छत्तीसगढ़
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मुख्यमंत्री साय की आज नई दिल्ली में लोक सभा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री से करेंगे मुलाकात
बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट: नक्सलियों के जाल में फंसे जवान, दो जवान शहीद; चार घायल
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में आईईडी ब्लास्ट हुआ है। हादसे में दो जवान शहीद हो गए हैं। जबकि चार जवान घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाके में सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया गया है। खराब मौसम के कारण परेशानी आ रही है।
जानकारी के अनुसार, जिले के तर्रेम थाना इलाके के मंडिमरका के जंगल में सर्चिंग से लौट रहे जवानों के ऊपर नक्सलियों ने घात लगाकर पाइप बम के माध्यम से आईईडी ब्लास्ट किया, इस घटना में जहां दो जवान शहीद हो गए, वहीं चार घायल हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ, कोबरा, सीएएफ, डीआरजी और एसटीएफ के जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले हुए थे, बुधवार को जवान वापस लौट रहे थे कि नक्सलियों द्वारा लगाए गए पाइप बम को बीती रात तर्रेम थाना इलाके के मंडिमरका के जंगलों में ब्लास्ट कर दिया।
घटना में एसटीएफ के प्रधान आरक्षक भरत लाल साहू और आरक्षक सतेर सिंह का बलिदान हो गया। जबकि पुरषोत्तम नाग, कोमल यादव, सियाराम सोरी और संजय कुमार घायल हो गए, घायलों को बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल बीजापुर लाया गया है, यहां उनका इलाज चल रहा है।
घायलों की स्थिति को देखते हुए उन्हें रायपुर ले जाने की तैयारी की जा रही है, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है, फिलहाल घटना के बाद से इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। घटना पर अभी तक किसी बड़े अधिकारी का बयान नहीं आया है।
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जोखिम लेकर ट्रैक्टर से पार की सड़क : बीजापुर में पानी में फंसे विधायक विक्रम मंडावी
जगदलपुर से बीजापुर नेशनल हाईवे 63 आवागमन बंद।
कुटरू, चेरपाल व बोरजे मार्ग के पुलिया में पानी भरा।
NH-63 पर आवागमन होने से वाहनों की लगी लंबी कतार।
रायपुर | छत्तीगसढ़ में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। बीजापुर जिले में आधी रात हुई झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगदलपुर से भोपालपटनम नेशनल हाईवे 63 के जांगला के पास पानी भरने से मार्ग अवरूद्ध हो गया है। मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई है।
इधर, नेशनल हाईवे-63 पर जांगला में सड़क पर पानी भरने से विधायक विक्रम मंडावी भी फंस गये। कमर से ऊपर तक बहते हुए पानी में विधायक विक्रम मंडावी ने खुद ट्रैक्टर चलाकर सड़क पार किया। विधायक विक्रम मंडावी ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम के भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होना है।
काफी पानी होने से जोखिम लेना पड़ा। जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर के भाई की मृत्यु मंगलवार को दोपहर बाद हुई। विधायक ने बताया कि कुटरू मार्ग में भी बाढ़ जैसे हालात है। इस मार्ग से होते हुए अंतिम संस्कार में पहुंचना है। कुटरू मार्ग पर बहुत ज्यादा पानी भरा होने से जोखिम लेकर सड़क पार करना पड़ रहा है।
वहीं नेशनल हाईवे-63 पर भारी बारिश से आवागमन ठप होने बसों के यात्रियों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है। बारिश की वजह से चेरपाल नदी में जलस्तर बढ़ने से नैमेड से कुटरू व बीजापुर-गंगालूर मार्ग पर आवागमन ठप हो गया है।
