रायपुर
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने सभी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) की बैठक ली
रायपुर | डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने रविवार को राजधानी में प्रदेश के सभी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) की बैठक ली। इसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की जिलेवार समीक्षा की गई।
डिप्टी सीएम शर्मा ने सभी सीईओ से कहा, शासन की सभी योजनाएं धरातल पर दिखाई दें और निचले स्तर तक पहुंचे। कोई भी हितग्राही योजनाओं से वंचित न रहे। डिप्टी सीएम ने प्रत्येक जिले के स्वीकृत, पूर्ण और अपूर्ण आवासों की स्थिति की जानकारी ली और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण कार्यों में तेजी लाने को कहा।
उन्होंने कहा, कार्ययोजना बनाकर इन्हें समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाए। भविष्य में बड़ी संख्या में आवासों की स्वीकृति की संभावना है, इसके लिए पहले से तैयारी रखें। डिप्टी सीएम ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत चल रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने मानव दिवस सृजन की उपलब्धि और लक्ष्य के विरुद्ध प्राप्त प्रगति की जानकारी ली।
जोहार तिरंगा : 13 अगस्त को इंडोर स्टेडियम रायपुर में कैलाश खेर की शानदार प्रस्तुति
कैलाश खेर एवं साथियों द्वारा संस्कृति एवं देशभक्ति पर आधारित गीतों की होगी प्रस्तुति
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कार्यक्रम में होंगे शामिल
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हर घर तिरंगा अभियान के तहत 13 अगस्त को रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित इंडोर स्टेडियम में जोहार तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संध्या 6 बजे से शुरू होगा।
इस अवसर पर देश के जाने माने गायक कैलाश खेर एवं साथियों द्वारा संस्कृति एवं देशभक्ति पर आधारित गीतों की सुमधुर प्रस्तुति दी जाएगी।
जोहार तिरंगा कार्यक्रम के भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग के विशेष सहयोग से किया जा रहा है। 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत आयोजित यह कार्यक्रम न केवल देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करेगा बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करेगा।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा कावड़ियों के बीच पहुँचे अमरकंटक.. कावड़ियों के साथ किया भोजन
अमरकंटक से डोंगरिया और पंचमुखी बुढ़ा महादेव से भोरमदेव मंदिर तक गुंज रहा है हर-हर महादेव
उपमुख्यमंत्री शर्मा के निर्देश पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कांवड़ियों को दी जा रही है मूलभूत और बुनियादी सुविधाएं
पवित्र सावन माह के प्रांरभ से लेकर अब तक 2 लाख से अधिक कांवरियों ने किया शिव का दर्शन और जलाभिषेक
अमरकंटक से लेकर भोरमदेव तक जगह-जगह कावंड़ियों के लिए मरहम पट्टी की व्यवस्था
पवित्र सावन माह के प्रांरभ से लेकर अब तक 2 लाख से अधिक कांवरियों ने किया शिव का दर्शन और जलाभिषेक
रायपुर | पवित्र श्रावण माह का कल चौथा सोमवार है। बीते इस पूरे माह में छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले से लेकर मध्यप्रदेश की अमरकंटक तक बोल-बम, बम-बोल और हर-हर महादेव का गुंजायमान होने लगा है। ऐसी ही नजारा पड़ोंसी जिले बेमेतरा, मुंगेली और राजानांदगांव के सरहदी क्षेत्रों से आने वाले पदयात्रियों और कांवड़ियो में उत्साह और उमंग देखने को मिल रहा है। इस बार अमरकंटक से मां नर्मदा की जल लाने वाले कांवड़ियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। कांवड़ियो की बढ़ती संख्या को देखते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पहल एवं निर्देश पर ज़िला बोल बम समन्वय समिति और कबीरधाम जिला प्रशासन द्वारा कांवडियों की मूलभूत सुविधाओं, जैसे उनके ठहरने की व्यवस्था, उनके प्राथमिक स्वास्थ्य की व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत सुविधा प्रदान किया जा रहा हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पहल एवं निर्देश पर ज़िला बोल बम समन्वय समिति के सदस्य पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल ठाकुर, दौवा गुप्ता, सुधीर केशरवानी, निशांत झा अमरकंटक से लेकर कबीरधाम जिले में सावन मास में आने वाले श्रद्धालु और कांवरियों को मुलभूत सुविधाएं देने के लिए लगे हुए है। ज़िला बोल बम समन्वय समिति के सदस्यों ने बताया कि उपमुख्यमंत्री शर्मा के निर्देश पर अमरकंट से आने वाले कांवरियों के विश्राम के लिए 20 से अधिक स्थानों में विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कवर्धा के ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर के सपीम अलग अलग समाजिक भवन व विशेष वाटर फ्रुप टेंट लगाकर विश्राम शिविर बनाई गई है। श्रद्धालु और कावरियों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए ज़िला बोल बम समन्वय समिति, जिला प्रशासन के पूरा अमला, कोटवार से लेकर प्रशासनिक अधिकारी, नगरीय निकायों के अमले और अन्य सुविधाएं सहित पुलिस के जवान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बनाने में लगे हुए है। अंमरकंटक से लेकर भोरमदेव मंदिर पहुंच तक मार्ग में 15 से अधिक स्थानों पर स्वास्थ शिविर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जलेश्वर महादेव डोंगरिया, कवर्धा स्थित पंचमुखी बुढ़ा महादेव मंदिर और भोरमदेव मंदिर के समीप स्वास्थ्य शिविर लगाई जा रही है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम स्टॉप नर्स से लेकर ड्रेसर और चिकित्सकों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा इस मार्ग में आने वाले सभी स्वास्थ्य केन्द्रों श्रद्धालु एवं कांवरियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा की नगरानी में कांवड़ियों, श्रद्धालुओं के लिए मृत्युंजय आश्रम में विशेष व्यवस्था बनाई गई है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पहल पर पवित्र श्रावण मास में अमरकंटक से कवर्धा जलाभिषेक करने वाले कांवड़ियों और श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन मृत्युंजय आश्रम में निःशुल्क ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जा रही हैं। इस भोजन में कांवरियों के लिए दाल-भात-सब्जी से लेकर मीठा जैसे खीर, पुड़ी व हलवे भी निःशुल्क दी जा रही है।
कबीरधाम कवर्धा का नाम जुबां पर आते ही बाबा भोरमदेव मंदिर की प्रतिबिम्ब दिखाई देती है। मैकल पर्वत के तलटली पर पहाड़ियां से घिरा हुआ बाबा भोरमदेव मंदिर का शिवालय वैसे तो पूरे साल भर हर-हर महादेव से गुंजायमान रहता है। लेकिन पवित्र सावन माह का प्रारंभ होते ही यहां पहले सोमवार से हजारों भक्तों और कांवरियों का आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। सावन मास के तीन सोमवार से अब तक बाबा भोरमदेव मंदिर में लगभग 02 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का आगमन हो चुका है। वहीं हजारों कांवरियों द्वारा बाबा भोरमदेव मंदिर के गर्भ गृह में विराजित शिव लिंग का जलाभिषेक किया जा चुका है। कवर्धा के अलग-अलग बोलबम समिति के कांवरियों द्वारा मध्यप्रदेश के अमरकंटक से मां नर्मदा नदी की पवित्र जल कांवर में लेकर 180 किलोमीटर की जंगल-पहाड़ियों और पथरीलि रास्तों से होते हुए पदयात्रा करते हुए कबीरधाम जिले के हनुमंत खोल से गुजरकर जिले के जलेश्वर महोदव में प्रथम आगमन होता है। यहां हजारों की संख्या में प्रतिवर्ष कावरियों द्वारा जलेश्वर महादेव में जलाभिषेक की जाती है। बोल-बम पदयात्रियों का अगला पड़ाव कवर्धा से 18 किलोमीटर दूर बाबा भोरमदेव मंदिर तक होती है।इसके बाद पदयात्रा करते हुए कवर्धा के प्राचीन पंचमुखी बुढ़ामहोदव पहुंचकर श्रद्धापूर्वक शिव लिंग में जलाभिषेक और पूजा अर्चना की जाती है। यहां हजारों की संख्या में काविरयों द्वारा मां नर्मदा नदी की जल से बाबा भोरमदेव मंदिर में विजारित शिव जी का जलाभिषेक किया जाता है।
बस्तर के हरा सोना संग्राहकों को बैंक मित्र एवं बैंक सखियों से सीधे मिल रही पारिश्रमिक राशि
तेंदूपत्ता सीजन 2024 में 36 हजार से अधिक संग्राहकों को 12 करोड़ रुपए से ज्यादा पारिश्रमिक राशि का हुआ भुगतान
