रायपुर
मेरा संविधान मेरा अभिमान में : युवाओं से संवाद करेंगे सांसद बृजमोहन और राकेश सिन्हा
रायपुर | भारत के 75 वें संविधान दिवस पर रायपुर लोकसभा क्षेत्र के 100 से अधिक कालेजों में ‘मेरा संविधान मेरा अभिमान’ विषय पर बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर कॉलेज युवाओं को देश के संविधान के महत्व को समझाने और संविधान के सम्मान और सुरक्षा के संकल्प लेने के उद्देश्य से रायपुर लोकसभा के सांसद बृजमोहन अग्रवाल के दिशानिर्देश पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने जानकारी दी है कि, इस अभियान के समापन समारोह में 7 दिसंबर, शनिवार को भाजपा के थिंकटैंक और सुप्रसिद्ध विचारक राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा जी शिरकत करेंगे | समारोह में विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जायेगा, साथ ही देश के संविधान की रक्षा हेतु युवाओं को शपथ भी दिलाई जाएगी | कार्यक्रम संयोजक दानसिंह देवांगन ने बताया कि देश के 75 वें संविधान दिवस पर रायपुर लोकसभा के अंतर्गत आने वाले सभी केन्द्रीय शैक्षिणक संस्थाओं आईआईएम, एनआईटी, ट्रिपल आई टी, एम्स और सिपेट समेत 100 से अधिक कॉलेज़ो में मेरा संविधान मेरा अभिमान विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है।
राज्यपाल डेका को सोल्जराथान कार्यक्रम हेतु आमंत्रण दिया : सैन्य अधिकारियों ने
रायपुर | राज्यपाल रमेन डेका से आज यहां राजभवन में कोसा मुख्यालय छत्तीसगढ़ एवं ओड़ीसा सब एरिया नया रायपुर के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों कर्नल सुमीत शर्मा एवं कर्नल शैलेन्द्र पटनायक ने सौजन्य भेंट की । उन्होंने विजय दिवस के अवसर पर सेंट्रल पार्क नया रायपुर में आयोजित होने वाले सोल्जराथान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल को आमंत्रित किया।
यह दौड़ कार्यक्रम सन 1971 में भारत की पाकिस्तान पर विजय की स्मृति में मनाए जाने वाले विजय दिवस के अवसर पर आयोजित की जा रही है, जिसमें सेना के योद्धाओं के साथ-साथ आम नागरिक भी भाग लेंगे।
छत्तीसगढ़ को मिलेंगे तीन नये आईएएस, IAS अफसरों को कैडर हुआ अलॉट
रायपुर। 2023 बैच के IAS को कैडर आवंटित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ इस बैच से तीन आईएएस मिले हैं। आल इंडिया 75वीं रैंक पश्चिम बंगाल के अक्षय दोषी को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है। वहीं, 238 रैंक उत्तर प्रदेश के विपिन दुबे को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है, जबकि IAR 441 महाराष्ट्र के किश्तिज गुरभेले को भी छत्तीसगढ़ मिला है।
आपको बता दें कि 2023 बैच से कुल 180 आईएएस बनेंगे। 2023 के टॉपर आदित्य श्रीवास्तव को होम कैडर उत्तर प्रदेश मिला है, जबकि अनिमेष प्रधान को भी होम कैडर ओड़िशा अलॉट हुआ है। वहीं मध्यप्रदेश को कुल 7 आईएएस मिले। जिनमें से छाया सिंह, आकाश अग्रवाल और कुलदीप पटेल को होम कैडर मध्य प्रदेश मिला है।
पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी से पांच कर्मचारियों की भावभीनी विदाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी के सेवाभवन में ट्रांसमिशन कंपनी के 5 अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रबंध निदेशक (ट्रांसमिशन) राजेश कुमार शुक्ला द्वारा प्रशस्ति पत्र, घड़ी, शॉल एवं श्रीफल से सम्मानित कर भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर कनिष्ठ पर्यवेक्षक अरविंद कुमार सोलोमोन, रायपुर, लाइन सहायक श्रेणी-एक, अशोक कुमार साहू, भिलाई, लाइन सहायक श्रेणी-दो, सीताराम साहू, भिलाई, लाइन परिचारक श्रेणी-एक, हसेंद्र कुमार वर्मा, भिलाई, फार्मासिस्ट मूल सजीवन शर्मा, रायपुर को सेवानिवृत्ति पश्चात् विदाई समारोह में सम्मानित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक केएस मनोठिया, एमएस चौहान, संजय पटेल, डीके तुली, मुख्य अभियंता जी.आनंद राव, सीएमओ डॉ. एचएल पंचारी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रकाशन अधिकारी गोविंद पटेल तथा आभार प्रदर्शन कार्यपालन अभियंता राजेश सिंह द्वारा किया गया।