आधी रात को भारी बारिश होने से नदी-नाले उफान पर है। छोटे-बड़े वाहनों के अलावा बसों के पहिये भी थम गए हैं। खेती-किसानी करने वाले किसान ट्रैक्टर से मदद करने लगे है। भारी बारिश होने से किसानों का कार्य भी प्रभावित हुआ है।
कबीरधाम जिले में जलस्त्रोतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता अभियान शुरू : उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर
रायपुर | कबीरधाम जिले में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर सभी सार्वजनिक और निजी जल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता अभियान शुरू हो गया है। जिले के सभी सार्वजनिक एवं निजी जल स्त्रोतों की स्वच्छता के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और पीएचई विभाग इस कार्य मे लग गए हैं। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध और निर्मल पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
जिले के विकासखण्डों में कुल 13,538 जल स्त्रोतों, जिसमें कुएं, हैण्डपंप, सोलर पंप आदि शामिल हैं, का क्लोरिनेशन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा और आदिवासी बाहूल्य क्षेत्रों में भी स्वच्छता कार्य किए जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर ने इस कार्य के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य अमला और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को संयुक्त रूप से जिम्मेदारी दी है।
इसके लिए जिले के सभी विकासखण्डों में पांच-पांच दल गठित किए गए हैं, जो क्लोरिनेशन का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और ग्राम स्तर पर मितानिनों को भी इस कार्य में शामिल किया गया है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मौसमी और जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों के जल स्त्रोतों की क्लोरिनेशन और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय पंचायत की टीम द्वारा विशेष कार्य किया जाना चाहिए।इस अभियान से जिले के ग्रामीणों को शुद्ध और निर्मल पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी। इसके लिए कलेक्टर को सभी संबंधित अधिकारियों का नियमित मॉनिटरिंग और अभियान की प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
छत्तीसगढ़ में गोवंश तस्करी पर अब 7 साल कैद, डिप्टी CM विजय शर्मा बोले- लेना होगा लाइसेंस, नहीं तो संपत्ति होगी कुर्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ में गौ तस्करी करने वालों पर अब सख्त कार्रवाई होगी। इसे लेकर नया नियम जारी किया गया है। अवैध परिवहन पर सात साल की सजा और 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। अपराध को संज्ञेय और गैर-जमानती बनाया गया है। परिवहन के दौरान गाड़ी पर फ्लैक्स लगाना होगा। प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि गौ-वंश के परिवहन, वध और मांस की बिक्री आदि की घटनाओं की रोकथाम के लिए नया आदेश जारी किया गया है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि साय सरकार गौवंश के अवैध परिवहन पर सख्ती से निपट रही है। हमने सजा और जुर्माने का प्रावधान करके यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी इस कानून का उल्लंघन न कर सके। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। छत्तीसगढ़ में अब गौ तस्करी संभव नहीं है। इसके लिए हमने प्रत्येक स्तर पर जिम्मेदारी तय की है। उन्होंने कहा कि अवैध परिवहन पर सात साल की सजा और 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यह सिद्ध करना कि तस्करी नहीं हो रही है, अभियुक्त पर होगा। अपराध को संज्ञेय और गैर-जमानती बनाया गया है।
डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि सक्षम अधिकारी के अनुमति के बिना गौवंश का परिवहन नहीं किया जा सकेगा। परिवहन के दौरान वाहन में फ्लैक्स आदि लगाना होगा। तस्करी करने पर वाहन राजसात किया जाएगा और वाहन मालिक पर भी कार्यवाही होगी। इससे अर्जित संपत्ति को चिन्हित कर कुर्क किया जाएगा। शर्मा ने कहा कि राजपत्रित अधिकारी को उक्त घटनाओं की रोकथाम और पर्यवेक्षण के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। तस्करी को संरक्षण देने पर पुलिस अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही होगी।
विजय शर्मा ने कहा कि यदि नियम विरुद्ध परिवहन होना पाया जाता है तो जहां से परिवहन शुरू हुआ और जहां वाहन जब्त किया गया है, उस बीच के समस्त पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारियों के सर्विस बुक में नकारात्मक टीप अंकित की जाएगी। पांच से अधिक बार नकारात्मक टीप अंकित होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जाएगी। यदि किसी पुलिस अधिकारी-कर्मचारी की गौवंश के वध तथा गौवंश व दुधारू पशुओं की तस्करी की कार्यवाही में किसी प्रकार की शिथिलता या संलिप्तता पायी जाती है तो उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक और विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
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पर्यटन स्थल घटारानी और जतमई का मनोरम झरना अपने पुरे उफान पर : सैलानियों की चहलकदमी बढ़ी
रायपुर | शाम को अंचल में जोरदार बारिश होने से जिले का सभी जलप्रपात अब अपने उफान पर है। वर्षा ऋतु प्रारंभ होने के बावजूद इस वर्ष कृषि अनूकूल और जलप्रपातों और नदी नालों पोखरों के लिए अच्छी बारिश होने में बहुत समय लग गया है। यदि समयानुसार पूर्व से पर्याप्त पानी गिरा होता तो सभी पर्यटक स्थल में सैलानियों की चहलकदमी और रौनकता बढ़ गई होती, दूकानदारों की दूकाने चल गई होती, साथ ही साथ क्षेत्र में कुछ पिछली हुई कृषि कार्यों में तेजी आई होती । किन्तु अब इंतजार की घड़ी समाप्त हुई और शाम को तीन घंटे की बारिश ने सभी कमियों को पूरा करते हुए अंचल को तर-बतर कर सुप्रसिद्ध पर्यटन और धार्मिक स्थलों के झरनों को प्रारंभ कर दिया है। जो प्रकृति का अनुपम उपहार है। जिसमें घटारानी, झरझरा और जतमाई का झरना का मनोरम दृश्य अत्यन्त मनोहारी और लुभावना दृश्य देखते ही बन रहा है। जहां मंदिरों में माता के दर्शन वन्दन पश्चात वनों घाटी अनगढ़ पत्थर लता बेला आदि नैसर्गिक दृश्य मन में शांति और सूकून देता है। यही कारण है कि यहां छत्तीसगढ के सभी हिस्सों सहित देश विदेश के पर्यटकों का इनाम होता है जो जिले और अंचल के गौरव का विषय है।
रामलला के दर्शन पूरे मंत्रीमंडल के साथ अयोध्या रवाना हुए सीएम... कहा- राम काज कीन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम
रायपुर। राम काज और राम भक्ति की इसी गहरी भावना के साथ ननिहाल का स्नेह और भक्ति लेकर अयोध्या धाम में भांचा राम के दर्शन के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उनके कैबिनेट के सहयोगी निकले। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रभु से कामना करेंगे।
अयोध्या में प्रभु श्रीराम के चरणों में बेर, महुआ का फल और शबरी का जल प्रसाद के रूप में अर्पित करूंगा। pic.twitter.com/MtlCL8eypf
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) July 13, 2024
प्रभु श्रीराम के लिए उपहार स्वरूप ले जा रहे माता शबरी के पवित्र धाम शिवरीनारायण के मीठे बेर और पानी, प्रभु को विष्णु भोग चावल, सीताफल और मिष्ठान्न के लिए अईरसाऔर करी लड्डू का भोग लगाएंगे। प्रभु की वस्त्र सज्जा के लिए स्थानीय कोसे से बने वस्त्र भी ले जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने जो उपहार की थाली तैयार की है उसे गौर करें तो पाएंगे कि इसके सभी पदार्थ राम कथा से संबंधित ही है चाहे विष्णु भोग हो चाहे सीताफल हो, सबसे प्रभु के छत्तीसगढ़ प्रवास का दिव्य स्मरण होता है।