रायपुर | छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता को हरा सोना माना जाता है, जो वनांचल के संग्राहकों की अतिरिक्त आय का मुख्य जरिया है। गर्मी के दिनों में जब ग्रामीणों के पास न तो खेतों में काम होता है और न ही घर में कुछ काम, तब इसी तेंदूपत्ता यानी हरा सोना का संग्रहण उन्हें मेहनत एवं संग्रहण के आधार पर भरपूर पारिश्रमिक देता है। वनांचल में रहने वाले ग्रामीणों के लिये तेंदूपत्ता के प्रति मानक बोरा की दर में हुई वृद्धि भी खुशियां जगा दी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा तेंदूपत्ता का प्रति मानक बोरा राशि 5500 रुपए किए जाने के बाद संग्राहकों में अपार खुशी है। वहीं तेंदूपत्ता संग्राहकों को तेंदूपत्ता पारिश्रमिक राशि स्थानीय स्तर पर बैंक सखियों के माध्यम से भुगतान होने के फलस्वरूप विशेषकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के संग्राहकों को बहुत सहूलियत हो रही है। बस्तर जिले के अंदरूनी ईलाके के संग्राहकों को तेंदूपत्ता पारिश्रमिक राशि का भुगतान बैंक मित्र और बैंक सखियों के माध्यम से किया जा रहा है। बस्तर में तेंदूपत्ता सीजन 2024 में संग्रहित तेंदूपत्ता का 36 हजार 229 संग्राहकों को 12 करोड़ 43 लाख 95 हजार 749 रुपए पारिश्रमिक राशि अपने गांव के बैंक मित्र एवं बैंक सखियों द्वारा भुगतान की गयी है।
बैंक मित्र पखनार रामो कुंजाम ने बताया कि वह ईलाके के 05 ग्राम पंचायतों के 250 से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्राहकों को तेंदूपत्ता पारिश्रमिक राशि का भुगतान कर चुके हैं। वहीं लोहण्डीगुड़ा ब्लॉक के कस्तूरपाल के बैंक मित्र सामू कश्यप ने 50 से अधिक संग्राहकों तथा बस्तर विकासखण्ड के भानपुरी की बैंक सखी जमुना ठाकुर ने 56 से ज्यादा संग्राहकों को भुगतान किया है। वहीं बकावंड ब्लॉक के डिमरापाल की बैंक सखी तुलेश्वरी पटेल अब तक डिमरापाल एवं छिंदगांव के 90 से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहकों को डेढ़ लाख रुपए से ज्यादा का भुगतान कर चुकी हैं।
वनमंडलाधिकारी एवं प्रबंध संचालक जिला सहकारी यूनियन जगदलपुर उत्तम गुप्ता ने बताया कि जिले के सभी 07 विकासखण्डों के अंतर्गत 15 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के कुल 36 हजार 229 संग्राहकों को 12 करोड़ 43 लाख 95 हजार 749 रुपए पारिश्रमिक राशि अपने गांव के बैंक मित्र एवं बैंक सखियों से भुगतान किया जा रहा है। जिसके तहत लोहण्डीगुड़ा ब्लॉक के 13 ग्राम पंचायतों के 1947 संग्राहकों को 79 लाख 47 हजार 665 रुपए, तोकापाल विकासखण्ड के एक ग्राम पंचायत के 76 संग्राहकों को 03 लाख 36 हजार 193 रुपए,बास्तानार ब्लॉक के 22 ग्राम पंचायतों के 1831 संग्राहकों को 79 लाख 69 हजार 995 रुपए,बस्तर विकासखण्ड के 65 ग्राम पंचायतों के 10 हजार 78 संग्राहकों को 02 करोड़ 68 लाख 72 हजार 736 रुपए, दरभा ब्लॉक के 21 ग्राम पंचायतों के 1782 संग्राहकों को एक करोड़ 37 लाख 71 हजार 934 रुपए तथा बकावंड विकासखण्ड के 86 ग्राम पंचायतों के 16 हजार 510 संग्राहकों को 05 करोड़ 45 लाख 47 हजार 614 रुपए पारिश्रमिक राशि का भुगतान स्थानीय बैंक सखियों द्वारा किया जा रहा है। जिससे जहां ग्रामीण संग्राहकों को भुगतान प्राप्त करने में सुविधा हुई,वहीं इन बैंक सखियों को भी अच्छी कमीशन राशि मिली।
बलौदाबाजार जिला अस्पताल को मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अस्पताल प्रबंधन को दी बधाई
लगातार बेहतर हो रही सुविधाओं के लिए पुनः मिला सम्मान