‘सुप्रजा‘ योजना से 202 ग्रामों की 1277 गर्भिणी महिलाएं हो रही लाभान्वित
रायपुर | राष्ट्रीय आयुष कार्यक्रम सुप्रजा, धमतरी ज़िले में गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए शुरू की गई एक योजना है | इस योजना का मकसद है कि गर्भवती महिलाएं स्वस्थ रहें और उनका बच्चा निरोगी पैदा हो | इस योजना के तहत, गर्भवती महिलाओं को आयुर्वेदिक दवाएं, योग, मेडिटेशन, पौष्टिक आहार और गतिविधियां दी जाती हैं। जिले में अब तक 202 ग्रामों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें 1277 गर्भवती महिलाएं योजनान्तर्गत पंजीकृत हैं। वनांचल नगरी विकासखण्ड के गट्टासिल्ली की शारदा निषाद की प्रथम होने वाली संतान को IUGR (गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास सामान्य दर से न हो पाना) था, उनके द्वारा सुप्रजा कार्यक्रम के अंतर्गत बताए गए मासानुमासिक विहार, गर्भावस्थाक औषधि का प्रयोग, योग तथा मंत्र श्रवण किया गया। नतीजन उनका प्रसव बिल्कुल नॉर्मल तथा बच्चों का वजन 3.5 ग्राम रहा। इसी तरह प्रियंका मरकाम को गर्भावस्था के दौरान बार-बार खून की कमी होती थी, सुप्रजा कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे गर्भावस्था के दौरान उन्होंने गर्भ संस्कार कार्यक्रम अपनाया तथा धात्री लोगों का सेवन साथ में किया उनका हीमोग्लोबिन पूरे गर्भावस्था के दौरान 11 से ऊपर था तथा उनके द्वारा स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया गया।
भारत सरकार, आयुष मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत वर्ष 2023-24 से राष्ट्रीय कार्यक्रम सुप्रजा सचालित किया जा रहा है। सुप्रजा कार्यक्रम गर्भवती, नवजात शिशु की देखभाल एवं सुरक्षा हेतु प्रारंभ किया गया है। इन संस्थाओं में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को भारत सरकार की गाईडलाइन के तहत गतिविधियों जैसे प्रतिमाह गर्भवती जांच, शिशु विकास परीक्षण, गर्भवती महिलाओं को शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक रूप से स्वस्थ रखने हेतु स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। उत्तम गुणयुक्त संतान प्राप्ति के लिए गर्भसंस्कार करवाया जा रहा है। गर्भावस्था अनुरूप आहार-विहार संबंधित सलाह (प्रत्येक माह अनुसार आयुर्वेद आहार) तथा प्रत्येक गर्भिणी को गर्भावस्था में किये जाने वाली उपयोगी योगासन की जानकारी योग प्रशिक्षक एवं आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा दी जा रही है। ज्यादा से ज्यादा गर्भिणी महिला योग का लाभ ले सके इसलिए आयुष संस्थाओं में योगसत्र का आयोजन भी किया जा रहा है। गर्भावस्था में गर्भवती महिलाओं को आयुर्वेद औषधियां निःशुल्क प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत गर्भावस्था की जटिलताएं कम हुई हैं। साथ ही सिजेरियन डिलीवरी की संख्या घट रही है। जननी एवं नवजात शिशु की प्रसवोत्तर 06 माह तक चिकित्सक द्वारा फॉलोअप किया जा रहा है तथा नवजात शिशु को स्तनपान करवाने हेतु जननी को सलाह दी जा रही है।
