रायपुर
छत्तीसगढ़ के भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण प्रयासों को केंद्र सरकार ने सराहा
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण और आधुनिकीकरण के लिए किए गए प्रयासों की केंद्र सरकार ने सराहना की है। छत्तीसगढ़ सरकार की पहल और इसके दूरगामी सकारात्मक प्रभावों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य को 225 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की है। छत्तीसगढ़ सरकार को भूमि रजिस्ट्री प्रक्रिया को ऑनलाइन करने और इसे भूमि रिकॉर्ड से जोड़ने के लिए 150 करोड़ रुपये तथा विरासत रजिस्ट्री को डिजिटल कर आम जनता के लिए सर्च सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 75 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य में भू-अभिलेखों के डिजिटलीकरण कार्य की सराहना और इसके लिए दी गई प्रोत्साहन राशि हमारे लिए उत्साहवर्धक है। यह राशि हमारे डिजिटलीकरण प्रयासों को और तेज करेगी, जिससे नागरिकों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ सुगमता से प्राप्त हो सकेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण के तहत भू-आधार (विशिष्ट भूमि पार्सल पहचान संख्या) जारी करने, कैडेस्ट्रल नक्शों का सर्वेक्षण और डिजिटलीकरण तथा कृषक रजिस्ट्री तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। इससे किसानों को बैंकिंग सेवा, ऋण और सरकारी योजनाओं का सहजता से लाभ मिलेगा। शहरी क्षेत्रों में ईज ऑफ लिविंग को बढ़ावा देने के लिए जीआईएस मैपिंग के माध्यम से भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण किया जा रहा है। यह प्रक्रिया शहरी नियोजन में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के साथ ही मास्टर प्लान तैयार करने में सहायता करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण परियोजना छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और शहरी नागरिकों को सशक्त बनाने के साथ ही राज्य में विकास कार्यों को नई दिशा प्रदान करेगी। केंद्र सरकार द्वारा मिली यह सराहना राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इस प्रोत्साहन राशि का उपयोग नागरिकों के जीवन को सरल और सुविधाजनक बनाने में किया जाएगा।
नववर्ष पर नंदनवन जंगल सफारी बना : सभी के लिए आकर्षण का केंद्र
लगभग 6 हजार पर्यटकों ने जंगल सफारी में उठाया आनंद
रायपुर | राजधानी रायपुर स्थित नंदनवन जंगल सफारी नए वर्ष में लोगों के लिए रोमांच भरा पल लेकर आया। नववर्ष के जश्न में नंदनवन जंगल सफारी ने 5 हजार 762 पर्यटकों का स्वागत कर अपनी लोकप्रियता में एक नया अध्याय जोड़ा है। इस अवसर पर सफारी और चिड़ियाघर के रोमांचक अनुभवों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
सफारी में पर्यटकों के लिए नुक्कड़ नाटक, प्रकृति आधारित ड्राइंग कार्यशाला, वन्यजीवों पर आधारित माटीकला कार्यशाला और जैव विविधता पर प्रश्नोत्तरी जैसे रोचक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन गतिविधियों ने पर्यटकों को न केवल मनोरंजन प्रदान किया बल्कि उन्हें वन्यजीव संरक्षण और प्रकृति के महत्व को जानने-समझने का भी मौका दिया।
बिलासपुर से आए पर्यटक मुकेश यादव ने अपना सुखद अनुभव को साझा करते हुए बताया कि हमने जंगल सफारी में हिरण, नीलगाय, भालू, बाघ और शेर सहित अन्य वन्य प्राणियों को स्वच्छंद विचरण करते देखा। चिड़ियाघर में विभिन्न वन्य प्राणियों की प्रजातियों का अनुभव अविस्मरणीय रहा। यहां आकर बच्चों ने माटीकला कार्यशाला में अपनी कल्पनाओं को आकार दिया। यह स्थान सपरिवार नववर्ष में समय बिताने के साथ-साथ हम सबके लिए शानदार और यादगार बन गया है।