रायपुर | बलौदाबाज़ार-भाटापारा जिला अस्पताल को एक बार पुनः राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र जारी हुआ है । छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अस्पताल को मिले इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। इस प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल में दी जा रही सेवाओं का तीन दिवसीय परीक्षण राष्ट्रीय स्तर से आई जाँच टीम ने किया था। इस टीम में भुवनेश्वर से डॉ. सुब्रज्योति राव, लखनऊ से डॉ. रूपेंद्र कुमार और दिल्ली से ऋतु नायर सम्मिलित रहे जिन्होंने अस्पताल के 15 विभागों का बहुत ही बारीकी से निरीक्षण किया तथा मार्किंग की। परीक्षण के बाद अंतिम रूप से जिला अस्पताल उक्त मानकों पर खरा उतरा और प्रमाण पत्र जारी हुआ। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र जिसे एन. क्यू. ए. एस. भी कहा जाता है,अस्पतालों में दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता जाँचने की भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा शुरू की गई मूल्यांकन व्यवस्था है। किसी संस्था को उक्त प्रमाण पत्र मिलना बेहतर होती सुविधा को प्रकट करता है।
जिला अस्पताल में इस एन. क्यू. ए. एस. के अंतर्गत परीक्षण के लिए 15 विभागों जैसे-आई पी डी,ओपीडी,आपातकाल, मैटरनिटी,लेबर,फार्मेसी,ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी,लैब,ओटी,एस एन सी यू आदि के 8 क्षेत्रों की जाँच की गई। इनमें सर्विस व्यवस्था मरीज के अधिकार, इनपुट,सपोर्ट सर्विस,क्लीनिकल सर्विस संक्रमण नियंत्रण तथा आउटकम जैसे क्षेत्र शामिल हैं। जिला अस्पताल को एन क्यू ए एस के साथ-साथ लक्ष्य प्राप्ति का भी प्रमाण पत्र हासिल हुआ है जो मातृ और शिशु स्वास्थ्य हेतु निर्धारित है। सीएमएचओ के अनुसार निरीक्षण के लिए आई टीम ने अस्पताल के कुछ विभाग जैसे विशेष नवजात देखभाल इकाई (एस एन सी यू),पोषण पुनर्वास केंद्र (एन आर सी) एवं आपातकालीन को सबसे अधिक सराहा है।गौरतलब है की जिला अस्पताल को इससे पूर्व भी इस हेतु यह प्रमाण पत्र मिल चुका है। नया प्रमाण पत्र यह प्रकट करता है कि यहां गुणवत्तापूर्ण सेवाओं में निरंतरता जारी है।
त्रिमूर्ति महिला समिति ने मनाया हरित श्रृंगार... खेले हाउजी गेम
रायपुर। सावन की महीना हो और महिलाएं हरित श्रृंगार न करें ऐसा हो ही नहीं सकता। त्रिमूर्त महिला समिति लाखेनगर ने भी सावन में हरित श्रृंगार मनाया। जिसमें समिति की महिलाओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। सभी ने हाउजी गेम खेले और सावन के गीत गाए। हरी साड़ी के साथ ड्रेस कोड में पहुंची महिलाओं ने सावन झूले का भी आनंद लिया।
समिति की अध्यक्ष गीताजंलि और सचिव कमल सावरकर ने बताया कि नाग पंचमी के अवसर पर समिति की ओर से हरित श्रृंगार का आयोजन किया गया। समिति की सभी महिलाएं हरी साड़ी के साथ ड्रेस कोड में पहुंची थी। महिलाओं ने सर्वप्रथम भगवान शिव की स्तुति की फिर सभी ने सावन के गीत गाए। नन्हा सा बच्चा भोलेनाथ बनकर आयोजन में पहुंचा था, जिसने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी।
कार्यक्रम में भोलेनाथ और राधाकृष्ण की वेशभूषा में पहुंची महिलाओं ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और इस दौरान महिलाओं का हरिहर मिलाप हुआ। इस दौरान मंजू वैष्णव, भारती भेलावे, प्रीति गहीर, सुधा शर्मा, बिजेश चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में समिती की महिलाएं उपस्थित थीं।
जल जीवन मिशन : घर में नल कनेक्शन से तोरनकट्टा एवं मनकी की महिलाएं खुश
महिलाओं को अब नहीं करनी पड़ती पानी के लिए अपनी बारी का इंतजार
ग्रामीणों ने राज्य सरकार का माना आभार
रायपुर | जल जीवन मिशन योजना के तहत् जिला राजनांदगांव के विकासखंड राजनांदगांव अंतर्गत ग्राम पंचायत तोरनकट्टा एवं उसके आश्रित ग्राम मनकी में शुद्ध पेयजल मिलने से अब ग्रामीणों की स्थिति पहले की अपेक्षा सुधरने लगी है। हर घर नल कनेक्शन लग जाने से अब महिलाओं को पहले की तरह नल के सामने लाईनें नहीं लगानी पड़ती है। इससे उनकी समय की बचत होती है। वहीं पर्याप्त शुद्ध पेयजल भी मिल रही है। तोरकट्टा ग्राम पंचायत के ग्रामीण अब खुश है, उनके गांव के हर घर में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो गयी है।