‘बस संगवारी एप’ लांच... छत्तीसगढ़ियों को घर बैठे मिलेगी बसों की समय सारणी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बस यात्रियों को अब बस की समय-सारणी और बस रूट की जानकारी घर बैठे मिल सकेगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सुशासन की अवधारणा पर अमल करते हुए यात्रियों की यात्रा को सुगम और सरल बनाने के लिए ’बस संगवारी एप लॉन्च किया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बस संगवारी एप बस यात्रियों, विशेष रूप से दूरस्थ अंचलों के यात्रियों के लिए काफी सुविधाजनक होगा। निकट भविष्य में इस एप के माध्यम से अंतर्राज्यीय बसों के परिवहन और बसों के रियल टाइम ट्रेकिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। अभी यात्रियों को बस की टाइमिंग पता करने के लिए बस स्टैण्ड या बस स्टॉप पर जाना पड़ता है। लोगों की इस परेशानी का समाधान इस एप के जरिए मिल सकेगा। परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश ने बस संगवारी एप के संचालन के बारे में मुख्यमंत्री श्री साय को विस्तार से जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग द्वारा तैयार कराए गए इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। इस एप के माध्यम से यात्रियों के लिए सार्वजनिक परिवहन सुविधाजनक होगा। इस एप में वर्तमान में 5 हजार से अधिक बसों को शामिल किया गया है, जो विभिन्न रूट में संचालित हैं। जल्द ही अंतर्राज्यीय बसों के संचालन की जानकारी भी इस एप के माध्यम से मिल सकेगी। बसों में जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है। बस संगवारी एप को जीपीएस के साथ एकीकृत किया जा रहा है, जिससे बसों की लाइव ट्रेकिंग भी की जा सकेगी।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, बसव राजू एस. और राहुल भगत, परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश, आबकारी सचिव आर. संगीता, एडीजी ट्रेफिक प्रदीप गुप्ता, अपर परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर उपस्थित थे। बैठक में सभी संभागों के आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक वर्चुअली शामिल हुए। अंतर्विभागीय लीड एजेंसी के अध्यक्ष एवं एआईजी ट्रेफिक संजय शर्मा ने बैठक में प्रेजेंटेशन दिया।
गरीब परिवार की नवजात पलक को मिला नया जीवन
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना बनी जीवनदायिनी
रायपुर | आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से देश के गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इस योजना के तहत भारत सरकार देश के गरीब लोगों को सालाना 5 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करती है। आयुष्मान भारत योजना की मदद से उन लोगों को फायदा मिलता है, जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं पर आने वाले खर्चे का वहन नहीं कर पाते। इस योजना के तहत पात्र व्यक्तियों का एक कार्ड बनता है, जिसके अंतर्गत वे अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। जिले के नागरिकों को भी आयुष्मान भारत योजना का निःशुल्क लाभ मिल रहा है। आयुष्मान योजना से महासमुंद ब्लॉक के ग्राम बेलसोंडा के निवासी प्रकाश यादव और उनके परिवार के लिए आयुष्मान भारत योजना किसी वरदान से कम साबित नहीं हुई। इस योजना ने न केवल उनकी नवजात बच्ची पलक की जान बचाई बल्कि उन्हें आर्थिक संकट से भी उबारा। प्रकाश यादव की बेटी का जन्म 14 सितंबर 2023 को रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में हुआ। बच्ची का जन्म समय से पहले हुआ था, जिसके कारण उसकी स्थिति गंभीर हो गई। डॉक्टरों ने तुरंत गहन चिकित्सा की सलाह दी। बच्ची को रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसे नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया। इलाज लंबा चला, लगभग 45 दिनों तक, और इसका कुल खर्च 2.75 लाख रुपये तक पहुंच गया।
