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नौसेना कमांडरों का 2024 का दूसरा सम्मेलन : 17 से 20 सितंबर, 2024 तक नई दिल्ली में
नई दिल्ली | नौसेना कमांडरों का 2024 का दूसरा सम्मेलन 17 से 20 सितंबर, 2024 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। यह सम्मेलन शीर्ष स्तर का द्विवार्षिक आयोजन है। इसमें नौसेना कमांडरों के बीच महत्वपूर्ण रणनीतिक, परिचालन और प्रशासनिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। भू-राजनीतिक और भू-रणनीतिक आवाजाही, क्षेत्रीय चुनौतियों और पश्चिम एशिया में समुद्री सुरक्षा संबंधी स्थिति की जटिलता की पृष्ठभूमि में आयोजित यह सम्मेलन भारतीय नौसेना के भविष्य के कार्यक्रम को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सम्मेलन के दौरान, माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय अपेक्षाओं से संबंधित मामलों पर नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे। भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के प्रमुखों के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ संघर्ष के सभी पहलुओं में तीनों सेनाओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और थिएटराइजेशन की दिशा में एकरूपता के लिए नौसेना कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे।
नौसेना प्रमुख के उद्घाटन भाषण से सम्मेलन की शुरुआत होगी। इसके बाद वे पिछले छह महीनों में भारतीय नौसेना द्वारा की गई प्रमुख परिचालन, सामग्री, रसद, मानव संसाधन विकास, प्रशिक्षण और प्रशासनिक गतिविधियों की समीक्षा करेंगे और समुद्री हितों की रक्षा के लिए पार किए जाने वाले प्रमुख मील के पत्थरों पर विचार-विमर्श करेंगे।
भारतीय नौसेना ने व्यापार की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले ड्रोन और मिसाइलों के उभरते खतरों के खिलाफ मजबूती और दृढ़ संकल्प के साथ जवाब दिया है, जो हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में सुरक्षा संबंधी पसंदीदा प्रत्युत्तरकर्ता के रूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करता है। कमांडर 2047 तक पूर्ण ‘आत्मनिर्भरता’ के दृष्टिकोण के अनुरूप ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से स्वदेशीकरण को बढ़ाने के लिए मौजूदा नौसेना परियोजनाओं की भी समीक्षा करेंगे। क्षेत्र में भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की प्रतिबद्धता को लेकर, सम्मेलन में परिचालन संबंधी तैयारियों की व्यापक समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही, नौसेना की क्षमता वृद्धि योजना पर चर्चा, स्वदेशीकरण के राष्ट्रीय दृष्टिकोण को बढ़ावा देना, आत्मनिर्भरता और नौसेना बलों की लड़ाकू प्रभावशीलता को साकार करना आदि अन्य विषय होंगे।
कमांडरों का सम्मेलन एक निर्णायक मंच के रूप में भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए नौसेना की प्रतिबद्धता और नौसेना को ‘युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार बल’ के रूप में बनाए रखता है।
राजधानी में नए मुख्यमंत्री को लेकर राजनीतिक हलचल तेज, AAP ने बुलाई PAC की बैठक, जानें कौन है प्रबल दावेदार
डेस्क। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। दरअसल अरविंद केजरीवाल ने दो दिन के भीतर अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। उन्होंने यह ऐलान रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच की, जिसमें उन्होंने कहा कि वह तब तक सीएम पद पर नहीं बैठेंगे जब तक जनता उन्हें फिर से चुनकर नहीं भेजेगी।
इस ऐलान के बाद अब AAP की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) अंतरिम मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया में जुट गई है। इसी बीच दिल्ली के सीएम आवास पर ‘आप’ नेताओं की बैठक खत्म हो गई है। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और ‘आप’ सांसद राघव चड्ढा बैठक में भाग लेने के बाद अरविंद केजरीवाल के घर से निकल गए हैं। इस घोषणा के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) आज बैठक करेगी, जिसमें अंतरिम मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लिया जाएगा।
बता दें AAP के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के तीन प्रमुख मंत्री आतिशी, गोपाल राय और कैलाश गहलोत अंतरिम मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदार माने जा रहे हैं। आतिशी शिक्षा, वित्त और कानून समेत कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं, वहीं गोपाल राय पर्यावरण मंत्री हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। दूसरी ओर, कैलाश गहलोत परिवहन और गृह विभागों के साथ-साथ अन्य जिम्मेदारियों को भी संभाल रहे हैं।इस बीच, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने बताया कि दिल्ली विधानसभा का सत्र जल्द ही बुलाया जाएगा। साथ ही कहा जा रहा है कि इस सत्र में केजरीवाल के इस्तीफे के बाद की स्थिति और नए मुख्यमंत्री के चयन पर चर्चा की जाएगी।
3800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन : प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा, भुवनेश्वर में करेंगे
