दिव्य महाराष्ट्र मंडल

महाराष्ट्र मंडळ भवन में गूंजेगा हर हर महादेव..... पार्थिव शिवलिंग की पूजा होगी 6 अगस्त को

रायपुर। चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल में श्रावण अधिकमास के मौके पर पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना की जाएगी। पूजा का आयोजन 6 अगस्त को सुबह 11 बजे से महाराष्ट्र मंडळ में होगा।  सरोना केंद्र और सुंदर नगर केंद्र की ओर से आयोजित इस पूजा में महाराष्ट्र मंडल के सभी 15 केंद्रों की महिलाएं शामिल होंगी। 

मंडल की महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने बताया कि इस मौके पर षोडशोपचार पूजा, शिव तांडव स्त्रोत, शिवमंत्र अराधना व भजन एवं शिव तांडव नृत्य की प्रस्तुति होगी। पार्थिव शिवलिंग के पूजन में हर केन्द्र को 11 शिवलिंग बनाने है। हल्दी कुमकूम, गुलाल, बुक्का, चंदन, मिट्टी, पानी, दूध, फुल, बेलपत्री ये सामान पूजा के समय दिया जाएगा। वहीं आरती की थाली, ताम्हण, फुलपात्र, निरांजन, दिया, बाती, घी, माचिस अपने घर से ले आना हैl

पार्थिव शिवलिंग क्या है
मिट्टी का शिवलिंग, गाय के गोबर, गुड़, मख्खन, मिट्टी में गंगाजल मिलाकर बनाया जाता है। इसके लिए बेल वृक्ष की मिट्टी या चिकनी मिट्टी के उपयोग को अतिउत्तम माना गया है। आमतौर पर यह मिट्टी नदी अथवा तालाब की होती है। मान्यता है कि पार्थिव शिवलिंग की ऊंचाई अधिकतम 12 अंगुल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 

पार्थिव शिवलिंग पूजा के लाभ
ऐसा माना जाता है कि पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से जीवन की बड़ी—बड़ी बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही अकाल मृत्यु का भय भी दूर होता है। शिव पुराण के अनुसार भोलेनाथ ​के आशीर्वाद से धन—धान्य, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है एवं जीवन के अंतिम क्षणों में मोक्ष की प्राप्ति होती है।