प्रकाश यादव गरीब परिवार से हैं और कृषि मजदूरी पर निर्भर हैं उनके लिए इतनी बड़ी राशि जुटाना नामुमकिन था। यही वह समय था जब आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने उनका सहारा बनकर उनकी मदद की। पात्र होने से योजना के तहत उन्हें बच्ची का पूरा इलाज मुफ्त में उपलब्ध हुआ। प्रकाश ने अपनी बच्ची पलक को नई जिंदगी मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा “आयुष्मान भारत योजना के बिना मेरी बच्ची का इलाज संभव नहीं था। इस योजना ने हमें जीवनदान दिया है। मैं प्रधानमंत्री जी और छत्तीसगढ़ सरकार का तहेदिल से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने गरीब परिवारों के लिए इतनी बड़ी सुविधा दी है।” आयुष्मान भारत योजना की सफलता और इसके दूरगामी प्रभावों का प्रमाण है। प्रकाश यादव का परिवार अब इस योजना का प्रचार-प्रसार कर अन्य लोगों को भी इसके लाभ उठाने के लिए प्रेरित कर रहा है।
देर रात SSP निकले सड़कों पर.... नाईट चेकिंग में कई फंसे
रायपुर। रायपुर एसएसपी संतोष सिंह रात में निकल औचक थाना ख़मतराई, उरला पहुंचे और थाना का निरीक्षण किया l उन्होंने नाइट पेट्रोलिंग को चेक करने के साथ ही थाने के लॉकअप का अवलोकन किया और थाने के नाईट ऑफिसर को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गएl
इसके साथ ही मरीन ड्राइव, जय स्तम्भ चौक, एनआईटी के सामने और अन्य चेक पॉइंट का जायजा लिया। चेकिंग के दौरान ड्रंकन ड्राइविंग पर गाड़ियों की जप्ती और दर्जनों संदिग्ध लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई। कुछ के साथ चाकू पकड़ा गया जिन पर आर्म्स एक्ट किया जा रहा है। देर रात तक चेकिंग चलती रही। इस दौरान एएसपी लखन पटले, सीएसपी आज़ाद चौक अमन कुमार झा व सीएसपी सिविल लाईन अजय कुमार उपस्थित रहे l
मनी लॉन्ड्रिंग एवं आतंकवाद की फंडिंग रोकने में ईएजी ग्रुप की बैठक सिद्ध होंगी मील का पत्थर : राज्यपाल
भोपाल। ईएजी (यूरेशियन ग्रुप) देशों की बैठक मनी लॉन्ड्रिंग एवं आतंकवाद की फंडिंग रोकने में मील का पत्थर सिद्ध होगी। सभी बड़े देशों को एकजुट होकर मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग को रोकने के लिए एकजुट होकर बड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। विश्व में आतंकवाद पर नियंत्रण के लिए सभी ईएजी ग्रुप सदस्यों देशों का एकजुट होना बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। इन्दौर में गुरुवार को 41वीं ईएजी प्लेनरी देशों की बैठक के उद्घाटन सत्र में माननीय राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कही।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि भारत में डिमॉनिटाइजेशन, डिजिटलाइजेशन से पारदर्शी वित्तीय व्यवस्था के लिए विशेष प्रयास हुए। उन्होंने कहा आधुनिक तकनीक के उपयोग से अवैध वित्तीय गतिविधियों को रोकने के लिए और अधिक विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए ईएजी ग्रुप देश को मजबूत कूटनीतिक और सशक्त प्रयास करने की आवश्यकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति के लिए ईएजी ग्रुप देशों के प्रयास प्रभावी परिणामकारक सिद्ध होंगे।
कार्यक्रम को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा वित्त शोधन और आतंकवाद को वित्त पोषण की रोकथाम के लिए यूरेशियन देशो का ग्रुप महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा भारत सरकार टेरर फंडिंग के खिलाफ पूरी मजबूती के साथ कार्य कर रही है। भारत में काला धन अधिनियम, आर्थिक अपराध को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए गए है और यह लगातार जारी हैं। भारत में साफ और पारदर्शी वित्तीय प्रणाली के लिए जीएसटी, डिजिटल इंडिया के तहत विशेष प्रयास किए गए हैं। यूपीआई डिजिटल लेनदेन को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा हैं। भारत में परिवर्तन निदेशालय लगातार सशक्त हो रहा है। भारत की सभी एजेंसियां द्वारा मिलकर आतंकवाद और उग्रवाद को धन पोषित करने वालों, मनी लांड्रिंग पर प्रभावी और कड़ी कार्रवाई हो रही हैं। भारत के इन प्रयासों को और सशक्त बनने में ईएजी ग्रुप की बैठक महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
पावरग्रिड की चित्रकला प्रतियोगिताः रायगढ़ के आयुष और भिलाई के वत्सल राष्ट्रीय स्पर्धा में चयनित