संचालक, जंगल सफारी धम्मशील गणवीर ने कहा कि हम पर्यटकों को न केवल आनंददायक अनुभव देना चाहते हैं, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना भी हमारा उद्देश्य है। हम ‘प्रकृति दर्शन‘ और ‘नेचर ट्रेल‘ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रयासरत हैं।
नंदनवन जंगल सफारी ने नववर्ष पर आगंतुक पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव प्रदान किया, जहां मनोरंजन के साथ ज्ञान और जागरूकता का मिश्रण था। यह प्रयास वन्यजीव संरक्षण एवं पर्यावरण के प्रति लोगों की सोच को बदलने और जागरुकता लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हो रहा है।
भिलाई विधायक देवेंद्र यादव अस्पताल में भर्ती.... बलौदाबाजार हिंसा मामले में थे जेल में
रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव की तबियत बिगड़ गई। उन्हें घड़ी चौक स्थित डीकेएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव के पेट की मांसपेशी से जुड़ी बीमारी की वजह से उन्हें पहले मेडिकल फिटनेस के लिए मेकाहारा में भेजा गया था, जहां से सारी जांच रिपोर्ट आने के बाद अब उन्हें ऑपरेशन के लिए डीकेएस अस्तपाल में भर्ती किया गया है।
बतादें कि बीते दिनों हुए बलौदाबाजार हिंसा मामले में विधायक देवेन्द्र यादव को पुलिस ने 17 अगस्त को भिलाई निवास से गिरफ्तार किया था। उन पर हिंसा भड़काने का आरोप है। वहीं देवेन्द्र यादव को लगातार न्यायिक रिमांड बढ़ते ही जा रही है। वे राजधानी रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद है। अब उन्हें इलाज के लिए दाऊ कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी हॉस्टिपल में भर्ती कराया गया है।
प्रदेश में अब तक 93.44 लाख मीट्रिक टन धान की हो चुकी है खरीदी
वसुधैव कुटुम्बकं और देशभक्ति का पाठ पढ़ाती है हमारी सनातन परम्परा : मुख्यमंत्री साय
10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा से पहले होगा प्री बोर्ड मोक टेस्ट, शेड्यूल जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षा से पहले प्री बोर्ड मोक टेस्ट आयोजित किया जाएगा। इसे लेकर राज्य परियोजना कार्यालय ने शेड्यूल जारी कर दिया है।
नवा रायपुर में युवाओं के लिए खुल रहे हैं रोजगार के नए अवसर, मिल रही हैं बेहतर सुविधाएं
10 निकायों के महापौर का कार्यकाल हो रहा खत्म, जानिए रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर, दुर्ग में कब बैठेंगे प्रशासक
रायपुर। छत्तीसगढ़ के 10 नगर निगमों में पांच साल से महापौर की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों के कार्यकाल की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। गुरुवार से अगले नौ दिनों तक 10 नगर निगमों के महापौर का कार्यकाल खत्म होना शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही उनके स्थान पर सरकारी अधिकारी प्रशासक के तौर पर कामकाज संभालेंगे। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है। सभी महापौर के स्थान पर संबंधित जिले के कलेक्टर प्रशासक के रूप में नियुक्त किए गए हैं। इधर निगमों में प्रशासक नियुक्ति को कांग्रेस ने भाजपा का कुशासन करार दिया है।
जिन निगमों में मेयरों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें पहला नंबर राजनांदगांव निगम के मेयर का है। 3 जनवरी को मेयर का कार्यकाल खत्म होने के बाद वहां कलेक्टर प्रशासक होंगे। इसके बाद 4 जनवरी को बिलासपुर नगर निगम का कार्यकाल खत्म हो रहा है। रायपुर नगर निगम, जगदलपुर निगम, धमतरी निगम, दुर्ग नगर निगम, रायगढ़ निगम, चिरमिरी नगर नियम के मेयर की जगह 6 जनवरी को प्रशासक बैठेंगे। 8 जनवरी को अंबिकापुर नगर निगम और 10 जनवरी को कोरबा नगर निगम का कामकाज कोरबा के कलेक्टर संभालेंगे।
7 जनवरी को मेयर पद के लिए आरक्षण