'चलत विमान कोलाहल होई,
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) July 13, 2024
जय रघुवीर कहई सब कोई'
भांचा प्रभु श्रीराम के दर्शन करने हेतु अयोध्या धाम के लिए रवाना होते हुए।
जय श्रीराम pic.twitter.com/0FCPQnaoPk
चीफ जस्टिस सिन्हा के आने के बाद अवमानना मामले के लिए बना रोस्टर.... 1143 मामलों का निराकरण.. अब 944 ही लंबित
11वीं शताब्दी के वास्तु शिल्प का उत्कृष्ट उदाहरण है नारायणपाल मंदिरः डॉ. अरविंद पनगढ़िया
रायपुर। केंद्रीय वित्त आयोग का दल जगदलपुर पहुंचने के बाद बस्तर जिले के लोहांडीगुड़ा विकासखंड में स्थित नारायणपाल मंदिर का अवलोकन करने पहुंचा। वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया मंदिर की वस्तुकला देखकर काफी प्रभावित हुए। उन्होंने मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली, जिस पर स्थानीय गाइड धनुर्जय बघेल ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह मंदिर चक्रकोट के छिंदक नागवंशी शासकों द्वारा 11वीं शताब्दी में बनाया गया है, क्षेत्र के नागरिकों में मंदिर के प्रति गहरी आस्था है, नारायणपाल मंदिर वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन है। इस दौरान सदस्यों ने मंदिर में दर्शन कर समूह फोटो भी खिंचवाई।
ज्ञात हो कि चक्रकोट के छिंदक नागवंशी शासकों द्वारा निर्मित पूर्वाभिमुख यह प्रस्तर मन्दिर मध्यम ऊँचाई की जगति पर अवस्थित वस्तुतः शिव मन्दिर है। किन्तु परवर्ती काल में इस मन्दिर के गर्भगृह में विष्णु की प्रतिमा प्रतिष्ठापित कराई गई, जिसके कारण इसे अतीत में नारायण मन्दिर कहा जाने लगा। मंदिर की भू-संयोजना में अष्टकोणीय मण्डप, अन्तराल एवं गर्भगृह की व्यवस्था है, मंदिर का द्वार अलंकृत एवं बेसर शैली का सप्तस्थ योजना का उच्च साधारण शिखर है। मंदिर में प्रदक्षिणापथ का अभाव है। इस मंदिर में दो शिलालेख सुरक्षित हैं जिसमें प्रथम शंक संवत् 1033 (ईस्वी सन् 1110) के छिंदक नागवंशीय शासक सोमेश्वर की माता गुण्ड महादेवी का शिलालेख है, जिसमें भगवान नारायण की नारायणपुर नामक ग्राम तथा भगवान लोकेश्वर को कुछ भूमि दान करने का उल्लेख है जबकि दूसरे एक खण्डित शिलालेख में अदेश्वर (शिव) के मन्दिर का उल्लेख है। यह मन्दिर 11वीं शताब्दी के वास्तु शिल्प का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर के विभिन्न हिस्सों में शिलालेख भी हैं जिस पर संस्कृत के शब्द उकेरे गए हैं।
प्रवेश परीक्षा के बिना संगीत महाविद्यालय में मिलेगा दाखिला, बदले गए नियम
रायपुर। इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की संबद्धता से दुर्ग साइंस कॉलेज में संचालित संगीत महाविद्यालय में प्रवेश के लिए अब ऑफलाइन आवेदन भी कर सकेंगे। दुर्ग संगीत महाविद्यालय के बैचलर ऑफ परफॉर्निंग आर्ट यानी बीपीए पाठक्रम में लोकसंगीत लोकगायन एवं भरतनाट्यम की पढ़ाई होगी। इस कोर्स के लिए पहले ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे थे। कालेज प्रशासन ने छात्रों की सुविधा के लिए इसे ऑफलाइन कर दिया है। बीपीए पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को 31 जुलाई से पहले आवेदन करना होगा।
बतादें कि संगीत महाविद्यालय की कुल सीट 40 हैं। जिनमें लगातार एडमिशन हो रहे हैं। ऐसे में संगीत की शिक्षा में रुचि रखने वालों के पास अब समय सीमित है। सबसे खास बात यह है कि दुर्ग संगीत महाविद्यालय में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां सीधे दाखिले मिलेंगे।
संगीत विश्वविद्यालय दुनियाभर में मशहूर है। यहां दी जाने वाली संगीत की तालीम हासिल करने विदेशों के विद्यार्थियों का भी छत्तीसगढ़ आना होता है। अब दुर्ग जिले में इससे संबद्ध महाविद्यालय संचालित होने से देश-विदेश के साथ ही जिले के विद्यार्थियों को भी नया मंच मिल सकेगा। विशेषकर खैरागढ़ जाकर संगीत के पाठ्यक्रम पढ़ने की जरूरत नहीं होगी। बल्कि वे अपने घर पर रहकर तालीम ले सकेंगे।