शासन की जनकल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन अंतर्गत हर घर-नल कनेक्शन से ग्राम की महिलाएं प्रसन्न है, अब उन्हें हैंडपंप के सामने लाइन नहीं लगानी पड़ती है। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा ग्राम तोरनकट्टा एवं मनकी में जल जीवन मिशन के तहत डिस्ट्रीब्यूशन 400-400 मीटर की पाइप लाइन बिछाकर दोनों ग्रामों के लगभग 304 परिवारों को नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। ग्राम तोरनकट्टा की सरपंच सेवती साहू ने बताया कि गांव के प्रत्येक घर में सभी को पानी मिल रहा है, जिससे पूरे गांव में खुशहाली का माहौल है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा एक सतत अभियान चलाकर शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। वार्ड नंबर 11 की तीरथ बाई और वार्ड नंबर 8 की प्रमिला साहू ने सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
उन्होंने बताया कि उन्हें पानी के लिए दूर-दूर तक जाना पड़ता था, पानी के लिए लम्बी लाइन लगाना, बोरिंग एवं कुंआ पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब जल जीवन मिशन से उन्हें घर पर ही नल के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पानी मिल रहा है, जिससे उनके समय की बचत भी हो रही है। पेय जल प्रबंधन से जुड़ी सदस्य सीता बाई ने बताया कि हर 3 महीने में जल वाहिनियों द्वारा जल की शुद्धता का परीक्षण एफटीके किट के माध्यम से किया जाता है, ताकि सभी को गुणवत्ता युक्त पेयजल प्राप्त हो सके। स्कूली छात्रा पल्लवी यादव ने कहा कि पहले पानी की समस्या की वजह से स्कूल जाने में देरी होने के साथ ही घर के बाकि कामों में भी देरी होती थी। एक महिला के समय के साथ-साथ उनके पूरे घर वालों के समय का नुकसान होता था, किन्तु योजना के आने के बाद उन सभी के काम समय से पूरे हो रहे है। जिसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
राज्य के 160 आईटीआई होंगे अपग्रेड... स्थानीय उद्योगों की मांग के मुताबिक मिलेगा प्रशिक्षण
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए राज्य के 160 आईटीआई को मॉडल आईटीआई के रूप में उन्नयन किया जा रहा है। इसके लिए रोजगार एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा 484 करोड़ 22 लाख रुपये की स्वीकृति जारी की गई है। मॉडल आइटीआई में उन्नयन के पश्चात युवाओं को स्थानीय उद्योगों की मांग के मुताबिक प्रशिक्षण मिल सकेगा।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने मॉडल आईटीआई में उन्नयन को राज्य के युवाओं के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप राज्य के आईटीआई को मॉडल आईटीआई में अपग्रेड करने की योजना तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि योजना के पहले चरण में प्रदेश के 160 आईटीआई के लिए 484.22 करोड़ रुपये का तीन वर्षीय प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। बलौदाबाजार के सकरी स्थित आईटीआई को मॉडल आईटीआई बनाने का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए सिडबी योजना के तहत 20 करोड़ 13 लाख रुपये की राशि की स्वीकृति जारी की गई है।
राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने बताया कि बलौदाबाजार के सकरी शासकीय आई टी आई के विभिन्न ट्रेड का उन्नयन और अधोसंरचना के कार्य किये जाएंगे। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में मशीन टूल्स और उपकरण के लिए 3 करोड़ 23 लाख रुपये जारी किया गया है। इसमें कंप्यूटर, हार्डवेयर और नेटवर्क मेंटनेंस के लिए 1 करोड़ 5 लाख रुपये, इलेक्ट्रिशियन के लिए 75 लाख रुपये, फीटर के लिए 46 लाख, मेकेनिक डीजल के लिए 44 लाख रुपये और वेल्डर के लिए 53 लाख रुपये शामिल है। इसी तरह सिविल वर्क में आईटीआई के नए भवन निर्माण के लिए 3 करोड़ 44 लाख रुपये, गार्ड रूम के लिए 7 लाख 42 हजार रुपये, मोटर गाड़ियों के पार्किंग के लिए 1 करोड़ 25 लाख रुपये, स्टाफ क्वाटर्स निर्माण के लिए 11 करोड़ 78 लाख रुपये तथा प्रवेश द्वार और बाऊण्ड्रीवाल के लिए 34 लाख 80 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने 7 करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम के निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की
मॉडल बनेगा बलौदाबाजार का आईटीआई