रायपुर। पावरग्रिड पॅश्चिम क्षेत्र-1 के कुम्हारी उपकेंद्र द्वारा 27 नवम्बर को छतीसगढ के स्कूली बच्चों के लिए ऊर्जा संरक्षण विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के तीसरे और आखिरी चरण में राज्य के विभिन्न स्कूलों से ए-वर्ग में कक्षा 5 से कक्षा-7 तक के 50 तथा बी-वर्ग में कक्षा-8 से कक्षा-10 तक के 50 बच्चे यानि कुल 100 बच्चे इसमें शामिल हुए। इस प्रतियोगिता के प्रथम चरण में करीब एक लाख बीस हजार स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया था।
ए-वर्ग में सेण्ट टेरेसा कॉन्वेट स्कूल, रायगढ के आयुष साहू को प्रथम, विजय अंग्रेजी मीडियम स्कूल, चिरमिरी के हिमांशु दास को द्वितीय और अम्बूजा विद्यापीठ, रवण की यशिका बागवानी को तृतीय पुरस्कार प्रात हुआ। इसी प्रकार बी-वर्ग में डीपीएस, भिलाई के वत्सल सोनवानी को प्रथम, अम्बूजा विद्यापीठ, रावन की सोम्या देवांगन को द्वितीय और संस्कार पब्लिक स्कूल, रायगढ़ की पावनी सिंघल को तृतीय पुरस्कार प्रात हुआ। इसके अलावा दोनों वर्गों में अन्य दस बच्चों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता के दोनों वर्गों में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित बच्चे 11 दिसम्बर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में छत्तीसगढ राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस आयोजन में रजनीश तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक, पावरग्रिड, पश्चिम क्षेत्र-1, नागपुर (मुख्य अतिथि), आरके शुक्ला, प्रबंधक निदेशक, सीएसपीटीसीएल, रायपुर, रविंद्र कुमार, सहायक आयुक्त, केवीएस, आरओ, रायपुर, आरएल ठाकुर, संयुक्त निदेशक, दुर्ग, लोक शिक्षण निदेशालय, छतीसगढ, आरके दास, वरि. महाप्रबंधक, पावरग्रिड, रायपुर, एचपी पाल, महाप्रबंधक (मानव संसाधन), पावरग्रिड नागपुर, तथा छत्तीसगढ राज्य के बिभिन्न जिलों से आए बच्चों के उनके माता- पिता सहित पावरग्रिड परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि रजनीश तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि देश में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार, विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत ऊर्जा दक्षता ब्यूरो/Bureau of Energy Efficiency द्वारा ऊर्जा संरक्षण अभियान के तहत प्रत्येक वर्ष देशभर में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित किया जाता है। उन्होंने बताया कि देश का विकास प्राकृतिक संसाधनों तथा ऊर्जा की उप्लब्धता पर निर्भर करता है। अत: सभी नागरिकों का यह कर्त्तव्य है कि ऊर्जा के किसी भी रूप चाहे वो बिजली, पानी या ईंधन को अपनी आवश्यकता के अनुरूप ही प्रयोग करें तभी इस प्रकार के आयोजनों को सफलता मिलेगी । श्री तिवारी ने कहा कि जितनी ऊर्जा हम बचाएंगे उतनी ऊर्जा हम देश के लिए उत्पन्न करेंगे । उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य निर्माता हैं इनकी पवित्र कल्पनाओं को रंगों से भरकर ऊंची उडान भरने दीजिए। यही बच्चे आगे चलकर हमारे देश को विकसीत राष्ट्र बनाएंगे, यह हमारी शुभकामनाएं हैं।
इस राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का निर्णय, राज किशोर दास, पावरग्रिड, डॉ. विकास चंद्र, सहायक प्राध्यापक, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ, सुश्री राधिका, पाठक इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ, करमन खट्टर, उप संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़, निहार रंजन साहू, परियोजना समन्वयक- क्रेडा, रायपुर और पिंकी सिंग, टीजीटी (कला शिक्षा) केंद्रिय विद्यालय, बीएमवाई भिलाई द्वारा किया गया।
छत्तीसगढ़ी भाषा को लेकर रोचक प्रश्नोत्तरी में बच्चों ने दिखाया उत्साह
छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक 29 नवंबर को