डेस्क | प्रधानमंत्री मोदी 17 सितंबर को ओडिशा दौरे के दौरान भुवनेश्वर में 3800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ओडिशा की यात्रा करेंगे और सुबह करीब 11:15 बजे प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे।
इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे वे ओडिशा के भुवनेश्वर में 3800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री भुवनेश्वर में 2800 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन रेलवे परियोजनाओं से ओडिशा में रेलवे के बुनियादी ढांचे में वृद्धि होगी और क्षेत्र में विकास और कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
मोदी 100 करोड़ रुपये से अधिक की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। भुवनेश्वर की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री 1000 करोड़ रुपये की राशि का ऐलान करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री भुवनेश्वर में ओडिशा सरकार की प्रमुख योजना ‘सुभद्रा’ का शुभारंभ करेंगे। यह सबसे बड़ी, एकल महिला-केंद्रित योजना है और इसके तहत एक करोड़ से अधिक महिलाओं के शामिल होने की उम्मीद है। इस योजना के तहत, 21-60 वर्ष की आयु के सभी पात्र लाभार्थियों को 2024-25 से 2028-29 के बीच पांच साल की अवधि में 50,000 रुपये मिलेंगे। दो समान किस्तों में प्रति वर्ष 10,000 रुपये की राशि सीधे लाभार्थी के आधार-सक्षम और डीबीटी-सक्षम बैंक खाते में जमा की जाएगी।
इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री 10 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में धन हस्तांतरण की शुरुआत करेंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री लगभग 14 राज्यों के पीएमएवाई-जी के तहत लगभग 13 लाख लाभार्थियों को सहायता की पहली किस्त भी जारी करेंगे। कार्यक्रम के दौरान देशभर के पीएमएवाई (ग्रामीण और शहरी) के 26 लाख लाभार्थियों के लिए गृह प्रवेश समारोह आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री पीएमएवाई (ग्रामीण और शहरी) लाभार्थियों को उनके घर की चाबियाँ सौंपेंगे। वह पीएमएवाई-जी के लिए अतिरिक्त घरों के सर्वेक्षण के लिए आवास+ 2024 ऐप भी लॉन्च करेंगे। इसके अलावा, मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (पीएमएवाई-यू) 2.0 के परिचालन दिशा-निर्देश भी लॉन्च करेंगे।
भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारी विशेष नौकायन अभियान : विश्व भ्रमण पर निकलेंगी
अभियान का ‘लोगो’ जारी - अष्टकोणीय आकार भारतीय नौसेना को दर्शाता है, जबकि सूर्य एक खगोलीय पिंड का प्रतीक है और कम्पास नाविकों को चुनौतीपूर्ण समुद्र में मार्गदर्शन करता है
नई दिल्ली | भारतीय नौसेना ने नौकायन परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं, जिसमें समुद्री विरासत को संरक्षित करने और नाविक कौशल को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया है। नौकायन प्रशिक्षण जहाजों आईएनएस तरंगिनी और आईएनएस सुदर्शिनी के अग्रणी प्रयासों और आईएनएसवी म्हादेई और तारिणी पर परिक्रमा के जरिए भारतीय नौसेना ने महासागर नौकायन अभियानों में प्रमुख स्थान हासिल किया है।
समुद्री कौशल और साहस की परंपरा को जारी रखते हुए भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारी - लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए और लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के बहुत जल्द ही आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर दुनिया की परिक्रमा करने के विशेष अभियान - नाविका सागर परिक्रमा II पर रवाना होंगी। दोनों पिछले तीन वर्षों से इस अभियान के लिए खुद को तैयार कर रही हैं।
छह सदस्यीय चालक दल के हिस्से के रूप में इन दोनों अधिकारियों ने पिछले साल गोवा से केप टाउन होते हुए रियो डी जेनेरियो और वापस ट्रांस-ओशनिक अभियान में भाग लिया था। इसके बाद, इन महिला अधिकारियों ने गोवा से विजया पुरम (पहले पोर्ट ब्लेयर) और वापस डबल हैंडेड मोड में नौकायन अभियान चलाया। इसके अलावा, इस वर्ष की शुरुआत में दोनों ने गोवा से मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस तक सफल यात्रा की थी।
सागर परिक्रमा एक कठिन यात्रा होगी, जिसके लिए अत्यधिक कौशल, शारीरिक तंदुरुस्ती और मानसिक सतर्कता की आवश्यकता होगी। ये अधिकारी कठोर प्रशिक्षण ले रहे हैं और उन्होंने हजारों मील यात्रा का अनुभव प्राप्त किया है। उन्हें प्रसिद्ध जलयात्रा चालक और गोल्डन ग्लोब रेस के नायक कमांडर अभिलाष टॉमी (सेवानिवृत्त), केसी, एनएम के मार्गदर्शन में भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। आईएनएसवी तारिणी की जलयात्रा भारत के समुद्री नौकायन उद्यम और समुद्री प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो वैश्विक समुद्री गतिविधियों में देश की बढ़ती प्रमुखता और खुले सागर में महिला-पुरुष समानता को प्रदर्शित करेगा।
समुद्री तारीख में इस ऐतिहासिक घटना के महत्व को दर्शाते हुए, भारतीय नौसेना ने अभियान के ‘लोगो’ का गर्व से अनावरण किया। इस ‘लोगो’ का अष्टकोणीय आकार भारतीय नौसेना को दर्शाता है, जबकि सूर्य एक खगोलीय पिंड और कम्पास चुनौतीपूर्ण समुद्र में नाविकों का मार्गदर्शन करता है। विशाल समुद्र में अपना रास्ता बनाती पाल वाली नाव यात्रियों की साहस और जीवटता की भावना का प्रतीक है। अभियान का यह पूरा महिला दल महिला-पुरुष समानता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इंदौर में एयरपोर्ट की तर्ज पर बन रहे सर्वसुविधायुक्त एवं वातानुकूलित अंतर्राज्यीय बस