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सिलसिले में सबसे पहले नगरीय निकायों में वार्डों के आरक्षण का काम पूरा कर लिया गया है। अब अगली बारी महापौर और पालिकाध्यक्ष के आरक्षण की है। राज्य के जिन 10 निगमों में नया चुनाव होना है वहां 7 जनवरी को मेयर पद के लिए आरक्षण किया जाएगा। खास बात यह है कि इस बार मेयर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। पिछला मेयर चुनाव कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अप्रत्यक्ष प्रणाली से किया गया था। यही नहीं बरसों बाद छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों के चुनाव बैलेट (मतपत्र) के माध्यम से होंगे।
नए नाम 6 जनवरी तक जोड़े जाएंगे
राज्य में ऐसे युवा जो 1 जनवरी को 18 साल की आयु पूरा कर चुके हैं, उनके नाम मतदाता सूची में जोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। नए नाम 6 जनवरी तक जोड़े जाएंगे। दावा आपत्ति के बाद 15 जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इसके बाद राज्य सरकार राज्य निर्वाचन आयोग को इस संबंध में सूचना भेजेगी। इसके बाद आयोग किसी भी दिन राज्य में नगरीय निकायों के चुनाव की घोषणा कर सकता है। प्रदेश में पहली बार निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ होंगे।
राज्य के चावल निर्यातकों को मिलेगी मंडी शुल्क में छूट
36 वॉ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025 का आगाज : हेलमेट जागरूकता बाईक रैली के साथ
मान. न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे अध्यक्ष, सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया रवाना
एसएसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह, स्वयं बाईक चलाकर हेलमेट पहनकर कर वाहन चलाने दिया संदेश।
रायपुर | नया साल 2025 के शुभारंभ होते ही सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दिनांक 01 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक 36 वॉ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किये जाने आदेशित किया गया है। उक्त आदेश के परिपालन में यातायात पुलिस रायपुर एवं अंतर विभागीय लीड एजेंसी पुलिस मुख्यालय रायपुर द्वारा, आज दिनांक 01 जनवरी 2025 को हेलमेट जनजागरूकता बाईक रैली के साथ 36 वॉ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025 का शुभारंभ किया गया, जिसे मान. न्यायमर्ति अभय मनोहर सप्रे अध्यक्ष, सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी द्वारा हरी झण्डी दिखाकर उक्त रैली को रवाना किया गया। इस बाईक रैली में डॉ. लाल उमेंद सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर, डॉ. अनुराग झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर, गुरजीत सिंह एवं सतीश ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर द्वारा दोपहिया वाहन चलाकर आम नागरिकों को दोपहया वाहन चालन के दौरान अनिवार्य रूप से हेलमेट धारण करने के लिए प्रेरित किया गया।
बता दे कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष माह जनवरी में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है जिसका मकसद, वाहन चालकों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। सड़क सुरक्षा माह के दौरान यातायात पुलिस जिले के विभिन्न स्कूल, कालेज, शैक्षणिक संस्थानों एवं राष्ट्रीय राजमार्ग / राजकीय राजमार्ग के किनारे स्थित ग्राम पंचायतों में कई तरह की गतिविधियॉ और आयोजन कर लोगों को यातायात नियमों से संबंधित जानकारी देकर नियमों का पालन कर वाहन चलाने हेतु प्रेरित किया जाता है साथ ही यातायात नियमों का पालन नही करने से होने वाले जान माल की हानि के बारे में बताया जायेगा। जिसका प्रमुख उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण कर सुगम सुरक्षित यातायात व्यवस्था बनाना है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निर्देशानुसार 36 वॉ सड़क सुरक्षा माह 2025 का शुभारंभ हेलमेट जागरूकता बाईक रैली के साथ किया गया। जिसका प्रमुख उद्देश्य दोपहिया वाहन चालकों में हेलमेट के प्रति जागरूकता लाना है। क्योंकि वर्ष 2024 में घटित सड़क दुर्घटना प्रकरणों का अवलोकन करने पर सबसे ज्यादा मृत्यु दोपहिया वाहन में हुई है जिसका मुख्य कारण सिर में गंभीर चोट आने से होना पाया गया। यदि दोपहिया वाहन चालक हेलमेट धारण कर वाहन चलाना प्रारंभ करेंगे तो निश्चित ही सड़क दुर्घटना में मृत्यु के प्रकरणों में 40-50 % की कमी लाई जा सकती है। इसी उद्देश्य से यातायात पुलिस रायपुर द्वारा प्रमुखता के आधार पर दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट धारण कर वाहन चलाने के प्रति जागरूकता लाने बाईक रैली का आयोजन किया गया।
अपील :- वाहन चालकों से अपील है, यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाए। नाबालिक बच्चों को वाहन चलाने ना दे। वाहन के संपूर्ण कागजात हमेशा दुरूस्त रखें। बिना हेलमेट दोपहिया वाहन ना चलाए, नशे की हालत में वाहन ना चलाए, चार पहिया वाहन चालन के दौरान अनिवार्य रूप से सीट बेल्ट लगाए, वाहन चलाते समय मोबाईल फोन का उपयोग ना करें, सड़कों पर नो पार्किंग पर वाहन खड़ी कर दूसरों के लिए असुविधा या दुर्घटना का कारण ना बने।
राज्य में अब तक 86.42 लाख मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी
17.50 लाख किसानों को 19 हजार 415 करोड़ रूपए का भुगतान
अब तक 58.35 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी
32.57 लाख मीट्रिक टन धान का हो चुका है उठाव
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में धान 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 86.42 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 17.50 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 19 हजार 415 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए 58.35 लाख मीट्रिक टन धान के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध अब तक 32.57 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज 31 दिसम्बर को 63,831 किसानों से 2.87 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 84 हजार 702 से अधिक टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 74 हजार 761 टोकन जारी किए गए हैं।
पाॅवर कंपनी में सेवानिवृत्ति समारोह : ईडी डी.के.तुली सहित 8 विद्युत कर्मियों की विदाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज मुख्यालय में आयोजित समारोह में कार्यपालक निदेशक (सिविल) देवेंद्र कुमार तुली सहित 8 अधिकारियों तथा कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के अवसर पर विदाई दी गई। अध्यक्ष डाॅ. रोहित यादव द्वारा तुली के योगदान की प्रशंसा करते हुए उनके सुखद भविष्य की कामना की गई। वहीं एक अन्य कार्यक्रम में एमडी (ट्रांसमिशन कंपनी) राजेश कुमार शुक्ला के मुख्य आतिथ्य के आयोजित कार्यक्रम में 7 अधिकारियों तथा कर्मचारियों को विदाई दी गई।
मुख्य समारोह का आयोजन अध्यक्ष डाॅ. रोहित यादव के मुख्य आतिथ्य में सेवाभवन में किया गया था। जिसमें निवृत्तमान ईडी तुली के साथ उनके परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे। इस अवसर पर पाॅवर ट्रांस्को के एमडी राजेश शुक्ला एवं डिस्टीब्यूशन कंपनी (डिस्काॅम) के एमडी भीमसिंह कंवर सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। सभी ने तुली की कर्मठता और चार दशक की सेवा की सराहना की तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर अध्यक्ष डाॅ. यादव ने कहा कि तुली ने जल विद्युत परियोजनाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं। किसी भी संस्था की मजबूत नींव बनाने का कार्य सिविल विभाग के द्वारा किया जाता हैं। समारोह में सेवानिवृत्त ईडी तुली ने अपने कार्य अनुभव बताते हुए अपनी सफलता का श्रेय टीमवर्क को दिया तथा सेवायात्रा के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों से मिले सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।