रायपुर | तिल्दा-नेवरा विकासखंड के खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। खेलो इंडिया के तहत बद्रीनारायण स्कूल के समीप लगभग 7 करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण होगा। इस स्टेडियम में सभी प्रकार के खेल की सुविधा उपलब्ध होगी खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा को तिल्दा-नेवरा वासियों एवं विशेषकर खिलाड़ियों ने धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है। वहीं 20 करोड़ की लागत से सकरी स्थित आईटीआई को मॉडल बनाया जाएगा।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई में छात्राओं को अब उद्योगों की मांग के मुताबिक आधुनिक प्रशिक्षण मिलेगा। क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा के प्रयासों से प्रदेश में आईटीआई को हाईटेक बनाने की योजना के तहत औद्योगिक नगरी बलौदाबाजार के सकरी स्थित आईटीआई को मॉडल आईटीआई बनाने के लिए नवीनीकरण का काम शुरू होगा। पहले चरण में कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्क मेंटनेंस, इलेक्ट्रिशियन, फिल्टर, मैकेनिक डीजल, वेल्डर, नया बिल्डिग कंट्रक्शन, गार्ड रूम कंट्रक्शन, मोटर कार पार्किंग आदि बनेगा।
कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने इसे क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की आईटीआई को मॉडल आईटीआई में बदलने की योजना के तहत प्रदेश में आईटीआई को अपग्रेड करने की योजना तैयार की गई है। इसके तहत यहां की आईटीआई को मॉडल आईटीआई का दर्जा मिला है। योजना के पहले चरण में प्रदेश से 160 आईटीआई के लिए 484 करोड का तीन वर्षीय प्रस्ताव स्वीकृत है। इसमें शासकीय आईटीआई बलौदाबाजार के लिए 20 करोड 13 लाख 65 हजार रुपए स्वीकृत हुए हैं।
पहले चरण में कंप्यूटर हार्डवेयर एण्ड नेटवर्क मेंटनेंस के लिए 1 करोड 5 लाख, इलेक्ट्रिशियन के लिए 75 लाख ,फिल्टर 46 लाख मैकेनिक डीजल 44 लाख, वेल्डर के लिए 53 लाख, नया बिल्डिग कंट्रक्शन के लिए 3 करोड 44 लाख 59 हजार ,गार्ड रूप कंट्रक्शन के लिए 7 लाख 42 हजार, मोटर कार पार्किंग के लिए 1 करोड 25 लाख 28 हजार, स्टॉफ क्वाटर निर्माण के लिए 11 करोड 75 लाख 56 हजार,बाउंड्रीवाल एवं मुख्य द्वारा निर्माण के लिए 34 लाख 80 हजार के कार्य शामिल है।
तिल्दा क्षेत्र के खिलाड़ियों ने मंत्री टंक राम का धन्यवाद ज्ञापित किया वही भाजपा जिला महामंत्री अनिल अग्रवाल ने कहा भाजपा सरकार बनते ही क्षेत्र में सतत विकास हो रहा है।
सभी कोचिंग सेंटर, स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल, हॉस्पिटल, मॉल व सिनेमा घर में जांच करने के निर्देश जारी किए
रायपुर | छत्तीसगढ़ सरकार ने दिल्ली की घटना से सबक लेते हुए प्रदेश में संचालित सभी कोचिंग सेंटर, स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल, हॉस्पिटल, मॉल, सिनेमा घर सहित सभी सार्वजनिक और शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा ऑडिट के निर्देश जारी किए हैं।
सरकार ने इसके लिए इसके लिए शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा ऑडिट समिति बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार की तरफ से जारी निर्देश में ऑडिट की प्रक्रिया 1 महीने में पूरी कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि देश की राजधानी दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में बारिश का पानी भरने की वजह से वहां फंसे 3 छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से पूरे देश में कोचिंग सेंटरों की जांच- पड़ताल की जा रही है। अब छत्तीसगढ़ में भी सरकार ने इस संबंध में निर्देश जारी किया है। इसमें कोचिंग सेंटर के साथ ही अन्य स्थानों की भी जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन का 46वां क्षमता निर्माण कार्यक्रम 10 से 14 अगस्त तक रायपुर में
रायपुर | भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली संस्था भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण एवं राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान द्वारा सार्वजनिक पुस्तकालय कर्मियों के लिए राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन (एनएमएल) का 46वां क्षमता निर्माण कार्यक्रम, 10 से 14 अगस्त, 2024 तक पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर में आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन 11 अगस्त, 2024 को अपराह्न 03.00 बजे पं. सुंदरलाल शर्मा पुस्तकालय, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर में होगा । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र से लगभग 60 प्रतिभागी, जोकि मुख्य रूप से सार्वजनिक पुस्तकालय पेशेवर हैं, भाग लेंगे।
