्य परसा और केते एक्सटेंशन ब्लॉकों का संचालन शुरू करने के बाद यह संख्या दोगुनी होने की संभावना है | लगातार चार वर्षों से कोयला मंत्रालय से पांच सितारा रेटिंग के साथ, पीईकेबी ब्लॉक न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि भारत में एक मॉडल खदान के रूप में उभरा है | अंग्रेजी माध्यम सीबीएसई स्कूल, अदाणी विद्या मंदिर ने भी एक अनूठा मॉडल विकसित किया है, जहां छात्रों की माताएं 1,000 से अधिक छात्रों के लिए नाश्ता और दोपहर का भोजन बनाती हैं और उन्हें मुफ्त शिक्षा, परिवहन, स्टेशनरी, यूनिफॉर्म और कई अन्य सुविधाएं प्रदान करती हैं।
छत्तीसगढ़ सुरक्षा बलों की भर्ती में मिलेगा आरक्षण : अग्निवीरों के लिए मुख्यमंत्री साय ने की बड़ी घोषणा
आरक्षक, वनरक्षक, जेल प्रहरी की नियुक्तियों में प्राथमिकता
छत्तीसगढ़ से 870 अभ्यर्थी अब तक बन चुके हैं अग्निवीर
5,532 युवा जांजगीर-चांपा की रैली में हुए थे शामिल
रायपुर | कारगिल विजय दिवस के मौके पर राज्य की साय सरकार ने अग्निवीरों के लिए बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विधानसभा में घोषणा की कि राज्य के अग्निवीर जब सेवा के बाद वापस आएंगे तो, उन्हें राज्य की पुलिस सेवा में आरक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस आरक्षक, वनरक्षक, जेल प्रहरी की भर्ती में अग्निवीरों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। उनके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश राज्य सरकार शीघ्र ही जारी करेगी।
प्रदेश से अब तक 870 अभ्यर्थी अग्निवीर बन चुके हैं। दिसंबर 2023 में जांजगीर-चांपा में भर्ती हुई थी। इसमें 5,532 युवा शामिल हुए थे। इसमें इनका चयन जीडी आरक्षक, तकनीकी, ट्रेड्समैन के लिए हुआ था।
अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष के हमलों के बीच छत्तीसगढ़ के साथ ही भाजपा शासित पांच अन्य राज्यों ने भी अग्निवीरों के शौर्य का सम्मान करते हुए उन्हें अपने यहां निकलने वाली भर्तियों में विशेष प्राथमिकता देने की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आरक्षण देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने कहा कि पुलिस के साथ ही सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण दिया जाएगा। हालांकि यह कितना होगा इस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस विभाग की विभिन्न भर्तियों के साथ ही पीएसी की भर्ती में भी आरक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आरक्षण देने के लिए जल्द ही राज्य सरकार अधिनियम लाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि उनकी सरकार सशस्त्र पुलिस के साथ-साथ राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपी) की भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देगी।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि राज्य की सेवाओं में अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण देंगे। इसके साथ ही आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट रहेगी।
16 जून 2022 को केंद्र सरकार अग्निपथ योजना लाई थी। इसमें वर्ष में दो बार रैली के जरिये थल सेना, जल सेना और वायु सेना में चार वर्ष के लिए जवानों को भर्ती किया जाता है। चार वर्ष बाद कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाती है।
इसमें मेरिट में आने वाले 25 प्रतिशत जवानों को आगे भी नियमित रखा जाता है बाकी की सेवाएं खत्म कर दी जाती हैं। अग्निवीर बनने के लिए 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक की आयु होना आवश्यक है। 10वीं पास होना जरूरी है। अग्निवीरों को 12वीं के समकक्ष शिक्षा का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
जशपुर को पर्यटन नक्शे में शामिल करने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की बड़ी पहल
प्रसिद्व पर्यटन स्थल मयाली नेचर कैम्प स्वदेश दर्शन योजना में शामिल
विकास के लिए दस करोड़ रूपये की मिली स्वीकृति
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल से जिले के प्रसिद्व प्राकृतिक व धार्मिक पर्यटन स्थल मयाली को पर्यटन विभाग ने स्वदेश दर्शन योजना के दूसरे चरण में शामिल कर लिया है। इस योजना में शामिल हो जाने से पर्यटन स्थल में बुनियादी सुविधाओं का विकास तेजी से हो सकेगा। साथ ही इसके प्रचार प्रसार होने से यहां पर्यटकों की हलचल बढ़ने की संभावना भी है।
उल्लेखनीय है कि मयाली नेचर केैम्प,जिले के कुनकुरी ब्लाक में चराईडांड़ बगीचा स्टेट हाईवे में स्थित है। बेलसोंगा डेम और एशिया की सबसे उंचा शिवलिंग माना जाने वाला मधेश्वर पहाड़ का विहंगम मनमोहक दृश्य पर्यटकों को घंटों समय व्यतीत करने का अवसर देता है। वनविभाग ने इस स्थल पर पर्यटकों की सुविधा के लिए टेंट की व्यवस्था भी की है। इन टेंट हाउस में डेम के किनारे,हरियाली से भरे हुए प्राकृतिक स्थल पर रात्रि विश्राम का परिवार के साथ आनंद उठाने के लिए भारी संख्या में पर्यटक जुटते हैं। विशेष कर विकेंड के दिनों में यहां पर्यटकों की हलचल अधिक रहती है। पर्यटकों को मयाली नेचर कैंप में बोटिंग का आनंद उठाने की सुविधा भी दी गई है। इसके लिए गाइड के साथ सुरक्षा के सभी इंतजाम किये गए हैं। राज्य सरकार के सहयोग से मयाली नेचर कैम्प में कैकट्स गार्डन का विकास भी किया जा रहा है। इस विशेष गार्डन में देश भर में पाएं जाने वाले कैक्ट्स की प्रजातियों को समेटा गया है ताकि युवा पीढ़ी कैम्टस से भली भांति परिचित हो सके। इसका एक उद्देश्य लोगों को बायोडायर्वसिटी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है।
स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मयाली के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। इसके लिए जिला स्तरीय संचालन समिति का गठन करते हुए,विकास के लिए एक्शन प्लान और डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया गया है।