इसी प्रकार लोड डिस्पैच सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में अति. मुख्य अभियंता (सिविल) दिनेश कुमार देवांगन, वरिष्ठ पर्यवेक्षक (परीक्षण) भूषण प्रसाद चंद्राकर, कनिष्ठ पर्यवेक्षक (परीक्षण) कौशल प्रसाद यादव, कनिष्ठ पर्यवेक्षक (परीक्षण) रमेश कुमार स्वर्णकार, कार्यालय सहायक श्रेणी-एक कमलकांत शुक्ला, लाईन सहायक श्रेणी-दो राम लखन देवांगन एवं मुख्य सुरक्षा सैनिक समय लाल वर्मा के योगदान का उल्लेख किया गया तथा सेवानिवृत्ति उपरांत देय हितलाभों के साथ उनका अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक के.एस.मनोठिया, वी.के.साय, संजय पटेल, आर.सी.अग्रवाल एवं जी.आनंद राव सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त महाप्रबंधक (जनसंपर्क) उमेश कुमार मिश्र एवं प्रकाशन अधिकारी गोविंद सिंह पटेल द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को दी नववर्ष 2025 की बधाई और शुभकामनाएं
24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन : संथाल परगना ने चौंपियन्स ट्रॉफी जीती
संथाल परगना बना चैंपियन, केरल उपविजेता और झारखण्ड फर्स्ट रनरअप रहा
तीरंदाजी में कर्नाटक और पूर्वी उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन
विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित
रायपुर | राजधानी रायपुर में चल रहीं 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का आज समापन हो गया। समापन समारोह के दौरान फुटबॉल के फाइनल मैच में संथाल परगना ने केरल को पेनाल्टी शूट में एक के मुकाबले चार गोलों से हराकर चैंपियन की ट्रॉफी जीती। केरल की टीम उपविजेता रहीं वहीं झारखण्ड की टीम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। तीरंदाजी की प्रतियोगिता में पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालक तीरंदाज और कर्नाटक की बालिकाएं छायी रहीं। इस पूरी प्रतियोगिता में फुटबॉल और तीरंदाजी के खेलों में लगभग 600 जनजातीय बालक-बालिकाओं ने हिस्सा लिया।
अण्डमान, निकोबार से लेकर पूरे देश के लगभग 30 प्रांतों से जनजातीय खिलाड़ी इस प्रतिस्पर्धा में शामिल हुए। पड़ोसी देश नेपाल से भी खिलाड़ियों के एक दल ने तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ के वन मंत्री एवं स्वागत समिति के अध्यक्ष केदार कश्यप और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कोटा स्टेडियम पहुंचकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया उन्होंने सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और बेहतरीन खेल दिखाने के लिए सभी का हौसला बढ़ाया। समापन समारोह में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह, अखिल भारतीय खेल-कूद प्रमुख फूल सिंह लेप्चा, राष्ट्रीय महामंत्री योगेश बापट, छत्तीसगढ़ प्रांत के अध्यक्ष उमेश कश्यप और संगठन मंत्री रामनाथ कश्यप, सचिव अनुराग जैन और स्वागत समिति के सचिव अमर बंसल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रवीण ढोलके, सह संगठन मंत्री सुभाष बडोले, पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग प्रमुख प्रोफेसर राजीव चौधरी, वनवासी विकास समिति महानगर रायपुर के अध्यक्ष रवि गोयल और सचिव राजीव शर्मा सहित सह खेल-कूद प्रमुख पंकज सिंह, संगीता चौबे, डॉ. विजय साण्डिल्य, डॉ. आशुतोष साण्डिल्य, डॉ. मीना मूर्मू, टिशेन भगत गोपाल वियानी भी उपस्थित रहे।