जनजातीय संस्कृति ने भगवान श्रीराम को अपने हृदय में बसा रखा हैः मुख्यमंत्री साय
रायपुर। जनजातीय समाज का इतिहास धरती पर मनुष्य के पहले पदचाप के साथ जुड़ा हुआ है। जनजातीय संस्कृति ने भगवान श्रीराम को अपने हृदय में बसा रखा है। भगवान राम ने छत्तीसगढ़ में ही वनवास बिताया, यहीं पर उन्होंने माता शबरी के जूठे बेर खाए। जनजातीय अस्मिता का प्रश्न भारत की सनातन परंपरा की अस्मिता से जुड़ा हुआ प्रश्न है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में जनजातीय अस्मिता, अस्तित्व और विकास विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज हमें जनजातीय समुदायों की अस्मिता और विरासत के प्रति संवेदनशील यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का नेतृत्व मिला है। आज जनजातीय समुदाय की हमारी बहन द्रौपदी मुर्मु भारत के सर्वोच्च उच्च पद पर आसीन हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि जनजाति समाज सांस्कृतिक रूप से समृद्ध समाज है। यह समाज कुप्रथाओं का मुखर विरोध करता है। भारत की संस्कृति और देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए जनजातीय जननायकों के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पूरे देश में 13 से 15 नवम्बर तक जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज की परंपराओं, संस्कृति रीति-रिवाज, तीज-त्यौहार और शासन द्वारा जनजातीय उत्थान के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 नवंबर को जशपुर जिले में आयोजित पदयात्रा इतनी सफल रही कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी खुलकर तारीफ की और ऐसे आयोजनों को जनजातीय समाज के विकास और उत्थान में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर हुए राष्ट्रीय आयोजन ने अन्य प्रांतों से आए आदिवासी समुदाय को एक दूसरे की संस्कृति को जानने-समझने का सुंदर अवसर दिया। साय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी ने अपने कार्यकाल के दौरान सबसे पहले पृथक जनजातीय कल्याण मंत्रालय बनाया और आदिवासियों के विकास के लिए एक मजबूत नींव रखी।
उन्होंने कहा कि हम मैदानी और जनजातीय क्षेत्रों में अवसरों की समानता स्थापित करने के लिए अपनी योजनाएं और नीतियां बना रहे हैं ताकि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक समुदाय के पास विकास के समान अवसर हों और जनजातीय समाज अपनी प्राकृतिक और भौगोलिक जटिलताओं पर जीत हासिल करते हुए समग्र भारत के विकास की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। जब हम जनजातीय समुदायों की अस्मिता की रक्षा करेंगे, उनकी संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन करेंगे, उनके इतिहास और उनके नायकों का गौरवगान करेंगे तो निश्चित रूप से मां भारती का यश बढ़ेगा, उसका गौरव गान होगा
प्रसन्नता है कि 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यूके दौरे के समापन पर कहा है कि इंग्लैंड का दौरा हमारे लिए कई अर्थों में बहुत महत्वपूर्ण रहा है। सभी प्रकार के अलग-अलग क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश आए। आज बदलते दौर में मध्यप्रदेश में जो संभावनाएं हैं, उनको देखते हुये बड़े पैमाने पर नए निवेशकों ने रुचि दिखाई है, मुझे इस बात का संतोष है कि हमें 60 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव हुये हैं। इसमें सभी प्रकार के सेक्टर जैसे चिकित्सा, उद्योग, माइनिंग और सर्विस सेक्टर शामिल है। एग्रीकल्चर में भी लोगों ने रुचि दिखाई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वार्विक मैन्युफेक्चरिंग ग्रुप के भ्रमण में कहा कि विश्वविद्यालयों और अकादमिक संस्थानों द्वारा किए जाने वाले शोध और अध्ययन की सार्थकता तभी है, जब वे समाज हित में हों। विश्व के कई देशों में शिक्षा के क्षेत्र में इस दिशा में पहल हो