सोशल मीडिया कितना वरदान... कितना अभिशाप... महाराष्ट्र मंडल तैयार कर रहा नुक्कड़ नाटक
2023-08-09 04:32 PM
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रायपुर। अब वह दौर आ चुका है, जब अधिकांश लोगों की सुबह सोशल मीडिया से शुरु होती है, तो सोने से पहले तक लोग उसमें गोता लगाते रहते हैं। आलम यह है कि नर्सरी क्लास के बच्चे से लेकर उम्रदराज हो चुके लोग सोशल मीडिया के गहरे सागर में डूबकी लगा रहे हैं और उसकी लहरों के इस कदर आदी हो चुके हैं, कि बाहर ही नहीं निकलना चाहते।
दो राय नहीं कि आज कॉम्पिटिशन के जमाने में सोशल मीडिया बेहद सरल और सुलभ माध्यम है, जहां पर आपको ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता और चीजें आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। पर हकीकत यह है कि सोशल मीडिया हमारे लिए जितना उपयोगी है, इंसान उसे उतना ही ज्यादा दुरुपयोग करने में लगा हुआ है, जिसका प्रभाव हमारे घर—परिवार और समाज के साथ देश पर पड़ रहा है। अच्छाई से कहीं ज्यादा बुराईयां प्रभाव छोड़ रही हैं।
इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र मंडल महिला समिति ने एक नुक्कड़ नाटक तैयार किया है। इस विषय पर अधिक जानकारी देते हुए रोहिणीपुरम महिला केंद्र की संयोजिका रचना ठेंगड़ी ने बताया कि सोशल मीडिया किसी एक घर तक सीमित नहीं है, बल्कि परिवार, समाज और देश का विषय है। सोशल मीडिया हमारे लिए उपयोगी तो है, पर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता, कि इसका दुरुपयोग कहीं ज्यादा हो रहा है।
रचना ठेंगड़ी ने बताया कि आज के दौर में सोशल मीडिया यदि वरदान है, तो अभिशाप भी है, जिसके समझने और समझाने की जरूरत है। इसी उद्देश्य से नुक्कड़ नाटक तैयार किया जा रहा है, ताकि हम अपने समाज और शहर के लोगों को इस हकीकत से रू—ब—रू करा सकें।