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर के कुमेड़ी में एयरपोर्ट की तर्ज पर बन रहे सर्वसुविधायुक्त, वातानुकूलित तथा मध्यप्रदेश के सबसे बड़े अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) की सुविधा दिसम्बर माह से मिलना शुरू हो जयेगी। इस बस टर्मिनल से इंदौर और मध्यप्रदेश का देश में गौरव बढ़ेगा। उन्होंने यह बात शनिवार को यहां बस टर्मिनल के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने बताया कि इंदौर के कुमेड़ी क्षेत्र में 15 एकड़ क्षेत्रफल में 101 करोड़ रुपये की लागत से इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) बनाया जा रहा है।
यह बस टर्मिनल आगामी दिसंबर माह में बनकर तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार प्रदेश में तेजी से विकास कर रही है। प्रदेश के चहुंमुखी विकास की ओर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बस टर्मिनल सिंहस्थ के लिये भी बड़ी सौगात होगा। इससे यात्रियों को बेहतर आवागमन सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने टर्मिनल से जुड़े जन-प्रतिनिधियों, जिला प्रशासन तथा इंदौर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के कार्यों की सराहना कर बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टर्मिनल के सामने ही बन रहे मेट्रो रेल स्टेशन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मेट्रो का कार्य भी तेज गति से करते हुए पूरा करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, मधु वर्मा, मनोज पटेल और गोलू शुक्ला, संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, कलेक्टर आशीष सिंह, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, गौरव रणदिवे, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि गण मौजूद थे।
इंदौर के नवनिर्मित अन्तर्राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) पर लगभग 1440 बसें 24 घंटे में आयेंगी। बस टर्मिनल पूर्णतः वातानुकूलित व सर्वसुविधायुक्त बनेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए 14 टिकट काउन्टर रहेंगे। लगभग 1000 वाहनों की पार्किंग सुविधा भी रहेगी। यहाँ से गुजरात, राजस्थान, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सागर आदि स्थानों के लिए बसें जाएंगी। कुल 43 बस प्लेटफार्म निर्मित किये गये हैं, जिसमें 28 प्लेटफार्म जाने वाली बसों के लिए एवं 15 प्लेटफार्म आने वाली बसों के लिए निर्धारित हैं। टर्मिनल बिल्डिंग में प्रतिदिन 80 हजार यात्रियों का आवागमन प्रस्तावित है, जिसमें व्यस्ततम समय में भी लगभग 8 हजार व्यक्ति एक साथ आवागमन कर सकेंगें। यात्री बसों के आगमन एवं निर्गमन के लिये पृथक-पृथक द्वार बनाये गये हैं।
राजस्थान के बूंदी जिले में भीषण हादसा, 6 लोगो की हुई मौत, 3 गंभीर घायल
डेस्क। राजस्थान के बूंदी जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में मध्य प्रदेश के देवास जिले के सतवास में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा हिंडोली थाना क्षेत्र के लघधरिया भेरुजी क्षेत्र में जयपुर-कोटा नेशनल हाईवे (NH21) पर अलसुबह 5 बजे हुआ। श्रद्धालु एक इको कार में सवार होकर खाटू श्याम और रामदेवरा के दर्शन के लिए जा रहे थे, जब उनकी कार की टक्कर एक अज्ञात बड़े वाहन से हो गई।
मृतकों की पहचान महेश नायक, राजेश नायक, मदन नायक, पूनम नायक, मांगीलाल नायक और जगदीश के रूप में हुई है। ये सभी देवास जिले के बेड़ाखाल, सतवास थाना क्षेत्र के निवासी थे नायक बंजारा समाज के थे। हादसे में प्रदीप, मनोज और अनिकेत नामक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से प्रदीप की हालत गंभीर बताई जा रही है खाटू श्याम और रामदेवरा दर्शन के लिए शनिवार 12 बजे निकले थे।
जानकारी के अनुसार, ये सभी लोग खाटू श्याम और रामदेवरा के दर्शन करने के लिए निकले थे। लेकिन बूंदी के पास जयपुर-कोटा हाईवे पर लघधरिया भेरुजी के निकट इनकी कार की अज्ञात वाहन से जोरदार टक्कर हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल भेज वही देवास में सड़क हादसे की सूचना मिलते ही सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपुत बेड़ा खाल पहुंचे जहां के परिजनों से मिले वहीं ग्रामीण क्षेत्र में दुर्घटना की सूचना लगते ही सन्नाटा छा गया वही घायलों और मृतक के परिजन भी राजस्थान के बूंदी के लिए रवाना हो गए सतवास थाना प्रभारी ने बताया की देवास की बेडा खाल से कुछ लोग राजस्थान में खाटू श्याम के दर्शन के लिए रवाना हुए थे.
जहां बूंदी जिले मे दूखद सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है परिजनों से चर्चा की गई है जिसमें बेड़ाखाल के लोगों की मौत हुई है परिजन देवास से राजस्थान के लिए निकले हैं और सभी के शव को देवास लाया जा रहा है बेडाखाल के ग्रामीण ने सोमा चौहान बताया कि गांव के कुछ लोग ग्यारस के अवसर पर खाटू श्याम दर्शन के लिए निकले थे सभी लोग 12:00 बजे निकले थे आज सुबह दुर्घटना की जानकारी लगी है जहां घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है.
