संत ज्ञानेश्वर स्कूल में खेल-खेल में बच्चे सीख रहे ककहरा..... बच्चों में डाली जा रही बेस्ट डाइट में आदत
रायपुर। हर अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाने लिखाने के साथ उसमें अच्छे डायट की भी आदत डालना चाहता है। आमतौर पर बच्चों कई प्रकार सब्जियां नहीं आते। जंक फूड के चक्कर में पौष्टिक आहार तो खाते ही नहीं है। जो बच्चे घर पर लाख मशक्कत के बाद भी पौष्टिक आहार नहीं लेते वे बच्चे स्कूल पहुंचते ही अपने शिक्षकों के कहने पर खाना शुरू कर देते है। संत ज्ञानेश्वर स्कूल का स्टाप इस बात पर पूरा जोर देता है कि बच्चे खेल-खेल में ककहरा सीखें और बच्चों में पौष्टिक आहार लेने की आदत बनें।
महाराष्ट्र मंडळ द्वारा संचालित प्रियदर्शिनी नगर स्थित संत ज्ञानेश्वर स्कूल में बच्चों को खेल-खेल में ककहरा सीखाने के साथ, योगा और बहुच कुछ सीखाया जा रहा है। स्कूल के प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने बताया कि प्री प्राइमरी की कक्षाओं में खेल-खेल में सीखों के तर्ज पर शिक्षिकाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के टीएमएम व रंग बिरंगी खिलौनों से बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्सुकता जगाकर आकर्षण शिक्षण सामग्री के साथ बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इससे अभिभावक भी उत्सुक रहते हैं कि आज हमारा बच्चा कुछ नया सीख कर नई बातें सीखकर आ रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि जैसे हम पढ़ाई को लेकर जागरूक है वैसे ही हम उनकी सेहत को लेकर भी सजग रहते है। साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखते हुए बच्चों के लिए हमारी शिक्षिकाओं ने उनके उम्र के अनुसार डाइट प्लान तैयार किया है। भारती सहगल मैडम ने नर्सरी के बच्चों के लिए सुरेखा मैडम एवं पूजा चौहान मैडम ने पीपी-1 के बच्चों के लिए और हार्दिका मैडम एवं अस्मिता मैडम ने पीपी-2 के बच्चों के लिए उनकी उम्र के अनुसार डाइट प्लान बनाया है। जो कि प्रोटीन, विटामिन , मिनरल्स से भरपूर है। जंक फूड से दूर रखने के लिए पालको को ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन, विटामिन ,कार्बोहाइड्रेट व मिनरल्स से भरपूर बनाकर टिफिन में देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है व उनको डाइट चार्ट बनाकर समझाया जाता है जिससे कि बच्चों के टिफिन में स्वास्थ वर्धक खाना ही आए।
बच्चों को स्वास्थ के साथ-साथ संगीत की शिक्षा भी दी जा रही है। बच्चों में संगीत के प्रति रुचि पैदा करने के साथ-साथ अन्य गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को संगीत की प्राथमिक शिक्षा दी जा रही है जिससे छोटे बच्चों में उत्साह का वातावरण है।