संभवतः जनजातीय खिलाड़ियों की यह विश्व की सबसे बड़ी प्रतियोगिता में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित इस 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल जोग ने कहा कि यह प्रतियोगिता 1991 से अनवरत आयोजित होती आ रहीं है और यह प्रतियोगिता विशुद्ध रूप से जनजातीय खिलाड़ियों की सहभागिता वाली विश्व की सबसे बड़ी प्रतियोगिता है। जोग ने यह भी बताया कि इससे पहले भोपाल में आयोजित प्रतियोगिता में केवल तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में ही 316 जनजातीय तीरंदाजों ने हिस्सा लिया था और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल मेडल जीतने या खेल खेलने तक सीमित नहीं है बल्कि यह आयोजन खिलाड़ियों में राष्ट्रीय एकता की भावना और हम सबके एक होने के भाव को जगाने वाला है। उन्होंने खिलाड़ियों से आग्रह किया कि हमेशा कड़ी मेहनत करें, खेल से जुड़े रहें और लगातार अभ्यास करें ताकि आने वाले दिनों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन किया जा सके।
खेल की ना भाषा, ना कोई सीमा, केवल प्रतिभा ही पहचान रू समापन समारोह को वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एच के नागु ने भी संबोधित किया। उन्होंने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि खेलों की ना तो कोई भाषा है, ना ही कोई सीमा। खेल प्रतिभा ही खिलाड़ी की पहचान है। नागु ने कहा शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ खेल जीवन संघर्ष के लिए भी हमें तैयार करते हैं। उन्होंने वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा जनजातीय खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी। नागु ने सभी विजेताओं को शुभकानाएं दी।
फुटबॉल के 22 मैच, 122 गोल, 9 मैचों का परिणाम टाई ब्रेकर या पेनाल्टी शूट से रू 24 वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता में फुटबॉल के जनजातीय खिलाड़ियों ने अपना खूब जौहर दिखाया। पूरी प्रतियोगिता में फुटबॉल के 22 मैच कोटा स्टेडियम और यूनिवर्सिटी खेल मैदान पर खेले गये। जनजातीय खिलाड़ियों ने इन मैचों में 122 गोल दागकर अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। खेल के प्रति खिलाड़ियों का समर्पण और उनकी कुशलता इसी से सिद्ध होती है कि पूरी प्रतियोगिता में 9 मैचों का परिणाम टाई ब्रेकर या पेनाल्टी शूट से हुआ। फुटबॉल के खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक प्रतिभावों का प्रदर्शन किया। अंत में संथाल परगना ने चौंपियन्स ट्रॉफी जीती और केरल उपविजेता रहा। संथाल परगना के गोलकीपर विनय कुण्डू ने फाइनल मैच में पेनाल्टी शूट के 4 गोल बचाकर सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का मेडल प्राप्त किया वहीं संथाल परगना के ही खिलाड़ी विमल मराण्डी मेन ऑफ द टूर्नामेंट रहें। फाइनल मैच में केरल के खिलाड़ी अभिनंद को मेन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
आबकारी विभाग ने मारा छापा… जब्त की लाखों की शराब
रायपुर। रायपुर में बच्चों की दवाईयों की आड़ में पंजाब से शराब की तस्करी हो रही है। ये तस्करी एक कॉम्प्लेक्स में मौजूद एक फ्लैट से हो रही थी, जहां आबकारी विभाग ने छापा मारा है। आबकारी विभाग के अमले ने जहां से बड़ी मात्रा शराब जब्त की है, जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। यहां तस्कर पार्सल में बच्चों की दवाईयां है ऐसा लिखकर शराब की तस्करी करते थे, जिससे किसी को कोई शक नहीं होता था.
यहां से आबकारी विभाग ने Red label, J&B, Jagermaster, Ballentine, Black label, Chiwas regal, Johny walker blonde समेत महंगी शराब जब्त की है. इस कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी अधिकारी नीलम किरण सिंह, आबकारी उपनिरीक्षक योगेश सोनी, जीतेश्वरी आलेन्द्र , आबकारी आरक्षक पुरुषोत्तम साकार, जागेश्वर वर्मा समेत अन्य स्टॉफ मौजूद रहे।