अरविंद केजरीवाल ने किया इस्तीफे का ऐलान : दो दिन बाद छोड़ेंगे मुख्यमंत्री पद की कुर्सी
नई दिल्ली | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया है। तिहाड़ से 13 सितंबर को रिहा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को पहली बार आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचकर कार्यकर्ता को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ आप नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आतिशी भी मौजूद हैं। केजरीवाल ने कहा- 2 दिन के बाद सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं।
केजरीवाल ने कहा कि तब तक उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। जब तक जनता ना कह दे कि केजरीवाल ईमानदार है, जब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। आपको लग रहा होगा कि अभी रिहा होकर आया है और ऐसा क्यों बोल रहा है। इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, भारत माता के साथ धोखा किया है।
मैं देश के लिए कुछ करने आया था, जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं अग्नि परीक्षा दूंगा। केंद्र सरकार ने कानून पर कानून डालकर मेरी पावर छीन ली। ये कंडीशन कोई मायने नहीं रखती। मैंने अपनी जिंदगी में ईमानदारी कमाई है। फरवरी में चुनाव हैं। मैं मांग करता हूं कि चुनाव महाराष्ट्र के साथ नवंबर में कराए जाएं। आपका फैसला आने तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा। आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। विधायक दल की मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाए।
मनीष सिसोदिया के मन में भी वही पीड़ा है। उनका भी कहना है कि डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब जनता कहेगी कि मनीष सिसोदिया ईमानदार हैं। हम दोनों जनता की अदालत में जाएंगे, जनता कहेगी कि ईमानदार हैं, तभी कुर्सी पर बैठेंगे। 2020 में कहा था कि काम किया था तो वोट देना। आज कह रहा हूं कि ईमानदार हूं तो वोट देना।
बौद्ध धर्म के अनुयायियों की बड़ी संख्या को देखते हुए महाराष्ट्र बुद्ध के मूल्यों को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है : किरेन रिजिजू
नई दिल्ली | ‘बड़ी बौद्ध आबादी के साथ महाराष्ट्र एक ऐसा महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां बुद्ध के सिद्धांतों के प्रसार के लिए कोई भी आंदोलन राष्ट्रव्यापी स्तर पर असर डाल सकता है।’ यह बात केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आज मुम्बई के नेहरू विज्ञान केन्द्र में आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन 'बुद्धाज मिडिल पाथ-गाइड फॉर ग्लोबल लीडरशिप' को संबोधित करते हुए कही। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया।
रिजिजू ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र में बौद्ध धर्म को मजबूती पूरे देश में सकारात्मक रूप से प्रतिबिंबित हो सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री की हाल की पहलों के बारे में भी बताया, जिसमें भारत सरकार द्वारा बुद्ध पूर्णिमा का व्यापक उत्सव शामिल है। यह बौद्ध मूल्यों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ में प्रधानमंत्री के भाषण बुद्ध के मूल्यों, विशेष रूप से करुणा और सेवा को लगातार रेखांकित करते हैं और उनकी वैश्विक प्रासंगिकता को दर्शाते हैं।
किरेन रिजिजू ने प्रधानमंत्री को उद्धृत करते हुए कहा कि जब बुद्ध के मूल्यों- परोपकार और करुणा जोड़ा जाता है, तभी कोई देश वैश्विक नेता बन सकता है और इन मूल्यों की अनुपस्थिति में केवल वैश्विक मुद्दे उभरेंगे, शांति नहीं।
केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र में बौद्ध समुदाय की सराहना की और बुद्ध के मूल्यों को अपनाने के लिए और अधिक लोगों को जोड़ने के लिए ठोस प्रयास करने का आग्रह किया।
रिजिजू ने डॉ. बी. आर. अम्बेडकर को भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने भारतीय संविधान का सावधानीपूर्वक मसौदा तैयार किया था, जो देश के ढांचे और लोगों के प्रति उनके समर्पण का प्रमाण है। उन्होंने बौद्ध समुदाय की मदद करने के उद्देश्य से कई सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया।
अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव शरत्से खेनसुर जंगचुप चोएडे ने बुद्ध की शिक्षाओं के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया। अहिंसा की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर देते हुए, महासचिव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस सिद्धांत में गहराई से जाने पर दया (करुणा) और करुणा (दया और सहानुभूति) का भाव पैदा होता है। उन्होंने इस विश्वास को भी उजागर किया कि केवल बुद्ध की शिक्षाएं ही आज दुनिया के सामने आने वाली गंभीर समस्याओं का एक व्यवहार्य समाधान प्रदान कर सकती हैं।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि कैसे भारत कई धर्मों और आस्थाओं की जन्मस्थली रहा है और कैसे यह हमेशा प्रेम और करुणा का उपदेश देने के लिए खड़ा रहा जबकि बाकी दुनिया सत्ता हासिल करने में लगी रही।
दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कांबले (पद्म श्री) ने बुद्ध की शिक्षाओं का पालन करने का आग्रह किया, और अपना स्वयं का मार्ग दर्शक होने के सिद्धांत पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद अपने पूरे जीवन काल में कभी हिंसा का समर्थन नहीं किया।
उन्होंने अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजातीय (एसटी) उद्यमिता के लिए एक व्यापक परितंत्र के विकास पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि देश के 18 प्रतिशत उद्यमी आज इन समुदायों से आते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बौद्ध धर्म के स्थापित मूल्य बुद्ध की शिक्षाओं से प्रभावित देशों में संघर्ष के स्तर को कम से कम बनाए रखने में योगदान करते हैं।
इस सम्मेलन में आधुनिक बौद्ध धर्म में डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के अमूल्य योगदान को मान्यता देते हुए उनकी विरासत को भी श्रद्धांजलि दी गई। बौद्ध मूल्यों और सिद्धांतों को बढ़ावा देने में उनके प्रयासों को वैश्विक नेतृत्व और नैतिक शासन पर चल रहे परिचर्चा के अभिन्न अंग के रूप में मनाया गया।