देश के विभिन्न भागों में अब तक राष्ट्रव्यापी 45 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसमें पुस्तकालय स्वचालन सॉफ्टवेयर, गुणवत्ता बुनियादी ढांचे, संसाधनों, अद्यतन आईसीटी उपकरणों और तकनीकों, उभरते रुझानों, पुस्तकालय संसाधनों के संरक्षण और आधुनिक पुस्तकालय सेवाओं के प्रबंधन के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 1900 से अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन (एनएमएल) के तहत घटकों में से एक है, जिसे पुस्तकालयों और सूचना विज्ञान क्षेत्र के विकास पर निरंतर ध्यान देने के लिए राष्ट्रीय ज्ञान आयोग की सिफारिश के अनुसरण में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा वर्ष 2014 में लॉन्च किया गया था।
राज्य एड्स परिषद की बैठक, मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सदस्यों को दिए दिशा निर्देश
रायपुर। राज्य एड्स परिषद की बैठक मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक के दौरान राज्य एड्स नियंत्रण समिति के कार्यों की समीक्षा की गई। इस मौके पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने विभिन्न मु्द्दों पर सदस्यों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना संचालक ऋतुराज रघुवंशी ने सभी बिंदुओं पर सम्मानित सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया। बैठक में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन, नई दिल्ली से डॉ.अनूप कुमार पूरी, उप महानिदेशक आईआईसी एवं मेंस्ट्रीमिंग, सलाहकार में स्ट्रीमिंग शुचि गौतम आदि सम्मिलित हुए। समस्त विभागों से सचिव बैठक में उपस्थित रहे।
क्या छत्तीसगढ़ में एक साथ होगा पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव : उपमुख्यमंत्री साव ने कही बड़ी बात
रायपुर | विधानसभा और लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। संभावत: इसी साल के अंत तक यहां निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। लेकिन इस बीच उपमुख्यमंत्री अरुण साव के एक बयान ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी है। अरुण साव के बयान के बाद ये माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं।
दरअसल उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में वन नेशन-वन इलेक्शन की चर्चा हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार भी इसी दिशा में सोच रही है। निकाय-पंचायती चुनाव एक साथ कराए जाने को लेकर सुझाव मांगे गए हैं। राज्य सरकार ने एक कमेटी का भी गठन किया है, जो सुझावों पर विचार करके तय करेगी। म्युनिसिपल व पंचायती नियमों का भी अध्ययन करेंगे, जिसके बाद समिति की रिपोर्ट पर सरकार निर्णय करेगी।
आसन भाषा में समझें तो नगरीय निकाय चुनाव में शहरी क्षेत्रों की जनता मतदान करती है और शहर सरकार का चुनाव करती है। नगरी निकाय चुनाव में नगर पालिका, नगर निगम और नगर पंचायत क्षेत्रों में चुनाव कराया जाता है। इस चुनाव में महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों का चुनाव किया जाता है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत पंचायती राज के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत क्षेत्रों में चुनाव कराया जाता है। इसमें ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली जनता मतदान करती है और जिला, जनपद पंचायत अध्यक्ष, सरपंच और पंच का चुनाव करती है।
छत्तीसगढ़ की अनूठी सुंदरता से मंत्रमुग्ध हुए पर्यटन प्रचारक
भारत के विभिन्न राज्यों से आये पर्यटन प्रचारकों ने किया जंगल सफारी का भ्रमण