कॉलेज के लिए स्थायी भवन तलाशने की मुहिम प्रवेश संपन्न होने के बाद शुरू हो जाएगी। संगीत महाविद्यालय के कोर्स बीपीए में विद्यार्थियों को शास्त्रीय संगीत (हिंदुस्तानी) पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा उन्हें भरतनाट्यम सिखाएंगे। एक विषय लोक संगीत का भी रखा गया है। इसी तरह हिंदी और अंग्रेजी को आधार पाठ्यक्रम रखा गया है। कोर्स का संचालन करने कर्नाटक शैली गायन और मृदंगम के लिए एक-एक संगतकार है। हार्मोनियम और सारंगी के लिए विभाग ने एक संगतकार दिया है।
नेशनल लोक अदालतः 13 जुलाई को आपसी सुलह के जरिए होगा मामलों का निपटारा
रायपुर। आपसी सुलह के जरिए मामलों का निपटारा करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार 13 जुलाई 2024 को देशव्यापी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा) बिलासपुर द्वारा प्रदेश के सभी जिला न्यायालयों एवं व्यवहार न्यायालयों में भी लोक अदालत आयोजित किए जाएंगे। यह वर्ष 2024 की द्वितीय लोक अदालत होगी। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि आगामी लोक अदालत 21 सितंबर 2024 एवं 14 दिसंबर 2024 को आयोजित होगी।
लोक अदालत के दिन जिला न्यायालय, एवं तालुका न्यायालय (व्यवहार न्यायालय) में लंबित शमनीय अपराध के प्रकरण मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण, 138 एनआई एक्ट, के अंतर्गत चेक बाउंस का प्रकरण धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता तथा मेट्रोमोनियल डिस्प्युट के अलावा जल कर, संपत्ति कर, राजस्व संबंधी प्रकरण ट्रैफिक चालान, भाड़ा नियंत्रण आबकारी से संबंधित प्रकरण एवं बैंक विद्युत संबंधी प्री-लिटिगेशन प्रकरण, राजस्व न्यायालय खंडपीठ में खातेदारों के मध्य आपसी बंटवारे, वारिसों के मध्य बटवारे का निराकरण किया जाएगा। न्यायालयों में बड़ी संख्या में लंबित प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से तथा प्रभावित पक्षकारों को त्वरित एवं सुलभ न्याय प्रदान करने की दिशा में नेशनल लोक अदालत एक प्रभावशाली कदम है।
नेशनल लोक अदालत के लिए खण्डपीठों का गठन कर विभिन्न प्रकरणों तथा प्री.लिटिगेशन का निराकरण किया जाएगा। लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरणों धारा. 138, परक्राम्य लिखत अधिनियम मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों, बैंक रिकवरी प्रकरण, सिविल प्रकरण, निष्पादन प्रकरण, विद्युत संबंधी मामलों तथा पारिवारिक विवाद के मामलों का निराकरण किया जाता हैं। इसके अतिरिक्त राजस्व, बैंक, विद्युत विभाग दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री.लिटिगेशन प्रकरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत किए जाएंगे। जो विधिवत पंजीयन उपरांत संबंधित पक्षकारों के प्रकरण लोक अदालत खण्ड पीठ में निराकृत किए जाएंगे।
इस तरह पक्षकार अपने न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से करा सकते हैं। इसके अलावा लोक अदालत में दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद् में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री-लिटिगेशन प्रकरण, याददाश्त के आधार पर बंटवारा, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, कब्जे के आधार पर बंटवारा, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस-2023) के अंतर्गत कार्यवाही के मामले, रेन्ट कंट्रोल एक्ट, सूखाधिकार से संबंधित मामलों के साथ-साथ विक्रय पत्र, दानपत्र और वसीयतनामा के आधार पर नामांतरण के मामले तथा अन्य प्रकृति के सभी मामले सम्मिलित और चिन्हांकित कर आपसी राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत किया जावेगा।