इस कार्यक्रम में सम्मेलन के दौरान पैनल चर्चा के तीन सत्र भी शामिल रहे: आधुनिक समय में बुद्ध धम्म की भूमिका और प्रासंगिकता; बेहतरीन तकनीक तथा नए युग के नेतृत्व और बुद्ध धम्म के कार्यान्वयन का महत्व।
डीआरडीओ ने भारतीय लाइट टैंक ‘ज़ोरावर’ के सफल फील्ड फायरिंग परीक्षण किए
नई दिल्ली | रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 13 सितंबर, 2024 को भारतीय लाइट टैंक ज़ोरावर के सफल प्रारंभिक ऑटोमोटिव परीक्षण किए। यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनाती में सक्षम अत्यधिक बहुउपयोगी प्लेटफ़ॉर्म है। रेगिस्तानी इलाकों में किए गए फील्ड परीक्षणों के दौरान, लाइट टैंक ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए सभी इच्छित उद्देश्यों को कुशलतापूर्वक पूरा किया। प्रारंभिक चरण में, टैंक के फायरिंग प्रदर्शन का कड़ाई से मूल्यांकन किया गया और इसने निर्दिष्ट लक्ष्यों पर आवश्यक सटीकता हासिल की।
ज़ोरावर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की इकाई, लड़ाकू वाहन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (सीवीआरडीई) द्वारा लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के सहयोग से सफलतापूर्वक विकसित किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) सहित अनेक भारतीय उद्योगों ने विभिन्न उप-प्रणालियों के विकास में योगदान देते हुए देश के भीतर स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं के सामर्थ्य को प्रदर्शित किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय लाइट टैंक के सफल परीक्षणों के लिए डीआरडीओ, भारतीय सेना और सभी संबद्ध उद्योग भागीदारों की सराहना की। उन्होंने इस उपलब्धि को महत्वपूर्ण रक्षा प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों में भारत के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर करार दिया है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने भी इस परियोजना में शामिल पूरी टीम को बधाई दी है।
भारत ने रूस में ब्रिक्स लिटरेचर फोरम 2024 में भाग लिया
"साहित्य विश्व के तमाम समाजों के मध्य एकता और सहयोग को प्रेरित करता है"
भारतीय प्रतिभागियों से जुड़े दूसरे कार्यक्रम में, "भारत के लेखकों से मिलें" विषय के साथ, "वोल्गा से गंगा: परंपरा और बहुसांस्कृतिकवाद का उत्सव, संचालक: एवगेनी अब्दुल्लाव," डॉ. के. श्रीनिवासराव ने इस विषय पर प्रकाश डाला कि नदी आधारित संस्कृतियों ने विश्व में कैसे बहुसांस्कृतिकवाद को बढ़ावा दिया और बहुसांस्कृतिकवाद किस तरह एकता को बढ़ावा देता है और सामाजिक प्रगति के आगे बढ़ाता है, वहीं माधव कौशिक ने भारत व रूस के मध्य साहित्यिक परंपरा पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे उनमें कई सांस्कृतिक मूल्य समाहित हैं।
इंडस-एक्स शिखर सम्मेलन का तीसरा संस्करण कैलिफोर्निया में संपन्न हुआ
आईडेक्स एवं डिफेंस इनोवेशन यूनिट ने रक्षा से संबंधित नवाचार में सहयोग बढ़ाने हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
नई दिल्ली | इंडस-एक्स शिखर सम्मेलन का तीसरा संस्करण संयुक्त राज्य अमेरिका में संपन्न हुआ, जो भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका में संयुक्त रक्षा नवाचार इकोसिस्टम के विकास में हुई प्रगति का प्रतीक है। 9-10 सितंबर 2024 को यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित, यह शिखर सम्मेलन एक ऐतिहासिक कार्यक्रम था।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान, रक्षा नवाचार में सहयोग बढ़ाने और विभिन्न हितधारकों के बीच उद्योग, अनुसंधान एवं निवेश संबंधी साझेदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए सहयोग को घनिष्ठ बनाने हेतु आईडेक्स और अमेरिकी रक्षा विभाग के तहत डिफेंस इनोवेशन यूनिट (डीआईयू) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। शिखर सम्मेलन के अन्य मुख्य आकर्षणों में इंडस-एक्स के तहत एक नई चुनौती की घोषणा, इंडस-एक्स के प्रभाव रिपोर्ट को जारी करना और आईडेक्स एवं डीआईयू वेबसाइटों पर आधिकारिक इंडस-एक्स वेबपेज का शुभारंभ शामिल था।
यह शिखर सम्मेलन स्टार्टअप्स/एमएसएमई द्वारा अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों के संयुक्त प्रदर्शन के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह इंडस-एक्स के तहत दो सलाहकार मंचों, वरिष्ठ सलाहकार समूह और वरिष्ठ नेता मंच के माध्यम से महत्वपूर्ण संवाद को भी सक्षम बनाता है। चर्चा में अन्य बातों के अलावा, भविष्य की प्रौद्योगिकी संबंधी रुझानों, स्टार्टअप्स की क्षमता निर्माण, रक्षा नवाचारों के लिए वित्त पोषण के अवसर और रक्षा आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। दोनों देशों के रक्षा उद्योग, निवेश फर्मों, स्टार्टअप, शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों, विचारकों, उत्प्रेरकों, नीति निर्माताओं आदि ने भाग लिया।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले संयुक्त सचिव (रक्षा उद्योग संवर्धन) अमित सतीजा ने कहा कि इंडस-एक्स शिखर सम्मेलन के तीसरे संस्करण ने नवाचार और रणनीतिक सहयोग के माध्यम से रक्षा प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के प्रति दोनों देशों की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
इंडस-एक्स पहल का संचालन रक्षा मंत्रालय की ओर से इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आईडेक्स) एवं संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग (डीओडी) के तहत डिफेंस इनोवेशन यूनिट (डीआईयू) द्वारा किया जा रहा है। जून 2023 में प्रधानमंत्री की संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान इंडस-एक्स के शुभारंभ के बाद से, यह पहल बेहद कम समय में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने में समर्थ रही है।
केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, 156 दिन बाद जेल से रिहाई का रास्ता साफ