रही है। मध्यप्रदेश सरकार ने भी नई शिक्षा नीति के माध्यम से इस ओर कदम बढ़ाए हैं। आने वाली चुनौतियों का सामना करने में विद्यार्थियों को सक्षम और समर्थ बनाना वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की प्राथमिक आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को लंदन की वार्विक यूनिवर्सिटी पहुंचे और विशेष-विशेषज्ञों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि यह भट्टाचार्य जी के द्वारा स्थापित किया हुआ कैम्पस है, इसमें 30 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं। यहाँ रिसर्च की मूल कल्पना है कि रिसर्च के साथ में इनोवशन भी करें, जिसका लाभ उद्योगों के साथ समाज को भी मिले। इससे हम बदलते दौर में स्वयं के विकास के साथ मानवता की सेवा भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में ऑटोमोटिव क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य जारी है, अभी भी अपार संभावनाएं विद्यमान हैं। उन्होंने कहा कि संभावनाएँ तलाशी जायेंगी कि मध्यप्रदेश के युवा यूके के वार्विक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप में आकर दक्षता अर्जित करें और ग्रुप के विशेषज्ञ भी मध्यप्रदेश आकर प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं। साथ ही विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों से डबल्यूएमपी ग्रुप को संबद्ध करने की दिशा में भी पहल होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यूके में वे अपने देश के अन्य प्रदेश के साथ मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों से भी मिले। उनसे आत्मीय संवाद हुआ। इस कैम्पस में पूरी दुनिया से विद्यार्थी पढ़ने के लिये आ रहे हैं। इस मॉडल को हम मध्यप्रदेश में भी लागू कर सकते हैं। इसके लिये यहाँ के विश्वविद्यालयों का मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू करायें। हम प्रयास करेंगे कि हमारे इंडस्ट्री के कैम्पस में भी ऐसे रिसर्च सेन्टर बने, जिनका लाभ सभी को मिले।
नागरिक संविधान में प्रदत्त अधिकारों के साथ कर्तव्यों को भी समझे : अरुण साव
उप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधाई कार्य मंत्री अरुण साव
उप मुख्यमंत्री संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल ‘सीजी लर्न’ का लोगो किया लॉन्च
रायपुर | उप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधाई कार्य मंत्री अरुण साव संविधान दिवस पर नवा रायपुर स्थित हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचएनएलयू) में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के संविधान में प्रत्येक नागरिक को बराबर अधिकार दिए गए हैं। हमारा संविधान किसी ग्रन्थ से कम नहीं है। यह हमारा सर्वाेच्च ग्रंथ है। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना संविधान की आत्मा है। इसका मूल तत्व संविधान की प्रस्तावना से स्पष्ट होता है। एचएनएलयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन, प्रो. योगेंद्र श्रीवास्तव, डॉ. एन.एल. मित्रा, डॉ. रणवीर सिंह और विपिन कुमार भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री साव ने कार्यक्रम में कहा कि सामान्यतः लोग संविधान में नागरिकों को दिए गए अधिकारों की ही बात करते हैं। लेकिन मौलिक कर्तव्यों पर चर्चा नहीं होती है। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों पर भी चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संविधान की प्रस्तावना का पाठ कराया तथा ‘सीजी लर्न’ का लोगो भी लॉन्च किया। साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ‘सीजी लर्न’ से विधि क्षेत्र में नया आयाम स्थापित होगा। इससे विधि की शिक्षा और शोध कार्यों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ में विधि के शिक्षण संस्थानों को आपस में चर्चा करने को कहा। यह विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगा। सभी शिक्षण संस्थान मिलकर काम करेंगे, तो राज्य में विधि की शिक्षा नई ऊंचाईयों पर पहुंचेगी और छत्तीसगढ़ का देश में नाम रोशन होगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राज्य स्तरीय भव्य पंथी नृत्य प्रतियोगिता के लिए मिला न्योता