24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता : तीरंदाज़ी में पूर्वी उत्तरप्रदेश का जलवा
कर्नाटक की बालिका तीरंदाजों ने मेडल सहित सभी का दिल भी जीता
रायपुर | 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता में हुए तीरंदाज़ी के मुकाबलों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के तीरंदाज़ों का जलवा रहा। कर्नाटक की बालिका तीरंदाजों ने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन किया। इन खिलाड़ियों ने ट्रॉफी और मेडलों के साथ अपनी खेल भावना और व्यवहार से आयोजकों सहित साथी खिलाड़ियों का दिल भी जीत लिया। पूर्वी उत्तरप्रदेश के तीरंदाज़ों ने कुल बारह में से चार पदक जीते हालांकि पूर्वी उत्तरप्रदेश के तीरंदाज किसी भी वर्ग में स्वर्ण पदक नहीं पा सके परंतु जूनियर बालक और सब जूनियर बालक वर्ग में इन खिलाड़ियों ने सिल्वर और ब्रांज मेडल प्राप्त किया। तीरंदाजी की जूनियर बालक वर्ग की प्रतिस्पर्धा में राजस्थान के हिमेश बरांडा ने 643 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता। पूर्वी उत्तर प्रदेश के आदित्य सिंह ने 637 अंक लेकर रजत और हीरा सिंह ने 626 अंक प्राप्त कर कांस्य पदक प्राप्त किया।
सब जूनियर बालक वर्ग में उत्तरबंगाल के सकनोन लेपचा ने 664 अंकों के साथ स्वर्ण और पूर्वी उत्तरप्रदेश के दीपक ने 661 अंक लेकर रजत तथा इंद्रदेव कुमार ने 651 अंक प्राप्त कर ब्रांज मेडल जीता।
जूनियर बालिका वर्ग में उड़ीसा की मंजुलता ने 563 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। छतीसगढ़ की रामशिला नेताम ने 493 अंक लेकर सिल्वर और उड़ीसा की ही मीना तीरिया ने 460 अंक प्राप्त कर कांस्य पदक जीता।
सब जूनियर बालिका वर्ग में कर्नाटक की बालिकाओ का वर्चस्व रहा। कर्नाटक की भाग्यश्री ने 599 अंक के साथ स्वर्ण और अन्नपूर्णा ने 563 अंक लेकर रजत पदक पक्का किया। राजस्थान की दर्शी डामोर ने इस वर्ग में 541 अंक प्राप्त कर कांस्य पदक जीता।
उल्लेखनीय है की 25 वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता में तीरंदाजी के 40 मीटर, 30 मीटर और 20 मीटर शूटिंग मुकाबले हुए। इन प्रतिस्पर्धाओं में बालक-बालिका जूनियर-सब जूनियर वर्ग में लगभग 400 जनजातीय तीरंदाज़ों ने हिस्सा लिया। तीरंदाज़ी के सभी मुक़ाबले राज्य आर्चरी एकेडमी के मैदान पर हुई।
रायपुर, बिलासपुर से अंबिकापुर के लिए अब सप्ताह में छह दिन उड़ान
रायपुर। फ्लाई बिग एयरलाइंस ने बिलासपुर और रायपुर से अंबिकापुर के बीच हवाई सेवा को विस्तार दिया है। पहले यह सेवा सप्ताह में तीन दिन (गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार) संचालित होती थी, लेकिन अब इसे सोमवार से शनिवार तक सप्ताह के छह दिन किया गया है।
गौरतलब है कि सोमवार को पहली उड़ान बिलासपुर एयरपोर्ट पर उतरी परंतु फ्लाइट के नए शेड्यूल का प्रचार प्रसार ना होने के कारण अंबिकापुर से फ्लाइट बिलासपुर और बिलासपुर से अंबिकापुर पूरी तरह खाली आई और गई।
एयरलाइंस के नए शेड्यूल के हिसाब से अब रायपुर से अंबिकापुर की उड़ान सुबह 9:00 बजे प्रारंभ होगी और 10:15 बजे अंबिकापुर पहुंचेगी। 25 मिनट रुकने के बाद 10:40 पर उड़ान बिलासपुर के लिए रवाना होगी और 11:35 पर यहां लैंड करेगी। ठीक 12:00 दोपहर को बिलासपुर से अंबिकापुर के लिए उड़ान होगी जो 12:55 पर अंबिकापुर पहुंचेगी। वहां से 1:20 पर विमान उड़ कर दोपहर 2:30 बजे रायपुर एयरपोर्ट वापस पहुंच जाएगा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बढ़े हुए दोनों और शेड्यूल का स्वागत तो किया है परंतु साथ ही यह मांग की है कि बिलासपुर से यह उड़ान अंबिकापुर जाकर आगे बनारस तक भेजी जाए और वहां से वापसी में यह उड़ान अंबिकापुर होते हुए रायपुर तक शाम के पहले पहुंच जाए. ऐसा होने से बनारस के लिए हवाई सुविधा मिल सकेगी।