डेस्क। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। जस्टिस सूर्यकांत और उज्जल भुइयां की पीठ ने केजरीवाल को दिल्ली आबकारी घोटाले के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दी है। सीबीआई द्वारा दायर केस में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें यह जमानत दी है। दिल्ली सीएम केजरीवाल को 10 लाख के दो मुचलके पर शीर्ष अदालत ने बेल दी है। इससे पहले केजरीवाल को ED से जुड़े केस में भी जमानत मिल चुकी है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 5 सितंबर को केजरीवाल की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा था। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया। 10 दिन की पूछताछ के बाद 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया। 10 मई को 21 दिन के लिए आम चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया। ये रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी।
सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की रिहाई एक जून तक मंजूर की थी। 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद से केजरीवाल जेल में बंद थे। जेल से बाहर आने केजरीवाल के वकीलों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था। केजरीवाल को अब जमानत मिल गई है। 13 सितंबर को केजरीवाल की रिहाई होती है तो कुल जेल गए 177 दिन हो जाएंगे। अगर 21 दिन की रिहाई को कम कर दिया जाए तो केजरीवाल कुल 156 दिन जेल में रहे।
बता दें कि दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को 9 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी। मनीष सिसोदिया 17 महीने से तिहाड़ जेल में बंद थे। कथित शराब घोटाले में ट्रायल शुरू होने में हुई देरी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दोनों मामलों में जमानत दी थी।
1011.05 करोड़ की उदवहन माइक्रो सिंचाई परियोजना के निर्माण कार्यों का शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीराम अपने 14 वर्ष के वनवास के दौरान बहोरीबंद की पावन भूमि से होकर चित्रकूट गए थे। यह श्रीराम की तपोस्थली है। इस क्षेत्र की जनता को पिछले 40 वर्षों से जिस योजना का इंतज़ार था, वह आज पूरी होने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरूवार को कटनी जिले के बहोरीबंद में 1011.05 करोड़ रूपये की लागत की बहोरीबंद उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना के निर्माण कार्यों के शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बहोरीबंद परियोजना से कटनी जिले की 4 तहसीलों के 151 गांव की 32 हजार हेक्टयर ज़मीन सिंचित होगी। इससे हर खेत के लिए जल की हर बूँद का कृषक स्प्रिंकलर, ड्रिप आदि पद्धति से उपयोग कर सकेंगे। नहर बनाने के लिए ज़मीन का प्रयोग नहीं किया जाएगा सीधे ही पानी खेत के लिए उपलब्ध हो सकेगा। परियोजना से कटनी के नागरिकों को पेयजल आपूर्ति के प्रयास भी किये जाएगें। मुख्यमंत्री ने कटनी जिले में विकास के लिये 55 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बहोरीबंद सिंचाई परियोजना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के "ड्राप मोर क्रॉप" अर्थात पानी की बूंद-बूंद का उपयोग कर अधिकतम उत्पादन लेने के किये गए आहवान पर क्रियान्वित होगी। इसमें भूमि बचाव एवं जल बचाव के उद्धेश्य के साथ खेतों में पानी पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज बहोरीबंद की जनता होली और दिवाली एक साथ मना रही है। बारिश में भी कटनी के लोगों मे असीम उत्साह देखकर उनका हृदय प्रफुल्लित हो गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अयोध्या की तर्ज पर चित्रकूट धाम को भव्य और दिव्य बनाया जाएगा। गोपाल कृष्ण के नाम पर प्रदेश की सभी नगर पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम में भगवत गीता के 18 अध्यायों पर केन्द्रित गीता भवन बनाये जायेंगे। साथ ही हर विकासखण्ड में वृंदावन के समान आदर्श गांव बनाया जाएगा। बहोरीबंद को 15 वार्ड जोड़कर नगर परिषद बनाया जाएगा। जिले के गाताखेड़ा, जुझारी, जमुनिया, सिहरिया, बेजनाला, जमुन्हाई में जलाशय बनाने के साथ बहोरीबंद जलाशय का पुनरुद्धार करने और बहोरीबंद के प्राचीन तीर्थ रूपनाथ, तिगवा, बिलहरी, वसुधा जल-प्रपात,केन नदी के उदगम स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहोरीबंद मे "हरिबाबा हरिदास" के नाम पर धर्मशाला बनाई जायेगी।
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने 'रंगीन मछली' ऐप लॉन्च किया
नई दिल्ली | केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भुवनेश्वर स्थित भाकृअनुप-केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप-सीफा) में "रंगीन मछली" मोबाइल ऐप लॉन्च किया। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के सहयोग से भाकृअनुप-सीफा द्वारा विकसित यह ऐप सजावटी मत्स्यपालन क्षेत्र की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है, जो शौकीनों, एक्वेरियम शॉप मालिकों और मछली पालकों के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान संसाधन प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
अपने संबोधन के दौरान राजीव रंजन सिंह ने सजावटी मत्स्यपालन क्षेत्र के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि मंत्रालय इसके विकास पर जोर दे रहा है, रोजगार पैदा करने और अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए इस क्षेत्र की क्षमता को पहचान रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एक्वेरियम के शौक को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
"रंगीन मछली" ऐप आठ भारतीय भाषाओं में लोकप्रिय सजावटी मछली प्रजातियों पर बहुभाषी जानकारी प्रदान करता है, जिससे यह व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ हो जाता है। चाहे शौकिया लोग मछली की देखभाल पर मार्गदर्शन चाहते हों या किसान अपनी नस्लों में विविधता लाना चाहते हों, ऐप देखभाल, प्रजनन और रखरखाव के तरीकों पर व्यापक विवरण प्रदान करता है। इसकी प्रमुख विशेषताओं में से एक "एक्वेरियम शॉप्स ढूँढें" टूल है, जो उपयोगकर्ताओं को दुकान मालिकों द्वारा अपडेट की गई एक गतिशील निर्देशिका के माध्यम से आस-पास की एक्वेरियम की दुकानों का पता लगाने, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देने और उपयोगकर्ताओं को सजावटी मछली और एक्वेरियम से संबंधित उत्पादों के लिए विश्वसनीय स्रोतों से जोड़ने की अनुमति देता है। इसके अलावा, ऐप में सजावटी मछली उद्योग में नए लोगों और पेशेवरों दोनों के लिए शैक्षिक मॉड्यूल शामिल हैं। "एक्वेरियम केयर की मूल बातें" मॉड्यूल, एक्वेरियम के प्रकार, मछलियाँ, जल निस्पंदन, प्रकाश व्यवस्था, भोजन, दिन-प्रतिदिन के रखरखाव जैसे आवश्यक विषयों को शामिल करता है, जबकि "सजावटी जलीय कृषि" मॉड्यूल विभिन्न सजावटी मछलियों के प्रजनन, पालन पर ध्यान केंद्रित करता है। इस ऐप को इस लिंक से गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है https://play.google.com/store/apps/details?id=com.ornamentalfish