खाद्य मंत्री बघेल के नेतृत्व में सतनामी समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात
नवागढ़ में 19 से 21 दिसंबर तक होगी भव्य पंथी नृत्य प्रतियोगिता
देश के विभिन्न राज्यों के नर्तक दल लेंगे हिस्सा
रायपुर | राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों के पंथी नर्तक दल हिस्सा लेंगे। यह प्रतियोगिता बेमेतरा जिले के विकासखण्ड मुख्यालय नवागढ़ में 19 से 21 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के नेतृत्व में सतनामी समाज प्रमुखों के दल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उनके निवास कार्यालय में भेंट कर उन्हें प्रतियोगिता में शामिल होने का न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने विष्णु देव साय ने निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए जयंती कार्यक्रम में शिरकत करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि परम पूज्य गुरूघासी दास बाबा जी के 268 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आगामी माह दिसंबर मेें जयंती मनाने राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। सभी समाज के लोगों से आपसी प्रेम और सौहाद्रपूर्ण वातावरण में इस आयोजन को सफल बनाने का अनुरोध किया गया है। देश के विभिन्न राज्यों के पंथी नर्तक दलों को प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा रहा है। आयोजन में सहयोग देने वाले सभी समाज के लोगों को सम्मानित करने की भी योजना है। इस मौके पर प्रतियोगिता का स्वरूप, एवं आयोजन समिति, सुरक्षा समिति सहित अन्य व्यवस्था की भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामजी भारती, पूर्व विधायक डॉ. सनम जांगड़े, पद्मश्री उषा बारले सहित समाज के अन्य प्रतिनिधि शामिल थे।
देश-विदेश में मशहूर है छत्तीसगढ़ का पंथी नृत्य। यह छत्तीसगढ़ के सतनामी समुदाय का पारंपरिक नृत्य है। इस नृत्य में बाबा गुरूघासीदास जी के संदेशों को गीतों और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। यह वस्तुतः एक धार्मिक और आध्यात्मिक नृत्य है। यह नृत्य सामूहिक अराधना की तरह है। इस नृत्य की विशेषता मांदर की थाप और मंजीरे की झांझ में तेज गति से नर्तक नृत्य प्रस्तुत करते है। तेज गति से र्प्रस्तुत किए जाने वाले इस नृत्य से दर्शक रोमांचित हो उठते हैं। पंथी नृत्य में कई वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल होता है, जैसे मांदर, झांझ, झुमका, मंजीरे, चिकारा, हारमोनियम, और बेन्जो आदि शामिल होता है।
राज्यपाल रमेन डेका ने नक्सली हिंसा में घायल जवानों को ईलाज के लिए आर्थिक सहायता दी
रायपुर | राज्यपाल रमेन डेका ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए नक्सली हिंसा में घायल हुए कांकेर जिले के जिला रिजर्व फोर्स के दो जवानों खिलेश्वर गावड़े और हिरामन यादव को बेहतर ईलाज के लिए 25-25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की यह राशि राज्यपाल ने अपने स्वेच्छानुदान मद से प्रदान की है।
इसके अलावा सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर संचालनालय सैनिक कल्याण बोर्ड को 2 लाख रूपए की राशि भी स्वेच्छानुदान मद से प्रदान की है। उन्होंने आम जनता से भी 7 दिसम्बर को मनाए जाने वाले सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के उपलक्ष्य में भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अधिक से अधिक राशि देने की अपील की।