रायपुर | छत्तीसगढ़ में 5 से 8 अगस्त तक “छत्तीसगढ़ कनेक्ट 2024” कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड, टूरिज़्म इंडिया अलायन्स और छत्तीसगढ़ टूरिज़्म ट्रेड एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से 40 से अधिक पर्यटन प्रचारकों को आमंत्रित कर छत्तीसगढ़ की अनूठी सुंदरता विशेषकर बस्तर का विशेष अनुभव कराया गया। कार्यक्रम के तहत देशभर से आये पर्यटन प्रचारक छत्तीसगढ़ की नैसर्गिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध हो गए।
इसी तारतम्य में 8 अगस्त 2024 को पर्यटन प्रचारक नवा रायपुर स्थित जंगली सफारी का भ्रमण करने पहुंचे, जहां प्रबंधन द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जंगल सफारी भ्रमण की शुरुआत "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के अन्तर्गत पौधारोपण से हुई, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
जंगल सफारी के संचालक धम्मशील गणवीर ने सफारी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए पर्यटन प्रचारकों को क्षेत्र के विविध वन्यजीवों और प्राकृतिक परिदृश्यों के बारे में बताया। उन्होंने बस्तर क्षेत्र में अपने पूर्व अनुभवों को भी साझा किया, जिसमें स्थानीय जनजातीय समुदायों और उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ प्रकृति से गहरे संबंधों का उल्लेख किया।
इस दौरान अतिथियों को जंगल सफारी पर आधारित डाक्यूमेंट्री फ़िल्म भी दिखाई गई l जंगल सफारी के संचालक धम्मशील गणवीर ने युवान वोलंटियर्स प्रोग्राम के माध्यम से युवाओं को वन्यजीव संरक्षण में जोड़ने के लिए जंगल सफारी प्रबंधन द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में भी बताया साथ ही छत्तीसगढ़ में जंगल सफारी को पर्यटन का प्रमुख आकर्षन बनाने में टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स की भूमिका पर ज़ोर दिया l उन्होंने सभी पर्यटन ऑपरेटरों और प्रचारकों से छत्तीसगढ़ में ईको पर्यटन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने की अपील की।
बच्चों के लिए मोबाइल बन रहा साइबर बुलिंग का बड़ा कारण : शिक्षकों को इस संबंध में जागरूक करने कार्यशाला आयोजित
रायपुर | आधुनिक तकनीक और मोबाइल के अत्यधिक उपयोग ने बच्चों को साइबर बुलिंग के जोखिम में डाल दिया है। साइबर बुलिंग से बच्चों को बचाने और उन्हें सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर एवं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में रायपुर और आसपास के क्षेत्रों के सभी स्कूलों के प्राचार्यों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि सोनल गुप्ता, सदस्य बाल संरक्षण आयोग, ने साइबर बुलिंग के बढ़ते खतरे पर गहन चर्चा की और शिक्षकों से इस दिशा में सतर्क रहने का आग्रह किया। साइबर बुलिंग के अंतर्गत बच्चों के साथ हो रही छेड़छाड़, अपमानजनक टिप्पणियाँ, हतोत्साहित करने वाले संदेश और अन्य मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न शामिल हैं। शिक्षकों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे न केवल बच्चों को शिक्षित करें बल्कि उन्हें इन खतरों से भी बचाएँ।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर डॉ. विजय कुमार खण्डेलवाल ने बताया कि साइबर बुलिंग आज के समाज के लिए एक गंभीर खतरा बन चुका है। बच्चों के बीच यह प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, जिससे उनके मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि स्कूलों, खेल के मैदानों, कोचिंग संस्थानों और स्कूल के बाहर बच्चों के साइबर बुलिंग के शिकार होने की संभावना अधिक होती है। इस दौरान कुछ सामान्य संकेतों को पहचाना जा सकता है, जैसे कि बच्चों का असामान्य व्यवहार, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक संकेत, अत्यधिक मौखिक और शारीरिक झगड़े, छेड़खानी करने वाली टोली में शामिल होना, आक्रामक व्यवहार, नए छात्रों का उत्पीड़न, लगातार प्राचार्य कक्ष में जाना। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने साइबर बुलिंग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की और शिक्षकों को इसके रोकथाम के उपाय सुझाए। इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना था।