'डाक घर निर्यात केन्द्र' स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है : पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा 'निर्यातकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं और डाक सेवाओं में प्रगति' पर आयोजित सत्र को संबोधित किया
'डाक घर निर्यात केन्द्र' के माध्यम से स्थानीय उद्यमियों को सशक्त बनाया जाएगा, स्थानीय उत्पादों की वैश्विक बाजार तक पहुंच प्राप्त होगी – पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
नई दिल्ली | डाक विभाग लगातार अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है, नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को एकीकृत कर रहा है, समाज के अंतिम छोर तक पहुंच रहा है। कॉर्पोरेट ग्राहकों, निर्यातकों और स्थानीय उद्यमियों के लिए विभिन्न प्रकार की नई सुविधाओं की शुरुआत की गई हैं। 'डाक घर निर्यात केन्द्र' (डीएनके) स्थानीय व्यवसायों की निर्यात क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब, डाक नेटवर्क के माध्यम से ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद), जीआई (भौगोलिक संकेत) और एमएसएमई के उत्पाद तेजी से वैश्विक बाजारों तक पहुंचेंगे। उत्तर गुजरात क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने अहमदाबाद में गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) द्वारा आयोजित 'निर्यातकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं और डाक सेवाओं में प्रगति' पर संवादात्मक सत्र को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर, विभिन्न निर्यातकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के साथ-साथ पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से डाक सेवाओं की उन्नति पर चर्चा की गई। इस अवसर पर जीसीसीआई के अध्यक्ष संदीप इंजीनियर ने स्वागत भाषण दिया, लॉजिस्टिक्स टास्क फोर्स के चेरयमैन हितेन वसंत ने मूल विषय पर भाषण दिया और महाजन संकलन समिति के चेयरमैन आशीष झावेरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक चैनल के माध्यम से वाणिज्यिक निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यातकों के लिए वन-स्टॉप गंतव्य के रूप में डाक घर निर्यात केंद्रों (डीएनके) की स्थापना की जा रही है। निर्यातकों को डीएनके के माध्यम से पार्सल बुक करने के लिए डाकघर जाने की आवश्यकता नहीं है; वे इन्हें अपने घर से ही बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन सीमा शुल्क क्लीयरेंस भी उपलब्ध है। डीएनके निर्यात से संबंधित प्रलेखीकरण, बारकोड के साथ लेबल की छपाई, निर्यात के डाक बिल को ऑनलाइन दाखिल करने और दस्तावेज़-मुक्त सीमा शुल्क क्लीयरेंस की सुविधा प्रदान करता है। छोटे शहरों और गांवों के निर्यातक, कारीगर, व्यापारी और स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों को विश्व स्तर पर निर्यात करने के लिए डीएनके सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं।
पोस्टमास्टर जनरल, कृष्ण कुमार यादव ने स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने में डाक नेटवर्क की सुगमता और दक्षता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्पीड पोस्ट और बिजनेस पार्सल की छंटाई और वितरण के लिए विशेष छंटाई हब और नोडल वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। ई-कॉमर्स उत्पादों के लिए कैश-ऑन-डिलीवरी सेवाएं प्रदान की जा रही है। डाक वस्तुओं की सुपुर्दगी स्थिति को पोस्टमैन मोबाइल एप्लिकेशन (पीएमए) के माध्यम से वास्तविक समय में अपडेट किया जा रहा है। ऑनलाइन ट्रैक एंड ट्रेस की सुविधा भी प्रदान की गई है। डाक और पार्सल का त्वरित हस्तांतरण करने के लिए डाक विभाग द्वारा एक नई परिवहन नीति तैयार की गई है। भारतीय डाक और भारतीय रेलवे ने संयुक्त रूप से संयुक्त पार्सल उत्पाद के रूप में 'रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा' की शुरुआत की है। उन्होंने डाकघर में क्लिक एंड बुक सेवा, पार्सल पैकेजिंग इकाइयों और क्यूआर कोड के माध्यम से डिजिटल भुगतान की सुविधा का भी उल्लेख किया। पोस्टमास्टर जनरल यादव ने आगे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय डाक का त्वरित हस्तांतरण करने के लिए शाहीबाग, अहमदाबाद में विदेशी डाकघर और सूरत में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र की स्थापना की गई है। ऑन-स्पॉट सीमा शुल्क क्लीयरेंस उपलब्ध है। विश्व के 200 से ज्यादा देशों और क्षेत्रों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पार्सल सेवा उपलब्ध है।
निर्यातकों के साथ बातचीत के दौरान, कृष्ण कुमार यादव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डाकघरों के माध्यम से पत्र, पार्सल और लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ धन प्रेषण, बचत बैंक, बीमा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, आधार, पासपोर्ट और कॉमन सर्विस सेंटर जैसी सेवाओं का भी विस्तार हो रहा है। डाक सेवाओं ने अपनी यात्रा के दौरान ‘फिजिकल मेल से डिजिटल मेल’ और 'डाकिया डाक लाया से डाकिया बैंक लाया' तक अनेक नवाचार किए हैं।
70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को बड़ी सौगात , कैबिनेट ने लगाई मुहर
डेस्क। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ये फैसला बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। अब इस मंजूरी के बाद, 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को इस योजना के तहत हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रमुख योजना आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत आय की परवाह किए बिना 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य कवरेज को मंजूरी दे दी है। इसका लक्ष्य छह 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों वाले लगभग 4.5 करोड़ परिवारों को पारिवारिक आधार पर 5 लाख रुपये के मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवर से लाभान्वित करना है।
एबी-पीएमजेएवाई पहले से ही करीब 55 करोड़ लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रही है। ये दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसका मकसद हर साल 12 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर देना है, ताकि उन्हें द्वितीयक और तृतीयक अस्पतालों में भर्ती होने की जरूरत पड़ने पर मदद मिल सके।
इस नई घोषणा के बाद अब 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को इस योजना का सीधा फायदा होगा। बीते दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद को संबोधित करते हुए कहा था। सरकार का उद्देश्य है कि 70 साल से ज्यादा उम्र के हर बुजुर्ग को इस योजना का लाभ मिले और वे मुफ्त इलाज पा सकें। इस फैसले से बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी और उनके इलाज का बोझ उनके परिवारों पर कम होगा।
निवेशकों ने कमाए 38 लाख करोड़ : बाजार को भाए मोदी 3.0 के 100 दिन
डेस्क | अबकी बार 400 पार के नारे के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव कैंपेन का आगाज किया था तो सभी एग्जिट पोल ने 3 जून को उसी को फॉलो करते हुए अपने आंकड़ें पेश किए | उस दिन शेयर बाजार में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली | देश की तमाम बड़ी कंपनियों के शेयर 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गए | फिर चाहे वो रिलायंस इंडस्ट्रीज हो, या फिर टीसीएस | अडानी ग्रुप की कंपनियों का नाम भी इस फेहरिस्त में रख सकते हैं | एसबीआई और एलआईसी भी इसी लिस्ट में शामिल था | 4 जून को जब नतीजे आए तो बीजेपी अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर सकी और शेयर बाजार इन आंकड़ों को हजम नहीं कर सका | 4 जून को कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी 9 फीसदी तक टूट गए |
ये बात है कि बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों के साथ गठबंधन बनाकर एनडीए की सरकार बनाई | 9 जून को नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली | खैर कोई इस सरकार को बैसाखियों की सरकार कहता है तो कोई एनडीए की, तो कोई इसे मोदी 3.0 सरकार कहने से भी नहीं चूक रहा है | सरकार को बने हुए पूरे 100 दिन बीत चुके हैं | इन 100 दिनों में शेयर बाजार के मूड का अंदाजा जिस तरह का लगाया जा रहा था, उससे पूरा विपरीत दिखा | इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने निवेशकों को 7 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया | निवेशकों की झोली में 38 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा आए | मतलब साफ है कि शेयर बाजार ने मोदी 3.0 सरकार को पूरी तरह से अपना लिया है, तो आइए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर इन 100 दिनों में शेयर बाजार के आंकड़ें किस तरह के देखने को मिले हैं |
मोदी 3.0 सरकार के गठन को 100 दिन पूरे हो चुके हैं | ऐसे में शेयर बाजार का परफॉर्मेंस बिल्कुल भी खराब नहीं कहा जा सकता है | इस दौरान के आंकड़ों को देखें सेंसेक्स ने निवेशकों को 7 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है | सरकार के गठन के बाद 10 जून को सेंसेक्स 76,490.08 अंकों पर बंद हुआ | 10 सितंबर को सेंसेक्स मामूली तेजी के साथ 81,921.29 अंकों पर पहुंच चुका है | इस दौरान सेंसेक्स में 5,431.21 अंकों का इजाफा देखने को मिल चुका है | यानी निवेशकों को सेंसेक्स ने 7.10 फीसदी का रिटर्न दिया है |
वहीं बात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सूचकांक निफ्टी की करें तो उसे सेंसेक्स से ज्यादा रिटर्न दिया है | आंकड़ों के अनुसार 23,259.20 अंकों पर देखने को मिला था | 10 सितंबर को निफ्टी 100 से ज्यादा अंकों की तेजी के साथ 25,041.10 अंकों पर बंद हुआ | इसका मतलब है कि निफ्टी में इस दौरान 1,781.9 अंकों की तेजी देखने कोे मिल चुकी है | इस दौरान निफ्टी ने निवेशकों को 7.66 फीसदी का रिटर्न दिया है जोकि सेंसेक्स के मुकाबले ज्यादा है |
10 जून से शेयर बाजार की स्थिति भले ही फायदे वाली रही हो, लेकिन इन 100 के दिनों के मुकाबले कम ही रही | इस साल की शुरुआज से लेकर 7 जून तक यानी शपथ ग्रहण समारोह से पहले तक सेंसेक्स ने निवेशकों को बाद के 100 के दिनों के मुकाबले कम रिटर्न दिया है | आंकड़ों के अनुसार सेंसेक्स 29 दिसंबर के बाद 72,240.26 अंकों से 7 जून तक 76,693.36 अंकों तक पहुंच गया | इसका मतलब है कि सेंसेक्स ने इस दौरान तक 4,453.1 अंकों की छलांग लगाई जो कि 6.16 फीसदी का इजाफा दर्शा रहा है | अगर बात निफ्टी की करें तो यहां भी इन 100 के मुकाबले रिटर्न मामूली रूप से कम ही दिखाई दे रहा है | 29 दिसंबर को निफ्टी 21,731.40 अंकों पर बंद हुआ था | उसके बाद 7 जून तक निफ्टी ने 1,558.75 अंकों की छलांग लगाई और 23290.15 अंकों पर बंद हुआ | इसका मतलब है कि निवेशकों ने निफ्टी ने 7.17 फीसदी कर रिटर्न दिया है |
अगर बात निवेशकों के फायदे यानी बीएसई मार्केट कैप की करें तो इस दौरान 38 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है | आंकड़ों के अनुसार 10 जून को बीएसई का मार्केट कैप 4,25,22,164.95 करोड़ रुपए का देखने को मिला था, जो बढ़कर 10 सितंबर को 4,63,49,659.43 करोड़ रुपए पर आ गया है | इसका मतलब है कि बीएसई के मार्केट कैप में 38,27,494.48 करोड़ रुपए का फायदा हो चुका है | अगर बात उससे पहले की करें तो भले ही सेंसेक्स और निफ्टी उस दौरान इन 100 दिनों के मुकाबले कम इजाफा देखने को मिला हो, लेकिन मार्केट कैप में तेजी जबरदस्त देखने को मिली | 29 दिसंबर 2023 को बीएसई का मार्केट कैप 3,64,28,846.25 करोड़ रुपए था, जो 7 जून को बढ़कर 4,23,49,447.63 करोड़ रुपए तक आ गया था | इसका मतलब है कि निवेशकों की झोली में इस दौरान 59 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा आए |